Phoolchandra Rajak Language: Hindi 476 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Phoolchandra Rajak 14 Mar 2022 · 1 min read मेरी शुरुआत। कविता--मेरे दिन की शुरुआत राम से। मेरी सेवा की शुरुआत ,निष्काम से। मेरे काम की शुरुआत,प्रणाम से। मेरी भक्ति की शुरुआत नाम से। मेरी यात्रा की शुरुआत,धाम से। मेरी जिंदगी... Hindi · कविता 2 1 339 Share Phoolchandra Rajak 12 Mar 2022 · 1 min read जिज्ञासु प्रवृत्ति का होना! विद्यार्थी को हमेशा जिज्ञासु प्रवृत्ति का होना चाहिए।वह जो भी काम करता है, उसे पहचान ने की जिज्ञासा होना चाहिए।कि यह वस्तु का निर्माण कैसे हुआ?यह प्रशन अपने आप से... Hindi · लेख 1 3 1k Share Phoolchandra Rajak 11 Mar 2022 · 1 min read ये चेहरा तेरा,ये चेहरा मेरा। ये चेहरा तेरा, ये चेहरा मेरा। बहुत कुछ बोलता है। पढ़ने की कला हों तो,तुम आत्मा की गहराई तक तुम्हें पहुंचाता है। चेहरा बहुत कुछ बोलता है। एक स्वरुप रुप... Hindi · कविता 167 Share Phoolchandra Rajak 10 Mar 2022 · 1 min read अनुमान और गणित! हमारा लेखा जोखा को लगाने के लिए हमने अंक गणित बनाया। क्योंकि हम पहले अनुमानित गणित पर निर्भर थे। फिर हमें एक वास्तविक संख्या चाहिए थी।तब हमने अंकों का गणित... Hindi · लेख 1 1 219 Share Phoolchandra Rajak 8 Mar 2022 · 1 min read महिला दिवस पर विशेष। आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। महिला दिवस मनाने वालों को मेरा षष्टागं दणवत!आज हमें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए । और उनकी रक्षा के लिए वचनबद्ध होना चाहिए। लेकिन आज... Hindi · लेख 1 1 298 Share Phoolchandra Rajak 7 Mar 2022 · 1 min read सुर और असुर। आज का इंसान सुर से नही रहना चाहता है। परिवार हो या देश कहीं भी आज सुर दिखाई नही दे रहा है!यह सबसे बड़ी बिडम्बना है।कि समाज भी असुर हों... Hindi · लेख 1 1 211 Share Phoolchandra Rajak 6 Mar 2022 · 1 min read पेड़ की संवेदना। मैं प्राणवायु तुम्हें, देता हूं। तुमसे कब? कुछ मांगता। फिर भी तुम मुझे, काटते रहते हो! मैं तुम्हारे लिए सब कुछ सहता रहता हूं। तुम्हें मीठे, मीठे फल खिलाता रहता... Hindi · मुक्तक 3 2 273 Share Phoolchandra Rajak 5 Mar 2022 · 1 min read राजा और बुद्धि मान। एक दिन चंदननगर के राजा ने पूरे राज्य में घोषणा करवा दी ,कि आज राज दरबार में सभी बुद्धि मान लोगों की सभा आयोजित की गई है। उसमें समस्त राज्य... Hindi · लघु कथा 1 1 612 Share Phoolchandra Rajak 4 Mar 2022 · 1 min read विद्यार्थियों का खान-पान। विद्या अर्जन करने वालों को अपने खान,पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हमेशा विद्यार्थी को सात्त्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए। और तामसी भोजन से बचना चाहिए, तामसी भोजन--तामसी भोजन वह... Hindi · लेख 603 Share Phoolchandra Rajak 3 Mar 2022 · 1 min read विद्यार्थी अपने दिन की शुरुआत कैसे करें? आज का विद्यार्थी एक दम आधुनिक युग का विद्यार्थी बन गया है।पर!