नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) Tag: दीपकनीलपदम् 43 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 3 Jun 2024 · 1 min read जाने वो कौन सी रोटी है वह शाम ढले घर आता है, सुबह जल्दी उठ जाता है, जाने वो कौन सी रोटी है, वह जाकर शहर कमाता है। बच्चों के उठने से पहले, घर छोड़ के... Hindi · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् · नील पदम् की कवितायेँ 3 26 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 2 min read काँच और पत्थर पल्लू में उसके बंधे रहते हैं अनगिनत पत्थर, छोटे-बड़े बेडौल पत्थर मार देती है किसी को भी वो ये पत्थर। उस दिन भी उसके पल्लू में बंधे हुए थे ऐसे... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 2 19 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 1 min read सावन भीगे मन को भीगा सावन, सूखा-सूखा लगता है । मूक अधर, सूनी नजरों से, चौपाल भला कब सजता है । आँखों की कोरें भीगी हों तो क्या करना सावन का,... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 14 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 1 min read है वक़्त बड़ा शातिर है वक़्त बड़ा शातिर, कमबख्त ज़माना है, सब बोझ अंधेरों का, जुगनू को उठाना है। आँधी को उड़ा करके, तूफाँ को जवाँ करके, वो बैठे हुए है क्यों, सूनामी उठा... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 15 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 1 min read धार तुम देते रहो रहोगे अभिशप्त, यदि करोगे सत्य का तिरष्कार, सकारात्मक-विचारवान बन, कर लो सत्य को स्वीकार; सत्य का स्वरुप ही है- निर्विकार स्वरुप, असत्य भ्रम का ज़ाल है, अज्ञान का प्रतिरूप; पर... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 18 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 1 min read कारगिल युद्ध के समय की कविता मैं कैसे मान लूँ, कि- बसंत आ गया, जबकि सीमा पर हमारे सिपाही, पतझड़ के पत्तों की तरह गिर रहे हों । मैं कैसे मान लूँ, कि- पावस आ गया,... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 2 21 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 1 min read अभ्यर्थी हूँ जीवन के पाठ प्रारूपों की, परीक्षा का अभ्यर्थी हूँ, रोटी की जुगाड़ से बचे हुए, समय का एक शिक्षार्थी हूँ, गीत, गीतिका, ग़ज़ल, शेर की दुनियाँ में झाँकता एक बच्चा,... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् 18 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 1 min read चुनाव के दौर से (नील पदम् के दोहे) लोकतंत्र सबसे बड़ा, सबसे बड़ा चुनाव, मताधिकार का मान रख, सब पहुँचो अपने गाँव । जिस नेता के काज गलत, जिसकी नीयत में खोट, पक्ष-विपक्ष न देखिये, दीजो वोट की... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् · नील पदम् की कवितायेँ 16 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 1 min read सीख (नील पदम् के दोहे) पुस्तक इतना जानिये, सबसे बड़ी हैं मित्र, इनकी संगत यों यश बढ़े, जैसे महके इत्र । चैन दिवस का उड़ गया, उड़ी रात की नींद, ऐसे बालक से रखो, आगे... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 20 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 1 min read गृहिणी (नील पदम् के दोहे) एक गृहिणी को दे सकें, वो वेतन है अनमोल, कैसे भला लगाइये, सेवा, ममता का मोल । चालीस बरस की चाकरी, चूल्हा बच्चों के चांस, शनै: शनै: रिसते रहे, रिश्ते... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 22 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 1 min read जीवन दर्शन (नील पदम् के दोहे) जहर भर गया जेहन में, कैसा जादू होय, जैसे कूकुर बावरा, बिना बात के रोय । सोना उतना ही भला, जितने से काम चल जाये, ज्यादा सोया, ज्यादा पाया, तन... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 16 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 31 May 2024 · 1 min read नील पदम् के दोहे ओ ग़रीब क्या देखी नहीं, तूने अपनी औकात, किससे पूछकर देखता, आगे बढ़ने के ख़्वाब । जीत के पीछे हार है, हार के पीछे जीत, रात गए दिन होत है,... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 26 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 30 May 2024 · 1 min read प्रयास है चन्द्र छिपा कबसे, बैठा सूरज के पीछे, लम्बी सी अमावस को, पूनम से सजाना है। चमकाना है अपनी, हस्ती को इस हद तक, कि सूरज को भी हमसे, फीका... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 1 22 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 22 Feb 2024 · 2 min read कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम् कई युगों के बाद मैं फिर से कविता लिखने बैठा हूँ । सदियों पहले फटे-पुराने पन्ने खोल के बैठा हूँ । कितनी यादें बिखर गईं हैं बीते युग की गलियन... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 4 170 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 22 Feb 2024 · 1 min read पते की बात - दीपक नीलपदम् बात पते की एक है, इसे बाँध लो खूँट, जिसके पीछे भागोगे, वो जाएगा छूट । बिखर गए जो जान दे, उनको नहीं समेट, जोड़ रहा क्या वावले, सपने जाते... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 2 99 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 22 Feb 2024 · 1 min read मौसम - दीपक नीलपदम् कहता हूँ हाथ में थमी कलम ने जो कहा, कानों में गुनगुना के जब, पवन ने कुछ कहा, सितारा टिमटिमाया और इशारा कुछ किया, ऐसा लगा था श्रृष्टि ने हमारा... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 63 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 22 Feb 2024 · 1 min read मेरी बच्ची - दीपक नीलपदम् मेरी प्यारी सी बच्ची, पहले बसंत की प्रतीक्षा में, लेटी हुई एक खाट पर मेरे घर के आँगन में। प्रकृति की पवित्र प्रतिकृति एकदम शान्त, एकदम निर्दोष अवतरित मेरे घर... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 2 50 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 22 Feb 2024 · 1 min read प्रश्न - दीपक नीलपदम् एक सूना साज़, एक कोरा कैनवास, और एक सुमन सुगंध रहित; कुल जमा यही संपत्ति है हमारे पास । क्या तुम इस साज़ पर, मधुर संगीत बजा सकते हो? उकेर... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 3 68 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 22 Feb 2024 · 1 min read तुम - दीपक नीलपदम् तुम हो सुगंधि मेरे जीवन के पुष्प की, वीणा सा साज हो, मेरे मन के संगीत की, उछाह हो लहरों की, प्रीत के समुद्र की, झनकार घुंघरुओं की, नीरवता के... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 2 96 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read हे दिनकर - दीपक नीलपदम् हे दिनकर अहसानमंद हम तुमसे जीवन प्राण पाएं हम चले पवन और बरसें बादल झूमे मन हो मतवाला हो पागल हो हरा भरा पृथ्वी का आंचल क्या क्यों हिमनद क्या... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 74 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read तुम घर से मत निकलना - दीपक नीलपदम् तुम अब घर से बाहर भी मत निकलना और तुम मत अब घर के भीतर भी रहना । मत सोचना कि चंद्र और सूर्य पर या फिर इस पृथ्वी पर... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 245 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम् दीप जलते रहें अनवरत-अनवरत आओ सौगंध लें, आओ लें आज व्रत । दीप ऐसे जलें, न अन्धेरा रहे शाम हो न कभी, बस सवेरा रहे, रौशनी की कड़ी से कड़ी... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 97 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read लौह पुरुष - दीपक नीलपदम् आजाद हुए थे जिस दिन हम टुकड़ों में देश के हिस्से थे, हर टुकड़ा एक स्वघोषित देश था छिन्न-भिन्न भारत का वेश। तब तुम उठे भुज दंड उठा भाव तभी... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 67 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 2 min read ऐ भाई - दीपक नीलपदम् ऐ भाई ! जरा देख कर चलो जरा संभल कर चलो पर उससे पहले जाग जाओ | कब तक आँखें बंद कर काटते रहोगे वही पेड़ जिस पर बैठे हो... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 80 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read राक्षसी कृत्य - दीपक नीलपदम् क्या वजह करते फिरें क्यों वो राक्षसी कृत्य मानव को मानव खा रहा करते दानवी नृत्य। आखिर क्या इनको चाहिए पूछो इनसे जाय, कौन सी इनकी सोच है जो मानवता... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 214 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 2 min read पुरखों का घर - दीपक नीलपदम् पता पिता से पाया था मैं पुरखों के घर आया था एक गाँव के बीच बसा पर उसे अकेला पाया था । माँ बाबू से हम सुनते थे उस घर... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 90 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read ठण्डी राख़ - दीपक नीलपदम् जनता सहती सबकुछ चुपचाप, जैसे शांत और ठण्डी राख़, होम राष्ट्र-हित करती निज हित, किन्तु रहा उसे सब विदित, सदियों तक बहलाई तुमने निज हित ली अंगड़ाई तुमने, चार दिनों... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 163 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read सुनो - दीपक नीलपदम् सुनो, किसी भी सफर में रहना, फोन जरूर करते रहना, हालात, ठीक ना हों अगर, मिस्ड काल ही देते रहना। और हाँ, कहीं भी चले जाना, आवाज जरूर देते रहना,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 89 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read शिव - दीपक नीलपदम् तुम लाख छुपाओ बात मगर, कल सबको पता चल जाएगा, पत्ता, पत्थर, पानी, कंकड़, चीख़ चीख़ बतलायेगा । यह डर जो तुम्हारे दिल में है, सब पता सरे-महफ़िल में है,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 110 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 5 min read राम - दीपक नीलपदम् देखें क्या है राम में, चलें अयोध्या धाम में, तैयारी हैं जोर-शोर से सभी जुटे हैं काम में । कौन राम जो वन को गए थे, छोटे भईया लखन संग... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 2 286 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read याद - दीपक नीलपदम् बहुत दिनन के, बाद आयी हमका, मोरे पिहरवा की, याद रे ॥1॥ चाँदी जैसे खेतवा में, सोना जैसन गेहूँ बाली, तपत दुपहरिया में आस रे ॥2॥ अँगना के लीपन में,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 104 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read तुमने - दीपक नीलपदम् मेरे मन के शांत जलाशय से, ओ! वन की स्वच्छंद चँचल हिरनी तूने नीर-पान करके- शांत सरोवर के जल में ये कैसी उथल-पुथल कर दी। मैं शांत रहा हूँ सदियों... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 121 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read फ़लसफ़े - दीपक नीलपदम् पत्थर का सफ़ीना भी, तैरता रहेगा अगर, तैरने के फलसफे को, दुरुस्त रखा जाये। मुनासिब है, ऊंचाइयों पर जाकर रुके कोई, उड़ने का हुनर अगर, बाज से सीखा जाये ।... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 72 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read हम जानते हैं - दीपक नीलपदम् छाले पड़े हैं पाँव में और, लब भी हुए हैं खुश्क, आँखें बह चलीं हैं गले में, आवाज़ नहीं है । पैर थमे हैं बेड़ियों से, अभी आज़ाद नहीं हैं,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 89 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read रिश्ता - दीपक नीलपदम् इसकी तामीर की सज़ा क्या होगी, घर एक काँच का सजाया हमने । मेरी मुस्कान भी नागवार लगे उनको, जिनके हर नाज़ को सिद्दत से उठाया हमने । वक़्त आने... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 78 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम् तेरा कंधे पे सर रखकर के, शुकराना अदा करना, रहे हरदम यही मंजर, मुझे कुछ याद ना रखना । घड़ी वो थी मुबारक, आपने बोला था शुक्रिया, एक बार बोले... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 73 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 Feb 2024 · 1 min read शहर - दीपक नीलपदम् कौन कहता है, सो रहा है शहर, कितने किस्से तो कह रहा है शहर। किसी मजलूम का मासूम दिल टूटा होगा, कितना संजीदा है, कितना रो रहा है शहर। ये... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 71 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 17 Feb 2024 · 1 min read हवन - दीपक नीलपदम् हवन हुआ, ये धुआं उठा, मैं होम हुआ जाने किसपर, जाने कौन पुकारे मुझको, निकल गया मैं किस पथ पर । पैरों के नीचे अंगारे, हाथों में समिधा की गठरी,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 1 58 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 17 Feb 2024 · 1 min read सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम् सुस्ता लीजिये थोड़ा, थक गए हैं अगर, रुक लीजिये थोड़ा, रुक गए हैं अगर। रुकना है अभिशाप ये जान लें मगर। इस हद तक दौड़ मची हुई है आज, लगती... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 1 114 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 17 Feb 2024 · 1 min read स्वप्न लोक के खिलौने - दीपक नीलपदम् फिसल गए हाथ से, स्वप्न-लोक के खिलौने सारे, ज्यों फ़िसल जाता है वर्षा-जल पड़कर रेत पर। व्यर्थ उभरकर रह गईं भावनायें कोमल सारी, होती है व्यर्थ मेहनत, किसान की जैसे,... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 1 84 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 17 Feb 2024 · 1 min read काश - दीपक नील पदम् काश ये क़यामत थोड़ा पहले आती, ख़ुदा की कसम कोई बात बन जाती, अपनी आँखों में होती चमक सितारों की, ज़िन्दगी किस कदर बदल जाती । यूँही फिरते रहे अंधेरों... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नीलपदम् 2 2 92 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 17 Feb 2024 · 1 min read स्तुति - दीपक नीलपदम् रहो भवानी साथ तुम जब तक हो पूर्ण ये काज, नील पदम् व्रत ले लिया कीजो सुफल सो काज। श्रीमुख श्री गणेश जी विरजो कलम में आय, रहो सहाय नाथ... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 1 127 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 17 Feb 2024 · 1 min read ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम् एक कूप में जैसे फँसी हो ज़िन्दगी; आधी-अधूरी-चौथाई ज़िन्दगी; टुकड़े-टुकड़े बिखरकर फैली हुई ज़िन्दगी। समेटकर सहेजने के प्रयास में कैकेयी के कोप-भवन सी और बिफरती हुई ज़िन्दगी; संवार कर जोड़ने... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · दीपकनीलपदम् · नजरिया-ए-नील पदम् 1 92 Share