डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम Tag: कुण्डलिया 74 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 1 Jun 2024 · 1 min read नारी और चुप्पी नारी और उसकी चुप्पी को समर्पित कुण्डलिया: नारी जब चुप बैठ कर, साधे रहती मौन| अचरज तब लगता यही, है नारी यह कौन | है नारी यह कौन, ऑन मोबाइल... Hindi · कुण्डलिया 1 12 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 24 May 2024 · 1 min read पत्रकारिता सामाजिक दर्पण दर्पण सामाजिक कहें,लिखते सच है बात | पत्रकार का काम यह,रोचक हो शह- मात | रोचक हो शह -मात,उचित अभिव्यक्ति करेंगे| पीड़ित सँग मजदूर, पत्र आवाज बनेंगे | चाटुकार जो... Hindi · कुण्डलिया 21 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 24 May 2024 · 1 min read रक्तदान पर कुंडलिया थोड़ा थोड़ा खून लें, करते कुछ कानून.| क्या मिर्चा धनिया समझ,लें लें सबका खून लें लें सबका खून,चाहकर खून न देते | व्यवसायिक जो लोग,जरुरी धन ले लेते. रक्त बेचते... Hindi · कुण्डलिया 27 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 May 2024 · 1 min read जनता जनता से जो मांगते, वोट नोट का प्यार | प्यारी जनता कर रही, जी भर कर दुत्कार | जी भर कर दुत्कार, वोट की खातिर रोते | जाति जाति में... Hindi · कुण्डलिया 1 27 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 3 Aug 2023 · 1 min read नारी सम्मान नारी का सम्मान कर,करता राष्ट्र विकास। अपमानित वह देश जो , करे सभ्यता नाश। करे सभ्यता नाश, दुष्टजन की मनमानी। हुआ कलंकित देश, नीचता की हद जानी। कहें प्रेम कविराय... Hindi · कुण्डलिया 154 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 3 Aug 2023 · 1 min read नसीहत योगी सीएम ने कहा ,न्याय करो भरपूर। भ्रष्टाचारी दांव पर , हो प्रहार सब दूर। हो प्रहार सब दूर, भेद सबमें मत करिए। जातिवाद को त्याग, प्रेम से मिलकर रहिए।... Hindi · कुण्डलिया 186 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Apr 2023 · 1 min read राम अवतार कुंडलियां मित्रों एक नए कांसेप्ट ने इस रचना में जन्म लिया है करने रक्षा धर्म हित, लिया मूर्ति अवतार। कलयुग में श्री राम ने, किया धर्म संचार। किया धर्म संचार,... Hindi · कुण्डलिया 252 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Apr 2023 · 1 min read संचारी रोग दस्तक अभियान संचारी जो रोग पर, दस्तक है अभियान। एप्रिल से ही हो शुरू, करो स्वच्छ जलपान। करो स्वच्छ जलपान, दस्त-उल्टी जो रोके। ओआरएस का घोल, पिला संजीवन हो के। कहें 'प्रेम'... Hindi · कुण्डलिया 1 219 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 13 Mar 2023 · 1 min read जीजा साली जीजा साली कर रहे, हँसी ठिठोली आज। रंगों की बौछार में,खोलो दिल के राज। खोलो दिल के राज, नहीं करना बरजोरी। रंगों की सौगंध, करो मत सीनाजोरी। कहें प्रेम कविराय,आज... Hindi · कुण्डलिया 156 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 13 Mar 2023 · 1 min read होलिका दहन होलिका दहन फागुन पूनम चांदनी, दहन होलिका साथ। जीवित बच प्रहलाद हैं, विष्णु चूमते माथ। विष्णु चूमते माथ, अबीर गुलाल लगाओ। नाचो गाओ संग, संग मिल फगुआ गाओ। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 153 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 13 Mar 2023 · 1 min read होलीकोत्सव होलिकोत्सव पूनम फागुन मास में ,दहन होलिका रात। मिलें गले सब मीत जन, बने बात से बात। बने बात से बात,मीत मिल नाचो गाओ। लगे अबीर गुलाल, संग में गुझिया... Hindi · कुण्डलिया 176 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 2 Mar 2023 · 1 min read मकर संक्रांति पर्व मकर संक्रांति पर्व सिहरन को अनुभव करें, राजा रंक फकीर। शीत लहर जो चल रही, नारी शक्ति अधीर। नारी शक्ति अधीर, अलाव जलाकर तापो। ऊनी कपड़े पहन, रजाई से तन... Hindi · कुण्डलिया 1 133 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 2 Mar 2023 · 1 min read शादी शादी शादी बंधन प्रेम का, नहि कोई अनुबंध। सप्तपदी को जो निभा, जन्म सात तक बंध। जन्म