वह अपने धर्म के अनुसार शिक्षा ग्रहण करता है। तो उसे सफलता निश्चित है। अपने दिन की शुरुआत, विद्यार्थी... Hindi · लेख 1 312 Share Phoolchandra Rajak 2 Mar 2022 · 1 min read नशा मुक्त भारत। आज हमें भारत को नशा मुक्त देश बनाना होगा।आज पूरे देश में, ज्यादातर युवा नशा करने लगे हैं। हमें आज देश को, अगर नशा से मुक्त करना है, तो हमें... Hindi · लेख 1 342 Share Phoolchandra Rajak 27 Feb 2022 · 1 min read युद्ध कौन करता है? अगर हमारा जीवन ज्ञान विज्ञान से परिपूर्ण है। तो हमें जिंदगी कैसे जीना चाहिए। यह सीख लिया होगा और अपने जीवन को समस्या से निपटने के गुण भी आ गये... Hindi · लेख 1 2 281 Share Phoolchandra Rajak 26 Feb 2022 · 1 min read अपने लिए जीने वाला! जो इंसान अपने लिए ही जीता रहता है।वह दूसरों की जिंदगी का महत्व कैसे समझ सकता है। क्योंकि वह जिस ऊर्जा से जीवन की गाड़ी चलती है।वह उसे बगैर परिश्रम,... Hindi · लेख 2 5 237 Share Phoolchandra Rajak 23 Feb 2022 · 1 min read भावना। इंसान की जैसी भावना होती है , वैसा ही जीवन परिवर्तित हो जाता है। आजकल का इंसान भावनाओं की कद्र करना नही जानता है। और नाही भावनाओं की शक्ति पहचानता... Hindi · लेख 1 2 412 Share Phoolchandra Rajak 22 Feb 2022 · 1 min read विद्यार्थी जीवन। विद्यार्थी जीवन बहुत महत्वपूर्ण जीवन होता है। यही वह समय है पूरे जीवन की दिशा निर्धारित करता है विद्यार्थी जीवन में ही हमें क्या करना है यह निर्णय हम अभी... Hindi · लेख 1 1 181 Share Phoolchandra Rajak 21 Feb 2022 · 1 min read विद्यार्थियों को क्रोध से---------- विद्यार्थियों को कभी भी क्रोध नही करना चाहिए।क्रोध एक सुलगता हुआ अंगारा जो फेंकते किसी दूसरे के ऊपर पर! जलते स्वयं ही है।जब कभी ऐसी परिस्थिति निर्मित हो जाये, तो... Hindi · लेख 2 2 219 Share Phoolchandra Rajak 20 Feb 2022 · 1 min read मेरे बिना अधूरा! ये दुनिया समझदारो से चलती है।----+----आसमान में जाकर ऊंची उड़ान भरती है। तुझे क्या बताऊं मितवा, ये लड़ती और झगड़ती है।----हमेशा मूर्खो को नकारा करतीं हैं।----सच बताऊं मितवा उसी से... Hindi · कविता 1 1 229 Share Phoolchandra Rajak 20 Feb 2022 · 1 min read मानव जीवन का सार। समझले ,समझले, समझकर मानव जीवन का सार। नहीं हो जायेगा सब कुछ बेकार।आया था इस तन में, तलाश ले मोक्ष द्वार। पछताओगे बाद में,जब निकल जायेगा इतवार। हमेशा रत रहता... Hindi · मुक्तक 2 1 396 Share Phoolchandra Rajak 19 Feb 2022 · 1 min read अपने विचार! अलग हो सकते हैं, अपने अपने विचार।-------------------पर!अलग नहीं हो सकता है, जीवन का सार।----------------+-----+---शब्द खत्म नहीं सकते हैं, फिर बन जाता है ज्ञान -विज्ञान।------------------------------यंत्र,तंत्र, और मंत्र से ये दुनिया चलती... Hindi · मुक्तक 2 1 257 Share Phoolchandra Rajak 18 Feb 2022 · 1 min read मत-दान! जब आप कर देते हो मत-दान।------------फिर वह बन जाते हैं, श्रीमान।--------------उनको हो जाता है, बहुत अभिमान।-------भूल जातें हैं,वो और खो जाते हैं पहचान।-बहुत गजब का खेल है ,यह मत-दान।