Phoolchandra Rajak Tag: मुक्तक 100 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Phoolchandra Rajak 10 May 2021 · 1 min read कवि की विशेषता। कवि सहृदय होना चाहिए। कवि न्याय प्रिय होना चाहिए। कवि कम शब्दों में बहुत कुछ कह देता है। कवि कड़वे सच को भी मधुर बना देता है। कवि को सच... Hindi · मुक्तक 1 5 1k Share Phoolchandra Rajak 17 Mar 2021 · 1 min read जूता मैं सदियों से तुम्हारा जीवन साथी बन साथ निभाता रहा हूं। फिर भी मैं नकारा जाता हूं,जब मैं किसी के ऊपर फेंका जाता हूं तब तब सुर्खियों में छा जाता... Hindi · मुक्तक 2 6 561 Share Phoolchandra Rajak 7 Mar 2021 · 1 min read आत्ममंथन आत्ममंथन करते-करते मैंने, अमृत का रस पान किया। लिखते लिखते नाम प्रभु का, मैंने स्व कल्याण किया।। फूलचंद रजक Hindi · मुक्तक 3 1 486 Share Phoolchandra Rajak 12 Mar 2021 · 1 min read जल। जीवन की कितनी बड़ी कला।जल के बिना कुछ न भला।जल की कीमत समझले नर ज्ञानी।जल के साथ अन्याय न कर न कर देयगा पानी पानी।जल बहू मूल्य है, लेकिन तेरी... Hindi · मुक्तक 1 505 Share Phoolchandra Rajak 8 Jan 2022 · 1 min read आओ हम सब मिलकर। आओ हम सब मिलकर के संघर्ष करें।---गरीब, और गोमाता का दुखड़ा हरे।---------मानव तन में आकर कुछ तो पुण्य करें।---तुम भूल चुके हो अपनी करनी और कथनी।--कुछ धर्म का मार्ग बना... Hindi · मुक्तक 2 2 426 Share Phoolchandra Rajak 14 Feb 2022 · 1 min read प्रेम दिवस? यह प्रेम दिवस नहीं,प्रेम विवश है!----------एक मात्र इजहार करने का बस है।---------पशिचमी देशों का चलन है, और मन का पागन पन है। संस्कृति का हनन है।--------प्रेम दिवस नही ,प्रेम विवश... Hindi · मुक्तक 2 421 Share Phoolchandra Rajak 20 Jan 2021 · 1 min read मोबाइल मोबाइल एक साधन है पूर्व राम मोबाइल एक यंत्र है लेकिन आज मोबाइल बना जिंदगी का मंत्र है। मोबाइल मनोरंजन का साधन है। मोबाइल आज के समय की पुकार है।... Hindi · मुक्तक 1 426 Share Phoolchandra Rajak 10 Mar 2021 · 1 min read बस! इतना सोचो। तुम आज क्या कर सकते हो।बस ! इतना सोचो। किसी को कल क्या दे सकते हो बस इतना सोचो।बड़ी बातें मारने बाले बहुत से आ रहे हैं। कर्म क्या कर... Hindi · मुक्तक 2 8 399 Share Phoolchandra Rajak 7 Mar 2021 · 1 min read लिख लिख के थकगया। लिख लिख के थकगया पोती और पुरान। फिर भी रोक न सका बन गया शैतान। खोज पर खोज करता रहा। बना लिया चन्द्रयान।उड़ चला आसमान। किसी भी ज्ञान से रुका... Hindi · मुक्तक 2 3 391 Share Phoolchandra Rajak 7 Mar 2021 · 1 min read नारी! अबला से सबला की ओर बढ़ चली है। लेकिन आज भी मन पर गढ़ी चली है। आज भी दहेज की बलि पर चढ़ीं है।दो दिलों के बीच में एसिड से... Hindi · मुक्तक 1 3 433 Share Phoolchandra Rajak 30 Apr 2021 · 1 min read हे प्रभू ऐसा वर देना। हे प्रभू ऐसा वर देना। आपकी याद सदा बनी रहे। ऐसा कांटा चुभा देना।