पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 77 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 25 Nov 2018 · 1 min read जंग आज मची हुई है हिन्दू बनने की जंग हिन्दू बनने मे रंग,धर्म कोई न बच पाये धर्म कोई न बच पाये वोट बने मजबूत सवर्ण बिन जुर्म के मुजरिम ठुंकी... Hindi · कुण्डलिया 6 2 466 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 6 Nov 2018 · 1 min read !! मां !! मां तो मां ही है मां की छवि न्यारी है मां सृष्टि की अनुपम रचना दुनिया मां की आभारी है । मां सृष्टि की संचालक है वह सब जीवों की... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 26 329 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 25 Nov 2018 · 1 min read मन का मंदिर मंदिर मन की आस्था,देरी से दुःख होय राम पड़े पंडाल मे,सुधि लेता नहि कोय सुधि लेता नहि कोय कि राम को घर मिल जाये बड़े हृदय से काम करें जो... Hindi · कुण्डलिया 4 3 491 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 25 May 2023 · 1 min read मैं फूल थी मैं फूल थी जिसने मुझे देखा, मैं उसे अच्छी लगी जिसने मुझे पाया,उसे महक तो देनी ही थी महक से उसका जी भर गया ! मेरा दिन ठहर गया उसने... Poetry Writing Challenge 2 118 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 31 Oct 2018 · 1 min read स्वच्छ और स्वस्थ मन 1- चलते-चलते सड़क पर,जब देते हो थूक खाते-खाते बढ़ जाती है,जब खैनी की भूख जब खैनी की भूख सिर पर चढ़ जाए, देती रोग शरीर को जीवन बोझ बनाए जीवन... Hindi · कुण्डलिया 2 1 268 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 25 Dec 2018 · 1 min read कवि हृदय जीवन की वो स्मृतियां जो अंकित होती हृदय पृष्ठ पर वही रंगोली चित्रित होती अंतर्मन के पत्रों पर । कवि की मुद्राएं अलग अलग वह कई तरह से लिखता है... Hindi · कविता 2 2 511 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 2 Oct 2018 · 1 min read शास्त्री जी-जयन्ती विशेष ?जयन्ती विशेष? --------------------------------- शास्त्री जी को याद करें,अपने मन की गहराई से, मेहनत सिखलाया हर गरीब को,क्यों डरें मंहगई से जयजवान और जयकिसान में,जो सम्मान झलकता है; अब दुनिया में... Hindi · गीत 1 194 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 12 Jun 2023 · 1 min read चेतना मन जीर्ण शीर्ण सा बुझा-बुझा मष्तिष्क किंकर्तव्यविमूढ़ चेतना शुशुप्त हुई रहस्य बने यह अति गूढ़ क्या पुनःहोंगे हिय तट हरे-भरे..?..१ विषाक्त विषाणु गया ठहर कोरोना नाम की उठी लहर श्वासों... Poetry Writing Challenge 1 76 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 10 Mar 2023 · 1 min read चक्षु द्वय काजर कोठरी , मोती अधरन बीच । चक्षु द्वय काजर कोठरी , मोती अधरन बीच । पट पकर तिय द्वार खड़ी,साजन जाये रीझ ।।..✍️ Hindi · Quote Writer 1 201 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Mar 2023 · 1 min read अनकही बातों का सिलसिला शुरू करें अनकही बातों का सिलसिला शुरू करें कभी उनसे मिलाओ तो सही, कहने को बहुत सी बातें है हमें चाय पे बुलाओ तो सही । पंकज पाण्डेय 'सावर्ण्य ' Hindi · Quote Writer 1 255 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 2 May 2023 · 1 min read जनक सुता राजा जनक की प्रजा तडप रही, जल बिन जीव सभी हुये बेहाल है ऋषि,मुनि,मंत्रिजन सलाह ले रहे जनक कैसे आयी विपदा कैसा ये काल है राजा हल जोंते ये सहमति... Hindi 1 212 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 15 Jan 2023 · 1 min read प्रणय निवेदन सन्ध्या हो गई हे प्रणये, कुछ क्षण सामीप्य बना रहने दो । कहने को बहुत कुछ शेष बचा,रोको न हमें अब कहने दो। जिस प्रेम की पाती पढ- पढ कर... Hindi 1 186 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 27 Sep 2018 · 1 min read ।।