CA Amit Kumar Tag: कविता 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid CA Amit Kumar 19 Oct 2023 · 1 min read मां मुझे सब याद है मेरा वो स्कूल से गंदे कपड़े कर के आने पर, तुम्हारा गुस्सा होना और इशारे ही इशारे में थप्पड़ लगाना , याद है मुझे ll दोपहर में जबरदस्ती ये बोलकर... Hindi · कविता · कहानी · गीतिका 129 Share CA Amit Kumar 21 Sep 2023 · 1 min read जिंदगी की खोज मै अपने भगवान को दादी में खोज लेता हूँ । मै अपनी ख़ुशी को माँ में खोज लेता हूँ ।। मै अपने हिम्मत को पापा में खोज लेता हूँ ।... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · दोहा 1 291 Share CA Amit Kumar 8 Feb 2023 · 1 min read मेरे सपने बेहिसाब है मेरे सपने बेहिसाब है। आकर जरा हिसाब कर दे ।। ये तेरा रूठना भी लाजवाब है। चल इसे भी मेरे नाम कर दे ।। Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 177 Share CA Amit Kumar 8 Feb 2023 · 1 min read हम दोनों बहुत अलग है मुझे उसकी अच्छाइयों से प्यार है और उसे मेरी नादानियों से हम दोनों बहुत अलग है फिर भी हम साथ है ।। उसे दुनिया की परवाह है और मुझे सिर्फ... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 1 127 Share CA Amit Kumar 6 Feb 2023 · 1 min read बहुत मुश्किल है जो मैंने एहसास किया है उसे लिखना बहुत मुश्किल है तेरे बारे में सब कुछ लिख दू वो शब्द खोजना बहुत मुश्किल है वो तेरे चेहरे की हसी देखकर जो... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 1 171 Share CA Amit Kumar 2 Feb 2023 · 1 min read हा मुझे तुमसे प्यार है मुझे देखने पर तुम्हारे चेहरे की वो मुस्कान जिससे मुझे सुकून मिलता है I अगर यही प्यार है तो हा मुझे तुमसे प्यार है II तुम सामने नहीं होती तो... Hindi · कविता · गीत 3 2 216 Share CA Amit Kumar 21 Sep 2022 · 1 min read मैंने इंसान को बदलते हुए देखा है मैंने एक ही आँगन में दो भाइयो को एक ही छत पर जाने के लिए दो सीढिया बनाते देखा है। मैंने एक ही आँगन में दो भाइयो को माँ बाप... Hindi · कविता · निबंध · मुक्तक 2 145 Share CA Amit Kumar 13 Aug 2022 · 1 min read आप क्या महसूस करते है ? बहुत दबा हुआ महसूस करता हूँ। कुछ अधूरे ख्वाहिशो की सूचि तैयार किये चलता हूँ।। बहुत अकेला महसूस करता हूँ। इस दुनिया के शोर में खुद को खोया पाता हूँ।।... Hindi · कविता 1 107 Share CA Amit Kumar 5 Sep 2020 · 1 min read "शिक्षक के अनेक रूप " कचरे के ढेर से सब्जी उठाते हुए उस महिला से सीखा , जिंदगी में मुसीबतो से ना हारना ll बाजार की भीड़ में एक बच्चे के कंधे पर कूड़े का... Hindi · कविता 3 4 422 Share CA Amit Kumar 26 Jul 2020 · 1 min read कड़वा सच - भाग 1 "अगर लोगों के चेहरे पर मुस्कान देखना चाहते हैं, तो कृपया प्यार बांटे काम नहीं " Hindi · कविता 5 3 386 Share CA Amit Kumar 22 May 2020 · 1 min read वह कौन है ! कभी वह माँ जैसी ममता दिखाती है , तो कभी छोटी बहन जैसी लड़ती है II कभी वह दादी जैसी बड़ी बड़ी बातें करती है , तो कभी नादान बच्चे... Hindi · कविता 2 3 607 Share CA Amit Kumar 7 Apr 2020 · 1 min read अनमोल रिश्ता लड़ते हैं और झगड़ते है , बिना सोना के बिना बाबू के मान जाते हैं ll बहुत ही सुंदर वह रिश्ता है , जिसे हम भाई कहते हैं ll Hindi · कविता 2 3 403 Share CA Amit Kumar 13 Feb 2020 · 1 min read "मेरी प्यारी दादी माँ " हर बात पर दादी दादी बोलने की आदत, तुम्हारे रूठ जाने पर तुम्हे मनाने की चाहत !! माँ की मार से बचने के लिए तुम्हारे पीछे छुपने की आदत, आज... Hindi · कविता 3 3 675 Share CA Amit Kumar 15 Dec 2019 · 1 min read " याद आ गया " जहाज में सफर करते हुए ना जाने क्यूं , साइकिल की चेन का उतरना याद आ गया ll थाली में रोटी छोड़ते हुए ना जाने क्यों , कचरे के ढेर... Hindi · कविता 2 3 513 Share CA Amit Kumar 14 Dec 2019 · 1 min read " वक़्त " कल क्या किया इतना क्यों सोचते हो , आज मिला है फिर से आओ इसे जी लेते है !! देखो वक़्त की रफ़्तार आज फिर आ गया उतना ही समय... Hindi · कविता 1 461 Share CA Amit Kumar 13 Dec 2019 · 1 min read " हिम्मत की खोज " मैं निकल पड़ा आज हिम्मत को खोजने..... बहुत दूर तक गया पर कहीं मिला नहीं..... जब लौट रहा था थक हार कर..... तभी एक चीख सुनाई दी मुझे.... मैंने देखा... Hindi · कविता 1 2 376 Share CA Amit Kumar 12 Dec 2019 · 1 min read " बेटी " II आज वह मां सोई नहीं होगी , आज भी उसे अपनी बेटी के आने का इंतजार होगा ll ll आज भी उसकी आंखों में वही सपने होंगे, जिसे कभी... Hindi · कविता 1 2 325 Share CA Amit Kumar 12 Dec 2019 · 2 min read " तेरी याद " यूं तो आदत नहीं मुझे रात में जगने की , लेकिन तेरी याद मुझे सोने नहीं देती है ll चाहा कई बार तुझे नींद से जगाने की , लेकिन तेरी... Hindi · कविता 1 416 Share CA Amit Kumar 12 Dec 2019 · 1 min read " एक बार " ये कहना सही नहीं की अंधेरा बहुत है , तुम एक बार इन आँखों को खोलो तो सही !! जिन्हे समझ बैठो हो तुम अपनी राहों में पत्थर, उन्हें एक... Hindi · कविता 1 2 286 Share