Nutan Das Language: Hindi 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Nutan Das 6 Jul 2024 · 1 min read आशा जीवन के सफर में कभी फूल तो कभी काटें मिलते हैं किसी की राहों में फूल ही फूल बिछे होते हैं तो किसी की राहों में सिर्फ कांटे ही कांटे... Hindi 74 Share Nutan Das 16 Jun 2024 · 1 min read पिता तुम आगे बढ़ो मैं तुम्हारे साथ हूं तुम्हारे कदम जब लड़खड़ाएंगे मैं देखता रहुंगा,तुम्हारे संभलने तक तुम्हें गिरता हुआ चोट से लहूलुहान देखुंगा,परंतु तुम्हें,हारा हुआ कभी नहीं देखुंगा स्वरचित Hindi 1 106 Share Nutan Das 6 Jun 2024 · 2 min read विश्व पर्यावरण दिवस 💐💐 एक बीज रोप देना अंदर मिट्टी में या एक छोटा सा पौधा भी तो चलेगा यूं ही कहीं भी रास्ते चलते हुए सड़क के किनारे या किसी की देख रेख... Hindi 80 Share Nutan Das 23 Mar 2023 · 1 min read गांव की यादें अब तो ये,गांव खलिहान हुआ वीराना पूर्वजों का धरोहर, अब हुआ बेगाना शहर में जाकर, शहर के ही हो गए गांव के बचपन की यादें, सब भूल गए वो अल्हड़पन... Hindi 197 Share Nutan Das 22 Mar 2023 · 1 min read कविता कविता भी तो एक स्त्री ही है जिसने जैसा चाहा वैसे ही शब्दों में उकेर दी जाती है सबके मनोभावों सी मुखरित हो जाती है स्वरचित Hindi 116 Share Nutan Das 22 Mar 2023 · 1 min read जागरूक बनो दुर्घटनाओं को स्वयं ही देते हैं आमंत्रण शराब के नशे में दौड़ाते हैं जब वाहन रफ्तार का नशा भी, होता नहीं है कम जब तक खोते नहीं हैं,अपना नियंत्रण गति... Hindi 234 Share Nutan Das 22 Mar 2023 · 1 min read पुलवामा पुलवामा के वीर शहीदों की, शहादत याद आई है वीर सपूतों के बलिदान की, कहानी याद आई है दुश्मनों के हाथ थी बाजी जो खूनी खेल ,खेल गए मां भारती... Hindi 140 Share Nutan Das 22 Mar 2023 · 1 min read गौरैया🐦 चीं चीं की आवाज संग फुदकती आती थी एक छोटी सी गौरैया हमे नींद से जगाती थी छोटी छोटी चोंच से दाने चुग चुग खाती थी हल्की सी आहट पाते... Hindi 183 Share Nutan Das 22 Mar 2023 · 2 min read मैं बिहार हूं पुरातन काल से अस्तित्व है मेरा सदियों से ऐतिहासिक महत्त्व है मेरा गोद में मेरे साम्राज्यों का सृजन हुआ मिथिला,मगध, वज्जी जिनका नाम हुआ है भूमि यह गणितज्ञ आर्यभट्ट की... Hindi 149 Share Nutan Das 1 Oct 2022 · 1 min read किताबों के शहर में अद्भुत,अप्रतिम अति मनोरम दृश्य ,उज्ज्वलित थे किताबों के शहर में ज्ञान विज्ञान के ,दीप प्रज्वलित थे चहुंदिश दीपशिखा की भांति ,अक्षर अक्षर रोशन थे ज्ञान ही ज्ञान सर्वत्र,पावनी गंगा सदृश... Hindi 164 Share Nutan Das 24 Sep 2022 · 2 min read मेरा एक संस्मरण(सत्य पर आधारित) संस्मरण_लेखन ************************** मेरा एक संस्मरण मेरे पति जिस सरकारी संस्थान में कार्यरत थे ,उस संस्थान में कर्मचारी और अधिकारियों, की पत्नियों के लिए एक कल्याणकारी निजी संस्था थी जिसमें,समय समय... Hindi · संस्मरण 123 Share Nutan Das 24 Sep 2022 · 2 min read हिंदी मीडियम(कहानी) विषय_हिंदी मीडियम क्या है ....... मम्मी ? मुझे नहीं बताना आपको कुछ भी.....माया सन्न रह गई वैदेही को भी गुस्सा आता है, आज पहली बार देख रही है .....समय को... Hindi · कहानी 327 Share Nutan Das 24 Sep 2022 · 1 min read बावरे मन की बावरी बातें बावरे मन की बावरी बातें होते जो चार हाथ, हो जाते काम आसान होते जो सुंदर पंख , उड़ जाती आसमान ये बावरा मन करता रहता बावरी बातें बन तितली... Hindi · कविता 2 190 Share Nutan Das 23 Sep 2022 · 1 min read रामधारी सिंह ’दिनकर’ सादर नमन🙏🙏🙏 ज्योतिर्मय हो जाता सर्वत्र ,उदित होते हैं जब पूरब से प्रभाकर साहित्य हुआ ज्योतिर्मय जब जन्म लिए आप सिमरिया के’दिनकर’ ओजस्वी साहित्य के प्रणेता, हुई सम्मानित हिंदी