सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 72 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 4 Aug 2023 · 1 min read वेदनामृत वेदनामृत काट रहे जो पेड़ जड़ों से वह प्यारे बन जाते हैं। कर्म वचन तन मन जो सींचे हत्यारे बन जाते हैं। बिना शर्म के कृत्य घिनौने रिश्तों में भी... Quote Writer 306 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 19 Jul 2023 · 1 min read वस्तु वस्तु का विनिमय होता बातें उसी जमाने की। वस्तु वस्तु का विनिमय होता बातें उसी जमाने की। केवल कृषक मसीहा होता सुन लो बात खजाने की। राजा जाति कृषक थी भारत शेष प्रजा जन होते थे। इसी कृषक... Quote Writer 1 201 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 8 Jul 2023 · 1 min read सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है। सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है। प्रखर देखिए नदियों का भी सपना एक बहाना है। क्षमता खातिर पूजा जिसको खारे सागर डूब मरी। पनघट और पोखरों से... Quote Writer 156 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 17 Jun 2023 · 1 min read वक्त क्या बिगड़ा तो लोग बुराई में जा लगे। वक्त क्या बिगड़ा तो लोग बुराई में जा लगे। छोड़कर पुरानी रीत लोग रूबाई में जा लगे। कोशिशें तमाम करके छोटा न कर सके प्रखर। पैरों के नीचे तब यही... Quote Writer 408 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 16 Jun 2023 · 1 min read "ताले चाबी सा रखो, "ताले चाबी सा रखो, पूर्ण समर्पण प्यार। भले टूटना ही पड़े, मत बदलो व्यवहार।।" सत्येन्द्र पटेल 'प्रखर ' Quote Writer 303 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 6 Jun 2023 · 1 min read राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान । राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान । धरती या आकाश में,यदि होते भगवान।। सत्येन्द्र पटेल 'प्रखर ' Quote Writer 1 482 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 30 May 2023 · 1 min read _26_मुझे गम नहीं तार- तार हो चुका है मेरा दामन, राख हो गया है मेरा चमन, सब आकांक्षाएं हो गईं दफ़न, बांधा गया मेरे सिर कफ़न, तोड़ गए वो अपने सारे वचन, छलनी... Poetry Writing Challenge 2 284 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 29 May 2023 · 1 min read _25_मैं यूं ही जिया करता हूं रफ्ता-रफ्ता दिन गुजारता हूं , रोशनी के बिन गुजारता हूं, रंज नहीं करता हालात का, हर गम हस कर गुजारता हूं, जख्मों को छिपाना शौक़ है मेरा, औरों को मरहम... Poetry Writing Challenge 1 110 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 29 May 2023 · 1 min read _24_किसे सुनाऊं वेदना इस मन की आह भरूं अब मै तो हर पल, ह्रदय हो गया मेरा विव्हल, दिवस बीतते कहते कल-कल, अश्रु बहें नयनों से छल-छल, मिला नहीं अब तक कोई हल, व्याकुल रहता हूं... Poetry Writing Challenge 2 135 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 29 May 2023 · 1 min read _23_आरजू आरजू है मेरी एक ख्वाबगाह बनाऊं, सोंचता हूं शायद वह सच हो जाए, तबाही के इस खौफ़नाक मंजर से, कुछ तिनके तो शेष बच पाएं, जलजला है ये तो बहता... Poetry Writing Challenge 1 72 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _22_मैं दर्पण हूं टूटा सा कालिख पूरित उन गलियों में, रक्त रंजित उन कलियों में, पथ भ्रमित हो गया हूं, रजनीचरों के मध्य खो गया हूं, भटक गया हूं सुमार्ग पाने को, अपनी किस्मत से... Poetry Writing Challenge 2 57 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _21_आख़िरी पड़ाव ख़ाक छानता फिरता हूं हर पल, जाने ये जिन्दगी कहां ले जायेगी, मेरे बंधुओ में नहीं रहा इतना बल, जाने कब निर्वाण की छांव मिल पायेगी, मेरे साथ कब तक... Poetry Writing Challenge 1 53 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _20_ऐसा है हमारा वतन जहां मुर्गे की बांग से होता सबेरा, जहां