Phoolchandra Rajak Tag: लेख 175 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Phoolchandra Rajak 9 Jan 2022 · 1 min read बच्चों को गुण ग्राही बनना। हम अपने बच्चों को गुण ग्राही कैसे बनाये?जो भी कला आपने सीखी है वह कला भी अपने बच्चों को सिखाना चाहिए। और अपने बच्चों को जिज्ञासु बनाये, उनकी किसी भी... Hindi · लेख 2 2 214 Share Phoolchandra Rajak 4 Jan 2022 · 1 min read आनंद और खुशी! मानव पूरी जिंदगी में आंनद की तलाश करता रहता है। पर!वह आनंद को प्राप्त नही कर सकता है? लेकिन आंनद उसके आसपास ही रहता है। आनंद के प्रकार------+१--+सुख २--खुशी ३--++मजा... Hindi · लेख 1 1 567 Share Phoolchandra Rajak 2 Jan 2022 · 1 min read हमारी धर्म संसद? आज हमारे देश में धर्म संसदो की सभा होती है।पर! हमें सभा में किन ,किन लोगो को बुलाना चाहिए? और किसको न बुलाया जाये!यह प्रशन हमें बुद्धि मान जनों से... Hindi · लेख 218 Share Phoolchandra Rajak 25 Dec 2021 · 1 min read बाल मन। आज हमें अपने बच्चों की शिक्षा किस प्रकार की शिक्षा दी जानी चाहिए।कि बच्चे अपनी मंजिल को आसानी से प्राप्त कर सकें।आज माता-पिता के मन में कई सवाल उठ रहे... Hindi · लेख 1 1 302 Share Phoolchandra Rajak 22 Dec 2021 · 1 min read सपने क्यों आते हैं? मनुष्य को सपने क्यों आते हैं?यह बात मनुष्य जानना चाहता है।कि जब सोता है तब वह सपने में खो जाता है। इसका संबंध क्या मानव की गहरी नींद से जुड़ा... Hindi · लेख 1 1 191 Share Phoolchandra Rajak 19 Dec 2021 · 1 min read विधवा? हमारी समाजवादी व्यवस्था में नारियों को विधवा शब्द से नवाजा जाता है। जिस नारी के पति खत्म हो गया है, उसे हम विधवा शब्द से अपमानित करते हैं।जिसको वेद-पुराणो ने... Hindi · लेख 2 2 387 Share Phoolchandra Rajak 18 Dec 2021 · 1 min read बच्चों का संबंध मोबाइल के साथ! आजकल बच्चे मोबाइल को बहुत पसंद करते हैं। उसके साथ हमेशा जुड़े रहते हैं। इसलिए आज बच्चों को एक नये फीचर्स वाला मोबाइल चाहिए।यह मोबाइल केवल बच्चों के लिए ही... Hindi · लेख 3 3 509 Share Phoolchandra Rajak 13 Dec 2021 · 1 min read आप अपने आप से पूछिये? मनुष्य अपने कर्म को महान नही बनाता है।यह प्रशन आप अपनी आत्मा से पूछ सकते हो?कि आप जहां पर खड़े हो !वह स्थान आपके लिए कितना सुखमय है।बस! आपका मन... Hindi · लेख 1 1 171 Share Phoolchandra Rajak 10 Dec 2021 · 1 min read शोध पत्र :--कफन कफ़न शब्द उर्दू भाषा से लिया गया है। लेकिन कफन की परिभाषा क्या है, आखिर कफन शब्द की उपयोगिता क्या है?यह शब्द केवल इंसान के मरने के बाद प्रयोग में... Hindi · लेख 4 2 501 Share Phoolchandra Rajak 9 Dec 2021 · 1 min read अपने स्वास्थ्य की रक्षा! मानव खुद अपने स्वास्थ्य की रक्षा स्वयं कर सकता है।