सात तक बंध,दहेज कलंक समाना। अबलाएं जल रहीं , नहीं न्यायोचित माना। कहें... Hindi · कुण्डलिया 168 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 20 Jan 2023 · 1 min read चित्र गुप्त पूजा पूजा कलम दवात की,यम दुतिया के साथ। चित्रगुप्त महाराज की, जय जयकार सनाथ। जय जयकार सनाथ, शुरू शुचि लेखा जोखा। कर्मों की गति मान,करें मत सबसे धोखा। कहें प्रेम कवि... Hindi · कुण्डलिया 2 218 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Jan 2023 · 1 min read चाय आदत हो जब चाय की, पीते रहिये चाय। आदर मिलता है जहां ,करते रहिये आय। करते रहिए आय,चाय का अद्भुत वादा। पीलो जितनी चाय ,आय उतनी हो ज्यादा। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 1 1 141 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Jan 2023 · 1 min read मकर संक्रांति शुभ मकर संक्रांति पर्व मेला में जमघट लगा, दे कर प्रभु को अर्ध्य। उत्तरायण प्रभु भास्कर ,पुण्य कर्म अब सध्य। पुण्य कर्म अब सध्य, नौग्रह भाव के स्वामी। सब कुछ... Hindi · कुण्डलिया 1 209 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Jan 2023 · 1 min read पूनम का चांद पूनम का चांद पूनम की है चांदनी ,पूनम का है चांद । सुंदरता अद्भुत निरख, पगडण्डी को फांद। पगडण्डी को फांद, हृदय कुलांचे मारे। प्रिय प्रियतम की भाँति,प्रिये तुमको पुकारे।... Hindi · कुण्डलिया 1 215 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 19 Jan 2023 · 1 min read भोली बाला भोली बाला भोली बाला ले चली, कर पूजा का थाल। सुंदर श्यामल तन लिये, नागिन जैसे बाल । नागिन जैसे बाल, कोकिला जैसी बोली। प्रिये ,दन्तिका धवल,नासिका है हमजोली। कहें... Hindi · कुण्डलिया 185 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jan 2023 · 1 min read गणतंत्र दिवस पावन छब्बिस जनवरी ,उन्निस सौ पाचास। संविधान लागू हुआ, सबकी पूरण आस। सब की पूरण आस,शुचि गणतंत्र को मानो। नहि लिंग- जाति भेद ,बराबर सबको ंजानो।ं सबका है सम्मान, हमेशा... Hindi · कुण्डलिया 1 210 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jan 2023 · 1 min read कोरोना लेना दूभर हो गया, कोरोना से श्वास। मास्क जरूरी है हुआ ,छोड़ें जब प्रश्वास। छोड़ें जब प्रश्वास, फैलता है कोरोना। दम घोटूं यह रोग, यही जग का है रोना। कहें... Hindi · कुण्डलिया 144 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jan 2023 · 1 min read गुरुवर गुरुवर के निर्मल चरण, करते ह्रदय प्रकाश । श्रुतियों की वाणी सुना, करते विमल विकास। करते विमल विकास, नयन कमलों को खोलें। गुरुवर भानु समान,शारदा माता बोलें। कहें प्रेम कविराय,... Hindi · कुण्डलिया 148 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jan 2023 · 1 min read संगीत तन मन झंकृत हो गया, सुन करके संगीत। गीतों का संगम हुआ,संग मनोहर मीत। संग मनोहर मीत, जगत जीवन संचारे। भाव अनोखे गूंज, गगन गूँजे गुंजारे। कहे प्रेम कविराय, मगन... Hindi · कुण्डलिया 99 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jan 2023 · 1 min read बसंत ऋतु शोभित हैं ऋतुराज के, बासंती परिधान। ऋतुओं के सरताज हैं,ऋषियों में सम्मान। ऋषियों में सम्मान,आम राजा बौराया। कोकिल की सुन कूक, पुष्प टेसू हरषाया। कहें प्रेम कविराय, भ्रमर उपवन में... Hindi · कुण्डलिया 413 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jan 2023 · 1 min read वर्षा ऋतु वर्षा ऋतु रिमझिम वर्षा हो रही ,नूतन किसलय चूम। हरित तृणों की नोक पर ,बारिश बूंदे झूम। बारिश बूंदे झूम, मेघ गरजे घनघोरा। नर्तन करें मयूर,मोरनी का चितचोरा। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 185 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jan 2023 · 1 min read शीत ऋतु आया मौसम शीत का ,गर्मी दूर भगाय। जाड़े से बचना सभी, जब मौसम अति भाय। जब मौसम अति भाय,कटे रातें सब प्यारी। पहनें हों परिधान ,धूप की महिमा न्यारी। कहें... Hindi · कुण्डलिया 249 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 18 Jan 2023 · 1 min read नारी नारी की जो गोद है, ममता का ही रूप। माँ की ममता के लिए, महिला का प्रारूप। महिला का प्रारूप, ऋचा की अद्भुत रचना। शोभित मोहित भाव , मातु अद्भुत... Hindi · कुण्डलिया 265 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 4 Aug 2022 · 1 min read पानी बरसे मेघ से पानी बरसे मेघ से,बिजली चमके पार । जल प्लावन सब ओर है,त्राहि त्राहि करतार। त्राहि त्राहि करतार, झमाझम पानी बरसे। जन मानस हो त्रस्त,जल व विद्युत को तरसे। पर्यावरण स्वदोष,... Hindi · कुण्डलिया 1 332 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Jun 2022 · 1 min read करके शठ शठता चले मित्रों, सादर समर्पित है कुण्डलिया विषय-विश्वेश्वर महादेव करके शठता शठ चले, जैसे कोई भूल। महाकाल के सामने, सत्य वचन ही मूल। सत्य वचन ही मूल, सत्य ही बोलो मौला। छल... Hindi · कुण्डलिया 300 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 5 Jun 2022 · 1 min read विश्वेश्वर महादेव शठ करके शठता चलें, जैसे कोई भूल। महाकाल के सामने, सत्य वचन ही मूल। सत्य वचन ही मूल, सत्य ही बोलो मौला। छल करके क्या मिला, कपट को जबसे तौला।... Hindi · कुण्डलिया 3 2 633 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 11 Apr 2022 · 1 min read साल गिरह भैया प्यारे आ गये, घर में बाजे साज। मैया आशीर्वाद दे, साल गिरह पर नाज। साल गिरह पर नाज,केक सबने हैं काटा। फेश वेश पर लगा, केक सबने हैं बाँटा।... Hindi · कुण्डलिया 285 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Jan 2022 · 1 min read मिथ्या यह संसार। मानों भ्रम जग का नहीं, मिथ्या यह संसार। झूठी जग की नौकरी, जीवन का शुचि सार। जीवन का शुचि सार,किरायेदार ठिकाना। अब सत को पहचान ,बोध यह सबने जाना। कहें... Hindi · कुण्डलिया 1 226 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 May 2021 · 1 min read अति हर्षित होकर चले, सब बारिश में स्कूल। अति हर्षित होकर चले , सब बारिश में स्कूल । शिक्षक बच्चे कह रहे , मौसम है प्रतिकूल । मौसम है प्रतिकूल , सभी वाहन अब गायब। बिन बस कैसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 3 5 337 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 May 2021 · 1 min read सावन बरसे झूम के,ननदी झूला झूल। सावन बरसे झूम के , ननदी झूला झूल । रोके भौजी बाग में , रोके रुके न शूल । रोके रुके न शूल , टपाटप अमिया टपके , न कर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 3 5 297 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 May 2021 · 1 min read छायी है बदरी घनी,बारिश है चहुँ ओर। कुण्डलिया। छायी बदरी है घनी,बारिश है चहुँओर। घोर घटा घन बीच है , चपला चमके जोर। चपला चमके जोर, चाँदनी चमके जैसे। करके घन की ओट,शर्म से दमके वैसे। कहें... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 2 6 274 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 7 May 2021 · 1 min read छायी बदरी है घनी, कुण्डलिया। छायी बदरी है घनी,बारिश है चहुँओर। घोर घटा घन बीच है , चपला चमके जोर। चपला चमके जोर, चाँदनी चमके जैसे। करके घन की ओट,शर्म से दमके वैसे। कहें... Hindi · कुण्डलिया 1 585 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 May 2021 · 1 min read मेरा जीवन है प्रिये, कुण्डलिया। मेरा जीवन है प्रिये, प्रिय सब के आधीन। परहित निज जीवन करुँ,सुख सपने स्वाधीन। सुख सपने स्वाधीन,चंचला धन की छाया मन चंचल ही करे, छलेगी सबको माया। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 3 7 283 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 5 May 2021 · 1 min read मेरा जीवन है ऋणी, मेरा जीवन है ऋणी ,कर सेवा का भाव। मात पिता आशीष दें,उनका जीवन छाव। उनका जीवन छाव,कर्म का बनकर योगी । कंटक पथ पर बढा, योग व्रत लेकर भोगी। कहें... Hindi · कुण्डलिया 3 2 269 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 4 May 2021 · 1 min read कोरोना का काल जीवन दूभर हो गया, कोरोना का काल। प्राण वायु को क्षीण कर,तड़पाया बेहाल। तड़पाया बेहाल,दवाओं का है टोटा। जल बिन तड़पत मीन, वायरस है यह खोटा। कहें प्रेम कविराय,दुखी है... Hindi · कुण्डलिया 2 6 321 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 3 May 2021 · 1 min read रिश्ते रिश्ते नजदीकी बने, ,दूरी को मजबूर । मजबूरी रिश्ता बना, हुये फासले दूर। हुये फासले दूर, प्यार है ये इकलौता। पति पत्नी के बीच, प्यार है इक समझौता। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 1 4 538 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 2 May 2021 · 1 min read नारंगी पृथ्वी हुई, नारंगी पृथ्वी हुई, चंदा हुआ चकोर। मंगल ग्रह की खोज में,आस रही झकझोर। आस रही झकझोर, खोजने लैंडर आया। पृथ्वी पर है जोर,लाल ग्रह में क्या पाया। कहें प्रेम कवि... Hindi · कुण्डलिया 1 6 300 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 2 May 2021 · 1 min read वंदन नेता जी करें, विधा -कुण्डलियाँ वंदन नेता जी करें, पूरी होगी माँग। जनता अब स्वागत करे ,नेता जी का साँग। नेता जी का साँग ,बड़ी है उनकी कोठी। सुख सुविधा से युक्त, तोंद... Hindi · कुण्डलिया 1 2 224 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 4 Mar 2021 · 1 min read सीमा पर सैनिक करें, सीमा पर सैनिक करें ,रक्षित निज अभिमान। राष्ट्र प्रेम जाहिर करें, कर अपना बलिदान। कर अपना बलिदान, देश की सेवा करते। मिले वीरता चिन्ह ,वीर जनहित में मरते। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 210 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 6 Jan 2021 · 1 min read दिनकर जयंती पर कुंडलिया-दिनकर जयंती पर। दिनकर कहते साफ हैं, राजनीति से दूर। हिंदी के राष्ट्रीय कवि, हो यशगान सुदूर। हो यश गान सुदूर, राष्ट्र हृदयों से गाता। रश्मि रथी कुरुक्षेत्र, उर्वशी सबको... Hindi · कुण्डलिया 1 4 505 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 1 min read हिंदी भाषा कुण्डलिया: हिंदी भाषा राष्ट्र की, अधिकारिक लें मान। भारत की बिंदी करे, तकनीकी अवदान। तकनीकी अवदान, यही हम सबकी आशा। करें मातृ को नमन, दूर हो त्वरित निराशा। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 2 241 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 10 Dec 2020 · 1 min read श्रद्धांजलि राही जी ने जगत में, लिखा अनूठा छंद। काव्य जगत करता नमन, कर कविता को बंद। कर कविता को बंद, सुमन बिखरे है सारे। करते अर्पित तुम्हे,हैं श्रद्धा सुमन हमारे।... Hindi · कुण्डलिया 1 2 252 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read हिंदी भाषा कुण्डलिया: हिंदी भाषा राष्ट्र की, अधिकारिक लें मान। भारत की बिंदी करे, तकनीकी अवदान। तकनीकी अवदान, यही हम सबकी आशा। करें मातृ को नमन, दूर हो त्वरित निराशा। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 1 488 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 16 Oct 2020 · 1 min read बाबा और दादी कुंडलिया, बाबा बैठ मुडेर पर,देखे जग की राह। दादी नियरे बैठ कर,मन में करती चाह। मन में करती चाह,करें साइकिल सवारी। बाबा तकते राह, चलें अब बारी बारी। कहें प्रेम... Hindi · कुण्डलिया 1 208 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read जैसे चपला सी चपल कुंडलिया जैसे चपला सी चपल, चंचल मन के तीर। प्रियतम के मोहक नयन,हरते मन की पीर। हरते मन की पीर, प्रिया मनभावन मोरी। प्यारे लगते नयन, सुहावन चितवन तोरी। कहें... Hindi · कुण्डलिया 1 505 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read मानव इस संसार में कुण्डलिया मानव इस संसार मे,करें कर्म का योग। बाढ़ ग्रस्त इस विश्व में,देश करें सहयोग। देश करें सहयोग,,बचाये जन बहुभाँती। कोरोना का काल,मिटाये मानव थाती। कहें प्रेम कवि राय, दुःखी... Hindi · कुण्डलिया 1 217 Share डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम 27 Aug 2020 · 1 min read कोरोना से घिर गया कुंडलिया कोरोना से घिर गया ,सारा भारत वर्ष। बाढ़ ग्रस्त हो फिर गया,भारत का उत्कर्ष। भारत का उत्कर्ष,एक सपना था देखा। गाँव गाँव है मर्ष, मिटा किस्मत का लेखा। कहें... Hindi · कुण्डलिया 1 235 Share Page 1 Next