सुरज डालता पहला फेरा, जहां कुसुमों को भौरों ने घेरा, जहां है परिंदो का बसेरा, जहां करवटें बदलती नदियां, जहां स्वप्न से... Poetry Writing Challenge 1 80 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _19_मैं मचल रहा हूं निश्छल है उनका प्रेम या सिर्फ़ उनका छलावा, पूछते हैं कुशल क्षेम या सिर्फ़ उनका दिखावा, वहां है कोई हरीफ या सिर्फ़ देते दुहाई, वहां जाने का कोई झरोखा या... Poetry Writing Challenge 2 202 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _18_सुप्रभात कली- कली खिल गई गली-गली महक गई, मौसम ने ली अंगड़ाई शायद शुभ घड़ी आई, परिंदो ने छोड़ा आशियां कुछ फासले हैं दर्मियां, हमको हमसे मिलाने देखो सुप्रभात आ गया।।... Poetry Writing Challenge 1 183 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 2 min read _17_इंसान हैवान हुआ जाता है कली -कली मुरझाई जाती है, गुलशन सेहरा हुआ जाता है, जमीं में नहीं है नमी बंजर हुई जाती है, बीज-बीज पत्थर हुआ जाता है, प्रकृति की देवी अंधियारे में खोई... Poetry Writing Challenge 1 172 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _16_दहेज़ मैने जाना जब एक राज तो, आश्चर्य का ठिकाना न रहा मेरे, कि अब हर घर में बसते हैं लुटेरे, सुना था वस्तुएं ही बिकती हैं दुकानों में, अब तो... Poetry Writing Challenge 1 218 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _15_प्रदूषण का दानव कभी बसन्त से पहले बहार आ जाती थी, आज तो बसंत भी पतझड़ में बदल गया, कभी बादल गहराने पर होती थी फुहार, आज वह बादल भी सूखा निकल गया,... Poetry Writing Challenge 2 121 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _14_बस मुस्कुराना ही काफ़ी है रोते को हंसाने के लिए, सोते को जगाने के लिए, रूठे को मनाने के लिए, दिल को बहलाने के लिए, सबको अपना बनाने के लिए, बस मुस्कुराना ही काफ़ी है।।... Poetry Writing Challenge 2 207 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _13_एक तिनका डूबते हुए मांझी के लिए काफ़ी है, साहिल का एक तिनका। मरते हुए काजी के लिए काफ़ी है, नूर का एक तिनका।। मायूसी की परछाइयों के लिए काफ़ी है, मयूख... Poetry Writing Challenge 1 267 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _12_आपका शुक्रिया हम भटक रहे थे अंधेरी गलियों में, रोशनी की किरण दिखाई आपने, आपका शुक्रिया।। जीने की तमन्ना लूट ली ज़माने ने, हमको जीना सिखाया आपने, आपका शुक्रिया।। झूंठ का राज़... Poetry Writing Challenge 1 188 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _11_शायद देश का नक्शा ही बदल गया खादी का कुर्ता रेशम बन गया, झूठ बैठा गद्दी में सच पहरेदार बन गया, इन्सान नहीं इन्सान हैवान बन गया, नेता नहीं है नेता भगवान बन गया, शायद देश का... Poetry Writing Challenge 1 192 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _10_क्या सच है?क्या धोखा? जन मानस है पल- पल रोता, गरीब चैन की नींद में सोता , अनपढ़ चोर यहां कुछ नेता, सबकुछ लेकर कुछ ना देता, भरा हुआ या खाली खोखा, क्या सच... Poetry Writing Challenge 1 201 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read __9__उफ! कैसी विडम्बना है ? कोई दिल लगाए तो दिल लगाना मना है, कोई दिल चुराए तो दिल चुराना मना है, कोई राज छुपाए तो राज छिपाना मना है, कोई भेद बताए तो भेद बताना... Poetry Writing Challenge 1 119 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read __8__मैने नहीं देखा चकोर को बिछुड़ते हुए बागों को उजड़ते हुए, वादियों को घिरते हुए माला को बिखरते हुए, बुतों को खिसकते वा लोगों को सिसकते हुए, मैने नहीं देखा।। भोर के लुटेरों... Poetry Writing Challenge 1 31 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read __7_भूल जाओ थक चुका हूं सुनते-सुनते ख़्वाब टूटे बुनते-बुनते, तूफानों से लड़ते-लड़ते तिनके सारे चुनते-चुनते, ऐ लम्हों कुछ ठहर जाओ, अब ना यूं मुझको सताओ, भूल