Rajni Gupta 36 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajni Gupta 2 Jan 2021 · 1 min read ऐ वक्त जरा रुको तो सही ऐ वक्त, ज़रा रुको तो सही , ठहरों ना , मेरे साथ थोड़ी देर ही सही , ऐ वक्त बैठो न मिलकर, हम कुछ बातें करेंगे , पुराने बीते हुऐ... Hindi · कविता 6 3 582 Share Rajni Gupta 31 Dec 2020 · 1 min read नव वर्ष का स्वागत नव वर्ष का स्वागत नव वर्ष का अभिनंदन है, नव वर्ष का आगाज़ है, नव वर्ष कि पावन बेला पर , नव वर्ष का राग है, प्रकृति पर निखरा है... Hindi · कविता 2 3 413 Share Rajni Gupta 11 Dec 2020 · 1 min read फिर वही पन्ना पलट कर सामने आ गया बैठे थे गुमसुम किसी सोच में, खनकते हुई शब्दों के आगोश में , अचानक हुई आहट ,हवा के झोंकों की सरसराहट, पुरानी यादों का झोंका ,जैसे आके टकरा गया ,... Hindi · कविता 3 3 325 Share Rajni Gupta 11 Dec 2020 · 1 min read खुद से जीना सीख गई हूं खुद से जीना सीख गई हूँ , खुद से ही संभालना सीख गई हूँ , कब तक चलूँ किसी के साये तले ,अकेले चलना सीख गई हूँ , उँगलियाँ थाम... Hindi · कविता 2 1 298 Share Rajni Gupta 6 Dec 2020 · 1 min read तंग पड़ी क्यों आज जिंदगी तंग पड़ी क्यूँ आज जिंदगी , क्यूँ शिकायतें मौन खड़ी हैं भागती दौड़ती फरमाइशें ,फरमाइशों की लिस्ट बड़ी है फँसी हुई है दलदल में , आवाजें शोर मचाती हैं कागज... Hindi · कविता 2 3 433 Share Rajni Gupta 13 Nov 2020 · 1 min read आई दिवाली आई मीठे की महक हो, बातों की चहक हो, आँखों में चमक हो ,आतिशबाजियों का शोर हो , खीले बताशों की तरह मीठी खुशियां ,फैली चारों ओर हो, इस दीपावली के... Hindi · कविता 1 357 Share Rajni Gupta 2 Nov 2020 · 1 min read मेरी बिटिया रानी का जन्म दिवस आज मेरी बेटी Navya के जन्मदिवस के शुभ मौके पर आप सब अपना प्यार, स्नेह और आशीर्वाद प्रदान करें जिससे उन्नति के पथ पर बिना किसी अवरोध के आगे बदती... Hindi · कविता 2 3 642 Share Rajni Gupta 27 Oct 2020 · 1 min read हर लड़की अपने जीवन में हर भाव समर्पित करती हैं हर लड़की अपने जीवन मे हर भाव समर्पित करती है ! क्यूँ त्याग तपस्या मर्यादा अपने जीवन मे चुनती है ! देख चुकी सती का जीवन फिर भी वही कहानी... Hindi · कविता 1 284 Share Rajni Gupta 26 Oct 2020 · 1 min read एक बार लगा लो गले तुम जरा एक बार लगा लो गले तुम ज़रा ये सावन भी हँस कर गुजर जाएगा आज की रात बैठो ज़रा साथ तुम कल से तो ये मौसम कतराएगा भीगेंगी पलकें मेरी... Hindi · कविता 3 1 253 Share Rajni Gupta 26 Oct 2020 · 1 min read पावन पर्व दशहरा प्रेम के पथ हम क्यूँ नहीं चल रहे संस्कार अपने क्यूँ स्वार्थ के लिए छल रहे नित्य नए रावण जो लोगों मे पल रहे करोड़ों जो रक्तबीज जहर बन के... Hindi · कविता 1 2 546 Share Rajni Gupta 12 Oct 2020 · 2 min read एक बच्चे का अपनी मां से एक कल्पना भरा प्रश्न एक माँ जो दिन भर बिल्डिंगों मे काम करती है ,एक बच्चा जो बिल्डिंगों को बड़े ध्यान से देखता है और अपनी माँ से पूछता है ............................ माँ तू लोगों... Hindi · कविता 3 1 395 Share Rajni Gupta 10 Oct 2020 · 1 min read आज अपनी मोहब्बत को ज़ार ज़ार होते देखा है आज अपनी मोहब्बत को ज़ार ज़ार होते देखा है नादान दिल के दर्द को संभाल कर देखा है अपने आंसुओं को छलनी से छान कर देखा है रूठती मनाती खुशियों... Hindi · कविता 3 2 270 Share Rajni Gupta 28 Sep 2020 · 1 min read एक किसान की व्यथा एक किसान जो धरती को माँ समझता है, उस माँ को हरियाली की चुनरी से सजाता है, बड़ी उम्मीदों से एक एक सपना पिरोता है, खुद के आराम को पसीनों... Hindi · कविता 1 505 Share Rajni Gupta 24 Sep 2020 · 2 min read मेरे दोस्त का जन्मदिन Sonu का आज birthday है उसका समझ में नहीं या रहा कि क्या gift दूँ उसको, फिर सोच एक कविता ही लिख देती हूँ उससे प्यारा gift क्या होगा उसके... Hindi · कविता 2 2 375 Share Rajni Gupta 19 Sep 2020 · 1 min read कुछ खास एक बात कुछ खास एक बात एक छोटी सी मुलाकात तकदीरों पर किसी की एक सपनों की बारात मुस्कुराहट किसी की मेरे लफ्ज़ बन गई खूबसूरत सी अदा जैसे मेरे दिल को... Hindi · कविता 5 1 564 Share Rajni Gupta 14 Sep 2020 · 1 min read हिंदी हमारा अभिमान हिन्दी हमारा अभिमान हिन्दी है एक मातृभाषा,मातृत्व का अभिमान है, ये है ऋषि मुनियों की पूंजी,ज्ञान का संधान है, है संस्कारों की परिपाटी,हमारे हिन्दुत्व की पहचान है, है इसमे देश... Hindi · कविता 3 6 447 Share Rajni Gupta 12 Sep 2020 · 1 min read एक तपिश भरी ज़िंदगी एक तपिश भरी ज़िंदगी थकती हुई दौड़ती सी एक तपिश भरी ज़िंदगी, काँटों भारी राहों मे मखमल तलाशती ज़िंदगी भरी हुई मुट्ठियों से रेत सी फिसलती है ज़िंदगी , भीड़... Hindi · कविता 2 2 220 Share Rajni Gupta 5 Sep 2020 · 1 min read गुरु वंदना गुरु महिमा है मुखमंडल पे आभा की छाया, सूरज सा तेज समाया है, गुरु ज्ञान की दिव्य ज्योति को, जब दिव्य रूप मे पाया है, ज्ञान तुम्ही सम्मान तुम्ही,तुम्ही समाज... Hindi · कविता 2 2 767 Share Rajni Gupta 4 Sep 2020 · 1 min read इश्क लिखूं तो करूं कब इश्क़ लिखूँ तो करूँ कब इश्क़ लिखूँ तो करूँ कब,इश्क़ करूँ तो लिखूँ कब, तेरे जुल्फों के साये मे सिमटा रहूँ ,तेरे चेहरे को आँखों मे भर लूँ , तेरी... Hindi · कविता 3 372 Share Rajni Gupta 31 Aug 2020 · 1 min read फूल फूलों की खुशबू फैली है इस फिज़ा में, रंगों पे भी निखार का खुमार आया है, फूलों मे रंगों की नज़ाकत है कलियों की कोमल सी काया, कभी देखा है... Hindi · कविता 5 2 247 Share Rajni Gupta 27 Aug 2020 · 1 min read माँ माँ सिर्फ शब्द नहीं आवाज नहीं ,साज़ के जैसे बजती है, माँ एक ऐसा दर्पण है, जिसमे दुनिया दिखती है, कोमलता हर रोम रोम मे, फिर भी मुश्किल से लड़ती... Hindi · कविता 3 1 566 Share Rajni Gupta 23 Aug 2020 · 1 min read मेरी किस्मत मे नहीं मेरी किस्मत मे मेरे ख्वाबों का बसेरा ही नहीं, मेरे अँधेरों पे उजालों का साया ही नहीं, क्यूँ दूर हो जाती है मेरी मंजिल अक्सर , जब भी दीप जलाऊँ... Hindi · कविता 3 511 Share Rajni Gupta 22 Aug 2020 · 1 min read गजानन प्रार्थना श्री गणेशाय नमः प्रथम पूज्य श्री अष्टविनायक हम तो तेरा ध्यान धरें, विस्तृत तेरी महिमा का वर्णन हम कैसे गुणगान करें, लंबोदर तुम आदि गजानन रिद्धि सिद्धि के दाता हो,... Hindi · कविता 6 3 438 Share Rajni Gupta 19 Aug 2020 · 2 min read किसको याद करूँ किसको याद करूँ वो बचपन की यादें,या वो यादों का बचपन , वो यादें जो धुंधली हो चली