pravin sharma Tag: मुक्तक 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid pravin sharma 5 Aug 2021 · 2 min read शर्माजी के अनुभव : बहू का असुराल बात छोटी सी है, मगर मुश्किल बड़ी है, बहू बेटी दोनों बराबर, किस अंतर से छोटी बड़ी है। दोनों इज्जत ही तो है अपने घराने की, जिद सी क्यों है... Hindi · मुक्तक 2 518 Share pravin sharma 26 Jul 2021 · 1 min read इंतजार में भस्म का श्रृंगार, भांग का प्याला और भी बहुत कुछ है इंतजार में भूत पिशाच चांडाल भी कितना रो रहे है भूतेश्वर के इंतजार में अब देर न करो सावन... Hindi · मुक्तक 1 274 Share pravin sharma 1 Jul 2021 · 1 min read विरहाकुल साधू दृश्य: सती भस्म लपेटे महादेव वन वन विचर कर विचार कर रहे है विरहाकुल साधू हूँ कहाँ तक आ गया हूं मैं क्यों प्रतिध्वनित हृदय है मेरा एकांत वन में... Hindi · मुक्तक 1 2 317 Share pravin sharma 27 Jun 2021 · 1 min read स्वछंद पंछी मुक्त आकाश में उड़ते स्वछंद पंछी आह स्वाद आ गया कहकर, वाह क्या जिंदगी कोई मुंडेर, कोई दीवार, या कोई सरहद देश की सब अपने परों की हद में, वाह... Hindi · मुक्तक 1 2 274 Share pravin sharma 26 Jun 2021 · 1 min read अजायबघर अजीब अजायबघर है दुनिया मान लो तो कायर हूँ, न मानो शामत है वो चार लोग नही मिले कभी, जिनकी कहने की आदत है प्यार करूँ तो सबके अलग नियम... Hindi · मुक्तक 2 227 Share pravin sharma 18 Jun 2021 · 2 min read प्रेम किया नही, हुआ सती और शिव संबाद प्रथम मिलन पर माना तुमने मुझसे प्रेम किया प्रेम ने मेरा भी मन छू लिया एक फ़क़ीर हूँ मैं, जानती हो ना तुम्हारा क्या भविष्य हुआ... Hindi · मुक्तक 1 2 300 Share pravin sharma 18 Jun 2021 · 1 min read आधा आधा जहां पुरुष नारी के बिना अधूरा तो नारी बिन नर पूरी कैसे है दोनों फलक बराबर रहे हमेशा इसमे मजबूरी कैसे है लड़के लड़े हक़ के लिए सही है पर आधे... Hindi · मुक्तक 1 2 407 Share pravin sharma 17 Jun 2021 · 1 min read अभी जवान हूँ भोले जीन्स पहनी शर्ट घौंसी जिस्म नहला लिया इत्र से आईने में देखा मुस्कुराहट ने कहा अभी जवान हूँ भोले, किसी से कम हैं के बाहर आये तो लगा अब कुछ... Hindi · मुक्तक 2 2 635 Share pravin sharma 16 Jun 2021 · 1 min read जब तक मैं कंवारा था जब तक मैं कंवारा था मजाक और झूठ का अंतर नही समझ पाया अब जानता हूँ सच तो लोग खुद से भी नही बोल पाते जब तक मैं कंवारा था... Hindi · मुक्तक 2 2 281 Share pravin sharma 14 Jun 2021 · 1 min read वाक़या हर शहर का वाक़या है ये तेरे जैसा कोई दिख ही जाता है पता नही विछड़ के इश्क बढ़ गया है मेरा या तेरे जादू का दायरा बढ़ता जाता है... Hindi · मुक्तक 2 2 299 Share pravin sharma 13 Jun 2021 · 1 min read वरना नफरत तुम्हारी काफी है सजा मेरे इश्क की वरना बुरा तो हमने गैरों का भी नही किया बाद तेरे कुछ कहा बाकी है सिवा बार ए इश्क के वरना लादा... Hindi · मुक्तक 2 455 Share pravin sharma 13 Jun 2021 · 1 min read बदनामी तू डरता क्यों है बदनामी से बदनाम होने से भी तेरा नाम हुआ है ना पर बुरा होना हो तो रावण सा होना राम छुड़ाते रहे पर नाम अभी तक... Hindi · मुक्तक 1 602 Share pravin sharma 13 Jun 2021 · 1 min read अधूरी अधूरी है जब तक, वो ही जिंदगी है पूरी हो गई, तो दास्तान बन जाएगी अभी वक़्त है, जी ले जरा, फिर क्या पता किस किस को सुनाई जाएगी अभी... Hindi · मुक्तक 1 357 Share pravin sharma 6 Jun 2021 · 1 min read और कितनी देर रूठूँ दृश्य: नायक देर से आया है और जिसके लिए नायिका के व्यथा कथा प्रस्तुत है निर्मोही सांवरा, सता रहा मुझे मुस्कुरा रहा है निर्लज्ज, जला रहा मुझे मनाता भी नही,... Hindi · मुक्तक 1 244 Share pravin sharma 4 Jun 2021 · 1 min read माँ रो देती थी मेरी मां दुनिया की सबसे अच्छी माँ है मैं ये जब कहता था तो माँ रो देती थी मैं अपनी नींद तक ढूंढ नही पाता खुद से उंगलियों से मेरे... Hindi · मुक्तक 3 375 Share pravin sharma 3 Jun 2021 · 1 min read शक मत कर मैंने माना तुझे प्यार है मुझसे, पर बेबफा तो मैं भी नही दुआ तेरी बददुआ सी लगी मुझको, वरना इतना बुरा तो मैं भी नही इतना क्यों न बूझे कि... Hindi · मुक्तक 1 2 277 Share