डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम Tag: कुण्डलिया 74 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read नवरस कुंडलिया नव रस मिलके रच रहे,जो सुंदर आकार। मन मंदिर में बस रहे,ये मोहक अवतार। ये मोहक अवतार,मुदित है सुंदर काया। राधा कान्हा रूप,विदित है मोहन माया। कहें प्रेम कवि... Hindi · कुण्डलिया 1 590 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 1 min read रक्षा बंधन छंद कुंडलिया। राखी बाँधें सब बहन, वीरों को अब आज। सैनिक अपने देश हित, लड़ते हैं जांबाज। लड़ते हैं जांबाज, सुरक्षा सीमा वाली। बढ़े राष्ट्र का मान, वीर करते रखवाली।... Hindi · कुण्डलिया 2 2 453 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 1 min read माँ मित्रों सादर समर्पित है, कुंडलिया । पनघट पर माता खड़ी, घट भर देती रोज। चल तू बेटी घट उठा, पनघट पर है खोज। पनघट पर है खोज ,सखी कर रही... Hindi · कुण्डलिया 1 2 382 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 1 min read माँ मित्रों सादर समर्पित है, कुंडलिया । पनघट पर माता खड़ी, घट भर देती रोज। चल तू बेटी घट उठा, पनघट पर है खोज। पनघट पर है खोज ,सखी कर रही... Hindi · कुण्डलिया 1 504 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 1 min read कुण्डलिया भारत का प्रतिबिंब है, सत्य सनातन धर्म। जय गणेश मां शारदा ,है वसुधा का मर्म। है वसुधा का मर्म, संक्रमण इसको जानो। कोरोना से बचो, रोगियों को पहचानो। कह प्रवीण... Hindi · कुण्डलिया 1 372 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Feb 2020 · 1 min read कुण्डलिया हरकत तुम जो कर रहे, देश विरोधी काम। पी एफ आई का हुआ ,राष्ट्र विरोधी नाम। राष्ट्र विरोधी नाम, करें फंडिंग का खेला। बाँट रहे आतंक,साथ में महिला मेला। कह... Hindi · कुण्डलिया 1 245 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Feb 2020 · 1 min read कुण्डलिया प्यारी वसुधा आ गयी, नैमिष तक है साथ । मैया का दर्शन करके, हम सब हुए कृतार्थ । हम सब हुए कृतार्थ, जगत पालक है माता। हम बालक नादान, समर्पण... Hindi · कुण्डलिया 204 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Jul 2019 · 1 min read कुण्डलिया सावन बरसे झूम के सावन बरसे झूम के , ननदी झूला झूल । रोके भौजी बाग में , रोके रुके न शूल । रोके रुके न शूल , टपाटप अमिया टपके , न कर... Hindi · कुण्डलिया 421 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 May 2019 · 1 min read हम सब को अवसर मिला,रखें शहर को स्वच्छ। हम-सब को अवसर मिला,रखे शहर को स्वच्छ । दूर करें सब गन्दगी, यही पाजटिव पक्छ । यही पॉजटिव पक्छ , स्वच्छता से हो यारी। रोग आदि हो दूर,प्रफुल्लित सब नरनारी।... Hindi · कुण्डलिया 252 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 May 2019 · 1 min read भाषा चुनिए वोट से, लोक तंत्र दरबार । मित्रों सादर समर्पित है कुण्डलिया भाषा चुनिए वोट से,लोक तंत्र दरबार । डाले मत अपना सभी, प्रजातंत्र आधार । प्रजातंत्र आधार, अधूरी सबकी आशा। हिंदी भाषा बने, राष्ट्र भारत की... Hindi · कुण्डलिया 310 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 May 2019 · 1 min read आज की कुण्डलिया ,रक्त दान महादान मित्रो आज की कुण्डलिया सादर समर्पित है । आया अवसर दान का, करें रक्त का दान । सुगर व बी पी सन्तुलित, सधे लिपिड का मान । सधे लिपिड का... Hindi · कुण्डलिया 308 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2019 · 1 min read मौका ब्लड के दान का, बहुत कमाये पुण्य । मित्रों सादर समर्पित है आज की कुण्डलिया । मौका ब्लड के दान का,बहुत कमायें पुण्य । पाप पुण्य के बीच में, मानव हुआ नगण्य । मानव हुआ नगण्य, पुण्य मत... Hindi · कुण्डलिया 291 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 9 May 2019 · 1 min read अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान । रक्त दान परहित करें,जीवन दान महान । जीवन दान महान, प्रेम जनहित में करिये। रक्त चाप नियंत्रित ,हो मधुमेह से लड़िये।... Hindi · कुण्डलिया 285 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 8 May 2019 · 1 min read रक्त दान करें। मित्रो सादर समर्पित है, कुण्डलिया । आया अवसर दान का,करें रक्त का दान । रक्त दान परहित करें,जीवन दान महान । जीवन दान महान, खुशी का अनुभव करिये। नियमित कर... Hindi · कुण्डलिया 2 525 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 7 May 2019 · 1 min read सहमत हों सब राज्य मिल सहमत हो सब राज्य मिल, आवश्यक यह कार्य । पूर्ण राष्ट्र भाषा बने, हिन्दी ही स्वीकार्य । हिंदी ही स्वीकार्य, राष्ट्र अपना ये माने। प्रजातंत्र आधार, इसी को दिल से... Hindi · कुण्डलिया 1 292 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 7 May 2019 · 1 min read अवसर आता वोट का, बारम्बार न भाय । अवसर आता वोट का,बारम्बार न भाय। सांझ सकारे रात दिन, रहिये ध्येय बनाय। रहिये ध्येय बनाय,वोट इक इक है थाती। प्रजातंत्र का कर्ज, चुकायें हम इस भांति । कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 271 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 23 Mar 2019 · 1 min read दो कुण्डलिया -होली पर्वपर काव्य नाटिका होली का उल्लास है , खुशियों का त्योहार , रंग बिरंगे हो गए , जीवन के व्यापार । जीवन के व्यापार , यार सब खेलें होली , फगुआ गायें वीर... Hindi · कुण्डलिया 1 334 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Feb 2019 · 1 min read अति हर्षित होकर चले, सब बारिश में स्कूल । अति हर्षित होकर चले , सब बारिश में स्कूल , शिक्षक बच्चे कह रहे , मौसम है प्रतिकूल , मौसम है प्रतिकूल , सभी वाहन अब गायब, बिन बस कैसे... Hindi · कुण्डलिया 400 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Jan 2019 · 1 min read हिंदी को अपनाइए, हिन्दी को अपनाइए, जनता की यह मांग । यही राष्ट्र भाषा बने,नही अड़ायें टांग । नही अड़ायें टांग, देश हित में यह भाषा, । बचे मान सम्मान, राष्ट्र हित में... Hindi · कुण्डलिया 432 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Jan 2019 · 1 min read बेघर हैं श्री राम अब , जनता मांगें न्याय बेघर हैं श्री राम अब , जनता मांगें न्याय । जन नायक के नाम पर , कैसा है अन्याय? कैसा है अन्याय ?आज वादी यह सोचें। प्रतिवादी हित उच्च, न्याय... Hindi · कुण्डलिया 286 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 23 Dec 2018 · 1 min read करते सब मनुहार हैं , वोट बैंक हित यार , करते सब मनुहार हैं , वोट बैंक हित यार, सारी जनता त्रस्त है , प्रजातंत्र बेकार । प्रजातंत्र बेकार , करें जनता से मस्ती , राजनीति में कहीं नहीं ,... Hindi · कुण्डलिया 306 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 23 Dec 2018 · 1 min read गुट बंदी के भेद में , घिरे वीर हनुमान गुटबन्दी के भेद में , घिरे वीर हनुमान , नेता जी अब कर रहे , वर्गीकृत भगवान वर्गीकृत भगवान , खेल तो नेता खेलें , घातक हों परिणाम , इसे... Hindi · कुण्डलिया 1 571 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 14 Dec 2018 · 1 min read चोरी से जब नान वेज , , चोरी से जब नानवेज , खाने को मिल जाय। लाख बहाना कर भले , झूठ जाय पकड़ाय । झूठ जाय पकड़ाय , व्यर्थ चोरी की बोटी , फूटे मित्र नसीब... Hindi · कुण्डलिया 297 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 14 Dec 2018 · 1 min read साली बन कर हुस्न ने साली बन कर हुस्न ने , चूना दिया लगाय। जीजाजी को इश्क ने, भूखा दिया सुलाय । भूखा दिया सुलाय , रात भर नींद न आयी , चढ़ा इश्क का... Hindi · कुण्डलिया 378 Share Previous Page 2