Tag: कविता
46
posts
जीवन संघर्षो भरा है
Omendra Shukla
अध्यात्म विमुख होता जग
Omendra Shukla
।।गणतंत्र बना गवारतंत्र ॥
Omendra Shukla
वीर हिन्द के वासी हम
Omendra Shukla
गणतंत्र मुबारक हो तुमको
Omendra Shukla
एक कविता भारतीय सेना के नाम
Omendra Shukla
बिकाऊ मिडीया
Omendra Shukla
मेरे सपनो का विजय पर्व
Omendra Shukla
कटघरे मे जीवन है
Omendra Shukla
मजदुर हूं मै,मजबुर नही
Omendra Shukla
विमुद्रिकरण
Omendra Shukla
भारत कि तस्वीर
Omendra Shukla
बदलता परिवेश और परिवार
Omendra Shukla
वृक्ष हमारे जीवनसाथी
Omendra Shukla
"नया वर्ष मंगलमय हो "
Omendra Shukla
"बेटियाँ पराया धन होती है ||”
Omendra Shukla
"बेटियाँ पराया धन होती है ||”
Omendra Shukla
||बचपन की याद दिलाता है ||
Omendra Shukla
||खादी ,खाकी और मीडिया ||
Omendra Shukla
||मेरी नन्ही परी ||
Omendra Shukla
||बदलते गांव और हम ||
Omendra Shukla
||संघर्षो भरा जीवन ||
Omendra Shukla
||गणतंत्र और गँवारतंत्र ||
Omendra Shukla
||देशहित के लिए खुद में परिवर्तन जरुरी ||
Omendra Shukla
||टुटा दिल ||
Omendra Shukla
||एक विद्यार्थी का माँ को सन्देश ||
Omendra Shukla
||इश्क़ की राह ||
Omendra Shukla
“तुम थे ना कभी वादों में मेरे”
Omendra Shukla
||बेवफा इंसान ||
Omendra Shukla
||इश्क़ का दर्द ||
Omendra Shukla
||पुराने प्रेम की दस्तक ||
Omendra Shukla
||प्रेम की बगावत ||
Omendra Shukla
||कागज के टुकड़े ||
Omendra Shukla
||अधूरी मुलाकात ||
Omendra Shukla
||अधूरे ख्वाब ||
Omendra Shukla
अजनबी
Omendra Shukla
||तन्हापन ||
Omendra Shukla
“||अधूरा इश्क़ 2 ||”
Omendra Shukla
||तनहा मौसम और तुम ||
Omendra Shukla
||प्यार की आशा||
Omendra Shukla
||अधूरा इश्क ||
Omendra Shukla
|| तन्हाई ||
Omendra Shukla
आज फिर से गर्दिशों का आलम है
Omendra Shukla
गुजर रहा देश अन्याय की ताफ्तिशों से
Omendra Shukla
अपने ही सपनो के नवाब बन बैठे थे कभी
Omendra Shukla
टूटे दिल नहीं जुड़ते
Omendra Shukla