ईश्वर दयाल जायसवाल Tag: कविता 18 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ईश्वर दयाल जायसवाल 10 Aug 2018 · 1 min read ☆~ जीवन की अनुभूति ~☆ जब मैं सोचता हूँ ! केवल अपने लिए , परिवार के लिए , तब ! हर कर्म करता हूं , जीवन भर पिसता हूँ , फिर भी नही मिलता मन... Hindi · कविता 2 371 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 26 Jul 2018 · 1 min read ÷ आत्मनिर्भरता ÷ सर्द रात में वह ' फटेहाल भिखारी ' चादर के नाम पर टाट को लपेटे हुए एक फुटपाथ पर करवटें बदल रहा है , शायद किसी अतीत और भविष्य के... Hindi · कविता 277 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 23 Jul 2018 · 1 min read @> नेताजी का आदर्श <@ हमारे नेता जी का आदर्श , कंकड़ - पत्थर सब हजम , फिर भी भूख न हो कम । Hindi · कविता 393 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 20 Jul 2018 · 1 min read ~~¤ नारी का सच ¤~~ प्राचीन युग में- नारी ' पूज्या ' थी , मध्य युग में- ' भोग्या ' बन गई , अब आधुनिक युग में ? घर के आंगन से निकलकर , अखबार... Hindi · कविता 546 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 19 Jul 2018 · 1 min read ▲▼▲▶ बंदर बांट ◀▲▼▲ बाढ़ नदी में आती है , आफत जनता पर आती है , राहत कोष प्रशासन को मिलता है , बाढ़ पीड़ितों के नाम पर 'अनुदान ' सरकारी कर्मचरियों मे बँटता... Hindi · कविता 285 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 10 Jul 2018 · 1 min read ** स्वतंत्रता ** स्वतंत्रता ! देश को मिला , देश के नेता और प्रशासक को मिला , सबसे अधिक अपराधियों - अराजकत्तवों को मिला , और जनता को- मंहगाई- भ्रष्टाचार के साथ सिर्फ... Hindi · कविता 501 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 9 Jul 2018 · 1 min read ! <> नेताजी ! चुनाव के दौरान दे रहे थे भाषण , अंत में जनता से कहा - में देता हूँ आश्वासन , विजयी होने पर इस इलाके से लूटमार - दंगें... Hindi · कविता 269 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 7 Jul 2018 · 1 min read ★ " घड़ियाली- शुभ चिंतक " ★ नही ! नही !! तुम मेरे शुभचिंतक नही हो सकते ! ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷ ÷... Hindi · कविता 560 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 27 Jun 2018 · 1 min read ♥♡▶ प्रिय पथिक ◀♡♥ जीवन पथ के प्रिय पथिक तुम भूल न जाना मेरी राहें , तुम्हे आलिंगन में लेने को आतुर हैं ये मेरी बाहें । पथरीले जीवन पथ पर कितने ही राही... Hindi · कविता 223 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 27 Jun 2018 · 1 min read ♥♡▶ प्रिय पथिक ◀♡♥ जीवन पथ के प्रिय पथिक तुम भूल न जाना मेरी राहें , तुम्हे आलिंगन में लेने को आतुर हैं ये मेरी बाहें । पथरीले जीवन पथ पर कितने ही राही... Hindi · कविता 222 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 25 Jun 2018 · 1 min read 卐== समर्पण ==卐 निखरी , खिली- खिली धूप , स्वच्छ आकाश में कलरव करती - चहचहातीं चिड़ियों का मधुर गीत , संगीत , खेतों में खिले दूर - दूर तक लाल- पीले सुकोमल... Hindi · कविता 291 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 15 Jun 2018 · 1 min read 卐☆ लेखक ☆卐 लेखक ! समाज का दंश जीवन की विसंगतियां मन की अंतस में पैठी पीड़ाओं को उकेरता है - लेखनी से , परंतु ! आलोचना - समालोचना, सुखद स्वप्नों की तलाश... Hindi · कविता 230 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 12 Jun 2018 · 1 min read ==☆ तुम नया इतिहास रचो ☆== तुम नया इतिहास रचो ! ' राम ' नहीं बन सकते तुम ' केवट ' तो बन सकते हो , ' कृष्ण ' नहीं बन सकते तुम ' सुदामा '... Hindi · कविता 222 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 11 Jun 2018 · 1 min read =☆ अशांत जिन्दगी ☆= जिन्दगी और सावन की घटा ! इनका भरोसा क्या ? स्वच्छ आकाश को , चमकते सूरज को , ये घटाएं कब घेर लेंगी , कौन जान सका है ? वारिस... Hindi · कविता 257 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 10 Jun 2018 · 1 min read ★☆ जीवन बोध ☆★ जीवन के इस कठिन डगर पर वे ही चल पाते हैं , दीपक की तरह खुद जलते हैं औरों को प्रकाश दे जाते हैं , कहने को नन्हा दीपक लौ... Hindi · कविता 571 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 9 Jun 2018 · 1 min read ••••••••• ☆ रे मन ☆••••••••• रे मन! ! तू निराश न हों । सुख-दुख के फूलों को चुनकर गले का हार बना लो , रे मन ! तू निराश न हों । अंकुर की तरह... Hindi · कविता 212 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 9 Jun 2018 · 1 min read ☆☆☆ यथार्थ ☆☆☆ जीवन का मूल्य ! अर्थहीन वाक्य की तरह इस सदी की कोरी कल्पना है जिसे हम यथार्थ समझते हैं । आधुनिक सभ्यता के नग्न परिवेश में हमारी पारंपरिक मान्यताएं ठूंठे... Hindi · कविता 396 Share ईश्वर दयाल जायसवाल 8 Jun 2018 · 1 min read **********☆☆मेरा शहर ☆☆********** मेरा शहर ! इक्कीसवीं सदी में श्मशान बन गया है । शहर की पाश कालोनियों में रहने वाले अब इंसान नही , चलते - फिरते मुर्दे दिखाई पड़तें हैं ।... Hindi · कविता 206 Share