रेखा कापसे Tag: ग़ज़ल/गीतिका 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रेखा कापसे 23 Feb 2020 · 1 min read "सफर की शाम हो गई " देखते देखते, सफर की शाम हो गई देख ये फिर से, तेरे ही, नाम हो गई कोशिश तो बहुत की,तुझे भुलाने की तेरी यादें कमबख़्त, सरेआम हो गई तू लौट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 296 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read "अब तुम नहीं याद आते हों" अब तुम कम याद आते हो! क्या तुम मुझे भूल पाते हो!! तन्हाईं में वक्त,कहाँ बिताते हों! होते जब जिद्दी,किसे सताते हो!! कहाँ ढुँढते खुशियाँ,गम किसे बताते हों! यूँ अकेले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 435 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read कविता मुझे बहुत प्रिय था वो,और स्थिर सा उसका शूरूर। धड़का था दिल मेरा उसमें, थी मैं उसका गुरुर। अल्फ़ाज़ उसके,साँसे मेरी,दिल उससे ही धड़कता था। मैं उसके मन की मल्लिका,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 815 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read लिखते रहेंगे कुछ न कुछ लिखते रहेंगे यूँ ही चंद अलफ़ाज़ साँसों में हैं जब तक तेरा साज बदल गए हैं दिल के सुर-ताल आ जाओ बनकर फिर एक ख्वाब तुम बिन,कब तक बहेगी दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 381 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read "सपनों की दुनियाँ " सपनों की दुनियाँ हमारी,हकीकत में बहुत सच्ची थी तेरी- मेरी बातें,एक-दूजे को लगती सबसे अच्छी थी जग ने दूर किया तो क्या, रब फिर हमें मिलाएगा हमारे इश्क़ की गहराई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 323 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read भूली हुई कहानी भूली हुई कहानी, रीते लम्हें, वो बीते हुए पल। याद बहुत आता हैं, संग तेरे गुजरा हुआ कल।। जादुगरी सी बातें तेरी,खुशनुमा से वो एहसास। मेरी खामोश निगाहें पढ़ कर,स्नेह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 401 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read न रोके कोई, मुझे न रोके कोई, मुझे कुछ करने से न टोके कोई मुझे कुछ कहने से प्रेम मेरा क्षणिक भी कम न होगा यूँ कोसो दूर भी, तुझसे रहने से कहा रोक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 548 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read गुमशुदा हैं कौन मुझमें गुमशुदा हैं कौन मुझमें महसूस करती हूँ,खुद को तुझमें सच हैं या, हैं सरासर झूठ कोई खबर करती,हवाएँ मुझे सूद में न बात,न हुई मुलाकात तुमसे कोई शक हैं सबको,खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 566 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read तुमने कहा था..... दिल को तेरे मैं ही भाती हूँ, तुमने कहा था मैं सिर्फ तेरी परी हूँ,मुझसे तुमने कहा था क्यूँ साथ ले गए, मुस्कराहट और हँसी मेरी फबती ये खूब मेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 416 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read गज़ल करीब हो मगर, करीब दिखते नहीं ख्वाब खुशबू से, तेरी महकते नहीं यादों के महल, छोड़ दिये तुमने बनाना हिचकी की सुद से,जज्बात बहकते नहीं ये कैसा प्यार था,जो पल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 400 Share रेखा कापसे 31 Mar 2019 · 1 min read नेताजी का चुनावी साल दिखाई दिए नेताजी बरसों बाद, गली मुहल्ले मे, लगता हैं आज,फिर से ,चुनावी साल आ गया। गरीबी, महंगाई और,किसानों की आत्महत्या मुद्दों से भटकाने, कर्ज माफी का पैगामआ गया। कीचड़,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 2 617 Share