Phoolchandra Rajak Tag: मुक्तक 100 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Phoolchandra Rajak 10 May 2021 · 1 min read कवि की विशेषता। कवि सहृदय होना चाहिए। कवि न्याय प्रिय होना चाहिए। कवि कम शब्दों में बहुत कुछ कह देता है। कवि कड़वे सच को भी मधुर बना देता है। कवि को सच... Hindi · मुक्तक 1 5 1k Share Phoolchandra Rajak 9 May 2021 · 1 min read मां शब्द के आगे! मां शब्द के आगे सारी उपमा नतमस्तक है। मां ही जीवन की पहली दस्तक है। मां से बड़ा है कोई नहीं जीवन में। मां अनंत है तेरे जीवन में। मां... Hindi · मुक्तक 3 4 259 Share Phoolchandra Rajak 8 May 2021 · 1 min read यह सिद्धांत अटूट। हम सबको अलग अलग रास्तों से गुजर कर आना एक ही ठाव। समस्त जीवों की आत्मा का यही एक स्वभाव।। बना कर ठहरें हो, नीचे एक ही छांव। लाख जतन... Hindi · मुक्तक 1 5 272 Share Phoolchandra Rajak 5 May 2021 · 1 min read नींद नहीं आई। नींद नहीं आई। घुनता रहा,बुनता रहा। सपनों की बराते। कोई सोते में देखें सपने। मैं जाग कर देखता रहा सपने। नींद नहीं आई। लिखता रहा ,सुनता रहा। आत्मा की आवाजें।... Hindi · मुक्तक 2 3 208 Share Phoolchandra Rajak 1 May 2021 · 1 min read मजदूर दिवस मनाने में! मजदूर दिवस मनाने में हमें शर्म आनी चाहिए। मनुष्य का शोषण कर हमें रस गुल्ला खानी चाहिए। क्या? कमाकर देने वाले का यह हास्य होनी चाहिए। दो बूंद चुल्लू भर... Hindi · मुक्तक 1 1 214 Share Phoolchandra Rajak 1 May 2021 · 1 min read श्री हनुमान जी से विनती। सकल मनोरथ मेरे, सिद्ध करौ हनुमान। तुम ज्ञान गुण के सागर,दया निधान।। हे पवनपुत्र वीर, हनुमान। संकट में सदा सहाय करौ । मेरी विपदा आन हरौ। बड़े बड़े संकट क्षण... Hindi · मुक्तक 2 4 314 Share Phoolchandra Rajak 30 Apr 2021 · 1 min read हे प्रभू ऐसा वर देना। हे प्रभू ऐसा वर देना। आपकी याद सदा बनी रहे। ऐसा कांटा चुभा देना।हे प्रभू जी आपको कभी भूल न पाऊं। बुद्धि ऐसी कर देना किसी से ईर्ष्या न कर... Hindi · मुक्तक 2 2 449 Share Phoolchandra Rajak 25 Apr 2021 · 1 min read फिर जन्मों महावीर। फिर जन्मों महावीर। अत्याचार बहुत बढ़ गयो है। भकतन पर भारी भीर । फिर जन्मों महावीर। आज मनुष्य मनुष्य नहीं रहा है। चारों तरफ अत्याचार ही अत्याचार हो रहा है।... Hindi · मुक्तक 1 2 255 Share Phoolchandra Rajak 22 Apr 2021 · 1 min read पृथ्वी माता की पुकार। पृथ्वी माता कर रही पुकार। तुम पेड़ न काटो यार । पेड़ बचेंगे तो हम बचेंगे। शुद्ध हवा कहां से लायोगे। पृथ्वी माता सबकी पालन हार । पृथ्वी माता कर... Hindi · मुक्तक 2 4 436 Share Phoolchandra Rajak 18 Apr 2021 · 1 min read सच्चा जीना। हम भूतों को जपते हैं। भूतों से मिलते और मिलाते