मङ्गल करती धरती।। हिमाद्रि तुङ्ग शृंग पर भानु की पहली किरण, पड़ते ही चमक उठी दुल्हन की विंदिया सी । सुन्दर कपोल लाल हो उठे प्रभाकर की दृष्टि पड़ते ही, चमक उठी आभा... Hindi · कविता 1 501 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 28 Dec 2018 · 1 min read असर अब निशा की नीरवता आधुनिकता की भव्यता को समर्पित होकर सादगी भरे जीवन को मार रही ठोकर पर चोट तो दिखती नही वह बाजारों की तरह बिकती नही वह तो... Hindi · कविता 1 209 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 28 Dec 2018 · 1 min read खुशियां नव वर्ष की न्यू ईयर नजदीक साल दो हजार उन्नीस बच्चे बूढे नौजवां पायें सभी आशीष । कि हंसी खुशी मे बीते साल रह जाये ना कोई मलाल सब की मुरादें पूरी हों... Hindi · गीत 1 433 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 1 Nov 2018 · 1 min read सलाह व्यथित हो चुका मन उन चंद गद्दारो से देशद्रोही विचारो से राष्ट्रवाद के लाचारो से । जो भारत मां की जय ना बोलें ना बोलें तो ना बोलें पर झूठे... Hindi · कविता 1 251 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 31 Oct 2018 · 1 min read गांव पैरा और पुवालों मे, दिखते गैया और ग्वलों मे लिपे पुते मकानो मे, तरुणियों की तरुणाई में वृद्धों के आशीषों मे युवाओं की मेहनत,माओं की फिकरत प्रातःवंदन,सायं क्रीडा मे गांव... Hindi · कविता 1 265 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 17 Oct 2018 · 2 min read धर्म का स्वरूप भारत ! भारत सभ्यता और संस्कृति का आधार स्तम्भ है ।इसके कण-कण में विद्यमान है अपार उर्जा का स्रोत,जो चरित्र में नित पावनता उत्पन्न कर कर्तब्यों का बोध कराते हुए... Hindi · लेख 1 615 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 12 Dec 2018 · 1 min read मन की प्रार्थना दे दो दे दो यह वरदान प्रभु जी,पायें लक्ष्य महान पायें लक्ष्य महान,बन जायें बिगड़े काम दे दो दे दो यह वरदान प्रभु जी, पायें लक्ष्य महान । पढ़ लिख... Hindi · गीत 1 245 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 12 Oct 2018 · 1 min read नवरात्रि में संकल्प? मातारानी का स्वागत ,करते हैं मन के आंगन में आशीर्वाद मिले ऐसा,दुर्गुण से दूर रहें जीवन में कृपा आपकी पाने को सहृदय आस्था रखते है, नवरात्रि आगमन पर सादर,अभिनंदन है... Hindi · गीत 1 294 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 11 Oct 2018 · 1 min read मैं फूल थी? मैं फूल थी जिसने मुझे देखा, मैं उसे अच्छी लगी जिसने मुझे पाया,उसे महक तो देनी ही थी महक से उसका जी भर गया ! मेरा दिन ठहर गया उसने... Hindi · कविता 1 239 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 11 Oct 2018 · 1 min read मनःस्थिति मुक्त छंद?? --------------------- था अंतर्नाद मन अंतस्थल में पीडा का भाव । समझा कौन? निःशब्द भावना का अंध प्रभाव । अब जीवन भावनाओं से बस प्रीति,लगाव । ???पंकज पाण्डेय....... Hindi · हाइकु 1 241 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 8 Oct 2018 · 1 min read भारत भारत सभ्यता और संस्कृति का आधार है, कण-कण में व्याप्त ऊर्जा का संचार है, यह काया की पवित्रता,कर्तव्य बोध कराता है; उच्च आदर्श स्थापित करने हेतु बहुत आभार है। आभार... Hindi · गीत 1 412 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 3 Oct 2018 · 1 min read ?