Dr.Priya Soni Khare Language: Hindi 124 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.Priya Soni Khare 28 Jul 2024 · 1 min read गुरु पूर्णिमा गुरु चांद है उसने अमावस देखी है गुरु चमकता है परमात्मा के प्रकाश से गुरु ने सभी घटते बढ़ते दिनों में परमात्मा की निकटता प्राप्त की है इसी लिए गुरु... Hindi · कविता 2 61 Share Dr.Priya Soni Khare 28 Jul 2024 · 1 min read सांकल जब से खोली दिल की सांकल तुम्हारे लिए तब से बंद कर दिए किवाड़ जग के लिए। Hindi · कविता 4 77 Share Dr.Priya Soni Khare 11 Jun 2024 · 1 min read मिलन खुद से ही प्यार हुआ जाता है, वो क्या मिले हमसे .... जीना दुश्वार हुआ जाता है, रास्ते वही है, कदम भी वही है, मिला जो साथ...…... दिल उछल उछल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 112 Share Dr.Priya Soni Khare 11 Jun 2024 · 1 min read चांद अब हम तेरा दीदार करेगें चांद अब हम तेरा दीदार करेगें दूर से तो देखा है,करीब से भी बात करेगें आप मामा हो या महबूब की सूरत या ब्रह्मांड की खूबसूरत रचना आपके दर पर... Hindi 1 116 Share Dr.Priya Soni Khare 26 May 2024 · 1 min read पहचान तुम मुझे मेरे नाम से जानते हो मेरी ऊर्जा को कहां पहचानते हो ठोकरें ,रुकावटें कांटे सब मंजिल तक पहुंचाते हैं पर तुम हो कि रास्तों को ही मंजिल मानते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 127 Share Dr.Priya Soni Khare 26 May 2024 · 1 min read संस्कारी लड़की तुम उड़ क्यूं नहीं जाती पंख होते हुए भी सहती हो भाग भी नहीं पाती पैर तुम्हारे सही सलामत है बोलती भी नहीं ऊंची आवाज़ में ईश्वर ने मना नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 6 134 Share Dr.Priya Soni Khare 25 May 2024 · 1 min read शाश्वत सत्य श्वास मिली जब शरीर को रोए चीखें चिल्लाए , श्वास जाए जब शरीर से शांत मुग्ध हो जाए। धड़कन धड़कन प्रेम हो हृदय प्रेम आधार, घृणा ईर्ष्या द्वेष को मत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 2 141 Share Dr.Priya Soni Khare 25 May 2024 · 1 min read जब तुम जब तुम मेरे सामने नहीं होते तो मेरे भीतर होते हो वैसे ही जैसे कछुआ सिमट जाता है मुंह, हाथ, पैर समेट कर अपनी खोली के भीतर, या फिर किसी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 117 Share Dr.Priya Soni Khare 24 May 2024 · 1 min read बुद्धं शरणं गच्छामि दुःख बुद्ध की दृष्टि से वह कारण है जिसका निवारण किया जा सकता है पर बुद्ध ने सुख की बात नहीं की क्योंकि दुःख को जान लेना ही सुख है। Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 115 Share Dr.Priya Soni Khare 21 May 2024 · 1 min read गुजरा ज़माना गांव फिर से बसाने होंगे पेड़ मिट्टी में लगाने होंगे कोने में पड़े मूसल और सिलबट्टे वापस आंगन में सजाने होंगे मां जिन लड्डू और हलवा को हमें डांट कर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share Dr.Priya Soni Khare 21 May 2024 · 1 min read गुरु की महिमा गुरुकृपा सौभाग्य है,गुरु ज्ञान ब्रह्मास्त्र, गुरु की महिमा कैसे कहूँ, अल्प शब्द का ज्ञान। प्रथम पाठ माँ से पढ़ा,पिता ज्ञान की खान, कण -कण ने अनुभव दिया,तब जीवन हुआ महान।