राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी Language: Hindi 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 19 Oct 2018 · 1 min read शान तिरंगा है मेरा भारत माँ को नमन करें हम , शान तिरंगा है मेरा l त्रिपुरा की माटी में हिन्दी, ज्ञानिक दर्पण मन मेरा ll प्रकृति अनोखी पूर्वोत्तर की , सम्यक् ज्ञान निराला... Hindi · कविता 227 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 19 Oct 2018 · 1 min read नवरात्र आत्म शुद्धि सह मुक्ति दे , चैत्र मास नवरात्र l शारदीय नवरात्र प्रद, वैभव भोग सुपात्र l तंत्र मन्त्र साधन प्रदा , गुप्त भाव नवरात l ध्यान पौष आषाढ़ में... Hindi · दोहा 351 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 19 Oct 2018 · 1 min read दैहिक -दैविक दैहिक दैविक ज्ञान में भौतिक रहा नहाय l मन का रावण मारि के , पुतला देहु जलाय ll Hindi · दोहा 424 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 19 Oct 2018 · 1 min read छायावाद पलता प्रतापगढ़ सई नदी तट भव्य , मातु बेल्हा का मंदिर बहती निर्झर नीर , सपूतो की यह धरती l आचार्य भिखारीदास काव्य छन्दस यूं रचते रीतिकाल कवि श्रेष्ठ अवध वीरों की... Hindi · कविता 268 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 19 Oct 2018 · 1 min read रावण वेद पुराण तंत्र मन्त्र यंत्र एवं राजनीति का महान ज्ञाता महापंडित रावण को मारने के पश्चात भगवान् श्री राम को ब्रह्महत्या निवारण हेतु अश्वमेघ यज्ञ करना पड़ा , वृत्तासुर को... Hindi · लघु कथा 724 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 19 Oct 2018 · 1 min read मी टू अभियान भारत में मी टू अभियान l उजले चेहरे काले इंसान l यह है पाश्चात्य परिधान l भारतीय संस्कृति का अपमान ll राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी Hindi · कविता 273 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 19 Oct 2018 · 1 min read अवधी भाषा अवधी भाषा भाष्य में , दोहा का शृंगार l कवि की कविता जिंदगी , छन्दस शुचि आधार ll1 आप सभी से सीखता , यति गति लय तुक ताल l शब्द... Hindi · दोहा 1k Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 24 Jul 2018 · 1 min read हर्ष उत्कर्ष चंचल चितवन चंद्र की , नलिनी गयी लजाय l चंद्र कला रोने लगी , काम दम्भ बढ़ि जाय l ============================== कागज़ के टुकड़े किये , पन्ने बने हजार l दिल... Hindi · दोहा 291 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 24 Jul 2018 · 1 min read मात्रिक वर्णिक छंद पिंगल रचना मधुर भवानी , नमन करें मुनिवर विज्ञानी ll मात्रिक वर्णिक छंद विधाना, कल यति गति गुण कविता प्राना ll कवि कविता मन भाव अपारा , मुदित काव्य रस... Hindi · कविता 574 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 24 Jul 2018 · 1 min read वृत्ति निरोध योग दिवस जीवन योग वियोग नसावन , वृत्ति निरोध योग मनभावन ll सरस सरल बहु योग विशाला , रोग नसावत दस दिगपाला ll भाँति- भाँति बहु रंग तरंगा हर्षित मानस... Hindi · कविता 309 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 24 Jul 2018 · 1 min read योग दिवस[ कुण्डलिनी ] योग दिवस[ कुण्डलिनी ] योगी साधक ज्ञान बल , संचारित उर योग l मूर्ख ह्रदय अति कामना , चिंता तन मन रोग ll चिंता तन मन रोग , प्रताड़ित होते... Hindi · कुण्डलिया 249 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 24 Jul 2018 · 1 min read =मन्मथ परदेशी= बरसत नीर जलधि