-----राजा बना... Hindi · कविता 1 2 286 Share Phoolchandra Rajak 16 Feb 2022 · 1 min read किताब। किताब कोई भी हों! कोई न कोई अच्छी बात सीखने को मिलती हैं। लेकिन हमें उस पुस्तक को पढ़ना आना चाहिए। कुछ लोगों का पढ़ने का नजरिया अलग हो सकता... Hindi · लेख 1 2 221 Share Phoolchandra Rajak 14 Feb 2022 · 1 min read प्रेम दिवस? यह प्रेम दिवस नहीं,प्रेम विवश है!----------एक मात्र इजहार करने का बस है।---------पशिचमी देशों का चलन है, और मन का पागन पन है। संस्कृति का हनन है।--------प्रेम दिवस नही ,प्रेम विवश... Hindi · मुक्तक 2 480 Share Phoolchandra Rajak 13 Feb 2022 · 1 min read तुम भारत को कब समृद्ध ? भारत वासी ज्यादा तर अपना जीवन अपने लिए ही जीते रहते हैं।वो न तो अपने परिवार, अपनी समाज, और अपने देश के लिए कभी भी जीना नहीं चाहता है!वह हमेशा... Hindi · लेख 313 Share Phoolchandra Rajak 12 Feb 2022 · 1 min read मनुष्य होकर भी मनुष्य? मनुष्य होकर भी मनुष्य नहीं बन पाया है। ईश्वर ने तुझे बहुत बार समझाया है।-------सब कुछ दे दिया है, पर! मांगना ना छोड़ा है।----हंसी देकर बहु बार पर रोना ना... Hindi · कविता 2 3 212 Share Phoolchandra Rajak 11 Feb 2022 · 1 min read गौरी तेरे नैना! गौरी तेरे नैना लगे, जैसे बान।---+----------कोयल सी बोली, मृगनयनी सी चाल।जिस गली से निकलें,करती हैं कमाल।-------जिस पर नजर डालें,हो जाये धनवान।-----गौरी तेरे लगे जैसे बान।---------------------होठो पर लाली और हैप्पी कट... Hindi · गीत 1 1 453 Share Phoolchandra Rajak 10 Feb 2022 · 1 min read कैसे ये नारा लिखूं? प्रार्थना लिखूं,या शिकायत लिखूं।-------+मुझे बता मेरे दोस्त अब!क्या लिखूं?-----चारो तरफ दीपकों की भरमार है।---------ले किन दिखाई कुछ दे नही रहा।----+-+-उजाला लिखूं या अंधेरा लिखूं।---------+अब मुझे बता मेरे दोस्त क्या लिखूं।------हंसने... Hindi · मुक्तक 2 2 218 Share Phoolchandra Rajak 9 Feb 2022 · 1 min read सफलता का अचूक फॉर्मूला। आजकल के विद्यार्थी अपने जीवन में माता पिता को महत्व नही देते हैं।जिन व्यक्तियों एवं विद्यार्थियों के जीवन में माता पिता का स्थान नहीं है।उनका जीवन का सफर बहुत कठिन... Hindi · लेख 236 Share Phoolchandra Rajak 8 Feb 2022 · 1 min read जीवन की समीक्षा------भाग--२ मनुष्य जन्म से ही महान नही बनाता है। महानता उसके कर्म में छिपी हुई होती है।अगर आप महान नही बन सकते हैं, तो जिंदगी का कुछ हिस्सा अच्छे कामों में... Hindi · लेख 1 2 361 Share Phoolchandra Rajak 7 Feb 2022 · 1 min read दूसरों को भी जगाइये । लिखिये और पढ़िए,पर! दूसरों का गुलाम न बनिये। शिक्षा का महत्व समझिये। अपनी ऊर्जा का दोहन करिये।------+-------कभी पिछलग्गू मत बनिये। अपनी बुद्धि का इस्तेमाल भी करिये। पैसा हां पैसा मत... Hindi · मुक्तक 1 1 253 Share Phoolchandra Rajak 6 Feb 2022 · 1 min read स्वर कोकिला लता जी। स्वर कोकिला मरी नही,अमर हो गई है।----------अब! केवल दूसरे जगत में ट्रांसफर हो गई है।--------------------------+-+--+-स्वरो से भर दी सब की झोली।रही न कोई खाली।आप चलीं सब छोड़,अमरतत्व में विलीन हो... Hindi · मुक्तक 1 228 Share Phoolchandra Rajak 5 Feb 2022 · 1 min read बंदना सरस्वती माता की करो बंदना सरस्वती माता की।