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 86 Share Dr.Priya Soni Khare 20 May 2024 · 1 min read चुप चुप क्यों हो पूछा उसने भीतर तूफ़ान सा उठा, धड़कने धौकनी सी तेज़ हो गई दिमाग़ में सन्नाटे गूंजने लगे आंखे नीर से भर गई होंठ कांपने लगे पर मुंह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 97 Share Dr.Priya Soni Khare 19 May 2024 · 1 min read फ़ितरत दर्द मेरा मुझे ही छलने लगा पलक बंद होते ही मोतियों सा झरने लगा होठों पर मुस्कान बरक़रार रही भीतर भीतर अकेला रहने लगा बहुत समझाया इसको दर्द बांटना बेकार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 87 Share Dr.Priya Soni Khare 19 May 2024 · 1 min read कविता अनचाहा कुछ घटता है मन खुद ही कलम पकड़ता है संवेदना के स्पंदन से फूट फूट कर रिसता है कुछ कही अनकही बातों से जब भीतर दर्द उपजता है हृदय... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 121 Share Dr.Priya Soni Khare 17 May 2024 · 1 min read सुंदर नाता अंतर्मन का वाह्य मन से बड़ा ही सुंदर नाता है जब भी कहता है कुछ वाह्य मन अंतर्मन तुरंत पूरा करने लग जाता है वाह्य मन मेरी डायरी, चश्मा और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 89 Share Dr.Priya Soni Khare 15 May 2024 · 1 min read भ्रम मन में भ्रम पाले बैठे हैं कुछ लोग दिखावे को सच मान बैठे हैं करता है कोई नाम होता किसी का रोज़ होते तमाशों का पैरोकार बने बैठे हैं मेहनत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 114 Share Dr.Priya Soni Khare 14 May 2024 · 1 min read मेरा स्वर्ग मैंने अपना स्वर्ग खुद गढ़ा है कभी निकल पड़ी अकेले सैर के लिए कभी अनदेखा किया दूसरों के ताने कभी शांत पड़ी रही नहीं किया विद्रोह कभी बतियाया अजनबियों से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 116 Share Dr.Priya Soni Khare 13 May 2024 · 1 min read स्नेह का बंधन पन्नों को पलट कर क्या जान पाओगे अपने भीतर देखो वही भाव पाओगे मेरे स्नेह का साकार रूप तुम हो इसका प्रति उत्तर कैसे दे पाओगे चाहो तुम कुछ भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 73 Share Dr.Priya Soni Khare 12 May 2024 · 1 min read विकल्प मन ने चुना पगडंडी विकल्प थे चौराहे, सड़क और हाईवे मन ने चुना गांव विकल्प थे शहर, महानगर और विदेश मन ने चुना प्रेम विकल्प थे दिखावा, झूठ और अहंकार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 88 Share Dr.Priya Soni Khare 12 May 2024 · 1 min read मां मेरे शरीर के भार को वहन करने वाली मुझे गुरुत्वाकर्षण के विरूद्ध खड़ा करने वाली धरती माँ को नमन । मेरी भावनाओं को सशक्त कर मेरी भुजाओं में बल भरने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 111 Share Dr.Priya Soni Khare 11 May 2024 · 1 min read जिंदगी जिंदगी जब भी सवाल करती है जवाब आस पास रखती है खुली आंखों से जब डराती है बंद आंखों में आस रखती है हम व्यर्थ में उलझते है वो हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 121 Share Dr.Priya Soni Khare 10 May 2024 · 1 min read प्रेम की नाव वर्तुल सी दुनिया, और शून्य सा भाव, चल पड़ी जिंदगी, वह भी नंगे पांव, शब्द है अनाड़ी और अर्थ के हैं विकल्प, चुनते सब शहर हैं, कहते हैं गांव, ठहरा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 127 Share Dr.Priya Soni Khare 8 May 2024 · 1 min read समय बिना सोचे अपना सारा समय तुम्हें दे दिया अब सोचती हूं समय ! था मेरे पास जो तुम्हें दे दिया । Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 119 Share Dr.Priya Soni Khare 7 May 2024 · 1 min read उत्तर प्रश्न पत्थर है उत्तर मूर्ति जितना प्रश्न को तराशोगे उत्तर उतना ही सुंदर और स्पष्ट होगा। Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 105 Share Dr.Priya Soni Khare 7 May 2024 · 1 min read विकट संयोग मैं चाह लेती तो मन न चाहता मैं और मन दो अलग धाराएं है मन मुझसे मिलना नही चाहता और न ही मैं मन को अपनाना चाहती हूं, मन और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 124 Share Dr.Priya Soni Khare 6 May 2024 · 1 min read वो मेरी कविता वो मेरी कविता झुलस गई तपती दुपहरी में एक तो अभी भी ठिठुर रही है पेड़ के पीछे दिया था मैंने छाता मत भीग पगली कोई नही आने वाला तुझे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 161 Share Dr.Priya Soni Khare 4 May 2024 · 1 min read मेरा हाथ मेरा हाथ तेरे हाथों में ऐसे जुड़ जाता है जैसे बना ही है सिर्फ़ इन्हीं हाथों के साथ के लिए अब और क्या सांसों में घुल गई है खुशबू तेरी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 90 Share Dr.Priya Soni Khare 2 May 2024 · 1 min read रण चंडी आधी दुनिया अधूरा किरदार बिन मांगे मिला पल– पल तिरस्कार मेहनत की रोटी खुद ही कमा ली फिर भी ना मेरा कोई घर ना मैं कहीं किराएदार अपेक्षाएं त्याग दी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 2 137 Share Dr.Priya Soni Khare 1 May 2024 · 1 min read पिता दिन में सूरज, रात में चांद है , पिता मेरे लिए पूरा आसमान है । इच्छा मेरी, प्रयास उसके , जीवन समस्या तो पिता समाधान है । मन उलझे या... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 2 136 Share Dr.Priya Soni Khare 26 Dec 2023 · 1 min read एक मन आगे खड़ा मन पीछे खड़े मन से रुष्ठ है ऊपर जाता मन नीचे दबे मन के विरुद्ध है यह मन खंड-खंड बंटा हुआ है जीवन बिखरा हुआ है मन एक... Hindi · कविता 1 227 Share Dr.Priya Soni Khare 14 Sep 2023 · 1 min read अपनी हिंदी ममत्व है अपनत्व है जीवन का घनत्व है ओज है उजास है स्वयं की तलाश है रंग है उमंग है लहू के संग दौड़ती विशुद्ध यह तरंग है हां की... Hindi · कविता 2 301 Share Dr.Priya Soni Khare 23 Aug 2023 · 1 min read चंद्रयान 3 चांद अब हम तेरा दीदार करेंगे दूर से तो देखा है,करीब से भी बात करेंगे आप मामा हो या महबूब की सूरत या ब्रह्मांड की खूबसूरत रचना आपके दर पर... Hindi · कविता 1 382 Share Dr.Priya Soni Khare 27 Jul 2023 · 1 min read इतिहास कभी गुजरों उन वीथिकाओं से जहां तुम्हारे मन ने उकेरी थी मेरी कई जीवंत प्रतिमाएं तो ठहर जाना, दो घड़ी बंद कर नयन,सुनना मेरी करुण पुकार मेरा आर्तनाद मेरी खोजती... Hindi · कविता 3 4 437 Share Dr.Priya Soni Khare 14 Jul 2023 · 1 min read फितरत दर्द मेरा मुझे ही छलने लगा पलक बंद होते ही मोतियों सा झरने लगा होठों पर मुस्कान बरक़रार रही भीतर भीतर अकेला रहने लगा बहुत समझाया किसी ने दर्द बांटना... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 2 339 Share Dr.Priya Soni Khare 2 Jun 2023 · 1 min read शेष कुछ अपने भीतर के भावों को मैं जीती हूं या छलती हूं कैसे कह दूं मैं जीती हूं पग पग पर इसमें पत्थर हैं और बड़ी-बड़ी चट्टानें हैं दिग्भ्रमित करे जो... Poetry Writing Challenge · कविता 5 2 328 Share Dr.Priya Soni Khare 2 Jun 2023 · 1 min read मेरी कलम कल मैंने एक रिश्ते को पहचान दी थी आज उसी की टूटी हुई डोरी मेरे हाथ में थी कल तक जिसे अपना सबसे करीबी समझा उसी से दूर होने के... Poetry Writing Challenge · कविता 3 3 454 Share Dr.Priya Soni Khare 2 Jun 2023 · 1 min read समझौता जब भी तुम मुझे मैं तुम्हें देखती हूं एकटक बहुत से भाव आंखों में आकर गायब हो जाते हैं समझना तुम भी नहीं चाहते समझाना मैं भी नहीं चाहती फिर... Poetry Writing Challenge · कविता 2 355 Share Dr.Priya Soni Khare 2 Jun 2023 · 1 min read नाम दोहराएंगे पन्नों को पलट कर क्या जान पाओगे अपने भीतर देखो वही भाव