हे प्रभू जी आपको कभी भूल न पाऊं। बुद्धि ऐसी कर देना किसी से ईर्ष्या न कर... Hindi · मुक्तक 2 2 400 Share Phoolchandra Rajak 22 Mar 2021 · 1 min read विश्व जल दिवस। जल की कीमत कर भडुयां, वैसे ही नीर बहाता है। एक दिन ऐसा आयेगा, बूंद बूंद ना पायेगा। आगे आने वाली पीढ़ी को ,प्यासा ही , छोड़ जायेगा जल के... Hindi · मुक्तक 1 4 387 Share Phoolchandra Rajak 6 Jan 2021 · 1 min read मारने वाले का कोई धर्म नहीं है मानव तुझे कया जरूरत थी बम बनाने की।तेरा यहां कुछ नहीं है.फिर भी तू लड़ रहा है।मानव मानव को अगर मारता है तो समझ लेना वह आदमी मात्र नही... Hindi · मुक्तक 1 372 Share Phoolchandra Rajak 16 Dec 2021 · 1 min read लानत है जिंदगानी! हम ज्यादातर दोहराते, हैं इतिहास।---------उसकी को नया रूप देकर, बनाते हैं खासमखास।----------++++++++++++जरुरत है कुछ नया करने की, और तुम ढर्रे उछाल रहें हो।------अरे तुम्हारी कब समझ में आयेगी, तुम खाक... Hindi · मुक्तक 2 4 406 Share Phoolchandra Rajak 22 Apr 2021 · 1 min read पृथ्वी माता की पुकार। पृथ्वी माता कर रही पुकार। तुम पेड़ न काटो यार । पेड़ बचेंगे तो हम बचेंगे। शुद्ध हवा कहां से लायोगे। पृथ्वी माता सबकी पालन हार । पृथ्वी माता कर... Hindi · मुक्तक 2 4 374 Share Phoolchandra Rajak 15 Jan 2022 · 1 min read तुमसे एक सवाल? क्यो नही आ रहा ,खून में उबाल। जिंदा किसलिए है ,यह मलाल।-----------------क्या गया!भूल जो कर आया था वादे!------लेकर जन्म मनुष्य का , और करता जीव हलाल?--------------------------तुमसे एक सवाल? सत्य धर्म... Hindi · मुक्तक 369 Share Phoolchandra Rajak 20 Feb 2022 · 1 min read मानव जीवन का सार। समझले ,समझले, समझकर मानव जीवन का सार। नहीं हो जायेगा सब कुछ बेकार।आया था इस तन में, तलाश ले मोक्ष द्वार। पछताओगे बाद में,जब निकल जायेगा इतवार। हमेशा रत रहता... Hindi · मुक्तक 2 1 359 Share Phoolchandra Rajak 4 Feb 2021 · 1 min read प्रेम की पाती। लिख लिख कर प्रेम की पाती।अब दिल हुआ अघाती।पर।दिलतक न पहुंच पाती।।लिख कर प्रेम की पाती।लिखे कुछ शब्द. अधूरे।कुछ है पूरे।।दिल हुआ शरमिन्दा देख माँग मैं सिनदूरी।प्रेम बस.खत रह गया... Hindi · मुक्तक 1 344 Share Phoolchandra Rajak 11 Nov 2021 · 1 min read क्यों तू पर्दे के पीछे! क्यों तू पर्दे के पीछे रहता है। क्यों अपनी जिंदगी को कठिनतम बनाता है। हमेशा पर्दे के पीछे दौड़ लगाता रहता है। क्यों अपनी जिंदगी को टाइम पास बनाता है।मन... Hindi · मुक्तक 1 1 386 Share Phoolchandra Rajak 28 Mar 2021 · 1 min read मजबूरी कैसी? ये कैसी मजबूरी थी। किसी ने मजबूरी को हथियार बनाया। किसी की मजबूरी ने होशियार बनाया। किसी को मजबूरी ने कमजोर बनाया। किसी की मजबूरी ने पुर_ जोर बनाया। किसी... Hindi · मुक्तक 1 3 333 Share Phoolchandra Rajak 11 May 2021 · 1 min read इन बातों का ध्यान रखें। भोजन करना माता से ,चाहे उसमें जहर हो। सलाह लेना भाई से ,चाहे बैर हो। रास्ता चलना साफ चाहे उसमें फेर हो। इस तरह से न कमाओ की पाप हो... Hindi · मुक्तक 2 5 360 Share Phoolchandra Rajak 19 Jan 2022 · 1 min read प्रभू जी से प्रार्थना। प्रभू जी करो जीवों का उद्धार।