Dr.Pratibha Prakash Tag: गीत 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.Pratibha Prakash 20 May 2024 · 3 min read बीते हुए दिन बचपन के मेरा बचपन मां … मेरे बचपन में बेटा आता था बन्दर मामा लाठी लेकर मामी को ससुराल से लाना .. हःह अच्छा और क्या क्या होता था माँ .... कभी... Hindi · कविता · गीत · बाल कविता 1 10 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Mar 2024 · 1 min read दिन ढले तो ढले हँसकर मिलना तुम सभी से गले अगर दिन ढलता है तो ढले ...हंसकर ... निशा है ये काली पर कट ही जाएगी मुश्किल है मंजिल मगर मिल जाएगी न हिम्मत... Hindi · गीत 3 37 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Mar 2024 · 2 min read अकेले आए हम अकेले है जाना अकेले , बहकाते हैं ये दुनियाँ के मेले कुछ भी नहीं है सच्चा यहाँ , सारे ही रिश्ते हैं मिथ्या यहाँ बालू के ढेर पर... Hindi · गीत · गीतिका 3 186 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read मिलन चाह लिये मिलन की तुमसे करती रोज निहार जब भी दूँ सन्देश तुम्हें मिलता जाए इनकार मिल जाए इनकार व्यथित तब मन हो जाता पल भर तो कुछ समझ न... Poetry Writing Challenge · गीत 20 3 138 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2023 · 1 min read शाश्वत सत्य अटल अडिग अविचल निश्चय सत्य सनातन शाश्वत परिचय अनादि अनन्त अगम अगोचर शान्त सहज भय से भयंकर बांधे सकल काल अणु रज रज भू अम्बर प्रकृति हर अक्षर शत सूर्य... Poetry Writing Challenge · गीत 17 2 293 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read ललकार आर्यावर्त सप्त, सैन्धव, भारत खंडे, भारत कहलाया है इसकी पावन माटी को माता कहकर बुलाया है चरण पखारे लहराता सागर, हिम श्रंग ने मुकुट सजाया है पश्छिम में भू स्वर्ण... Poetry Writing Challenge · गीत 17 3 219 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read पिय पीर जिया की पिय नहीं समझे जग को दिखान से का होय जाहि आँख न समझे आँख की व्याधा नीर बहाये से का होय जाहि नदिया बन गई नैनन कोरें... Poetry Writing Challenge · गीत 18 3 394 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read दरश बिन तुमसे बिछुड़े मोरे प्रभ जी भई छः मासी की रैन दरश बिन दूखन लागे नैन,दरश बिन दूखन लगे नैन जल बिन जैसे मीन अधीरा बिन सावन जैसे रोये पपीहा जैसे... Poetry Writing Challenge · गीत 17 4 307 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Jun 2023 · 1 min read पुकार यदि सुन लेते तुम मेरी पुकार मन प्रदीप्त पुनः हो जाता गाने लगते नवीन राग देता सुगन्धि पल्लव पल्लव प्रकीर्ण हो जाता पराग महक उठता बसन्त मधुमास बजती मुरली अबकी... Poetry Writing Challenge · गीत 16 3 256 Share Dr.Pratibha Prakash 11 Feb 2017 · 1 min read दरश बिन तुमसे बिछुड़े मोरे प्रभ जी भई छः मासी की रैन दरश बिन दूखन लागे नैन,दरश बिन दूखन लगे नैन जल बिन जैसे मीन अधीरा बिन सावन जैसे रोये पपीहा जैसे... Hindi · गीत 16 1 302 Share Dr.Pratibha Prakash 3 Feb 2017 · 1 min read बसंती पुरवइया चली बसन्ती पुरवइया और बाग हुआ मतवाला नन्ही कपोलों से सज गया, तरुवर का पत्ता डाला करे अलाप की कोयल तैयारी, छाने लगी नव हरियाली खिले सरसो के संग सुमन,... Hindi · गीत 16 396 Share Dr.Pratibha Prakash 3 Sep 2016 · 1 min read भू -घटा संवाद वारिश का मौसम और वरसात आत्मा की पुकार परमात्मा से सुनिए धरा क्या कहती है घटा से एक आत्मीय संवाद भू घटा संवाद काली घटायें घिर घिर कर, प्यासे हृदय... Hindi · गीत 16 6 991 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Jul 2016 · 1 min read हरियाला सावन हरा भरा हरियाला सावन मन भाये मतवारा साजन प्यासी प्रीत धरा की जागी उर को वुझावे आ नीलगगन महक उठी अब डाली डाली गाए मल्हार कोयलिया कारी पड़ गए झूले... Hindi · गीत 11 3 319 Share