डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम Tag: गीत 37 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 23 Sep 2024 · 1 min read हिन्दी मन की पावन गंगा हिंदी मन की पावन गंगा. जन भाषा होती स्वदेश की, सबके मन को रखती चंगा. हिंदी माथे की बिंदी है, हिंदी मन की पावन गंगा. जैसे मातृभूमि होती है, स्वर्ग... Hindi · गीत 61 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Mar 2024 · 1 min read जय हो माँ भारती जय हो मां भारती, जय माँ वागेश्वरी, माँ जय जग राता हूं. जय हो माँ भारती,जय माँ ही गाता हूं. बलखाते झरनों के,निर्झर प्रवाह में, इठलाती सरिता के,उत्कल प्रभाव में,... Hindi · गीत 76 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Mar 2024 · 1 min read ऋतुओं का राजा आया पतझड़ का मौसम पतझड़ का मौसम आया, वृक्षों ने ली अंगड़ाई. अब मौसम हुआ सुहाना, सूरज में गर्मी आयी. लगी पत्तों की अब ढेरी, करती भू से अठखेली. बासंती मौसम... Hindi · गीत 134 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 12 Dec 2023 · 1 min read संजय ने धृतराष्ट्र से कहा - संजय ने धृतराष्ट्र से कहा - कौरव पांडव सेनापति अब, बार-बार कर शंखनाद। रथ सेना के बीच ले चलें ,करना है किससे विवाद। वादी मैं हूं या भीष्म हैं ,करना... Hindi · गीत 1 231 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 21 Oct 2023 · 1 min read युद्ध घोष युद्ध घोष शोकाकुल व्याकुल तरूणी मुख, देख देख अकुलाऊं। जला रही शोकाग्नि है तन मन, मुख कैसे दिखलाऊं । मृत्यु भयावह नर्तन करती , रण मुद्रा में भारी । खंड-खंड... Hindi · गीत 1 172 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 9 Jul 2023 · 1 min read प्रतिशोध प्रतिशोध, जल रही विरह की ज्वाला में, पिया से लेना है प्रतिशोध मुझे। प्रेमाग्नि मुझे झुलसाती है, इसका होता अब बोध मुझे। दीपक बाती का रिश्ता जो, होता ये गहरा... Hindi · गीत 227 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jun 2023 · 1 min read दिल हमारा तुम्हारा धड़कने लगा। नृत्य में गीत तुम गुनगुनाने लगी, दिल हमारा तुम्हारा थिरकने लगा । हाथ लो हाथ में प्यार से ऐ सखी, दिल हमारा तुम्हारा धड़कने लगा । लोचनों ने कहा कुछ... Hindi · गीत 1 1 401 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 5 Oct 2022 · 1 min read विरासत विरासत लूट खसोटी और गुलामी ,अब- जब मिली विरासत में। खूनखराबा व बंटवारा ,तब- तब मिला सियासत में। भ्रष्टाचारी नीति बनाकर, जाँति- पाँति में बाँट दिया। राजनीति में चाटुकार को,प्रश्रय... Hindi · गीत 1 200 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 7 Jul 2022 · 1 min read यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से यशोधरा के नयनों को, क्या गौतम पढ़ पायेगें। अश्रु पूरित व्यथा- कथा को,बुद्ध कभी गढ़ पायेगें। गौतम भामिनि होकर तुमने ,क्या पाया पति को खोकर। हुये तथागत वो गौतम से,तुमने... Hindi · गीत 1 2 469 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Jun 2022 · 1 min read हरियाली और बंजर विश्व पर्यावरण दिवस पर मित्रों सादर समर्पित है गीत। हरियाली औ बंजर कोसे हरियाली बंजर को,क्यों विकास इतना करती। फलस्वरूप बंजर धरती को,कंक्रीट है क्यों भरती?। क्यों मानवता हरित धरा... Hindi · गीत 337 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 5 Jun 2022 · 1 min read हरियाली और बंजर कोसे हरियाली बंजर को,क्यों विकास इतना करती। फलस्वरूप बंजर धरती को,कंक्रीट है क्यों भरती?। क्यों मानवता हरित धरा को,अपमानित कर रहती है? कंक्रीट का जंगल लेकर, खुशियाँ पाकर कर सहती... Hindi · गीत 398 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Mar 2022 · 1 min read होली पथरायी सूनी आँखों में, खोया प्यार जगा दे होली। खोये खोये सपनों को भी ,सच में यार जगा दे होली। सपनों के लुट जाने