ओंकार मिश्र Language: Hindi 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओंकार मिश्र 23 Oct 2024 · 1 min read मिलते हैं... जमीन खोदने से जल के स्रोत मिलते हैं। जीवन में परिश्रम से असिमित शक्ति स्रोत मिलते है।। Hindi · Humour · Quotation · Quote Writer · कविता · कोटेशन 1 46 Share ओंकार मिश्र 22 Oct 2024 · 1 min read जीवन का आत्मबोध... सहनशीलता, शांति, सौम्यता और मधुरता से ही जीवन का आत्मबोध होता है। Hindi · Quotation · Quote Writer · Story · कविता · कोटेशन 1 43 Share ओंकार मिश्र 19 Oct 2024 · 1 min read मनुष्य की महत्ता... मनुष्य की महत्ता उसके धन अथवा कपडें से नहीं होती है। उसके आहार-विहार, अचार-विचार और आचरण से महत्ता होती है।। Hindi · Best Hindi · Best Hindi Kavita · Quotation · Quote Writer 1 62 Share ओंकार मिश्र 18 Oct 2024 · 1 min read नास्तिक किसे कहते हैं... नास्तिक उसे कहते हैं जो ईश्वर में विश्वास नहीं करता है। वास्तव में नास्तिक वो है जिसे स्वयं में विश्वास नहीं होता है।। Hindi · Best Hindi · Quotation · Quote Writer 1 69 Share ओंकार मिश्र 24 Oct 2023 · 1 min read परिश्रम जमीन खोदने से जल के स्रोत मिलते हैं। जीवन में परिश्रम से असिमित शक्ति स्रोत मिलते है।। Hindi · Quotation · Quote Writer · कोटेशन 2 208 Share ओंकार मिश्र 23 Feb 2023 · 1 min read माँ मां तेरी भी हैं कैसी करुण कहानी आंचल में होता प्यार नैन में पानी रह भूंखे पेट सवारा तूने लाल जवानी तेरी लोरी से बालक पाता नींद सुहानी कष्टों के... Hindi · Kavita Maa Par · कविता 2 881 Share ओंकार मिश्र 18 Feb 2023 · 1 min read शिव वंदना तेरे द्वार खड़ा हूँ प्रभु सुनो अब मेरी। आया तेरी शरण सुनो हे देव व्याथा मेरी।। काशी के कंकड़ में शंकर रामेश्वरम काबा रहते हैं। हिम आछादित हिम शिखरों पर... Hindi · Lord Shiv Bhajan · गीत 1 712 Share ओंकार मिश्र 13 Dec 2022 · 1 min read -:|| देश की माटी ||:- हम वीरों की संतान उनके चिंतन के अनुयायी हैं | ऋषि-मुनियों के वंशज उनकी परंपरा के अनुयायी हैं || अब संस्कृति का रक्षक ही अपना झंडा फहरायेगा | अनीति का... Hindi · कविता · गीत · देश गीत 1 200 Share ओंकार मिश्र 8 May 2022 · 1 min read -|| मां ||- मां तेरी भी है कैसी करूं कहानी आंचल में होता प्यार नयन में पानी रह भूखे पेट संवारा तूने लाल जवानी तेरी लोरी से बालक पाता नींद सुहानी कष्टों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 394 Share ओंकार मिश्र 29 Jul 2021 · 1 min read -:|| सपूतों जागो ||:- भारत के वीर सपूतों जागो। भारत माता के लाल लालानाओं जागो।। जननी के चतुर चितेरों जागो। अमर शहीदों के वंशज जागो।। खेतिहर किसान, नौकरशाही, मजदूरों जागो। हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई,... Hindi · गीत 3 294 Share ओंकार मिश्र 24 Feb 2021 · 1 min read -:।। हमारा गांव ।।:- गांव हमारा स्वर्ग से सुंदर इसकी छंटा निराली है गईया, बच्छवा, बकरी, बिल्ली सबकी चाल निराली है चौबारों पर बिरहा, कीर्तन की शान निराली है बाल गोपाल की टोली फिरती... Hindi · कविता 3 3 643 Share ओंकार मिश्र 2 Feb 2021 · 1 min read -:।। मोहब्बत ।।:- मोहब्बत दिल की आह से ही होती है। मोहब्बत विचारों की अभिव्यकति से ही होती है। कभी अपने और पराए से मोहब्बत होती है। आंखो से मोहब्बत दिल में तड़प... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 43 645 Share ओंकार मिश्र 1 Feb 2021 · 1 min read -:।। परिवार ।।:- मुझे वसिहत ना मिली ना मिला उपहार। मुझे तो मिला लोगो का प्यार ही प्यार। चरित्र, चिंतन, चेतना समन्वय का हो परिवार। संयम सेवा सहिष्णुता ही परिवार का आधार। जीवन... Hindi · कविता 1 484 Share ओंकार मिश्र 28 Jan 2021 · 1 min read :।। मोमिनों ।।