Raaj Kavi 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Raaj Kavi 20 Nov 2018 · 1 min read माँ ! तुम ही तो थी... शून्य से आती हुई, विधु तक जाती हुई, ज़िन्दगी की व्यथा भरी, इस दुनिया की संकरी, पाषाण पूर्ण राहों में, जिसने सही रस्ता दिखाया, तुम ही तो थी जिसने मुझे,... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 32 577 Share Raaj Kavi 1 Jul 2021 · 4 min read चरित्र परिवर्तन (उत्तराखण्ड 2013, सत्य घटनाओं से प्रेरित) "सब ईश्वर की इच्छा है, इसमें हम इन्सान क्या कर सकते हैं।" नेताजी के कानों में रह रह कर ये शब्द गूँज रहे थे। अभी चन्द घण्टों पहले एक न्यूज... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · लघु कथा 3 3 553 Share Raaj Kavi 1 Jul 2021 · 5 min read मुआवज़ा (उत्तराखंड 2013 की सत्य घटनाओं से प्रेरित) दो बूढ़ी सूखी आँखे उस चेक को एकटक देखे जा रहीं थीं, जो अपने जीवन का सर्वस्व खोने की एवज में बतौर मुआवज़ा सरकार की तरफ से उसे दिया गया... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · लघु कथा 3 4 674 Share Raaj Kavi 20 Nov 2018 · 2 min read नए प्यार की नयी कहानी (गर्भवति पत्नि के लिये) मुझको तुम देखो जी भर के, नैन मेरे ये चाह करेंगे.... लेकिन नैन तुम्हारे सजनी, किसी और की वाह करेंगे.... मेरे गीतों पर झूम रही हो, हो जाएगी बात पुरानी....... Hindi · कविता 1 262 Share