है। हम आज भी भूतों को पूजते हैं। अगर हम वर्तमान को पूजे तो भविष्य बन जायेगा। लेकिन हम हमेशा... Hindi · मुक्तक 3 5 273 Share Phoolchandra Rajak 17 Apr 2021 · 1 min read छप्पन इंच का सीना। हम जिंदगी जीते नहीं ढोते हैं! अपने को नही औरों को संभालते हैं। ज्यादातर ध्यान गलती देखने में लगाते है। फिर वही लोग समझदार कहलाते हैं। अंदर बहुत सारे विकार... Hindi · मुक्तक 2 2 248 Share Phoolchandra Rajak 13 Apr 2021 · 1 min read गम और खुशी। गम ही खुशी का बीज है। पर! समझ नही पाता है। गम के कारण ही सृजन साहित्य का । आज जो जग पढ़ पाता है। खुशी जब मिल जाती है।... Hindi · मुक्तक 1 293 Share Phoolchandra Rajak 5 Apr 2021 · 1 min read यहां पर प्यार न कर! यहां पर प्यार करने की कोई वस्तु नहीं है। फिर भी प्यार करता रहता है। यहां पर सब कुछ मिथ्या है। फिर भी उन पर मरता रहता है। करना है... Hindi · मुक्तक 3 258 Share Phoolchandra Rajak 28 Mar 2021 · 1 min read मजबूरी कैसी? ये कैसी मजबूरी थी। किसी ने मजबूरी को हथियार बनाया। किसी की मजबूरी ने होशियार बनाया। किसी को मजबूरी ने कमजोर बनाया। किसी की मजबूरी ने पुर_ जोर बनाया। किसी... Hindi · मुक्तक 1 3 352 Share Phoolchandra Rajak 22 Mar 2021 · 1 min read विश्व जल दिवस। जल की कीमत कर भडुयां, वैसे ही नीर बहाता है। एक दिन ऐसा आयेगा, बूंद बूंद ना पायेगा। आगे आने वाली पीढ़ी को ,प्यासा ही , छोड़ जायेगा जल के... Hindi · मुक्तक 1 4 407 Share Phoolchandra Rajak 21 Mar 2021 · 1 min read गौरैया को फिर बुलाना। सबकुछ खोकर फिर बुलाना। गौरैया घर पर आना। छीन ली है उसकी छाया फिर गौरैया घर पर आना। कहां से कहां पहुंच गया जमाना। फिर गौरैया को घर पर बुलाना।... Hindi · मुक्तक 1 1 209 Share Phoolchandra Rajak 18 Mar 2021 · 1 min read मैं एक फूल हूं। मैं एक फूल हूं, खूशबू बिखेरता रहता हूं। वातावरण को सुगंधित बनाता हूं। मैं एक फूल हूं। गुलदस्ता बना कर भेंट करता है। और मुझे कहीं भी फेंक दिया जाता... Hindi · मुक्तक 1 1 221 Share Phoolchandra Rajak 17 Mar 2021 · 1 min read जूता मैं सदियों से तुम्हारा जीवन साथी बन साथ निभाता रहा हूं। फिर भी मैं नकारा जाता हूं,जब मैं किसी के ऊपर फेंका जाता हूं तब तब सुर्खियों में छा जाता... Hindi · मुक्तक 2 6 621 Share Phoolchandra Rajak 14 Mar 2021 · 1 min read प्रशंसा आज प्रशंसा सबको है प्यारी। कोई कितना भी रुष्ट हो बस एक शब्द है भारी। प्रशंसा से हर इंसान का मन भरता नहीं। मान बड़ाई और प्रतिष्ठा से हटता नहीं।चाहे... Hindi · मुक्तक 2 362 Share Phoolchandra Rajak 12 Mar 2021 · 1 min read जल। जीवन की कितनी बड़ी कला।जल के बिना कुछ न भला।जल की कीमत समझले नर ज्ञानी।जल के साथ अन्याय न कर न कर देयगा पानी पानी।