पाओगे मेरे स्नेह का साकार रूप तुम हो इसका प्रति उत्तर कैसे दे पाओगे चाहो तुम कुछ भी... Poetry Writing Challenge · कविता 3 342 Share Dr.Priya Soni Khare 30 May 2023 · 1 min read मेरे भगवान व्यथित तन आपमें विश्राम पाता है उद्विग्न मन आपके स्पर्श से शांत हो जाता है उड़ना चाहूं तो आपकी बाहें मेरा आकाश है तड़पती भावनाओं को समा लेने वाला सागर... Poetry Writing Challenge · कविता 4 2 487 Share Dr.Priya Soni Khare 29 May 2023 · 1 min read कोना मेरे नाम का वो कोना जो मेरे नाम का है क्या उसमें कभी आपका आना भी होता है, या वहां भी मैं तन्हा .... उस कोने को अपनी दुनिया बना कर इंतजार ही... Poetry Writing Challenge · कविता 1 2 410 Share Dr.Priya Soni Khare 29 May 2023 · 1 min read प्रेम बहुत मुश्किल है प्रेम में प्रेम हो जाना कभी देखा है पतझड़ में शाख को पत्तियों से अलग होने पर आंसू बहाना किसी पहाड़ का टूट कर नदिया में गिरना... Poetry Writing Challenge · कविता 3 414 Share Dr.Priya Soni Khare 28 May 2023 · 1 min read पहाड़ी नदी सी बहती रही मैं पहाड़ी नदी की तरह अपनी ही धुन में कभी झरना, कभी सागर कभी तूफानों से टकरायी, सबने मेरी पहचान मिटाने की भरपूर कोशिश की—- कई मोड़ आये,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 483 Share Dr.Priya Soni Khare 28 May 2023 · 1 min read शेष धृणा थी, अब क्षमा है, द्वेष था, अब प्रेम है, युद्ध था, अब शान्ति है, आरोप था, अब धन्यवाद हैं, विचारों के इस महासंग्राम में, अर्जुन सा मेरा मन, और... Poetry Writing Challenge · कविता 5 2 293 Share Dr.Priya Soni Khare 28 May 2023 · 1 min read मेरी शक्ति जम गयी हूँ इतना कि अब पिघल न सकूँ वाह्य ऊष्मा से ठहर गयीं हूँ कि अब बह न पाऊँ, ठहराव मेरी कमज़ोरी नहीं झील सी गहराई है अपने भीतर... Poetry Writing Challenge · कविता 2 588 Share Dr.Priya Soni Khare 27 May 2023 · 1 min read युद्ध होने को शुद्ध कर रहे युद्ध मानवता त्याग कर बन रहे बुद्ध पशुवत व्यवहार कर बनते प्रबुद्ध चीत्कार कर रही प्रकृति है क्रुद्ध, गले लगाते सामने भीतर सब के विरुद्ध... Poetry Writing Challenge · कविता 6 7 213 Share Dr.Priya Soni Khare 27 May 2023 · 1 min read आहिस्ता चल ऐ मन जरा आहिस्ता चल, यूं बड़ी नदी में जलकुंभी सा ना कूद कूद के आगे बढ़ ऐ मन जरा आहिस्ता चल, मत बन बादल मतवाला पा संग पवन तू... Poetry Writing Challenge · कविता 226 Share Dr.Priya Soni Khare 27 May 2023 · 1 min read बीज धरती में बीज बोने से पहले मन की खेती को जांच लेना यदि मन में खरपतवार उगी हो तो धरती पर फल फूल नहीं उगा करते| Poetry Writing Challenge · कविता 2 273 Share Dr.Priya Soni Khare 27 May 2023 · 1 min read प्रेम का दरबार चाह प्रेम की व्यर्थ है प्रेम सकल संसार कहो प्रेम से, प्रेम हूं प्रेम करे भव पार मन भीतर जो व्याप्त हैं मन की समझ अपार मन की शक्ति प्रेम... Poetry Writing Challenge · कविता 3 287 Share Dr.Priya Soni Khare 27 May 2023 · 1 min read शांति युद्ध एक विचार जन्मता है उसका पालन पोषण वातावरण करता है उसको आदत व्यवहार मस्तिष्क बनाता है मन विचारों को डर इच्छा, महत्वाकांक्षा को अहंकार में बदलता है और फिर आरंभ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 162 Share Dr.Priya Soni Khare 27 May 2023 · 1 min read प्रतीक्षा प्रतीक्षा मेरी आंखों में स्पष्ट देख पाओगे यदि तुमने कभी डूबते हुए सूरज को गौर से देखा होगा और सुबह उसके उगने की प्रतीक्षा की होगी मेरे शब्दों में आई... Poetry Writing Challenge · कविता 3 2 570 Share Page 1 Next