डॉक्टर रागिनी Tag: Poem 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉक्टर रागिनी 26 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (रखो हौंसला फ़िर न डर है यहाँ) अलग सा ये' माना सफ़र है यहाँ रखो हौंसला फ़िर न डर है यहाँ भले ही बने अज़नबी से हैं वो जुड़ा उनसे' कुछ तो मगर है यहाँ वही कर... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 102 Share डॉक्टर रागिनी 24 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (मिलोगे जब कभी मुझसे...) मिलोगे जब कभी.मुझसे ....! मिलोगे जब कभी मुझ से ,बनेगी फिर ग़ज़ल कोई शरारों की तरह दहकी ,मिलेगी फिर ग़ज़ल कोई खिली हों गुंचियाँ भँवरे करें मधुमास की बातें मुहब्ब्त... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 81 Share डॉक्टर रागिनी 6 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल (चलो आ गयी हूँ मैं तुम को मनाने) गज़ल चलो आ गयी हूँ मैं तुम को मनाने मगर शर्त ये है कि दुनिया न जाने मेरा दिल हुआ है , तुम्हारे हवाले तिरे बिन कभी मुस्कुराना न जाने... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 2 105 Share डॉक्टर रागिनी 6 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है) *ग़ज़ल* वफ़ा के रंग पिघलने के बाद आई है । ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है। नया निख़ार सा रुख पे दिखाई देता है ये' ख्वाबे' व़स्ल... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 1 121 Share डॉक्टर रागिनी 8 Mar 2024 · 1 min read मुक्तक हर दिन हर लम्हा नई मुस्कान चाहिए। ऊँचाइयाँ छू लूँ ,वो आयाम चाहिए। अँधेरों में खोना 'मे'री फितरत नहीं है, मुझे अपने वजूद की पहचान चाहिए। डॉ .रागिनी शर्मा,इन्दौर Poem 174 Share डॉक्टर रागिनी 25 Feb 2024 · 1 min read ज़िन्दगी मुक्तक कभी कभी शोला , कभी शबनम, कभी अंगार होती है । कभी पाषाण सी निष्ठुर, सुमन -सुकुमार होती है । बदलता वक्त जब-जब है ,बदलती है अदाएं यह ,... Poem 146 Share