जल बहू मूल्य है, लेकिन तेरी... Hindi · मुक्तक 1 533 Share Phoolchandra Rajak 12 Mar 2021 · 1 min read इतराता है। नाशवान है फिर भी इतना इतराता है।एक मुठ्ठी भर राख बन जायेगा। फिर? भी इतराता है! पूछले अपने आप से मैं कौन हूं ? और यहां पर क्यों आया हूं,... Hindi · मुक्तक 1 261 Share Phoolchandra Rajak 11 Mar 2021 · 1 min read शुभकामना महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आप सभी को मेरी शुभकामना। उज्जवल हो भविष्य आपका,हो खुशियों का सामना।।शिव का हो प्रयाप्त आशीर्वाद,सदा रहो खुशहाल। धन दौलत से तुम ,हो जायो मालामाल।।... Hindi · मुक्तक 1 1 337 Share Phoolchandra Rajak 10 Mar 2021 · 1 min read बस! इतना सोचो। तुम आज क्या कर सकते हो।बस ! इतना सोचो। किसी को कल क्या दे सकते हो बस इतना सोचो।बड़ी बातें मारने बाले बहुत से आ रहे हैं। कर्म क्या कर... Hindi · मुक्तक 2 8 422 Share Phoolchandra Rajak 7 Mar 2021 · 1 min read आत्ममंथन आत्ममंथन करते-करते मैंने, अमृत का रस पान किया। लिखते लिखते नाम प्रभु का, मैंने स्व कल्याण किया।। फूलचंद रजक Hindi · मुक्तक 3 1 526 Share Phoolchandra Rajak 7 Mar 2021 · 1 min read नारी! अबला से सबला की ओर बढ़ चली है। लेकिन आज भी मन पर गढ़ी चली है। आज भी दहेज की बलि पर चढ़ीं है।दो दिलों के बीच में एसिड से... Hindi · मुक्तक 1 3 483 Share Phoolchandra Rajak 7 Mar 2021 · 1 min read लिख लिख के थकगया। लिख लिख के थकगया पोती और पुरान। फिर भी रोक न सका बन गया शैतान। खोज पर खोज करता रहा। बना लिया चन्द्रयान।उड़ चला आसमान। किसी भी ज्ञान से रुका... Hindi · मुक्तक 2 3 412 Share Phoolchandra Rajak 6 Mar 2021 · 1 min read रुबरु हो जायेगा। बड़ा बनना आसान है, छोटा बनकर देख एक पल के लिए। जीवन की गति समझ आ जायेगी कल के लिए।सभी आसान होगी तेरी मुश्किल। छोटा पन कहीं भी अटकता नहीं... Hindi · मुक्तक 1 2 212 Share Phoolchandra Rajak 4 Mar 2021 · 1 min read मन की बात। मन की बात हमने तो कह दी है।पर! किसी से पूछ नही पाये है।हम तो शक्ति शाली थे इसलिए कह पाये हैं। कभी मौका ही नहीं दिया जो मन की... Hindi · मुक्तक 1 296 Share Phoolchandra Rajak 4 Mar 2021 · 1 min read मंजिल तुम्हारी और मेरी मंजिल एक है।खून तुम्हारा और मेरा एक है। धर्म तुम्हारा और मेरा एक है। कर्म तुम्हारा और मेरा एक है। चलो आयो मिलकर हम कुछ खास करेंगे।याद... Hindi · मुक्तक 5 1 303 Share Phoolchandra Rajak 28 Feb 2021 · 1 min read मेरा एक सपना। मेरा एक।सपना है में बदलूंगा अपने आपको। मैं बदलूंगा इस समाजिक व्यवस्था को मेरा एक सपना है । मैं भृषटाचार को मिटा कर रहूंगा। मेरा एक सपना है।।।।।।।। आतंकवाद को... Hindi · मुक्तक 1 3 333 Share Phoolchandra Rajak 28 Feb 2021 · 1 min read एक तिनका मैं घमंड से चकनाचूर ऐंठा हुआ ,एक दिन जब था मुंडेर पर खड़ा।