नन्हे मुन्ने बच्चे हम? नन्हे मुन्ने बच्चे हैं हम प्रातः ही उठ जाते है मात पिता का वंदन कर हम स्कूल को जाते हैं । ?????????? प्रभु वंदना,गुरु वंदन कर कक्षा में हम जाते... Hindi · कविता · बाल कविता 1 300 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read मैं बावरी मैं बावरी तेरी सांवरिया ,सुन ले मेरी पुकार है मेरा अधिकार नहीं तो करूंगी मैं तकरार करूंगी मैं तकरार तुम्हें आना ही होगा मुझे समझा कर एक-एक अर्थ बताना होगा... Poetry Writing Challenge 139 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read शपथ कर शपथ,कर शपथ, कर शपथ बहुत ही कठिन है यह पथ जीवन और मृत्यु के बीच बहुत ही कम है फ़ासला जिम्मेदारियों मे जूझता मानव छोड देता है स्वयं को... Poetry Writing Challenge 80 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read उलझन मोहन सुलझा भी दो मेरी यह उलझन मेरी, बांसुरी से कोई नही है,अनबन स्वांस की सुरभि,स्वर साथ लेकर उन्मुक्त हो कर बहती,कहती मै कान्हा के उर रहती तब भागती आती... Poetry Writing Challenge 89 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 25 May 2023 · 1 min read भारत भारत सभ्यता और संस्कृति का आधार है, कण-कण में व्याप्त ऊर्जा का संचार है, यह काया की पवित्रता,कर्तव्य बोध कराता है; उच्च आदर्श स्थापित करने हेतु बहुत आभार है। आभार... Poetry Writing Challenge 156 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read तरंग ताल तरंग तरुवर उमंग पवन सहित प्रसन्न दिखे हैं सागर,सरिता और सरोवर सभी वायु के संग मिले है सरिता कहती सागर से ताल तलैया खिल जाने दो पावस की ऋतु... Poetry Writing Challenge 123 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read अनुराग चहकते राम भागते जावें , मैया ज्यों पकरन को धावें इधर-उधर पुलकित ,दौड आंगन में, माइन को खेल खिलावैं ।..१ प्रभु जब दौड़ि आपु छांव को , कर सू पकरन... Poetry Writing Challenge 108 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read तिनका मन की आकांक्षा जगी अब जीवन में खुशियों के लिए तृण-तृण से लडना भी होगा । कह रही आकांक्षाएँ अधूरी व्याप्त जीवन के क्लेश , मिटाने को चित्त तत्पर व्यापक... Poetry Writing Challenge 117 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read परिवार परिवार है सम्बन्ध आधारित एक दृष्टांत । है आराधना संयुक्त परिवार का वरदान । शिक्षा, संयम संस्कार आपस मे है सिखलाती । रहना साथ मे सुख,दुःख सहते प्रेम कहलाती ।... Poetry Writing Challenge 163 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read हे मृत्यु... हे मृत्यु ! है स्वागत तुम्हारा मैं जब भी मरूं होंठो पर मुस्कुराहट बनी रहे पश्चाताप का आवरण हटें, आत्म संतोष के लक्षण दिखें मस्तक पे न हो सिकुडन न... Poetry Writing Challenge 147 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read सम्बन्ध वन,बाग,उपवन,वाटिका है तेरा अभिनंदन पवन संग चतुर्दिक है सुरभित सुरभित चंदन।१ प्रकृति की स्वीकृति आकृति का हैआधार इसे मन धारण कर,करें उचित व्यवहार ।२ जीवंत हो उठे कंकड़-कंकड़,पत्थर-पत्थर जब छू... Poetry Writing Challenge 62 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 27 May 2023 · 1 min read स्वच्छता और स्वास्थ्य 1- चलते-चलते सड़क पर,जब देते हो थूक खाते-खाते बढ़ जाती है,जब खैनी की भूख जब खैनी की भूख सिर पर चढ़ जाए, देती रोग शरीर को जीवन बोझ बनाए जीवन... Poetry Writing Challenge 321 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 17 Mar 2024 · 1 min read श्रम साधिका हे ....श्रम साधिके,नमन तुझे परिश्रम करती नारी घर परिवार संवारती धैर्य, संयम की पराकाष्ठा स्व विश्वास को निहारती प्रसन्न दिखे जब अपने हंसती,खिलती बुनती सपने प्रेम,समर्पण में बंध करके कहती!गठबंधन... Hindi 50 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read अनवरत अविभावक ऐसा बनूं एकता घर की बना रखूं स्वयं खुश रहूं संतोष धन से त्याग भावना हिय छुपा रखूं..१ अपनत्व की प्रीति बहे उर में प्रेम की रीति बनी रहे... Poetry Writing Challenge 144 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read एक वेदना जिंदगी में आकर जो जाते रहे प्रेम करता हूं हमसे बताते रहे कल मिलेंगे बताकर चले तुम गये मिल सके न कभी बस सताते रहे ।