ramprasad lilhare Language: Hindi 46 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ramprasad lilhare 19 Oct 2017 · 2 min read "वस्तु चीन की मत अपनाना " वस्तु चीन की मत अपनाना मात्रा संख्या -30 समान्त -आना पदान्त -अबकी बार दिवाली में वस्तु चीन की मत अपनाना अबकी बार दिवाली में। मिट्टी के तुम दीप जलाना अबकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 301 Share ramprasad lilhare 19 Oct 2017 · 1 min read "अबकी दिवाली में " विधाता छंद "अबकी दिवाली में " विधाता छंद 1222 1222 1222 1222 जलाकर दीप तम को तुम जरा यारों भगा देना। दिलों में क्लेश जो भी हो जरा उनको मिटा देना। मिटाना... Hindi · कविता 408 Share ramprasad lilhare 1 Oct 2017 · 1 min read "रामराज " रामराज (कुण्डलिया) रावण का संहार कर, बुरे मिटा दो काम। रामराज कायम करो, बनकर के तुम राम। बनकर के तुम राम, गुरूर जरा तुम त्यागो। झूठ द्वेष सब त्याग, सच... Hindi · कुण्डलिया 428 Share ramprasad lilhare 1 Oct 2017 · 1 min read "सियासत" सियासत सियासत का असर देखो खान पान भी बदनाम हो गये सब्जी सारी हिन्दू हो गई बकरे सारे मुसलमान हो गये। कहा तो गया था जनाब खाते में आयेंगे पन्द्रह... Hindi · कविता 1 1 402 Share ramprasad lilhare 19 Sep 2017 · 1 min read "सब अपने लिए फ़कत कुर्सी ढूंढते हैं " मूफ़लिसी में भी रहबरी ढूंढते हैं। बैवकुफ़ हैं वो जो जिंदगी ढूंढते हैं। रहबसर चाहते हैं सभी उजालों में। कुछ एेसे हैं जो तीरगी ढूंढते हैं। मालूमात हैं कि सब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share ramprasad lilhare 18 Sep 2017 · 1 min read मोबाइल, मोहब्बत (कुण्डलियां) "मोबाइल " मोबाइल का देख लो, कैसा चढ़ा बुखार। बच्चों पर भी हैं चढ़ा, मोबाइली खुमार। मोबाइली खुमार, कोई भी बच न पाया। हुये सभी बीमार, जो सम्पर्क में आया।... Hindi · कुण्डलिया 275 Share ramprasad lilhare 17 Sep 2017 · 1 min read "बेटी "(घनाक्षरी) "बेटी " आन बान मान बेटी, सबकी हैं शान बेटी। हर जगह बेटी का, सम्मान होना चाहिए। घर भी चलायें बेटी, वंश भी बढ़ाये बेटी। बेटियों का अब सारा, जहान... Hindi · घनाक्षरी 1 1 928 Share ramprasad lilhare 17 Sep 2017 · 1 min read "अभी ईमान जिंदा हैं "(मुक्तक) "अभी ईमान जिंदा हैं " मुक्तक समान्त -आन पदान्त -जिंदा हैं मात्रा संख्या -28 गर्दिशों के सायें में अब भी पहचान जिंदा हैं। टुटी कुछ रीतियाँ लेकिन अब भी विधान... Hindi · मुक्तक 1 996 Share ramprasad lilhare 16 Sep 2017 · 1 min read राजनिती (कुण्डलियां) राजनिती 1. गंदा हो गया देखो, राजनीति का खेल। नेता बनता हैं वहीं, जो जाता हैं जेल। जो जाता हैं जेल, वही चुनकर के आता। ना लायक भी यहां, सदन... Hindi · कुण्डलिया 487 Share