जाओ।। मीत को प्रीत अब रीति... Poetry Writing Challenge 1 88 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read __6__पालनहार किसे सुनाऊं व्यथा तुम्हारी तुमसे पली हैं सदियां सारी, चाहे नर हो या फ़िर नारी सब जाएं यह तुम पर वारी, तुम देते सबको आहार , तुम हो जग के... Poetry Writing Challenge 148 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read __5__कोई मज़हब ऐसा बनाओ दूरियां हो जाएं कम ना होने पाए कोई आंख नम, मिट जाएं हमारे गम मैं और तू नहीं बन जाय हम, अद्वितीयता की धुन बनाओ, कोई मज़हब ऐसा बनाओ ।।... Poetry Writing Challenge 1 208 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read __4__भीख नहीं मांगूंगा जीवन वृत्त पर लाख परेशानियां हों, हर क्षण नई कहानियां हों, भले भाग्य में लिखी गुमनामियां हों, कभी नहीं भरे वो खाइयां हों, स्वभाग्य को ख़ुद से रच लूंगा, पर... Poetry Writing Challenge 1 148 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 27 May 2023 · 1 min read __3__शिक्षा व्यवस्था कब बदल गया तरीका पढ़ लिखकर ना आया सलीका, उम्र की दहलीज पर ही कदम रख पाता है बच्चा, कि लद जाता है पीठ पर बोझ खासा अच्छा, पैंट शर्ट... Poetry Writing Challenge 1 189 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 27 May 2023 · 1 min read ___2___किसे अपना कहूं? हर तरफ़ एक ही फ़साना है, हमारा दिल उनका दीवाना है। ये जहां हमारे काबिल नहीं, इन्हें अलग दुनियां बसाना है। टूटा तारा नहीं है किस्मत में, घर उनको कांटों... Poetry Writing Challenge 1 264 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 27 May 2023 · 1 min read _1_ हाल बुरे हैं शिक्षक के एम ए बीएड बीटीसी, ये डिग्री बनी दिखाने को। क ख ग ज्ञान नहीं पर ,साहब चले पढ़ाने को । क्या बयां करें हम नुस्खे इनके। हाल बुरे हैं शिक्षक... Poetry Writing Challenge 1 45 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 23 May 2023 · 1 min read हर अदा उनकी सच्ची हुनर था बहुत। हर अदा उनकी सच्ची हुनर था बहुत। रोज़ कितने ही नाटक दिखाते रहे।। फंस रहे ऐसा मुमकिन लगा ही नहीं । रोज़ जाले में अपने फंसाते रहे ।। जो भी... Quote Writer 424 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 19 May 2023 · 1 min read मत ढूंढो तुम मंदिर मूरत पर्वत में तहखाने में। मत ढूंढो तुम मंदिर मूरत पर्वत में तहखाने में। मत ढूंढो तुम जाति वर्ग के सुंदर बने घरानों में। ईश्वर रुप मिलेगा चहुंदिस कार्य एवं व्यवहार से। पालनहारा प्रखर मिलेगा... Quote Writer 78 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 14 May 2023 · 1 min read बाल मेंहदी लगा लेप चेहरे लगा । बाल मेंहदी लगा लेप चेहरे लगा । बात इतनी सी चेहरे में नूर आ गया।। खुद से खुद को सज़ा है पता तक नहीं। थोड़ी चर्चा हुई तो गुरूर आ... Quote Writer 1 398 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 29 Apr 2023 · 1 min read धर्म वर्ण के भेद बने हैं प्रखर नाम कद काठी हैं। धर्म वर्ण के भेद बने हैं प्रखर नाम कद काठी हैं। गोत्र वंश के नाम बहुत हैं गौतम कश्यप राठी हैं। संविधान का राज़ बनाओ धर्मों में मत वार करो।... Quote Writer 329 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 Apr 2023 · 1 min read संविधान की बात करो सब केवल इतनी मर्जी है। संविधान की बात करो सब केवल इतनी मर्जी है। ऊंच नीच की बात मुझे बस केवल लगती फर्जी है। विश्व गुरू बनने की हसरत मन के अन्दर पाली हो। सम्यक... Quote Writer 1 391 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 26 Apr 2023 · 1 min read आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर में व्यापार में । आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर में व्यापार में । समय मिला तो मोबाइल में टीबी में अख़बार में। पत्नी बच्चे दुःख देते हैं प्रखर शिकायत इतनी है। कौन यहां कोई... Quote Writer 197 