--------+---विकल है सारे प्रानी,यह कैसी रचना तुम्हार।--प्रभू करौ जीवों का उद्धार।--------भूल,प्यास, सर्दी, गर्मी,सहते दुख अपार ।शरण नही देता है ,मानव जाये किसके द्वार।।प्रभू-------------------------------------सुख में नही... Hindi · मुक्तक 1 1 337 Share Phoolchandra Rajak 12 Nov 2021 · 1 min read बजीरे आजम इन चीख- पुकारों से ये नन्हे बच्चों की की हा हा कारों से।पूछो! शहीद सैनिकों की विधवा नारी के मन से। काश्मीर घाटी के उस रुद्र क्रदंन से। प्रतिदिन के... Hindi · मुक्तक 3 3 325 Share Phoolchandra Rajak 16 Jan 2021 · 1 min read ही मौत ही मौत तू मेरा इंतजार ना करना। मैं तेरे दर पर ही चला आऊंगा। तू परेशान ना होना। मैं दोस्त की तरह हाथ में हाथ देखकर दोनों ही साथ चलेंगे।... Hindi · मुक्तक 1 1 340 Share Phoolchandra Rajak 11 Mar 2021 · 1 min read शुभकामना महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आप सभी को मेरी शुभकामना। उज्जवल हो भविष्य आपका,हो खुशियों का सामना।।शिव का हो प्रयाप्त आशीर्वाद,सदा रहो खुशहाल। धन दौलत से तुम ,हो जायो मालामाल।।... Hindi · मुक्तक 1 1 320 Share Phoolchandra Rajak 14 May 2021 · 1 min read खुद से न मिल सका। खुद से कभी भी मिल न सका। आत्मा से दूर होता चला गया। जीवन सुगम बनाने के लिए। नई नई राहें बनाता चला गया। ईश्वर ने तेरे लिए सब कुछ... Hindi · मुक्तक 2 3 312 Share Phoolchandra Rajak 22 Nov 2021 · 1 min read हीरे की पहचान! हीरे को कौन पसंद करता है।जो पत्थर दिल बन जाता है।हीरा भी एक पत्थर ही होता है।बस! अपनी खास चमक के कारण हीरा कहलाता है।हीरा कौन जानता,पहचानता है।उसका उपयोग चंद... Hindi · मुक्तक 2 2 344 Share Phoolchandra Rajak 28 Feb 2021 · 1 min read मेरा एक सपना। मेरा एक।सपना है में बदलूंगा अपने आपको। मैं बदलूंगा इस समाजिक व्यवस्था को मेरा एक सपना है । मैं भृषटाचार को मिटा कर रहूंगा। मेरा एक सपना है।।।।।।।। आतंकवाद को... Hindi · मुक्तक 1 3 310 Share Phoolchandra Rajak 11 Jan 2022 · 1 min read ज्ञानवान मानव। ज्ञानवान मानव हमेशा दूसरों के लिए जीतें रहते हैं।------------परहित अपना धर्म समझकर करते रहते हैं।--------------------नही किसी से भय खाते,न भयभीत रहते हैं। हमेशा सत्य के मार्ग पर चलते रहते हैं।... Hindi · मुक्तक 2 339 Share Phoolchandra Rajak 1 May 2021 · 1 min read श्री हनुमान जी से विनती। सकल मनोरथ मेरे, सिद्ध करौ हनुमान। तुम ज्ञान गुण के सागर,दया निधान।। हे पवनपुत्र वीर, हनुमान। संकट में सदा सहाय करौ । मेरी विपदा आन हरौ। बड़े बड़े संकट क्षण... Hindi · मुक्तक 2 4 301 Share Phoolchandra Rajak 28 Feb 2021 · 1 min read एक तिनका मैं घमंड से चकनाचूर ऐंठा हुआ ,एक दिन जब था मुंडेर पर खड़ा।