या वो बातें जो आज भी मनचली, स्कूल की यादों का बचपन... Hindi · कविता 4 5 314 Share Rajni Gupta 18 Aug 2020 · 1 min read एक नज़्म जब हमने लिखी जब एक नज़्म हुमने लिखी तारों की बारात थी जिसमे सजी, चाँद की थी चाँदनी,रात जैसे दुल्हन बनी, आँखों मे थी चाहत की जैसे रोशनी, जब एक नज़्म हुमने लिखी... Hindi · कविता 3 3 409 Share Rajni Gupta 18 Aug 2020 · 1 min read आशा की किरण मैंने एक रोज देखा एक छोटा गरीब बच्चा, लगता था वो दिल का सच्चा, मगर उसकी आँखों मे थी एक निराशा, पर कुछ कर दिखने की थी दिल मे आशा,... Hindi · कविता 3 7 637 Share Rajni Gupta 15 Aug 2020 · 1 min read स्वतंत्रता दिवस स्वतंत्र देश के स्वतंत्रता दिवस पर ,स्वतंत्र होकर कुछ बात करें, वीरों के बलिदानों को, आज चलो सब नमन करें, मिलकर बैठे सब सुने सुनाऐं,गाथा वीर जवानों की, पूर्ण रूप... Hindi · कविता 5 1 252 Share Rajni Gupta 12 Aug 2020 · 1 min read कागज की कहानी एक कागज हूं मैं और क्या है मेरी कहानी आज कहता हूं मैं अपनी ही जुबानी जीवन अपना मैंने कैसे जिया कभी किसी ने सर माथे पर तो कभी तोड़... Hindi · कविता 7 3 381 Share Rajni Gupta 11 Aug 2020 · 2 min read Krishna leela कृष्ण लीला रात अंधेरी सो गऐ प्रहरी, हुई गर्जना आकाश में, भादव मास की पुण्य प्रबल तिथि रोहिणी नछत्र मे, जन्म लिया मथुरा की जेल मे,नारायण श्रीहरि भगवान ने! यमुना... Hindi · कविता 5 3 442 Share Rajni Gupta 11 Aug 2020 · 1 min read कि मैं हूँ रिश्ते बहुत आसान लगते हैं, जब कोई कहता है कि मैं हूँ, टूटे हुऐ सपने बिखरी हुई जिंदगी , अचानक आसान लगते हैं , जब कोई कहता है कि मैं... Hindi · कविता 5 8 549 Share Rajni Gupta 9 Aug 2020 · 2 min read मेरा लॉकडाउन अनुभव "मेरा lokdown अनुभव कोविड 19 का असर है ऐसा गहराया , हमने तुमने सबने खुद को बंद घरों मे सुरछित पाया, शुरू-शुरू मे ये कोविड हमें समझ न आया, बढ़ा... Hindi · कविता 4 2 273 Share Rajni Gupta 8 Aug 2020 · 1 min read विश्वास विश्वास विश्वास एक परिचय है,जो कागज मे नहीं तोला जाता, विश्वास एक धरोहर है ,कहीं गिरवी नहीं रखा जाता , पानी सा निर्मल होता है ,कांच का जैसा नाजुक ये... Hindi · कविता 6 2 374 Share Rajni Gupta 5 Aug 2020 · 1 min read 5 अगस्त एक सुनहरा दिन 5 अगस्त एक सुनहरा दिन सालों साल जब हुआ समर अब नई फ़ैसले आऐ हैं, खुल गयी अब सारी जंजीरें यज्ञों के दीप जलाऐ हैं , जन्मस्थली राम चंद्र की... Hindi · कविता 5 1 320 Share Rajni Gupta 3 Aug 2020 · 1 min read राखी एक पवित्र बंधन राखी एक पवित्र बंधन एक अनोखा एक अलग सा, पवित्र ये बंधन है, एक विश्वास एक समर्पण, हर रिश्ते का आबंधन है, कोई जात ना पात यहाँ पर, बस एक... Hindi · कविता 5 3 618 Share Rajni Gupta 2 Aug 2020 · 1 min read दोस्ती एक अटूट बंधन दोस्ती भगवान की पूजा का नाम है दोस्ती दिल से रूह तक जाती हुई साँसों का नाम है दोस्ती हर वक्त अपने रंग मे जीने का नाम है दोस्ती दोस्ती... Hindi · कविता 2 3 279 Share Rajni Gupta 1 Aug 2020 · 1 min read समय की मांग समय की मांग समय है ऐसा गहराया कि वक्त ने भी धोखा खाया, अपनों के ही साए में अपनों का ही साथ पराया, सोची समझी साजिश होती है या गलती... Hindi · कविता 7 12 351 Share