अंगारा , किंशुक काल कला संसारा l तड़पत मीन नीर प्रिय लागे , कामी ह्रदय विराग न साजे ll चढ़ा आषाढ़ मेघ अनुरागा , कोकिल दादुर बोलन... Hindi · कविता 230 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 24 Jul 2018 · 1 min read फासिला जिंदगी शाम शरमा गयी रोशनी के लिए l फ़िक्र करने लगी चाँदनी के लिए l फासिला जिंदगी जख्म जालिम शहर - बज्म फितरत फिदा रागिनी के लिए ll राज किशोर मिश्र... Hindi · मुक्तक 286 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 24 Jul 2018 · 1 min read मृदुल मधुर अहसास सकल जहाँ स्वर लय में वंदन , मृदुल मधुर अहसास l पकड़ हाथ हम चलें साथ प्रिय , रचें नवल इतिहास ll छवि मंथन मन्मथ मन मोहे , उमगि जलधि... Hindi · कविता 223 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 24 Jul 2018 · 1 min read शुभप्रभातम् नमन सुप्रभातम् नमन शुभप्रभातम् नमन ================================ उन्हें मुक्त लिखने की आदत पडी है मुझे मुक्त लिखना फ़साना लगे कभी काव्य के सार सारिता को देखो शब्दों में अनुपम तराना लगे l... Hindi · कविता 587 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 23 Jul 2018 · 1 min read [7]-योग कला कलिकाल मनोहर शुभप्रभातम् नमन ================================ योग कला कलिकाल मनोहर , मुरली वादन तीर सरोवर ll अनुरागित रस छंद कला के , दिनकर ओज प्रमोद प्रभा से ll प्रेम प्रमोद सुबोध सभा से... Hindi · कविता 489 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 23 Jul 2018 · 1 min read [6]छंद- मनोरम-प्रेम में क्या सादगी है छंद- मनोरम मापनी- 2122 2122 प्रीति पावन बंदगी है l नीर प्रियवर जिंदगी है l गीत का स्वर लय बताता - प्रेम में क्या सादगी है l Hindi · मुक्तक 206 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 23 Jul 2018 · 1 min read [5]छंद- मनोरमगीतिका -ज्ञान भी इक जलजला है छंद- मनोरमगीतिका मापनी- 2122 2122 प्रेम कैसा मनचला है ज्ञान भी इक जलजला है ll बंदगी हो जिंदगी में , सादगी भी इक कला है ll प्रेम मानस का समुन्दर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 23 Jul 2018 · 1 min read [4]चंचल चंदा की चॉँदनी दोहावली ---------- फेसबुक वाट्सएप है , प्रियतम नव वरदान l बीबी भी ट्रंकाल पर , लेती है संज्ञान ll ---------------------------------------------------------- अनलिमिटेड बेतारिका , करती रोज धमाल l टुनटुन ध्वनि गुंजित... Hindi · दोहा 415 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 23 Jul 2018 · 1 min read 3-कहना सहज पर निभाना कठिन है बहती नदी पर ठिकाना कठिन है l कहना सहज पर निभाना कठिन है l उपदेश देते उन्हें देखता हूँ - मंदिर सहज सर झुकाना कठिन है ll राजकिशोर मिश्र 'राज'... Hindi · मुक्तक 383 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 23 Jul 2018 · 1 min read जीवन दर्शन -जनम-मरण :- जीवन दर्शन =========================== जीवन दर्शन मन आकर्षण अर्पण तर्पण मानस दर्पण गति प्रत्यर्पण विधि संकर्षण ll ==========जनम-मरण============== जनम-मरण कारण चरण मुदित दुखद घटना प्रबल सुकर्म प्रयोग सुयोग विधाता राजकिशोर... Hindi · कविता 239 Share राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी 23 Jul 2018 · 1 min read घर -घर में मंदिर मस्जिद हैं घर -घर में मंदिर मस्जिद हैं l फिर भी क्यों इन्साफ नहीं है ll मन के कोने में बैठा है l नफरत का शैतान यहाँ है ll राजकिशोर मिश्र 'राज'... Hindi · मुक्तक 250 Share