का दुःख ,दुःख कर अहसास हुआ... Hindi · गीत 357 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Mar 2022 · 1 min read विश्व योग दिवस विश्व योग दिवस पर गीत । इस पावन इक्कीस जून में , सबको योग कराएंगे। नित्य सूर्य को नमन करेंगे, सब को स्वस्थ बनाएंगे । ऊर्जावान युवा सब मिलकर, नवभारत... Hindi · गीत 210 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 15 Mar 2022 · 1 min read गणेश चतुर्थी पावन गणेश चतुर्दशी, गणपति उपासना आज। मनोकामना पूर्ण कर, मंगल करते काज । पुत्र स्नेह सबको मिले ,हे! गणपति आराध्य। शिव- शिवा दोनों भजें, हे !गणपति महाराज। सकट चतुर्थी के... Hindi · गीत 181 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 14 Mar 2022 · 2 min read मेरी पंचवटी मेरी पंचवटी यह कैसी वासना दृगों में,लखन देख कर घबराये। बेचारी उर्मिला भवन में,कैसी होगी कुम्हलाये। सूर्पणखा सुंदरी अनूठी, छल से माया रच लायी। पर्णकुटी में राम दिखे थे,सहज लालसा... Hindi · गीत 637 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 3 Nov 2021 · 1 min read माँ से ही ममता महान है,माता का आभूषण जानो। माँ से ही ममता महान है,माता का आभूषण जानो। बिन ममता नारी वैसे है, जैसे बिन पल्लव तरु मानो। शस्यश्यामला बसुन्धरा ने,सबको जीवन दिया अनोखा। सदा हिरण्यगर्भा माता ने ,निज... Hindi · गीत 2 427 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2021 · 1 min read पुष्प वाटिका में श्री राम का समर्पण नजरों की परिभाषा समझो,चंचल चितवन रहे बसेरा। नयनों की भाषा जो समझे,नयनों का है वही चितेरा। नयनों की चितवन के कायल, राम वाटिका में अटके हैं। पलकों के तीरों से... Hindi · गीत 1 2 706 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 3 Oct 2021 · 1 min read लाल बहादुर औ गाँधी जी,भारत के दो लाल हुये। जन्म हुआ दो अक्टूबर को,लाल बहादुर बाल हुये। लाल बहादुर औ गाँधी जी,भारत के दो लाल हुये। सीमा पर जो युद्ध छिड़ा था, भारत पाकिस्तानी में, बलिदानी थे वीर सिपाही,सीमा... Hindi · गीत 2 268 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 4 Jul 2021 · 1 min read बड़े भाग्य से मिले देखिये,सभी बुजुर्गों का आशीष। बड़े भाग्य से मिले देखिये , सभी बुजुर्गों का आशीष। सारे अनुभव यही बताते, कर प्रणाम मिलेगी सीख। खेल-खेल में यह बतलाते , करो नहीं शैतानी तुम। जब गिर पड़ते... Hindi · गीत 2 4 350 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 May 2021 · 1 min read मेघ रुपहले राज छुपा कर, जीवन को हरसाता है। गीत सागर गहरे राज समा कर,जीवन को अपनाता है । मेघ रूपहले राज छुपा कर,जीवन को हरसाता है। प्रातः धरती की प्यास बढ़ाने,सूरज नभ में आता होगा। जल बिन मछली... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 8 338 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jan 2021 · 1 min read वीर शिवाजी वीर शिवा जी वीर शिवाजी की गाथाएं ,हमको याद जुबानी है । माता जीजाबाई की है, दीक्षा बहुत पुरानी है। गुरु समर्थ के लिए शिवाजी, दूध शेरनी का लाया औरंगजेब... Hindi · गीत 562 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 1 min read सागर गहरे राज समा कर जीवन को अपनाता है। जल सागर गहरे राज समा कर जीवन को, अपनाता है । मेघ रूपहले राज छुपा कर जीवन को, हरसाता है। प्रातः धरती की प्यास बढ़ाने सूरज नभ में आता होगा।... Hindi · गीत 4 267 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 2 min read नया साल जिससे भाये। "नया साल जिससे भाये।" मातु शारदे !