पर! उसे अपने जीवन में ,खाने पीने का नियम बनाना होगा। आज कल मनुष्य का जीवन जीने को लेकर कोई नियम... Hindi · लेख 2 2 413 Share Phoolchandra Rajak 7 Dec 2021 · 1 min read राग और वैराग्य + मनुष्य के मन में सबसे पहले राग उत्तपन होता है।बाद में वही राग वैराग्य में बदल जाता है।राग---स्वर की विधा का भी नाम राग है । मनुष्य के जीवन में... Hindi · लेख 2 5 504 Share Phoolchandra Rajak 6 Dec 2021 · 1 min read खेल । आज कल बच्चे बहुत ज्यादा मिस गाइड हो रहें हैं। उन्हें सच्चे गुरु की तलाश है। बच्चों पर माता पिता भी ध्यान नहीं दे रहें हैं। जिससे वह भटक रहे... Hindi · लेख 1 4 406 Share Phoolchandra Rajak 5 Dec 2021 · 1 min read चौरासी लाख योनियां। चौरासी लाख योनियों में, मनुष्य सबसे ज्यादा अपने आप को ही सर्व श्रेष्ठ मानता है! शायद उसने कभी भी, किसी भी योनियों से विचार विमर्श नहीं किया होगा।कि आप वोटिंग... Hindi · लेख 3 1 323 Share Phoolchandra Rajak 4 Dec 2021 · 1 min read बिषय भोग- मनुष्य का मन बिषय भोगों की तरफ ज्यादा दौड़ता रहता है। और फिर मन उसी भोगो रमने लगता है।जो भोग चित् में समा जाते हैं,वे फिर चित् से निकलते नही... Hindi · लेख 2 1 545 Share Phoolchandra Rajak 2 Dec 2021 · 1 min read बिजली। आज हमारा पूरा जीवन , बिजली पर निर्भर हो चुका है।आज हम परजीवी बन चुके हैं। दिनों-दिन बिजली का खर्चा बढ रहा है। और उत्पादन क्षमता कम होती जा रही... Hindi · लेख 2 4 588 Share Phoolchandra Rajak 30 Nov 2021 · 1 min read अमृत और जहर प्रकृति ने अमृत और जहर दोनों बनाए हैं। लेकिन मनुष्य को सबसे ज्यादा जहर का उपयोग करना पड़ता है।अमृत से ज्यादा जहर किमती हो गया है। क्योंकि मनुष्य जब बीमार... Hindi · लेख 2 2 378 Share Phoolchandra Rajak 29 Nov 2021 · 1 min read चोर मचावे शोर! आज हमारे देश में, लोकतंत्र की परिभाषा नई लिखी जा रही है। क्योंकि? हमारे देश के आम नागरिक के पास इतनी भी बुद्धि भी नहीं है कि वह स्वच्छ छवि... Hindi · लेख 2 4 304 Share Phoolchandra Rajak 26 Nov 2021 · 1 min read श्री फल। फलों में सबसे ज्यादा प्रिय नारियल का फल माना जाता है। क्योंकि,नारियल समस्त देवताओं को प्रिय होता है। इसलिए मानव समाज अपने इष्ट देवी देवताओं को यह फल भेंट के... Hindi · लेख 2 2 611 Share Phoolchandra Rajak 23 Nov 2021 · 1 min read आस्तिक और नास्तिक! कुछ व्यक्ति अपने आप को नास्तिक मानते हैं। लेकिन उन्हें इस शब्द का अर्थ नही मालूम है।कि आस्तिक और नास्तिक की परिभाषा क्या है? वैसे तो कोई भी व्यक्ति नास्तिक... Hindi · लेख 1 574 Share Phoolchandra Rajak 20 Nov 2021 · 1 min read दान का महत्व। हमारे वेदों में दान का महत्व बहुत बड़ा बताया गया है। लेकिन हमारी शिक्षा ,वेद संमत न होने के कारण हमने अपनी जिंदगी में दान को महत्त्व नही दिया है।... Hindi · लेख 1 1 264 Share Phoolchandra Rajak 19 Nov 2021 · 1 min read गुरु नानक देव जी पर विशेष गुरु नानक देव जी सिख धर्म के प्रथम गुरु माने जाते हैं।