ramprasad lilhare 7 Jun 2017 · 1 min read "अब तो यहाँ चारों ओर फ़कत पथराव दिखता हैं " "अब तो यहाँ चारों ओर फ़कत पथराव दिखता हैं " अब तो चारों ओर बस बिखराव दिखता हैं। फ़कत अपनों का अपनों से टकराव दिखता हैं। मरहम नज़र नहीं आता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share ramprasad lilhare 20 May 2017 · 1 min read "जख्म को हमारे न यूँ हवा दीजिए " "जख्म को हमारे न यूँ हवा दीजिए " जख्म को हमारे न यूँ हवा दीजिए। टूट जायेंगे हम न एेसी खता कीजिए। मोहब्बत की है हमने कोई खता नहीं की।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 278 Share ramprasad lilhare 16 May 2017 · 1 min read "इंसान को यहाँ बाटा किसने "(कविता ") इंसान को यहाँ बाटा किसने (कविता) फिजाओं में जहर घोला किसने। कसौटी पर हमें तोला किसने। हम तो मोहब्बत के व्यापारी हैं। फिर नफरत की दुकान खोला किसने। वजूद अपना... Hindi · कविता 345 Share ramprasad lilhare 7 May 2017 · 1 min read "सियासत " मुक्तक "सियासत "(मुक्तक " सियासत का असर देखो खान पान भी बदनाम हो गये सब्जी सारी हिन्दू हो गयी बकरे सारे मुसलमान हो गये। कहा तो गया था जनाब सबके खातों... Hindi · मुक्तक 307 Share ramprasad lilhare 3 May 2017 · 1 min read "हिन्दू मुस्लिम के चोंचले क्यूँ हैं "(मुक्तक) "हिन्दू मुस्लिम के चोंचले क्यूँ हैं " (मुक्तक) डगमगाये हमारे हौसलें क्यूँ है। उजड़े पंछियों के घोंसले क्यूँ हैं। हम तो सच के हिमायती हैं। फिर वादे हमारे दोगले क्यूँ... Hindi · मुक्तक 277 Share ramprasad lilhare 20 Apr 2017 · 1 min read "हम पाकिस्तान मिटा देंगे "(कविता) "हम पाकिस्तान मिटा देंगे "(कविता) देख नापाक पाकिस्तानी, हमको पता हैं तेरी कहानी। गर जो तुने बात न मानी, करता रहा यूँ ही मनमानी। तो फिर सुनले पाकिस्तानी,हम हस्ती तेरी... Hindi · कविता 751 Share ramprasad lilhare 5 Apr 2017 · 1 min read "सरेआम मोहब्बत हैं तुझसे मुझे "(मुक्तक) "सरेआम मोहब्बत हैं तुझसे मुझे " (मुक्तक) बाखुदा मोहब्बत हैं तुझसे मुझे। बेपनाँ मोहब्बत हैं तुझसे मुझे। मोहब्बत को मेरी यूँ मापा न कर। बेइंतहा मोहब्बत हैं तुझसे मुझे। समंदर... Hindi · मुक्तक 1 972 Share ramprasad lilhare 4 Apr 2017 · 1 min read "मैं शिक्षक हूँ "(गज़ल/गीतिका) "मैं शिक्षक हूँ"(गज़ल/गीतिका) शिक्षक हूँ मैं मैं शिक्षा की अलख जगाता हूँ जीवन को जीने की मैं बुनियाद बनाता हूँ। बेमेल सुरों को सजा मैं साज़ बनाता हूँ नादान परिंदों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2k Share ramprasad lilhare 2 Apr 2017 · 1 min read "हौसलाफजाई "(मुक्तक " "हौसलाफजाई " (मुक्तक) 1. ख्वाहिशों का पुलिंदा बाँध, डगर पर तु कदम तो रख। मुश्किलों से न घबरा तु, हौसलों में