आ अचानक दूर से उड़ता हुआ तिनका आंख में पड़ा। मैं झिझक उठा बैचेन हुआ,लाल होकर आंख दुखने... Hindi · मुक्तक 1 363 Share Phoolchandra Rajak 27 Feb 2021 · 1 min read अब आदमी यान बन गया है। अब आदमी यान बन गया है। बिना पंखों के उड़ान बन गया है।तेज गति से दौड़ रहा, इतना कि हेमान बन गया है।पलमे यहां और पलवहां पंछी बन कर उड़ान... Hindi · मुक्तक 187 Share Phoolchandra Rajak 24 Feb 2021 · 1 min read पृचार की महिमा। पृचार की महिमा अपरम्पार है।जो आम को भी बना देता है खास।गर बन गई जिनकी समाधी फिर पूज रहा है संसार।पृचार की महिमा अपरम्पार। जितना होगा पृचार । उतना ही... Hindi · मुक्तक 1 2 230 Share Phoolchandra Rajak 22 Feb 2021 · 1 min read भूख और प्यास प्यासे को प्यासा लखै एक बूंद की आस।दो ही चाहत मिलन को मिट जाये प्यास।।जब तक प्यास अधूरी है जब पिलू एक एक बूंद।प्यासे को ही मालूम है की मत... Hindi · मुक्तक 212 Share Phoolchandra Rajak 18 Feb 2021 · 1 min read पाठ शाला।ही व्यापार है! शिक्षा ही जीवन का सार है। लेकिन अब पढ़ें न कोई इसलिए तार तार है! शिक्षा गृहण करें न कोई।सब कुछ है गोई गोई। अब बंचित हुआ ज्ञान से तो... Hindi · मुक्तक 227 Share Phoolchandra Rajak 17 Feb 2021 · 1 min read आम आदमी का सवाल। इसे कौन रोकेगा,आम आदमी का सवाल है। चर्चा बहुत होती है।ज्ञान की मान और सम्मान की। पर! भृषटाचार को कौन रोकेगा।यही आम आदमी का सवाल है।हम सबके सब कहां जीते... Hindi · मुक्तक 193 Share Phoolchandra Rajak 9 Feb 2021 · 1 min read बिश्राम नही.....।।.।पाता केवल अपने को जीव समझता है बाकी सब निर.जीव है।वाह रे वाह इनसान कया सोच अजीब है।।जिनसे तेरी गति सुधरी .आज उन्हें मानता है देवता।फिर उन्हें पतथर की मूर्ति बना... Hindi · मुक्तक 2 2 301 Share Phoolchandra Rajak 4 Feb 2021 · 1 min read प्रेम की पाती। लिख लिख कर प्रेम की पाती।अब दिल हुआ अघाती।पर।दिलतक न पहुंच पाती।।लिख कर प्रेम की पाती।लिखे कुछ शब्द. अधूरे।कुछ है पूरे।।दिल हुआ शरमिन्दा देख माँग मैं सिनदूरी।प्रेम बस.खत रह गया... Hindi · मुक्तक 1 366 Share Phoolchandra Rajak 30 Jan 2021 · 1 min read प्रभु की शरण पाता है हम सभी टाइम पास करते रहते हैं। बस एक दूसरे में बुराई ढूंढते रहते हैं। जिंदगी तुम नहीं जिंदगी तुम्हें जीती है। कर्म तुम्हें मालूम नहीं धर्म तुम्हें मालूम नहीं।... Hindi · मुक्तक 1 378 Share Phoolchandra Rajak 25 Jan 2021 · 1 min read यह खत मोहब्बत के नाम जा मेरे घर प्रेम से कहना प्रथम नमस्कार। उससे मेरी कहना कहना शुभ समाचार। तुम बिन बिन कटे ना रहना। देख देख तुम्हारी