आ अचानक दूर से उड़ता हुआ तिनका आंख में पड़ा। मैं झिझक उठा बैचेन हुआ,लाल होकर आंख दुखने... Hindi · मुक्तक 1 310 Share Phoolchandra Rajak 9 Jan 2021 · 1 min read हमारी बिशेषता हम तो रोते हुए को देखते है तो रोने लगते है।और हंसते हुए को देखते है तो हंसने लगते है। यही हमारी बिशेषता है।।जिनदे से सब डरते है।लाश के पीछे... Hindi · मुक्तक 1 2 298 Share Phoolchandra Rajak 24 Oct 2021 · 1 min read आरती पति देवा की (करवां चौथ पर) आरती पति देवा की,कि निस्वारथ सेवा की।मैं तुम्हारी सेवा दार,तुम मेरे त्यौहार।एक सफर के दो साथी,ऐसी जीवन सेवा की। आरती पति देवा की।कि निस्वारथ सेवा की।ग्रहस्थ जीवन की, पहली कड़ी... Hindi · मुक्तक 1 3 307 Share Phoolchandra Rajak 14 Mar 2021 · 1 min read प्रशंसा आज प्रशंसा सबको है प्यारी। कोई कितना भी रुष्ट हो बस एक शब्द है भारी। प्रशंसा से हर इंसान का मन भरता नहीं। मान बड़ाई और प्रतिष्ठा से हटता नहीं।चाहे... Hindi · मुक्तक 2 329 Share Phoolchandra Rajak 30 Jan 2021 · 1 min read प्रभु की शरण पाता है हम सभी टाइम पास करते रहते हैं। बस एक दूसरे में बुराई ढूंढते रहते हैं। जिंदगी तुम नहीं जिंदगी तुम्हें जीती है। कर्म तुम्हें मालूम नहीं धर्म तुम्हें मालूम नहीं।... Hindi · मुक्तक 1 330 Share Phoolchandra Rajak 24 Nov 2021 · 1 min read किसान! किसान भारत की शान। लेकिन हमको नही पहचान।आज नही बन सका महान। पर ! दुनिया का इसके बिना नही चलता खान,पान।दिन रात मेहनत करता है, करता श्रमदान। फिर भी हमेशा... Hindi · मुक्तक 2 2 283 Share Phoolchandra Rajak 4 Mar 2021 · 1 min read मंजिल तुम्हारी और मेरी मंजिल एक है।खून तुम्हारा और मेरा एक है। धर्म तुम्हारा और मेरा एक है। कर्म तुम्हारा और मेरा एक है। चलो आयो मिलकर हम कुछ खास करेंगे।याद... Hindi · मुक्तक 5 1 284 Share Phoolchandra Rajak 14 Nov 2021 · 1 min read वेतन लाख का काम टका का! वेतन लाख रुपए का, काम करता न टका का।पद की गरिमा बहुत भारी।पर न समझे जिम्मेदारी।ये कैसी है लाचारी,देख रहे हैं सब तमाशा, अपनी बारी -बारी ।अब दुनिया भई बेचारी।जरा... Hindi · मुक्तक 2 3 271 Share Phoolchandra Rajak 4 Oct 2021 · 1 min read प्राकृतिक महिमा आज प्राकृतिक शोभा है न्यारी।आज चारों तरफ छाई है हरियाली।सब के सब खुशी बांट रहे हैं। महिमा अपरंपार है।जय जय कार हो रही है।चारो दिशाओं में। क्योंकि नव रात प्रारंभ... Hindi · मुक्तक 2 2 276 Share Phoolchandra Rajak 13 Jan 2021 · 1 min read मित्रता का भाव धरती पर रहना है तो काम कर प्यारे। सब को हाथ जोड़ कर राम-राम कर प्यारे। यहां पर हमारा कुछ नहीं है। जीवन हमारा धरोहर है ईश्वर के पास प्यारे।... Hindi · मुक्तक 1 274 Share Phoolchandra Rajak 9 Feb 2021 · 1 min read बिश्राम नही.....।।.।