तुम अविद्दया हरन ज्ञान की दाता की।----------सकल जगत तुमको ध्यावै।अपना काम बनावै।ज्ञान की सकल विधाता की।-------करो बंदना सरस्वती माता की।-------------सारी रिद्धि सिद्धि तुम्हें प्राप्त हो जाये।ज्ञान... Hindi · गीत 448 Share Phoolchandra Rajak 4 Feb 2022 · 1 min read अमूल्य क्षण! अब तेरा जीवन नही चलेगा,बिन पानी के।क्यो? बर्बाद कर रहा है, अमूल्य क्षण जवानी के।-----पहले किस्से सुन-सुन कर दादा नानी के।------------------------------अब सुन लो तुम टी,वी पर प्रवचन ज्ञानी के।अब असर... Hindi · कविता 1 1 310 Share Phoolchandra Rajak 2 Feb 2022 · 1 min read इनोवेशन, पढ़ाने का नया तरीका! आज हम बच्चों को अपनी क्लास में पहुंच कर वहीं पुराने तारीके से पढ़ाना शुरू कर देते हैं। उससे बच्चों के दिमाग पर इतना असर नहीं होता है। जितना होना... Hindi · लेख 214 Share Phoolchandra Rajak 31 Jan 2022 · 1 min read मृत्यु भोज! जिस आंगन में पुत्र शोक से, बिलख रही माता।----वहां पहुंच कर स्वाद जीभ का तुमको कैसे भाता।-----पति के चिर वियोग व्याकुल युवती विधवा होती है।----बड़े चाव से पंगत खाते,क्या? तुम्हें... Hindi · कविता 3 2 274 Share Phoolchandra Rajak 30 Jan 2022 · 1 min read कृतज्ञता। मनुष्य का कृतज्ञ होना, जीवन में बहुत कुछ पा लेना। और अपने जीवन को सुखमय बनाने में सफल हो जाना ही मानव जीवन का सार है।हम चाहे कैसी भी परिस्थिति... Hindi · लेख 2 1 322 Share Phoolchandra Rajak 29 Jan 2022 · 1 min read फूल का दर्द! देखो तो फूलों का दर्द।खूशबू बिखेर कर खुद हो जाते हैं बेदर्द।लोग तोड़ डालते हैं बन कर बेदर्दी।दिल में जरा भी नहीं रखते हैं हमदर्दी।न समझते हैं उसकी सुन्दरता।न खूशबू... Hindi · घनाक्षरी 1 1 863 Share Phoolchandra Rajak 28 Jan 2022 · 1 min read मानव का सिद्धांत! मानव का सिद्धांत क्या है? आपने बहुत सारी जातक कथाएं सुनी होगी।पर! आपको अपने कर्तव्य और मानवता जुड़ी कुछ बातें बताऊंगा।जो आपके जीवन में घटित होगी। आपको जीवन में हमेशा... Hindi · लेख 413 Share Phoolchandra Rajak 27 Jan 2022 · 1 min read बच्चों से अपेक्षा! माता-पिता को अपने बच्चों से भी बहुत अपेक्षाएं होती है। लेकिन माता-पिता को अपने बच्चों को कुछ देना भी पड़ता है। हमारे बच्चों को अच्छे संस्कार देने पड़ते हैं।जब माता-पिता... Hindi · लेख 394 Share Phoolchandra Rajak 26 Jan 2022 · 1 min read गणतंत्र दिवस? आज छब्बीस जनवरी सन् उन्नीस सौ सैंतालीस को हमारा देश आजाद हुआ था। लेकिन आज तक हम पूरी तरह से स्वत्रंत नही हो पाये है।चंद मुठ्ठी लोग ही स्वत्रंत हुये... Hindi · लेख 1 1 397 Share Phoolchandra Rajak 25 Jan 2022 · 1 min read छब्बीस जनवरी। छब्बीस जनवरी सन् उन्नीस सौ सैंतालीस।भारत खुशी मनाता है! जैसे बंध खुलें चौबीस।--------परम्परा का निर्वहन करता है, जैसे आ गये जगदीश।------------------बहुत खुशी हुई थी, जैसे कोई खुशी में दे गया... Hindi · कविता 2 1 332 Share Phoolchandra Rajak 24 Jan 2022 · 1 min read जीवन की रण नीति। मनुष्य को जीवन जीने से पहले एक रणनीति बनाना पड़ती है।जब तक मनुष्य जीता है,तब तक वह हारना नहीं चाहता है।