राकेश श्रीवास्तव 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid राकेश श्रीवास्तव 16 Jan 2017 · 1 min read करुणा करुणा शाखों से पत्ते जब टूटे पतझड़ में, शाखें कब शोक मनाती हैं, जब बसंत में पत्ते गिरते हैं शाखों से, तब देखना पत्ते जहाँ से टूटे थे, पानी बन... Hindi · कविता 1 1 677 Share राकेश श्रीवास्तव 2 Jul 2021 · 4 min read आत्मीयता मेरे एक परम मित्र अशोक जी का तबादला मेरे शहर में हो गया। एक दिन मैं सपरिवार बिना उनको सूचना दिए, उनका कुशलक्षेम पूछने उनके निवास स्थान पर पहुँचा। अभी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 4 553 Share राकेश श्रीवास्तव 7 Apr 2017 · 1 min read प्रेम-गीत जी ना सकूँगा तुम बिन मैं यारा, गर तुने मुझको प्यार से पुकारा, मैं तुमसे प्यार करूँगा, ना इंकार करूँगा, हो जाऊँगा मैं तुम्हारा , सुन ले तू ये मेरे... Hindi · कविता 516 Share राकेश श्रीवास्तव 1 Dec 2016 · 4 min read वाक्यांश- बख्शीश वाक्यांश- बख्शीश रामाकांत दसवीं पास कर सेठ हजारीलाल के यहाँ घर के छोटे-मोटे काम पर लग गया। जब वह 18 साल का हुआ तो सेठ जी ने उसको कार चलाने... Hindi · लघु कथा 1 472 Share राकेश श्रीवास्तव 13 Jan 2017 · 1 min read आधी-आबादी की व्यथा आधी-आबादी की व्यथा अश्कों में डूबी कलम, लिख रही मेरी दास्ताँ। मुझको था बस एक भ्रम, मेरे स्वाभिमान को, तुमसे है वास्ता।। मेरा भ्रम, उसी पल टूटा, जब गूंजी मेरी... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 405 Share राकेश श्रीवास्तव 8 Mar 2019 · 1 min read नारी - हिम्मत कर हुंकार तू भर ले नारी के हालात नहीं बदले, हालात अभी, जैसे थे पहले, द्रौपदी अहिल्या या हो सीता, इन सब की चीत्कार तू सुन ले। राम-कृष्ण अब ना आने वाले, अपनी रक्षा अब... Hindi · कविता 320 Share राकेश श्रीवास्तव 2 Jul 2021 · 2 min read प्रेम का वायरस प्रतीक एवं साक्षी लम्बे समय से लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रहे थे, परंतु विगत कुछ दिनों से इन दोनों में अनबन चल रही थी। बात इतनी बिगड़ गई कि दोनों ने... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 5 305 Share