प्रवीण शर्मा 65 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 प्रवीण शर्मा 8 Mar 2018 · 2 min read नारी नारी शक्ति का वरदान है वही जग का सम्मान है नारी बिन जग सुन्ना है नारी बिन सन्सार अधूरा है नारी बहता सा कोमल पानी है जो जग सुंदरता सा... Hindi · कविता 289 Share प्रवीण शर्मा 8 Mar 2018 · 1 min read बसन्त पँचमी वसंत वीणा की कोई धुन है,, झुली डालियों पर तरु की पत्ती पर फूल है। संगीत शास्त्र में यह एक राग है,, ऋतुओं में वसंत एक महाराज है । वसंत... Hindi · कविता 216 Share प्रवीण शर्मा 7 Mar 2018 · 2 min read घमंड तन मन धन की झूठी काया घमंड में पड़े किस पर छाया । माँ ने चलना सिखाया अंगुली पकड़ कर आगे बढ़ाया धोकर नितम्ब हमारे चड्डी पहनना सिखाया फिर क्यों... Hindi · कविता 582 Share प्रवीण शर्मा 7 Mar 2018 · 1 min read माल्या ए बाल्या ओरे माल्या केई खाल्या शेष कहा जाल्या , जिसे जेल में रहनो थो वो भाग्यो भाग्यो फिर ऱी रियो है ,। कसा दने का सरकार वाह रे चौकीदार... Hindi · कविता 244 Share प्रवीण शर्मा 6 Mar 2018 · 1 min read जवान वो ईमान है ,भारत के लाल है वो बेईमान जो सत्ता का पालनहार है । वो जवान शहीद हुआ उसका किसको गुमान रहा है वो रक्त लाल बीज बोए ,... Hindi · कविता 356 Share प्रवीण शर्मा 19 Jan 2018 · 1 min read परिश्रम का महत्व बिन परिश्रम बिन काज ,तजि बोए फल । काज बिन कहा ताज ,कजी प्यासे जल । ?✍प्रवीण शर्मा Hindi · दोहा 944 Share प्रवीण शर्मा 19 Jan 2018 · 1 min read पृकृति की अनुपम छठा प्रभात में सूरज की लालिमा अम्बर में छाई है , ,, उठकर, तू निंदिया रानी से आई है ,। निःशा के चक्षु के पलको में तू खोई है । भोर... Hindi · कविता 516 Share प्रवीण शर्मा 16 Jan 2018 · 1 min read दिल।में जगह बनना चाहता हु में अपने किसी परिवार की ख़ुशी बनना चाहता हु जो।मुझे अपना ले ,में स्नेह का बंधन बनना चाहता हु । चटपटी लड़ाई को अपने प्रेम रस के रूह में भरना... Hindi · कविता 175 Share प्रवीण शर्मा 15 Jan 2018 · 1 min read केश का मोल बहुत सुंदर रचना ? शिवराज कसाई हो गया ,, देखकर मुंडन को हर भाई रोया । समर्थन में आया एक फिल्मी नायक बन गया शिवराज कुर्सी का खल नायक ।... Hindi · कविता 382 Share प्रवीण शर्मा 14 Jan 2018 · 1 min read बेटी बेटी बेटी कभी न दीजिए उस घर में श्री मान ,,, जिस घर में खिले न बेटी की मुस्कान ।। वो हंमारी पायल सी कली है दहेज भेड़ियों से क्यों... Hindi · कविता 481 Share प्रवीण शर्मा 13 Jan 2018 · 1 min read जनता की बदहाली यही है केसी सरकार चल क्यों रहा मुंडन सँस्कार उड़ा रहे नेता पैसा पैसा केश कट रहा है अध्यापकों का केस । यह तो गुंडों का राज नही क्यों देते... Hindi · कविता 1 475 Share प्रवीण शर्मा 11 Jan 2018 · 1 min read माँ की ममता का मोल सुनो मेरी कविता आज ,, लरज्जति अम्मा की आवाज । बोलो मुझसे आप कहिए मांगे बेटे से दस मात्र रूपये । सुनकर हो गया बेटा हैरान ,, दस रुपये का... Hindi · कविता 705 Share प्रवीण शर्मा 11 Jan 2018 · 1 min read जावरा की दुखदायी घटना जावरा , कतारबन्द में सजी बेकरी ,, सर्व धर्म की आस्था में सजी टेकरी । हुआ वहाँ ऐसा क्यों गेंगरेप ,, कट गई पर्स पैसा की जेब । न बची... Hindi · कविता 443 Share प्रवीण शर्मा 11 Jan 2018 · 1 min read कभी ख़ुशी खभी गम है आज के जमाने में क्या ख़ुशी क्या गम है ? इससे तो हंमे परिवार से आभास है ।। कोई पास कोई दूर कोई आसपास ,,,, वो है मजबूर जो हंमे... Hindi · कविता 571 Share प्रवीण शर्मा 8 Jan 2018 · 1 min read भारत माँ का बंटवारा माजी तेरी किश्ती के तलबगार बहुत है ,,,, इस और कुछ मगर उस और बहुत है । जिस शहर में खोली है शीशे की तूने दुकान ,,उस शहर में पत्थर... Hindi · कविता 573 Share Previous Page 2