Comments (3)
25 Jan 2022 04:57 PM
हार तो तय है, लेकिन हार के डर से घर पर नहीं बैठ सकते,हर हाल में लड़ना पड़ता है, अस्तित्व को बचाने के लिए यह आवश्यक भी है, फिर भी हार को सादगी से स्वीकार किया जाना सबसे उपयुक्त है। सादर प्रणाम रजक साहेब।
25 Jan 2022 11:32 AM
जीवन के यथार्थ की संदेशपूर्ण प्रस्तुति !
धन्यवाद !
True lines…