पाता केवल अपने को जीव समझता है बाकी सब निर.जीव है।वाह रे वाह इनसान कया सोच अजीब है।।जिनसे तेरी गति सुधरी .आज उन्हें मानता है देवता।फिर उन्हें पतथर की मूर्ति बना... Hindi · मुक्तक 2 2 265 Share Phoolchandra Rajak 21 Mar 2022 · 1 min read कविता दिवस! करुणा से कविता, और कविता से करुणा से दोनों ही घायल होते हैं। दोनों हंसते भी साथ, साथ और साथ, साथ ही रोते हैं। कविता सहृदय में बसती है। लयो,... Hindi · मुक्तक 2 267 Share Phoolchandra Rajak 8 May 2021 · 1 min read यह सिद्धांत अटूट। हम सबको अलग अलग रास्तों से गुजर कर आना एक ही ठाव। समस्त जीवों की आत्मा का यही एक स्वभाव।। बना कर ठहरें हो, नीचे एक ही छांव। लाख जतन... Hindi · मुक्तक 1 5 255 Share Phoolchandra Rajak 4 Mar 2021 · 1 min read मन की बात। मन की बात हमने तो कह दी है।पर! किसी से पूछ नही पाये है।हम तो शक्ति शाली थे इसलिए कह पाये हैं। कभी मौका ही नहीं दिया जो मन की... Hindi · मुक्तक 1 279 Share Phoolchandra Rajak 13 Apr 2021 · 1 min read गम और खुशी। गम ही खुशी का बीज है। पर! समझ नही पाता है। गम के कारण ही सृजन साहित्य का । आज जो जग पढ़ पाता है। खुशी जब मिल जाती है।... Hindi · मुक्तक 1 266 Share Phoolchandra Rajak 3 Dec 2021 · 1 min read सांठ-- गांठ सांठ -गांठ के खेल से मिल जाता है,पुस्तकार।बजने लगती है, तालियां मच जाता हा- हा-कार। कुछ यहां की और कुछ वहां की, चोरी कर लाता है। बिना कुछ किए ही... Hindi · मुक्तक 2 2 250 Share Phoolchandra Rajak 20 May 2021 · 1 min read मौसम बरसात का। चांदनी रात हो, प्रेमी से पहली मुलाकात हो। यौवन की जब शुरुआत हो। सावन का पहला मास हो। नौका बिहार हो, बरसात की बौछार हो। चल रही ठंडी-ठंडी ब्यार हो।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 6 6 261 Share Phoolchandra Rajak 10 Jan 2022 · 1 min read धन्यवाद आपका! धन्यवाद में छुपी शक्ति को पहचानना तुम। कृतज्ञता प्रकट कर, मुश्किलों से बचना तुम।--------------------------------नही दोष देखना किसी के, शिकायत से बचना तुम।------कितनी भी मुश्किल आ जाये,जरा न घबराना तुम।-----------------जिदंगी के... Hindi · मुक्तक 4 4 284 Share Phoolchandra Rajak 4 Oct 2021 · 1 min read आज का ज्ञान आज हम पैसे से नौकरी और डिग्री तो खरीद सकते हैं। पर! ज्ञान नही खरीदा जा सकता है।ज्ञान तो गुरु के चरणों में ही मिलेगा।आप को अगर ज्ञान वान बनना... Hindi · मुक्तक 3 3 256 Share Phoolchandra Rajak 12 Mar 2021 · 1 min read इतराता है। नाशवान है फिर भी इतना इतराता है।एक मुठ्ठी भर राख बन जायेगा। फिर? भी इतराता है! पूछले अपने आप से मैं कौन हूं ? और यहां पर क्यों आया हूं,... Hindi · मुक्तक 1 243 Share Page 1 Next