नानक देव जी ने, मानव समाज को जो ज्ञान बताया,वह मानव की आत्मा के कल्याण के लिए था। और... Hindi · लेख 1 1 135 Share Phoolchandra Rajak 19 Nov 2021 · 1 min read तत्व ज्ञान। किसी भी पदार्थ का टूट कर बिखर जाना, इसके बाद तत्व का रुपानतरण हो जाता है।यह प्रक्रिया हमेशा चलती रहती है।कि किसी भी तत्व की आखरी प्रक्रिया, वायु तक सिमित... Hindi · लेख 1 1 436 Share Phoolchandra Rajak 18 Nov 2021 · 2 min read मत -भेद मनुष्य के मन में बहुत प्रकार के मत उत्पन्न होते चले गए।जबकि हमारे वेदों में सब कुछ वर्णित था। हमने उन्हें न तो ठीक से पढ़ा, और ना ही ठीक... Hindi · लेख 1 1 230 Share Phoolchandra Rajak 15 Nov 2021 · 1 min read कभी कभी अपने आप को पढ़ना! मनुष्य को कभी कभी अपने आप को भी पढ़ना चाहिए। क्योंकि उससे मनुष्य को अपनी की हुई गलतीयो का पता चल जाएगा। और उनमें सुधार भी होने लगेगा। लेकिन सवाल... Hindi · लेख 1 173 Share Phoolchandra Rajak 13 Nov 2021 · 1 min read कुर्बानी! आज मनुष्य शायद , कुर्बानी के अर्थ को नही समझ पाया है।यह शब्द उर्दू भाषा से लिया गया शब्द है।पर!हम किसी भी शब्द के अर्थ को जाने बिना ही हम... Hindi · लेख 4 7 576 Share Phoolchandra Rajak 10 Nov 2021 · 1 min read योग! मनुष्य अभी तक योग क्या है?यह नही जान पाया है। योग कहने में बहुत आसान है। लेकिन यह शब्द पूरी सृष्टि को समेटे हुए है। और हमारी पृक्रति भी योग... Hindi · लेख 1 1 635 Share Phoolchandra Rajak 6 Nov 2021 · 1 min read बेकार! आज कल यह शब्द बहुत प्रचलन में आता है।कि अमुक वस्तु बेकार हो चुकी है। उसे फेंक दिया जाता है, लेकिन आज कोई भी चीज बेकार नहीं होती है।वह कोई... Hindi · लेख 2 1 301 Share Phoolchandra Rajak 28 Oct 2021 · 1 min read जड़ और चेतन। जड़ शब्द को हमने वृक्षों से लिया और मानव स्वभाव से जोड़ दिया गया है। इसी प्रकार हमने चेतन शब्द को संवेदना से उठाया और जोड़ दिया ,स्वभाव से। जड़--का... Hindi · लेख 1 372 Share Phoolchandra Rajak 27 Oct 2021 · 1 min read जीव और निर्जीव। प्रकृति जीव और निर्जीव दोनों के सहयोग से चलती है। ईश्वर की रचना बहुत विचित्र है।कि जीवित प्राणी को निर्जीव के ऊपर खड़ा कर दिया है। किसी भी जानवर के... Hindi · लेख 2 3 453 Share Phoolchandra Rajak 26 Oct 2021 · 1 min read संकेत और संदेश। आज मैं इन दोनों शब्दों की व्याख्या कर रहा हूं।इन दोनों शब्दों में क्या अंतर है। और दोनों का अर्थ क्या है। संकेत-यह शब्द किसी वस्तु की ओर इशारा कर... Hindi · लेख 248 Share Phoolchandra Rajak 22 Oct 2021 · 1 min read मन की ऊर्जा। मनुष्य के शरीर में मन की अंनत ऊर्जा होती है। जैसे जैसे मनुष्य का शरीर विकास करता है।