ओजस भर दो, नया साल जिससे भाये। वीणापाणि हमें वह स्वर दो, सहज सुखद लेखन पायें। दिन में खून पसीना बहता ,रात सुहानी हो... Hindi · गीत 1 500 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read जल सागर गहरे राज समा कर जीवन को, अपनाता है । मेघ रूपहले राज छुपा कर जीवन को, हरसाता है। प्रातः धरती की प्यास बढ़ाने सूरज नभ में आता होगा। जल... Hindi · गीत 1 1 364 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read नयन नैनो की भाव भंगिमा जब अनुवादित होती है। संकेतों की परिभाषा तब परिभाषित होती है। नयनों की भाषा केवल ये नयन समझते हैं । प्रेम विरह की व्यथा कथा, वे... Hindi · गीत 263 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 1 min read अयोध्या राम आते हैं। अयोध्या राम आते हैं। अवध पति राम आते हैं। मनोहारी धरा यह है, मनोहारी छटा वह है सियापति राम आते हैं अवध पति राम आते हैं। अयोध्या राम आते हैं... Hindi · गीत 2 6 553 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Aug 2020 · 2 min read राष्ट्र गीत बचा लो राष्ट्र भारत को लहू तुम में अगर बाकी । वचन दो आज वीरों तुम,शहादत आज गर बाकी। न छेड़ो धीर सैनिक को ,डटा है वीर सीमा पर ।... Hindi · गीत 1 2 488 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 1 min read कोरोना गीत कोरोना उपचार नहीं है, रोकथाम ही करना है। पूरा बन्द हुआ है भारत, घर में प्रतिदिन रहना है । श्वसन तंत्र मजबूत बनायें, हम सब प्राणायाम करें । योग भ्रामरी... Hindi · गीत 1 378 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 1 min read कोरोनाकाल मित्रों कल कोरोना ना वायरस की खोज में व्यस्त था ,आज रिपोर्ट का इंतजार है। इसी संदर्भ में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए एक गीत प्रस्तुत कर रहा हूं। सादर... Hindi · गीत 1 431 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 1 min read गीत जब राज धर्म को अपनायें, अधिकार हमें मिल जाये। तब साधु संत की रक्षा का, अधिभार हमें मिल जाये। ये अपराधी क्यों खुले आज, विधि कल्प अधूरा क्यों है? अब... Hindi · गीत 289 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 May 2020 · 1 min read श्री राम का कोप मित्रों मत सवैया छंद पर एक प्रयास समर्पित है आप सब सुधि जनों को प्रणाम करता हूँ।अगर कोई त्रुटि हो तो क्षमा प्रार्थी हूँ। समर्पित है । " श्री राम... Hindi · गीत 252 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read नारी, लावणी छंद कितना सुंदर रूप तुम्हारा, कितनी सुंदर काया है । मां ममता का रूप तुम्हारा, कितनी सुंदर माया है । नारी बनकर बेटी अपनी ,आस्था का है रूप बना। बहन बन... Hindi · गीत 447 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read लावणी छंद यह कैसी वासना दृगों में, लखन देखकर घबराये। बेचारी उर्मिला भवन में, कैसी होगी कुम्हलाये। शूर्पणखा सुंदरी अनूठी, छल से माया रच लायी। पर्णकुटी में राम दिखे थे, सहज लालसा... Hindi · गीत 378 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read क्षितिज रश्मियाँ क्षितिज रश्मियाँ सागर तट से, प्रथम आगमन करती हैं। दूर कहीं ओझल होती हैं, गमन वहीं से करती हैं। दूर देश को जाने वाले, कर्ज चुकाना माटी का। इस सुगंध... Hindi · गीत 290 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read अंबर क्यों पियूष कतरों को-लावणी छंद अंबर क्यों पीयूष कतरों को, सहज भाव संजोता है । पलक झपकते नखत स्वाति में, पल भर में ही खोता है । टेर पपीहा करता है पर, प्यास न उसकी... Hindi · गीत 445 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Feb 2020 · 1 min read लावणी छंद वीर शिवाजी की गाथायें, हमको याद जुबानी है। माता जीजाबाई जी की, दीक्षा बहुत पुरानी है। गुरु समर्थ के लिए शिवा जी, दूध शेरनी का लाये। मुगल क्रूर औरंगजेब को,... Hindi · गीत 502 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 22 Jan 2020 · 1 min read शूरता में बोस जैसा वीर होना चाहिये शूरता मैं बोस जैसा वीर होना चाहिये, वीरता में हिंद जैसा धीर होना चाहिये। फौज जो जापान से मिल कर फिरंगी से लड़ी, घाटियों को पार कर सेना हमारी जो... Hindi · गीत 1 285 Share