तु दम तो रख। मंजिल आयेगी तेरे पास, तु... Hindi · मुक्तक 1 576 Share ramprasad lilhare 2 Apr 2017 · 2 min read "तु मेरा भगवान मैं तुझको नमन करूँ "(गीत) "तु मेरा भगवान मैं तुझको नमन करूँ "(गीत) तु हैं मेरी शान मैं तुझको नमन करूँ। तु ही मेरा मान मैं तुझको नमन करूँ। ख्वाबों में तु रोज़ मेरे आती... Hindi · गीत 475 Share ramprasad lilhare 28 Mar 2017 · 1 min read "नारी की महिमा "(हाईकू 5-7-5) "नारी की महिमा "(हाईकू 5-7-5) नारी बहुत सहनशील होती सम्मान योग्य सम्मान योग्य नित मान बड़ाती खूब महान खूब महान काम काज करती घर चलाती घर चलाती सबसे प्यार करे... Hindi · हाइकु 450 Share ramprasad lilhare 28 Mar 2017 · 1 min read "नारी की महिमा "(हाईकू 5-7-5) "नारी की महिमा "(हाईकू 5-7-5) नारी बहुत सहनशील होती सम्मान योग्य सम्मान योग्य नित मान बड़ाती खूब महान खूब महान काम काज करती घर चलाती घर चलाती सबसे प्यार करे... Hindi · हाइकु 568 Share ramprasad lilhare 26 Mar 2017 · 1 min read मुझे वक्त दे इतना (मुक्तक) मुझे वक्त दे इतना यूँ तो जीने की तमन्ना बहुत हैं मेरे दिल में मगर निभाने भी कुछ वादे हैं ये मेरे दोस्त मौत भी तो सच है न जाने... Hindi · कविता 450 Share ramprasad lilhare 26 Mar 2017 · 1 min read "जनाबेआली "(व्यंग्य कविता) "जनाबेआली"(व्यंग्य कविता) अजीब सी कशमकश हैं जनाबेआली भाभी को सब माँ कहते हैं तो साली क्यूँ आधी घरवाली। अजीब सी कशमकश हैं जनाबेआली भाभी को ननंद पटती नहीं जीजा को... Hindi · कविता 2 687 Share ramprasad lilhare 25 Mar 2017 · 2 min read "तुझसे मिलने के बाद"(शेर-ओ-शायरी) "तुझसे मिलने के बाद" (शेर-ओ-शायरी) तु मिली मुझसे ये खुदा का रहम हैं न जाने क्या असर हुआ हैं तेरे मिलने का मुझ पर एकाकी सा था मैं तुझसे मिलने... Hindi · शेर 1 476 Share ramprasad lilhare 22 Mar 2017 · 1 min read "पानी की महत्ता "(दोहा छंद) "पानी की महत्ता"(दोहा छंद) 1. पानी की हर एक बूंद, हैं जीवन आधार। गर जो पानी ना रहे, मिट जाये संसार।। 2. पानी नित बचाईये, करो न पानी नाश। रोटी,वसन,मकान... Hindi · दोहा 1k Share ramprasad lilhare 21 Mar 2017 · 1 min read "अब तो मैं...... डरता हूँ "(शेर) "अब तो मैं.... डरता हूँ" (शेर) 1. मैं कहाँ अदावत से डरता हूँ मैं तो बस ज़िलालत से डरता हूँ इतना लूटा गया हैं मुझे प्यार दिखा दिखा कर कि... Hindi · शेर 551 Share ramprasad lilhare 20 Mar 2017 · 1 min read "नेता हमारे "(व्यंग्य कविता) "नेता हमारे"(व्यंग्य कविता) ईद के चाँद होते हैं झूठ की दुकान होते हैं एक बारी आकर के पाँच वर्षीय मेहमान होते हैं ओढ़े ईमान की चादर सारे ही बेइमान होते... Hindi · कविता 1 1 9k Share ramprasad lilhare 19 Mar 2017 · 1 min read "ग्रामीण युवा (दोहा छंद) "ग्रामीण युवा"(दोहा " 1. तुम ही उजल भविष्य हो, तुम ही गाँव कि शान। वजूद तुम हो गाँव का, तुम ही हो पहचान।। 