उसी प्रकार से ऊर्जा का भी संचार होता है।जब मनुष्य बालिग होता है,... Hindi · लेख 434 Share Phoolchandra Rajak 21 Oct 2021 · 1 min read दिमागी कसरत। मनुष्य अपने हाथ पैरों की कसरत तो करता रहता है।पर दिमाग की भी कसरत करना चाहिए। उससे मनुष्य की बुद्धि का विकास होता है। और मन शांत रहता है। हमारा... Hindi · लेख 3 1 681 Share Phoolchandra Rajak 21 Oct 2021 · 1 min read शहद और हल्दी शहद मनुष्य के जीवन रक्षक दवा का काम करती है। इसलिए यह ईश्वर के भोग में शामिल की जाती है।शहद हमारे लिए बहुत उपयोगी है।यह वात, पित्त,कफ तीनों के लिए... Hindi · लेख 213 Share Phoolchandra Rajak 20 Oct 2021 · 1 min read बुद्धिमान और मूर्ख। मनुष्य की बुद्धि कब काम करतीं हैं।जब मनुष्य का मन शांत हो। और मन कभी भी शांत नहीं रहता है।मन को शांत रखने के लिए राम नाम का जाप करना... Hindi · लेख 1 3 509 Share Phoolchandra Rajak 18 Oct 2021 · 1 min read हमारी भाषा और व्यवहार। मैं भाषा को एक दवा का रुप देना चाहता हूं। जिससे हर इंसान स्वस्थ्य रह सके, वाणी ऐसी बोलिए,जो मन का आपा खोए।ओरन को शीतल करे ,आपने शीतल होय।। भारत... Hindi · लेख 1 1 191 Share Phoolchandra Rajak 17 Oct 2021 · 1 min read यंत्र और मानव। आज के मानव का जीवन यंत्रों के आधीन हो गया है।मानव अपनी सुख सुविधाओं के लिए लगातार यंत्रो का निर्माण कर रहा है।उसका जीवन,सुखमय हो रहा है।यह उसे लग रहा... Hindi · लेख 1 1 283 Share Phoolchandra Rajak 17 Oct 2021 · 1 min read ध्यान। मानव जीवन में ध्यान योग का बहुत महत्त्व है। इसलिए ही त्रषि मुनि प्रतिदिन ईश्वर का ध्यान किया करते थे।ध्यान में बहुत बड़ी शक्ति होती है।जब अपने परिवार का कोई... Hindi · लेख 470 Share Phoolchandra Rajak 16 Oct 2021 · 1 min read मन और बुद्धि। मनुष्य के शरीर में मन बहुत शक्तिशाली होता है।मन वश में करना एक सिद्धि के समान है।अगर मनुष्य का मन वश में हो जाता है।वह दुनिया पर विजय प्राप्त कर... Hindi · लेख 2 1 450 Share Phoolchandra Rajak 10 Oct 2021 · 1 min read हमारा अर्थ शास्त्र। हमने अर्थ शास्त्र को विद्यार्थियो को नही पढ़ाया है! इसलिए ही मानव समाज अर्थ, के महत्व को नही समझ पाया है।आज का विद्यार्थी, इसलिए पैसों को बर्बाद करता रहता है।... Hindi · लेख 230 Share Phoolchandra Rajak 10 Oct 2021 · 1 min read मछली! मानव जीवन को स्वाथ्स्य रखने के लिए ईश्वर ने की जीवों की रचना की है।जो मानव जीवन के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। उनमें से एक जीव है मछली!आप यह... Hindi · लेख 504 Share Phoolchandra Rajak 9 Oct 2021 · 1 min read जीवन और नियम। मानव का जीवन नियमों के अनुसार चलता रहता है। लेकिन मनुष्य इससे अनभिज्ञ रहता है।