ईश्वर दयाल गोस्वामी Tag: ग़ज़ल/गीतिका 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल / सवालों के हृदय टूटे हुए हैं । जवाबों के जिगर रूठे हुए हैं । बहुत फेंके है पत्थर ये ज़माना, मगर फल डाल पर अटके हुए हैं । बहारे गुल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 10 551 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 17 Jun 2022 · 1 min read समसामयिक बुंदेली ग़ज़ल / पंचों , सरपंचों , नेतों की । चरचा होन लगी बोटों की । मौ बा रय हैं छैल-छबीले, आशा जगन लगी नोटों की । रँगे-लड़ैया मुलक भरे के, नुक्की टैन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 16 372 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 27 Mar 2022 · 1 min read दिल ये पहले से सजा रक्खा है / दिल ये पहले से सजा रक्खा है । उनको घर पै जो बुला रक्खा है । वो तो आएँगे हवा की मानिंद, इसलिए द्वार खुला रक्खा है । खिड़कियाँ साफ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 6 216 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 23 Feb 2021 · 1 min read ग़ज़ल अभी हाथ में असर नहीं है । अभी पाँव में सफ़र नहीं है ।। कितना अमन चैन है बरपा ? मग़र कोई भी निडर नहीं है ।। अँधियारा है चकाचौंध... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 6 356 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 3 Sep 2019 · 1 min read जीवन ही चंदन है बाबा (ग़ज़ल) फ़िल.-335 से हास़िल ग़ज़ल जीवन ही चंदन है बाबा । बचपन ही मधुवन है बाबा ।। बच्चे यदि आनंदित हैं तो, सावन ही सावन है बाबा ।। मात्र प्रेम ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 4 319 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 29 Aug 2019 · 1 min read अब भरोसा हो रहा है इस नयी सरकार पर (समसामयिक ग़ज़ल) गूँजती संसद में जो उस शेर की ललकार पर । अब भरोसा हो रहा है इस नयी सरकार पर ।। तीर तरकश से निकल जो चढ़ गया है धनुष पर,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 11 569 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 29 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल फालतू की बात पर रोता है क्या ? दिल जो भी चाहे वही होता है क्या ?? मत लगा उम्मीद दौलत-ए-ग़ैर की, पुत्र है उसका या तू पोता है क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 286 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल दम नहीं बात में , मुहब़्ब़त में । आज पाखण्ड है अक़ीदत में ।। आँख में लालिमा जो छाई है, रात बीती है तेरी फ़ुर्क़त में ।। जुल्फ़ का पेंच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 298 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 5 Apr 2018 · 1 min read फिर देखो ! उठने लगी नफ़रत बाली हूक ( सामयिक ग़ज़ल ) फिर देखो ! उठने लगी, नफ़रत बाली हूक । कुर्सी बाले कर रहे यहाँ चूक पर चूक ।। उल्लू भी बेख़ौफ़ निकलते उजियारे में । ज़ुगराफ़ी का इल्म़ कराते कूएँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 545 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 10 Feb 2018 · 1 min read मन अभी उलझा हुआ है मन अभी उलझा हुआ है । गीत का मुखड़ा हुआ है ।। रात अब तपने लगी है , दिन बहुत ठंडा हुआ है ।। फूट की बुनियाद गहरी , लूट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 635 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 23 Jan 2018 · 1 min read फूल, पत्ते जो डाली लगे फूल-पत्ते जो डाली लगे । ठंड उनको भी भारी लगे ।। ग़र सच्ची जो अरज़ी लगे । समझो उसकी ही मरज़ी लगे ।। कोई कंबल उड़ा दो इन्हें । बाहरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 584 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 15 Jan 2018 · 1 min read घटा-सी छा रही थी घटा-सी छा रही थी, छा गई क्या ? बरस जाएगी ये बदली नई , क्या ? चाँद छिपने के लिए तैयार बैठा ; घटा की आँख में आई ,नमी क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 866 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 15 Jan 2018 · 1 min read कजा से जो हमेशा ही लड़ा है कजा से जो हमेशा ही लड़ा है । उसी में फूल जीवन का खिला है ।। चलो,अमराई की ठंडक मिलेगी , नदी के पार कच्चा रास्ता है ।। हवा से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 799 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 31 Dec 2017 · 1 min read साल जाते हैं, तो आते भी हैं । साल जाते हैं, तो आते भी हैं । ग़र ये रोते हैं, तो गाते भी हैं ।। ग़म के सागर में डुबोया इनने, किन्तु अपने हैं, तो भाते भी हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 948 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 6 May 2017 · 1 min read सफ़र तीखा हुआ .(ग़ज़ल) सफ़र तीखा हुआ, मिर्ची मिले नींबू की तरह । दर्द़ घुलने लगा , इमली मिले काजू की तरह । ज़िन्दगी तैरती जाती है, हवाओं में यहाँ ; जैसे कि -... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 913 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 31 Mar 2017 · 1 min read लिख दूं (ग़ज़ल) आज मन की बात लिख दूं । दोस्तों का घात लिख दूं ।। दिन मेरे हो गये ठण्डे , गर्म होती रात लिख दूं ।। उमड़-घुमड़ कर आंख से ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 745 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 27 Mar 2017 · 1 min read ग़ज़ल मिले कहीं पर बात हो जो लाज़मी ले जाईये । खोजकर कोई भीड़ में से आदमी ले जाईये । श्याम-पट पर उकेरे जो अक्षरों-सा चमकता हो , ज़िंदग़ी का वह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 783 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 26 Mar 2017 · 1 min read गीतिका अगर चाहता है तू खुशियाँ ,दुख तुझको सहना होगा । बैठे-बैठे कुछ न होगा , जतन तुझे करना होगा । । वज्राघात भले हो जाए , गिरे टूटकर पर्वत ऊपर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 821 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 26 Mar 2017 · 1 min read भजन (ग़ज़ल) """"""" ग़ज़ल """''"""'" तुम्हारा प्यार प्यारा है,जो मेरे दिल को भाता है । उसी के ही सहारे से, ग़ुजरता वक्त जाता है । । दिल-ए-नादाँ मैं तुझको अब,चलूँ ले दूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 26 Mar 2017 · 1 min read तन्हाईयां (ग़ज़ल) ज़िन्द़गी का हौस़ला , तनहाईयाँ । काव्य की सुंदर कला, तनहाईयाँ । उलझ जाता ज़िन्द़गी की भीड़ में, सुलझातीं वह मामला तनहाईयाँ । वक्त जो तैयार करता , दोस्तों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 25 Mar 2017 · 1 min read राष्ट्र-भक्ति गीतिका शस्य-श्यामला इस धरती को , बारम्बार प्रणाम है । हरे-भरे-से इन खेतों को । मरुस्थलों की भी रेतों को । पर्वत,सागरऔर नदियों को। बीती गौरव की सदियों को । मंदिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 870 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 25 Mar 2017 · 1 min read ग़ज़ल ज़मानें ये जब भी ज़मानें न होंगे । तराऩें ये तब भी पुरानें न होंगे ।। अभी से न रोको क़लम का सफ़र तुम दिलक़श ये आगे बहानें न होंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 983 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 22 Mar 2017 · 1 min read ग़ज़ल एक नेता ने कहा है, आएंगे अब दिन अच्छे । प्यार के गीत ही गाएंगे, अब दिन अच्छे ।। अब न खाएगा कोई दर-ब-दर की ठोकर , ठांव सबके ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 871 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 10 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ दो नदियों का मेल कराती हैं बेटियाँ । प्यार की धारा ही बहाती हैं बेटियाँ । संजीदगी से करती हैं कठनाईयों को पार सहयोग का दस्तूर चलाती हैं बेटियाँ ।... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 3 4 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 28 Dec 2016 · 1 min read हवा बह रही अंदर हवा है । चल रही बाहर हवा है । वक्त के द्वारा जो चलतीं, आँधियों का डर हवा है । एक हवा से दूसरी तक, दिख रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 25 Dec 2016 · 1 min read नोट-बंदी हर तरह से हर गति अब आज मंदी हो गई । जब से मेरे देश में ये , नोट-बंदी हो गई । मिट्टी के भाव से बिकता है किसानों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 12 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 11 Dec 2016 · 1 min read आज दुनियाँ बन गई बाजार है. (गीतिका) गीतिका छंद-आनंद-वर्धक, मापनी- २१२२,२१२२,२१२ । (गालगागा,गालगागा,गालगा) सीमान्त- आर, पदान्त- है । गीतिका आज दुनियाँ बन गई बाजार है । आदमी को लाभ की द़रक़ार है । भाड़ में जाए धरम,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 7 Dec 2016 · 1 min read अपनी बिटिया के लिए । चौपाई आधारित गीतिका । 16,16 मात्राओं की यति पर चार चरण। अतिप्रिय मेरी चपल बालिका । अंक-गणित की अंक-तालिका। उचित रसायन यह जीवन का , यही भौतिकी मनोभाविता । हिन्दी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 12 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 5 Dec 2016 · 1 min read लेखनी. (हिंदी ग़ज़ल) कर्तव्य का ही बोध , कराती है लेखनी । इस देह को मनुृष्य , बनाती है. लेखनी । अंतर की वेदना न कवि क्यों मुखर करे ? पथ-पथ पै नेह-पुष्प... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 8 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 30 Nov 2016 · 1 min read ग़ज़ल द्वेष-भाव के काफ़िले हैं । मज़बूरी में प्राण हिले हैं । अकिंचन की वेदना में , आशाओं के ग़ुल खिले हैं। धैर्य मानव में नहीं अब , त्याग के ढहते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 14 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Nov 2016 · 1 min read ग़ज़ल ख़ूब़सूरत ग़ुनाह हो जाए। दिल ये उन पै तब़ाह हो जाए। फ़लसफ़े छोड़ दो अरे वाइज़, द़ीद की जो पनाह़ हो जाए । मेरा तेरे सिवा नहीं कोई , इसका... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 1k Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 17 Nov 2016 · 1 min read सरस्वती वंदना वीणावादिनी तू जन-मन में देशभक्ति भर दे । दुर्बल आत्मनिर्भर हो जाएँ ऐंसी शक्ति भर दे। नई-नई कोमल कलियों को खिलने का पूरा अवसर हो । राष्ट्र बने मजबूत विश्व... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 10 1k Share