वह जीवन के हर क्षेत्र में विजय होना चाहता है।जिसे... Hindi · लेख 1 3 366 Share Phoolchandra Rajak 23 Jan 2022 · 1 min read सूर्य नमस्कार। सरकार ने एक नियम बनाया है, विद्यार्थियों के लिए कि सभी विद्यालयों में सूर्य नमस्कार किया जायेगा। कुछ कट्टर पंथियों ने इसका विरोध किया है।कि हम सूर्य नमस्कार नहीं करेंगे।... Hindi · लेख 2 1 237 Share Phoolchandra Rajak 21 Jan 2022 · 1 min read निर्दलीय सरकार! मेरा यह नुस्खा अपनाओं। निर्दलीय सरकार बनाओं। छोड़ो ये दलबदलुओं को इन्हें सबक सिखलाओ। मेरा यह नुस्खा अपनाओं।अब किस पर करो भरोसा।संसद में पहुंच कर बन जाते है समोसा।--संसद का... Hindi · कविता 2 319 Share Phoolchandra Rajak 20 Jan 2022 · 1 min read विद्यार्थियों के लिए -----एक से छः बर्ष तक के लिए। आज हमें अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। माता-पिता और गुरु की क्या-क्या जवाबदारी बनती है। और उसे कैसे निभाये! सबसे पहले हमें माता पिता की पहचान... Hindi · लेख 3 4 457 Share Phoolchandra Rajak 19 Jan 2022 · 1 min read प्रभू जी से प्रार्थना। प्रभू जी करो जीवों का उद्धार।--------+---विकल है सारे प्रानी,यह कैसी रचना तुम्हार।--प्रभू करौ जीवों का उद्धार।--------भूल,प्यास, सर्दी, गर्मी,सहते दुख अपार ।शरण नही देता है ,मानव जाये किसके द्वार।।प्रभू-------------------------------------सुख में नही... Hindi · मुक्तक 1 1 367 Share Phoolchandra Rajak 18 Jan 2022 · 1 min read नारी मय हुआ----+----- नारी मय हुआ संसार।सुन मेरे भरतार।----------अब न कहना मुझे नार ।--------------तुम भी मूंछ मुंडाओं, सबने मूंछ मुंडाई।----घर घर में देखो , मुखिया बनी लुगाई।----------अब नारी चलावै घर द्वार। सुन मेरे... Hindi · कविता 2 2 241 Share Phoolchandra Rajak 17 Jan 2022 · 1 min read जब से चेहरा तेरा! जब से देखा है चेहरा तेरा,मन में हलचल सी होने लगी।-------++--------वो नशीली आंखें, मृगनयनी सी चाल।देखकर मन मोरा,हो गया बेहाल।----------बस गई नैनों में ,याद आने लगी।जब से देखा है चेहरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 333 Share Phoolchandra Rajak 16 Jan 2022 · 1 min read इस जन्म के बाद! इस जन्म के बाद भी ,दूसरा जन्म होगा।--करले अभी से तैयारी नही तो मुश्किल में होगा।------------यह कोई नहीं जानता कि आवागमन से मुक्त होगा।-------------------पर! जन्म तो निश्चित है,किस योनि में... Hindi · कविता 3 5 459 Share Phoolchandra Rajak 15 Jan 2022 · 1 min read तुमसे एक सवाल? क्यो नही आ रहा ,खून में उबाल। जिंदा किसलिए है ,यह मलाल।-----------------क्या गया!भूल जो कर आया था वादे!------लेकर जन्म मनुष्य का , और करता जीव हलाल?--------------------------तुमसे एक सवाल? सत्य धर्म... Hindi · मुक्तक 404 Share Phoolchandra Rajak 14 Jan 2022 · 1 min read मांसाहार का सेवन! की व्यक्ति कभी, कभी मांस का सेवन करते हैं।इन पक्षीयो एवं पशुओं का वध कर बड़े शौक से उसे खाते हैं। लेकिन जो लोग मांस खाते हैं, उन्हें उस मांस... Hindi · लेख 3 2 535 Share Previous Page 2 Next