तस्वीर सदा रहे बेचैन बेचैन। सदा रहे... Hindi · मुक्तक 256 Share Phoolchandra Rajak 20 Jan 2021 · 1 min read मोबाइल मोबाइल एक साधन है पूर्व राम मोबाइल एक यंत्र है लेकिन आज मोबाइल बना जिंदगी का मंत्र है। मोबाइल मनोरंजन का साधन है। मोबाइल आज के समय की पुकार है।... Hindi · मुक्तक 1 485 Share Phoolchandra Rajak 16 Jan 2021 · 1 min read ही मौत ही मौत तू मेरा इंतजार ना करना। मैं तेरे दर पर ही चला आऊंगा। तू परेशान ना होना। मैं दोस्त की तरह हाथ में हाथ देखकर दोनों ही साथ चलेंगे।... Hindi · मुक्तक 1 1 359 Share Phoolchandra Rajak 15 Jan 2021 · 1 min read ये महफिल मैं विशवाश नहीं हू.पर तुम विशवाश मैं आ गये हो।हसंने और हसाने की राह पर आ गये हो।।यहां बड़ी ससती है वाहवाही।लूट सको तो लूट लो.यहां पर हर चीज है... Hindi · मुक्तक 1 203 Share Phoolchandra Rajak 13 Jan 2021 · 1 min read मित्रता का भाव धरती पर रहना है तो काम कर प्यारे। सब को हाथ जोड़ कर राम-राम कर प्यारे। यहां पर हमारा कुछ नहीं है। जीवन हमारा धरोहर है ईश्वर के पास प्यारे।... Hindi · मुक्तक 1 302 Share Phoolchandra Rajak 12 Jan 2021 · 1 min read यही गणतंत्र है यही गणतंत्र है .यही गणतंत्र है ।छोटे छोटे बच्चों को देखो आज।दर दर भटक रहे अपने तन के काज।। यही गणतंत्र है ।चापलूसों की ऐस है ।जिसकी लाठी उसकी भैस... Hindi · मुक्तक 1 2 227 Share Phoolchandra Rajak 9 Jan 2021 · 1 min read हमारी बिशेषता हम तो रोते हुए को देखते है तो रोने लगते है।और हंसते हुए को देखते है तो हंसने लगते है। यही हमारी बिशेषता है।।जिनदे से सब डरते है।लाश के पीछे... Hindi · मुक्तक 1 2 316 Share Phoolchandra Rajak 6 Jan 2021 · 1 min read मारने वाले का कोई धर्म नहीं है मानव तुझे कया जरूरत थी बम बनाने की।तेरा यहां कुछ नहीं है.फिर भी तू लड़ रहा है।मानव मानव को अगर मारता है तो समझ लेना वह आदमी मात्र नही... Hindi · मुक्तक 1 385 Share Phoolchandra Rajak 3 Jan 2021 · 1 min read माता पिता की आरती आरती माता पिता की कर ले। बंधु बंधु भवसागर से तर ले कर्ज उतार नहीं सकता है। गुरु माता और पिता का। थोड़ा बहुत गुणगान तो कर ले। और की... Hindi · मुक्तक 1 183 Share Phoolchandra Rajak 27 Dec 2020 · 1 min read दिव्यांगता । वह देख नहीं सकता है। तो क्या हुआ। वह चल नहीं सकता तो क्या हुआ। वह कर नहीं सकता तो क्या हुआ। बेहतर नहीं सकता तो क्या हुआ। वह... Hindi · मुक्तक 1 224 Share Phoolchandra Rajak 24 Dec 2020 · 1 min read सबसे बड़ा अकेला प्यार देने से बेटा बिगड़े। भेद देने से नारी। लोग देने से नौकर बिगड़े। धोखा देने से यारी। गुण मिले तो गुरु बनाओ चित्र मिले तो चेला मन मिले तो... Hindi · मुक्तक 1 248 Share Previous Page 2