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किसी की ज़िन्दगी बरबाद कर देने को हिम्मत नही हिमाक़त कहते है। हिम्मत की नेक काम को अन्जाम देने के लिये ज़रुरत होती है। मज़लूमों और मासूमों मे खौफ़ पैदाकर ज़ुल्म करने में नही । मै आपके कलाम़ से इत्तेफ़ाक नही रखता हूँ।
मुझे माफ करिएगा हिम्मत समाज में नहीं है मैं इस तरफ इशारा करना चाहता था l
किसी की ज़िन्दगी बरबाद कर देने को हिम्मत नही हिमाक़त कहते है। हिम्मत की नेक काम को अन्जाम देने के लिये ज़रुरत होती है। मज़लूमों और मासूमों मे खौफ़ पैदाकर ज़ुल्म करने में नही । मै आपके कलाम़ से इत्तेफ़ाक नही रखता हूँ।
मुझे माफ करिएगा हिम्मत समाज में नहीं है मैं इस तरफ इशारा करना चाहता था l