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 25 Apr 2023 · 1 min read रावण था विद्वान् अगर तो समझो उसकी सीख रही। रावण था विद्वान् अगर तो समझो उसकी सीख रही। साधू वाला वेश धरा तो इच्छा उसकी भीख रही। आम जनों का कहना क्या है सीता भी छल जाती है। सतयुग... Quote Writer 1 588 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 24 Apr 2023 · 1 min read आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो। आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो। कौन तुम्हारा असली साथी ,जत्थे को बस मत देखो। संविधान का राज प्रखर है ,किस्मत जैसी बात नहीं । शिक्षित... Quote Writer 329 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 23 Apr 2023 · 1 min read दिल तुम्हारे छिपा क्या मुझे ना पता। दिल तुम्हारे छिपा क्या मुझे ना पता। इश्क मैने किया तो निभाना भी था।। तुम सलामत रहो ये फिकर थी सदा। हर अदा का तुम्हारी दिवाना भी था।। दूर परदेश... Quote Writer 1 134 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 19 Apr 2023 · 1 min read दिल में हसरत जगे तो दबाना नहीं। दिल में हसरत जगे तो दबाना नहीं। सुबह उठने का मक़सद मिटाना नहीं। मंजिलें भी कठिन कीमतें हैं अधिक। इस बहाने में खुद को छिपाना नहीं।। -सत्येन्द्र पटेल 'प्रखर ' Quote Writer 304 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 18 Apr 2023 · 1 min read उनकी तोहमत हैं, मैं उनका ऐतबार नहीं हूं। उनकी तोहमत हैं, मैं उनका ऐतबार नहीं हूं। बता दो उनको ,मैं झूंठ का क़िरदार नहीं हूं। तुम जो चाहते हो कि, दिन को रात कहूं मैं। प्रखर मालिक हूं... Quote Writer 1 228 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 17 Apr 2023 · 1 min read दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए। दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए। दिल तुम्हारा है मेरी अमानत नहीं।। इश्क में दिल की हालत बताऊं सनम। मिल्कियत भी हमारी सलामत नहीं।। इश्क मांगी सज़ा तुमसे ता उम्र... Quote Writer 408 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 13 Apr 2023 · 1 min read इश्क में हमसफ़र हों गवारा नहीं । इश्क में हमसफ़र हों गवारा नहीं । झूंठ कहती हो कोई हमारा नहीं ।। इश्क में एक पल भी हमारे बिना । झूंठ कहती हो तुमने गुजारा नहीं ।। इश्क... Quote Writer 1 332 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 12 Apr 2023 · 1 min read इश्क के बीज बचपन जो बोए सनम। इश्क के बीज बचपन जो बोए सनम। आज बढ़कर वो देखो फ़सल बन गई।। दिल ये तन्हा जिया हमसफ़र के बिना। प्यार जी भर किया ये मसल बन गई।। इस... Quote Writer 493 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 11 Apr 2023 · 1 min read इश्क में हम वफ़ा हैं बताए हो तुम। इश्क में हम वफ़ा हैं बताए हो तुम। बेवफा बन के नस्तर चलाए हो तुम।। बात मौसम कि थी तुम बदलने लगे। दिल के अरमान सारे मिटाए हो तुम।। चांद... Quote Writer 1 326 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 8 Apr 2023 · 1 min read प्यार लिक्खे खतों की इबारत हो तुम। प्यार लिक्खे खतों की इबारत हो तुम। सच बताऊं प्रखर की इबादत हो तुम।। प्यार सच्चा किया झूँठ फिर भी लगा। गर सजा हो मुकर्रर अदालत हो तुम।। माना मुमकिन... Quote Writer 1 302 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 7 Apr 2023 · 1 min read सनम ऐसे ना मुझको बुलाया करो। सनम ऐसे ना मुझको बुलाया करो। गर बुलाओ वजह भी जताया करो।। बात कुछ भी नहीं तुम बताती प्रखर । दिल के अरमां न हमसे दबाया करो।। प्यार करती अगर... Quote Writer 273 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 4 Apr 2023 · 1 min read मुझे भुला दो बेशक लेकिन,मैं तो भूल न पाऊंगा। मुझे भुला दो बेशक लेकिन,मैं तो भूल न पाऊंगा। भले दूर तुम जाओ लेकिन ,मैं तो इश्क निभाऊंगा।।1 बहुत मुसाफिर राह मिलेंगे, चाहत मिले मुबारक हो। बिना तुम्हारे सनम बता... Quote Writer 532 Share Page 1 Next