1 ऐसे कैसे एक हृदय... Poetry Writing Challenge 66 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read संस्कार संस्कार ,धर्म सदा ही ध्यान दिलाए , ज्ञान पिपासा मन में लाए । १ चरित्रवान बलवान बनाए, आदर्श सहित, सम्मान बढ़ाए । २ गुरु पितु मात निर्धन की सेवा ,... Poetry Writing Challenge 97 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read असर अब निशा की नीरवता आधुनिकता की भव्यता को समर्पित होकर सादगी भरे जीवन को मार रही ठोकर पर चोट तो दिखती नही वह बाजारों की तरह बिकती नही वह तो... Poetry Writing Challenge 173 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read वसंत पञ्चमी उषाकाल में दिनकर देख,पर्ण बीच कली मुस्काई मंद मंद मकरंद बयार, दौड़ी पवन संग चलि आयी । पक्षियों का कलरव सुन, मन हृदय अह्लादित होता वन बाग उपवन वाटिका मे,... Poetry Writing Challenge 205 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read महात्मा महात्मा बुद्ध, विदुर महात्मा वेदव्यास, कालिदास महात्मा नवदुर्गा का संदेश समझकर लक्ष्मीबाई हुई महात्मा । आर्यभट्ट का शोध, पतंजलि का योग महात्मा कपिल मुनि का तप देख, भागीरथ हुए महात्मा... Poetry Writing Challenge 171 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read दर्पण सत्य भाव स्वयं में लेकर, भित्ति टंगा इठलाय। यथा नाम तथा गुण है, दर्पण नाम कहाय ।। १ दर्पण देख मन का स्वयं, सब देगा बतलाय। जो सम्मुख है और... Poetry Writing Challenge 136 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read मधुमास अहा! मधुमास…….. सुबह दिनकर का आगमन करती धूप आनन्दित मन मद्धम-मद्धम,चटक-चटक हवा मे जाती भटक-भटक चढते दिन का ताप तेज देता मष्तिष्क को संदेश है, मिलन की सुन्दर आस अहा!मधुमास…………१... Poetry Writing Challenge 203 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read अभिलाषा अद्भुत ज्ञान, अलौकिक छवि, सुंदर मन की अभिलाषा । निज हृदय प्रेम धारण करके, सबके उर रहने की आशा ।।१ सम्बन्ध सभी से अच्छा हो, ना हो ईर्ष्या ना आवेश।... Poetry Writing Challenge 211 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read कवि हृदय जीवन की वो स्मृतियां जो अंकित होती हृदय पृष्ठ पर वही रंगोली चित्रित होती अंतर्मन के पत्रों पर । कवि की मुद्राएं अलग अलग वह कई तरह से लिखता है... Poetry Writing Challenge 187 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read जनक सुता राजा जनक की प्रजा तडप रही, जल बिन जीव सभी हुये बेहाल है ऋषि,मुनि,मंत्रिजन सलाह ले रहे जनक कैसे आयी विपदा कैसा ये काल है राजा हल जोंते ये सहमति... Poetry Writing Challenge 80 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 14 Jun 2023 · 1 min read निर्भय सत्कर्म करता मन बने सात्विक विचारों, का प्रबल समर्थक निर्भय होकर ले शपथ चल!कर्मपथ,कर्मपथ,कर्मपथ...१ चुनौतियां है प्रबल कण्टक,रोडे भरे पडे है, निर्भय होकर चलना सीख राह मिले जो अग्निपथ चल!कर्मपथ,कर्मपथ,कर्मपथ...२... Poetry Writing Challenge 169 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 17 Mar 2024 · 1 min read संत झोली लेकर चला फकीर मांगे सबकी खैर ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर ना काहू से बैर, कि सबकी सुनता जाए काम वही करे जो उसके मन को... Hindi · कुण्डलिया 47 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 18 May 2023 · 1 min read सम्बन्ध परिवार है सम्बन्ध आधारित एक दृष्टांत । है आराधना संयुक्त परिवार का वरदान । शिक्षा, संयम संस्कार आपस मे है सिखलाती । रहना साथ मे सुख,दुःख सहते प्रेम कहलाती ।... 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