मानव जीवन में नियम की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बिना किसी नियम के मानव जीवन... Hindi · लेख 1 2 657 Share Phoolchandra Rajak 6 Oct 2021 · 1 min read संगत। संगत शब्द, दिखने में छोटा लग रहा है। पर इसका अर्थ बहुत ही गंभीरता लिए हुए है। इसमें मनुष्य जीवन का सार छिपा हुआ है। बिना संगत के , मनुष्य... Hindi · लेख 1 4 227 Share Phoolchandra Rajak 23 May 2021 · 2 min read संभोग और समाधी! मनुष्य की सम्पूर्ण यात्रा संभोग और समाधी के बीच की यात्रा है। हमारे त्रषि मुनियों ने मनुष्य की मुक्ति के बारे में गहन अध्ययन और उपाय भी किए। बहुत सुंदर... Hindi · लेख 1 530 Share Phoolchandra Rajak 22 May 2021 · 2 min read विद्यार्थियों को नशे से कैसे मुक्त कराये। मनुष्य का मन बहुत चंचल होता है।इसे हमें कैसे काबू में रखना है।मन पर कंट्रोल करना बहुत मुश्किल भरा काम होता है। जिसमें किसी जवान व्यक्ति का मन,वह भी अध्ययन... Hindi · लेख 2 4 824 Share Phoolchandra Rajak 21 May 2021 · 1 min read हमारा आहार! प्राचीन काल में मनुष्य को तीन प्रकार के आहार लेना बताया गया था। १_ सात्विक २_ राजसी ३_ तामसी ,यह मनुष्य के भोजन के प्रकार थे। हमारे त्रषि मुनियों ने... Hindi · लेख 3 1 590 Share Phoolchandra Rajak 19 May 2021 · 1 min read धूम्रपान की शुरुआत क्यों हुई? जब प्राचीन समय में मानव के पास मुंह के इलाज के लिए किसी प्रकार दवा नहीं थी।उस आदि मानव ने एक पत्ती के धुंए का उपयोग करना शुरू किया। मनुष्य... Hindi · लेख 2 4 334 Share Phoolchandra Rajak 18 May 2021 · 1 min read इशारे की भाषा। आदि मानव ने सबसे पहले इशारे की भाषा बनाईं थी। वह जब कुछ समझाता था तब वह अपने हाथों की मुद्राओं बनाता था। लेकिन जान वर इस भाषा को पहले... Hindi · लेख 4 2 580 Share Phoolchandra Rajak 17 May 2021 · 1 min read विपत्ति के समय में हमारी भाषा! जब हम विकट संकटों से गुजर रहे हों तब हमें, अपनी भाषा को मधुर बनाना चाहिए।आज हमारा देश विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है ।इस विकट स्थिति में हमें भाषा... Hindi · लेख 3 2 428 Share Phoolchandra Rajak 16 May 2021 · 1 min read सामूहिक प्राथना का असर। आज हमारे देश में स्कूल , कालेजों में माता सरस्वती जी की वंदना,प्राथना केवल औपचारिकता भर निभाई जाती है।केवल इलेक्ट्रॉनिक साउंड बजा कर हम वन्दना करते नही सुनते हैं। हमारी... Hindi · लेख 1 3 204 Share Phoolchandra Rajak 15 May 2021 · 1 min read परिवार दिवस पर विशेष। भारत में परिवार की स्थति बहुत ही नाज़ुक दौर से गुजर रही है। आज भारत में संयुक्त परिवार बहुत कम मिलेंगे।इसका मुख्य कारण क्या है? आज हमने अपनी मर्यादा को... Hindi · लेख 2 3 247 Share Previous Page 2 Next