:- मोमिनों एक दिन मारना जरूर है... खुदा के दर जाना जरूर है... जिंदगी की दौड़ में बड़ना जरूर है... सपने जो देखता तो जगना जरूर है... तेरे कर्मो का फैसला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 500 Share ओंकार मिश्र 23 Jan 2021 · 1 min read -:।। विदाई ।।:- विदाई समय घरवा छोड़ली बिटिया। छूटे मात पिता अब रही प्रितिया। छूट गए सखी भाई बहन पितियां। माता सिखावत दूघ लजाना नहीं बिटिया। एक द्वार चड़ावत माता पीर हिया में।... Hindi · गीत 1 2 717 Share ओंकार मिश्र 21 Jan 2021 · 1 min read -:।। भाई की ममता ।।:- वारो पर वार सहे जब दुश्मन की ललकार सुनी। हिम्मत टूट गई जब आंगन में दीवार बनी। भाई की ममता को खुदगर्ज़ी ने ललकारा। उस भाई से संग्राम हुआ जो... Hindi · कविता 4 3 561 Share ओंकार मिश्र 15 Aug 2020 · 1 min read -:।। भारतमता ।।:- आओ हम सब भारत माता का गुणगान करें अमर शहीदों के बलिदान का यशगान करें नहीं चाह पाने या खोने की उनको नमन करें वीर सपूतों के त्याग तपस्या का... Hindi · कविता 2 462 Share ओंकार मिश्र 3 Aug 2020 · 1 min read -:।। श्री राम नगरी ।।:- गंगा तो पाप नशिनी सरयू हैं मोक्ष दायिनी धन्य अयोध्या नगरी जहां बहती हैं सरयू पावनी अयोध्या तो न्यारी जहां बसती हैं जनक दुलारी बजरंगी निवास से लगती हैं नगरी... Hindi · कविता 2 2 317 Share ओंकार मिश्र 27 Jul 2020 · 1 min read -:।। भाव वंदना ।।:- कोई हो गया हैं मेरा मेरी वंदना से पहले मेरे भाव थे अधूरे मेरी कल्पना से पहले मुझे भीख मिल गई हैं मेरी अर्चना से पहले कोई कामना नहीं थी... Hindi · कविता 1 1 501 Share ओंकार मिश्र 17 Jul 2020 · 1 min read -:।। देवता किसे कहे ।।:- वहीं देवता जो जग को कुछ देता हैं सच्चा सेवक ही निर्बल की सेवा करता हैं मानव हो कि प्राणी जन को गले लगाओ इतना बांटो प्यार की सबकी प्यास... Hindi · कविता 4 3 496 Share ओंकार मिश्र 25 Jun 2020 · 1 min read -:।। देश भक्ति गीत ।।:- वीर शिवा, राना, नानक, परशुराम की संतानों आजाद, भगत, गौतम, शुबाश को पहचानो सुखदेव, राजगुरु, बिस्मिल, मंगल पाण्डेय को जानो अपने पुरखों के आदर्शो को सम्मानो गौ, गंगा, गीता, गायत्री... Hindi · गीत 3 1 543 Share ओंकार मिश्र 18 Jun 2020 · 1 min read -:।। सीमा सुरक्षा प्रहरी ।।:- मेरा नमन उन मताओ को जिसने सीमा पर लाल दिए हैं मेरा नमन उन बहनों को जिसने सुहाग बलिदान दिए हैं मेरा नमन उन संतानों को जिसके स्वजन कुर्बान हुए... Hindi · गीत 2 2 249 Share ओंकार मिश्र 13 Jun 2020 · 1 min read -:।। जन प्रतिनिधि के आचार विचार ।।:- जनप्रतिनिधि जीवन तभी सार्थक जब जन प्रतिनिधि अपना मूल्य बड़ाए जन मानस भी श्रद्धानाथ हो उसके प्रति सम्मान जताए जनप्रतिनिधि श्रद्धापात्र जहां वहा राष्ट्र प्रगति करता हैं जनप्रतिनिधि के चरित्र... Hindi · कविता 3 1 288 Share ओंकार मिश्र 9 Jun 2020 · 1 min read -:।। कोरोना से बचने के तरीके ।।:- स्वच्छ आहार विहार स्वच्छता से रहना बार बार हाथ धोना नहीं मुंह नाक छूना अपने आप चला जाएगा दुश्मन कोरोना-कोरोना स्वच्छता से ही दूर रहता कोरोना-कोरोना अचार विचार से रहना... Hindi · कविता 3 244 Share ओंकार मिश्र 4 Jun 2020 · 1 min read -:।। कोरोना के देव दूत ।।:- जनमानस के देव दूत तुझको मेरा नमस्ते मात-पिता, पत्नी, बच्चो से दूर हो रमते रहते नहीं मोह कुछ पाने खोने का सबके मन हो बस्ते पुलिस, चिकित्सक, बहने नर्से, सफाई... Hindi · कविता 1 1 226 Share ओंकार मिश्र 31 May 2020 · 1 min read -:।। क्यों विखरने लगे ।।:- आज मां बाप से बच्चें क्यों विखरने लगे जप की माला से क्यों मणियां विखरने लगे आपसी था प्रेम तो परिवार क्यों विखरने लगे भीड़ से अलग लोग क्यों विखरने... Hindi · कविता 3 1 483 Share ओंकार मिश्र 27 May 2020 · 1 min read -:।। जीवन का अनुभव ।।:- जीवन में जितने भी रिश्ते ढोए हैं, पग पग पर प्यार पिरोए हैं। दूजे खुशियों में झूमे नाचे गए हैं, अपनी खुशीयां तो खुद ही गवाये हैं। जीवन की यादों... Hindi · कविता 2 2 481 Share