जिनसे,मिली... Hindi · Hindi Poem 171 Share Nutan Das 21 Sep 2022 · 1 min read जल्दी क्या थी🙏🙏 छोड़ गए तुम हम सबको !!!!!! क्यों हंसाने वाला आज रूला गया क्या खता हुई हम सब से,जो खुशियाँ देने वाला,आंसू देकर चला गया सबकी दुआओं में थे तुम शामिल,... Hindi · Hindi Poem 194 Share Nutan Das 10 Sep 2022 · 1 min read रेत सी फिसलती जिंदगी कभी गमों से पीछा छुड़ाती जिंदगी कभी खुशियों को गले लगाती जिंदगी हों पकड़ कितनी भी मजबूत रेत सी फिसलती, चली जाती जिंदगी कितने ही सुनहरे अवसर आते हैं हाथ... Hindi · कविता 1 283 Share Nutan Das 8 Sep 2022 · 1 min read साक्षरता साक्षर हो देश में, हर नर नारी जागरूक हो जाए दुनियां सारी अक्षर अक्षर का हो सभी को ज्ञान ऐसा हो जागरूक अभियान साक्षर हों सुदूर गांवों के भी,जन जन... Hindi · कविता 141 Share Nutan Das 15 Aug 2022 · 1 min read राष्ट्र ध्वज राष्ट्र ध्वज फहरा रहा मां भारती के प्रांगण में मना रहे आजादी का वर्षगांठ ,अवनी के आंगन में स्वतंत्र हुआ था भारत अंग्रेजों के कुशासन से पंद्रह अगस्त का शुभ... Hindi · कविता 152 Share Nutan Das 15 Aug 2022 · 1 min read मैं तिरंगा, स्वतंत्र भारत की पहचान हूं मैं तिरंगा,स्वतंत्र भारत की पहचान हूं देश भक्त वीरों का मैं कीर्तिमान हूं गौरव हूं मैं भारत के स्वाभिमान का साक्षी हूं मैं वीरों के बलिदान का मैं तिरंगा स्वतंत्र... Hindi · Poem 146 Share Nutan Das 11 Aug 2022 · 1 min read राखी रक्षा बंधन का है पवित्र त्योहार अभिव्यक्ति है, बहनों का प्यार सजी दुकानें मिठाई से और स्नेहासिक्त राखी से प्रत्याशा में सजल नयन बाट जोह रहीं बहन सजा कर थाली... Hindi · कविता 282 Share Nutan Das 23 Apr 2022 · 1 min read पुस्तक ज्ञान का सागर पुस्तक मां सरस्वती का वरदान पुस्तक प्रकाश पुंज है ज्ञान का सिद्ध कुंजी है विद्वान का इस अथाह सागर में डूबो तो लक्ष्य साध तुम ढूंढो तो... Hindi · कविता 1 1 337 Share Nutan Das 15 Apr 2022 · 1 min read जालियांवाला बाग रक्तरंजित जब बाग हुआ था हाहाकार पुर जोर हुआ था बचाने थे अपने अधिकार जमा हुए थे हजारों हजार हर ओर से घिरा था बाग निकलने की थी एक ही... Hindi · कविता 146 Share Nutan Das 7 Mar 2022 · 1 min read आवाहन!!! नारी तुम स्वयं सर्वस्व हो फिर क्यूं सहने को विवश हो बीती बातों को भूलो आज की नारी हो ,समझो शक्ति तुम्हारी दुर्गा सी हैं सरस्वती से विद्या पाई हो... Hindi · कविता 1 267 Share Nutan Das 1 Mar 2022 · 1 min read महाशिवरात्रि गौरी विवाह को चले भोले नाथ अजब गजब बारात लाए हैं साथ साथ बदला नहीं स्वयं का स्वरूप अभी भी दिगंबर,स्वयंभू रूप अनंत,अनादि,ब्रह्मांड शंकरा गला गरल , तन बाघंबरा नंदी... Hindi · कविता 1 360 Share Nutan Das 27 Feb 2022 · 1 min read युद्ध बेटी मैं देश की रक्षा करने जा रहा हूं अब मैं चांद तारे न दिखा पाऊंगा आसमान में होंगे गोला बारूद का धुवां अब तारों की चमक नहीं होंगी गोलों... Hindi · कविता 382 Share Nutan Das 21 Feb 2022 · 1 min read बसंत छाया है प्रकृति पर यौवन गीत गुनगुना रहा मस्त पवन सतरंगी चूनर में सजी वसुधा चहुं ओर फैली कमनीय छटा पीत वरण खेतों को भा रहा सरसों भी झूमता लहरा... Hindi · कविता 1 1 459 Share Nutan Das 14 Feb 2022 · 1 min read श्रद्धांजलि पुलवामा ? हिमालय की पावन भूमि देवी मां चित्कार उठीं वीर सपूतों के रुधिर से आज फिर रक्ताभ हुईं धरनी कांपी अंबर रोया हर ओर हाहाकार मचा जब मातृ भूमि के वीरों... Hindi · कविता 201 Share Nutan Das 13 Feb 2022 · 1 min read देश के कण कण में उनके गीत बचपन से संगीत था भाया सूर ताल थीं उनकी आराध्या धरा की सरस्वती थीं संगीत की अधिष्ठात्री थीं पुत्री थीं वो वाणी की साधक थीं वो संगीत की रग रग... Hindi · कविता 1 4 583 Share