2. तुम बड़ो तो गाँव बड़े,तुम हो... Hindi · दोहा 1k Share ramprasad lilhare 18 Mar 2017 · 1 min read पहली पहली मुलाकात (कविता " "पहली पहली मुलाकात " एक दिवस की थी वो बात उस दिन वो भी थी मेरे साथ कहना था उससे कुछ मुझको पहली पहली थी मुलाकात। मैं जैसे उससे बोलने... Hindi · कविता 1 2 1k Share ramprasad lilhare 18 Mar 2017 · 1 min read "ख्वाब "(प्रतीकात्मक मुक्तक) "ख्वाब" (प्रतीकात्मक मुक्तक) रात रूपी बगीची में ख्वाब रूपी फूल खिले नींद रूपी जल को पाकर फूल खूब फले फूले सुबह रूपी ताप पाकर नींद रूपी जल सुख गया नींद... Hindi · मुक्तक 512 Share ramprasad lilhare 18 Mar 2017 · 1 min read "मध्यमवर्ग :-एक प्रश्न?"(कविता " "मध्यमवर्ग :-एक प्रश्न? " (कविता) सागर की गहराई सी शांत,स्तब्ध गंभीर मेरी भावनाओं का क्या? लहरों के श्रृंग गर्तों में फँसकर उलझ सी जाती है। मेरे जीवन के उन बेमिसाल,... Hindi · कविता 750 Share ramprasad lilhare 17 Mar 2017 · 1 min read "टाईमपास "(मुक्तक) "टाईमपास " (मुक्तक " एक लड़के ने एक लड़की से कहा मैं प्यार करता हूँ तुमसे बेइंतहा तुम जो चाहती हो मुझमें वो बात हैं मेरा प्यार दिखावा नहीं सच... Hindi · मुक्तक 1 294 Share ramprasad lilhare 17 Mar 2017 · 1 min read "नारी की महत्ता "(कुण्डलियाँ छंद) "नारी की महत्ता " (कुण्डलियाँ छंद " 1.नारी तुम ये न समझो, तुम हो अब कमजोर। बन गयी हो अब तुम तो, भारत का सिरमौर। भारत का सिरमौर, होत सब... Hindi · कुण्डलिया 909 Share ramprasad lilhare 17 Mar 2017 · 1 min read वीरांगना :-अवन्ती बाई (आल्हा छंद) "वीरांगना :-अवन्ती बाई " (आल्हा छंद 16,15 =31 मात्रा) सुनो संत जन सुन सुन भई साधु, दूँ मैं सबको कथा सुनाय। बड़ी विचित्र कथा हैं उसकी, सब मिल सुन लो... Hindi · कविता 696 Share ramprasad lilhare 16 Mar 2017 · 1 min read "होली की कुण्डलियाँ "(कुण्डलियाँ छंद) "होली की कुण्डलियाँ " (कुण्डलियाँ छंद) 1. सजना,सजनी से कहे, रंग न डालो मीत। अबकी होली में प्रिये, कर मुझसे बस प्रीत।। कर मुझसे बस प्रीत, साथ कभी ना छोड़ना।... Hindi · कुण्डलिया 811 Share ramprasad lilhare 16 Mar 2017 · 1 min read "माँ की महिमा "(गेय मुक्तक " "माँ की महिमा " (गेय मुक्तक " मुसीबत गर कोई मुझ पर, आये तो मैं कहता माँ। भरम् कोई अगर मुझ पर, छाये तो मैं कहता माँ। तु हैं मेरी... Hindi · मुक्तक 1k Share ramprasad lilhare 16 Mar 2017 · 1 min read शादी के बाद (व्यंग्य) " शादी के बाद " सजेगा मंडप, बजेगा बाजा निकलेगी......... बारात यही सोच सोचकर मुझको नींद न आयी सारी रात! नींद न आयी सारी रात कि हो गया मै बेचैन... Hindi · कविता 1k Share ramprasad lilhare 13 Mar 2017 · 1 min read होली हैं (दोहे) " होली है"(दोहे) 1. खेलों सभी जन मिल के, होली का त्योहार। भेदभाव सब छोड़ दो, छोड़ो सब तकरार।। 