Monika kakodia 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Monika kakodia 13 May 2019 · 1 min read रिवायतें जाने कैसी कैसी रिवायतें जमाने की कीमत है नमक ,ज़ख्म दिखाने की हाथ जोड़े, उसके क़दमों में जा बैठें कोई तरकीब ओर बताओे पास लाने की कितनी बार खोया भीड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 250 Share Monika kakodia 3 May 2019 · 1 min read मरासिम मरासिम टूट जाते हैं,मुसलसल आज़माने से तस्स्वुर और हकीकत ज़ुदा है इस ज़माने से लहू चूस लेती है यहां ये मतलबी दुनिया कहाँ निभते हैं मरासिम बस निभाने से हम-नफ़स... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 236 Share Monika kakodia 2 May 2019 · 1 min read मुक्तक हर तरफ राह में थे कांटे बिछे हुए हमको तेरी तलब थी बस चलते चले गए ✍mk Hindi · मुक्तक 284 Share Monika kakodia 24 Apr 2019 · 1 min read गज़ल कभी करीब इतना कि जैसे रूह का हिस्सा होते हो और कभी सात आब-जू से भी परे होते हो किस तरह से समझूँ तेरी ज़ात क्या है कभी तुम आम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 498 Share