2. लकड़ी ना जलाकर के, मन का बैर जलाय। गुल की... Hindi · दोहा 1k Share ramprasad lilhare 13 Mar 2017 · 1 min read "असमंजस "(समसामयिक कविता) "असमंजस "(समसामयिक कविता) उत्क्षिप्त,कुण्ठित सी हालत मेरी कैसें करूँ वकालत तेरी तुच्छ,अंतिम पंक्ति का मैं सेवक कैसें बनूँ मैं तेरा खेवट मन में मेरे हैं असमंजस कैसें करूँ मैं सामन्जस।... Hindi · कविता 1k Share ramprasad lilhare 13 Mar 2017 · 1 min read "अरमानों का देहांत "(हास्य व्यंग कविता) "अरमानों का देहांत " (हास्य व्यंग कविता) एक थी लड़की खड़ी अकेली मेरे लिए थी नयी नवेली। मिठी सी थी उसकी बोली उसकी सूरत थी बड़ी भोली। उसका भोलापन मुझे... Hindi · कविता 221 Share ramprasad lilhare 13 Mar 2017 · 1 min read "अरमानों का देहांत "(हास्य व्यंग कविता) "अरमानों का देहांत " (हास्य व्यंग कविता) एक थी लड़की खड़ी अकेली मेरे लिए थी नयी नवेली। मिठी सी थी उसकी बोली उसकी सूरत थी बड़ी भोली। उसका भोलापन मुझे... Hindi · कविता 247 Share ramprasad lilhare 12 Mar 2017 · 1 min read "बाबाजी का ठुल्लू "(हास्य व्यंग) "बाबाजी का ठुल्लू " (हास्य व्यंग " मैने एक भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया। और खूब जोर जोर से भाषण दिया। भाषण देते हुए मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।... Hindi · कविता 729 Share ramprasad lilhare 11 Mar 2017 · 1 min read बुरा न मानो होली है। (हाईकू) बुरा न मानो होली है। (होली की हाईकू। 5-7-5 बुरा न मानो होली है जी होली हैं रंग उड़ाओ। रंग उड़ाओ शिकवे भूलकर खुशी मनाओं। खुशी मनाओं सारे मिलकर नाचों... Hindi · हाइकु 501 Share ramprasad lilhare 10 Mar 2017 · 1 min read होली की मनहरण (घनाक्षरी 8,8,8,7) होली की मनहरण गाँव-गाँव गली-गली मिलकर खेलों होली सबके दिलों में अब प्यार होना चाहिए। भेदभाव भूलकर रहो सब मिलकर किसी को भी नहीं अब आपा खोना चाहिए। हुड़दंगा छोड़कर... Hindi · घनाक्षरी 569 Share ramprasad lilhare 8 Mar 2017 · 1 min read बदलते उपमान और नायिका छरहरी कलगी बाजरे सी न हो छिटकी कली गुलाब सी न हो उन्मुक्त,चंचल,मदमस्त,मदहोश बयार सी हो मेरी नायिका।। बालारूण की किरण सी न हो वृध्दारूण की किरण सी न हो... Hindi · कविता 625 Share ramprasad lilhare 7 Mar 2017 · 2 min read मुझे भारत आजाद मिले हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, हम सब के हो गले मिले, तमस किसी भी घर में ना हो, सब के घर में दिये जले, बाटों इतना प्यार सबमें, मिट जाये सब... Hindi · कविता 453 Share