Mohan Bamniya 140 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mohan Bamniya 19 Nov 2018 · 1 min read माँ ही जन्नत माँ जिसे जुबां से पुकारने मे ही मिले राहत है । माँ जिसके चरणो मे ही है मिले जन्नत है । माँ ममता का जीता जागता स्वरूप है । माँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 38 920 Share Mohan Bamniya 21 Dec 2020 · 1 min read पापा आप के बगैर ऐसी कौन सी दुनिया है वो मिलते नहीं हो आप सभी दिखते हैं पर अकेले दिखते नहीं हो आप गर कभी कुछ लेना होता है बहुत परेशान होता हूं पहले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 372 Share Mohan Bamniya 5 Dec 2018 · 1 min read मीठा जहर तुमसे लगा के दिल हमको पडा है पिछताना मीठा जहर है ये कोई ना यूॅ इसमे आना शुरआती दौर मे नजरो से नजर मिलाना लग रहा है जो ये अच्छा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 349 Share Mohan Bamniya 26 Dec 2018 · 1 min read जुदाई न दे खुदा जिदंगी मे जुदाई न दे मुहोबत से हमे रिहाई न दे मुहोबत है उनसे बहुत हमे पर क्यू उनको मुहोबत दिखाई न दे वो समझते नही है बाते हमारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 255 Share Mohan Bamniya 10 Jun 2019 · 1 min read बदला मन मे हम कहा बैर की भावना रखते है ये सिर्फ नमूना है हमे कम न आकना कोई जब प्यार करते है तो सिर कटा लेते है ओर गर आए... Hindi · कविता 2 1 266 Share Mohan Bamniya 28 Sep 2019 · 1 min read भारत छोड़ो भारत छोड़ो भारत छोड़ो का नारा उठाया था डांडी यात्रा कर नमक अपना बनाया था देशप्रेम है सबसे उपर हर जन को बतलाया था सत्य-अहिंसा दो शब्द लिए जन -जन... Hindi · कविता 2 2 247 Share Mohan Bamniya 2 Oct 2019 · 1 min read बहिष्कार स्वदेशी अपना विदेशी माल का बहिष्कार किया अंग्रेजो के चेहरो पर तमाचा जोर का मार दिया हंसते-हंसते हरेक दर्द को हंसी मे दफना दिया तन मन धन से हर एक... Hindi · कविता 2 1 256 Share Mohan Bamniya 10 Nov 2019 · 1 min read तेरे ख्यालो की नगरी तेरे ख्यालों की नगरी ने ही तो आबाद किया है मुझे (दिल के वीराने ने खूब कोशिश की बर्बाद करने की ) वरना क्या था इस दिल के वीराने मे... Hindi · कविता 2 1 405 Share Mohan Bamniya 29 Mar 2020 · 1 min read बाहर जाना ○ ना हाथ मिलाना ना गले लगाना ○करोना को भगाना नमस्ते का जमाना ○अगर हो जरुरी तो बाजार जाना ○वरना भिड़ भाड के क्षेत्र से बचे रहना ○किसी के बहकावे... Hindi · कविता 2 1 452 Share Mohan Bamniya 25 Apr 2020 · 1 min read बहुत हुआ हंसी मजाक ○बहुत हुआ हंसी मजाक ○छोड दो ये सब मंखोल ○ जान है तो जहान है ○देखो इटली की ओर ○लाशों का कहर बना करोना ○हो गया हर शहर सुना सुना... Hindi · कविता 2 555 Share Mohan Bamniya 25 Apr 2020 · 1 min read संकट की घड़ी में ○इस संकट की घड़ी में ○भगवान का स्वरूप बन जाना ए दोस्त ○दिखे गर कोई भुखा-प्यासा ○देखो पिछे मत हट जाना ए दोस्त ○जिंदगी में पता नहीं कब कैसे किस... Hindi · कविता 2 2 604 Share Mohan Bamniya 1 Dec 2018 · 1 min read बाकी है उड़ान के लिए सारा आसमान बाकी है । अभी तो वक्त की पूरी दासतान बाकी है। किताब जब जिदंगी की पलटे पेज अपना समझ ले फिर कोई इम्तिहान बाकी है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 324 Share Mohan Bamniya 5 Dec 2018 · 1 min read तेरे शहर आज फिर जैसे ही मैंने कदम रखा तेरे शहर मे यादो का वो सिलसिला फिर से शुरू हो गया Hindi · मुक्तक 1 409 Share Mohan Bamniya 5 Dec 2018 · 1 min read शायरी शौक सब कहे आदत मुझे बुरी हो गई शायरी शौक से जिदंगी हो गई राते उलझी हुई यादो के जाल से मिले हुए भी हमे इक सदी हो गई प्यार इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 273 Share Mohan Bamniya 6 Dec 2018 · 1 min read जिम्मेदारियां जिम्मेदारीयां मुझ पर इस कदर है ए दोस्त सांस लेता हूॅ तो भी लगता है कर्ज अभी बाकी है Hindi · हाइकु 1 212 Share Mohan Bamniya 10 Dec 2018 · 1 min read खुराफात करती है पहले तो दिल दुखाया वो अब नही बात करती है बढाए दूरी पहले वो ----- फिर मुलाकात करती है कभी पास ही न बैठे जो हमारे कुछ पल ही सही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 387 Share Mohan Bamniya 13 Dec 2018 · 1 min read हिचकीयां याद हर पल ही करोगी देखना हिचकियाँ आती रहेगी देखना प्यार तुमसे कितना करता हूॅ मै दिल मे फोटो दिखेगी देखना वक्त की नाराजगी शायद अभी फिर कल हमे ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 439 Share Mohan Bamniya 13 Dec 2018 · 1 min read अपनी जगह सिख का वो ही है हिंदू का वही सबका है एक कोई चर्च मे कोई मस्जिद मे है ढूंढी अपनी जगह जिसे अपना मान बैठे वो नही अपना रहा है... Hindi · मुक्तक 1 188 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read नाराज आज उनसे सिर्फ इतना ही कहेंगे हमारी किसी बात से नाराज ना होना गिने-चुने है मेरे अपने इस जहान मे Plz देखो तू मुझसे जुदा ना होना ।। लो गर... Hindi · मुक्तक 1 387 Share Mohan Bamniya 14 Mar 2019 · 1 min read चीर डालो चीर डालो या फाड डालो जो भी हो अब बस मार डालो क्यूं रोज देखते हो अपनो का लहू पाक को उखाड डालो दे सको तो दो सकून का जबाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 449 Share Mohan Bamniya 14 Mar 2019 · 1 min read नया आसमाँ तिरे साथ का अलग ही है मजा नई सी हवा है नया आसमाँ खुदा भूल शायद गया वो कला लगा हमे न अच्छा कोई तेरे सिवा सुरत को नही सिरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 284 Share Mohan Bamniya 14 Mar 2019 · 1 min read अपना को मेरे दिल को मेरे नही समझा कभी अपना है रहे कुछ दिन चले दिए बोल अलविदा है फिर भी मांगे हम रब से उनकी खैर सदा जो बन गया अब देखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 358 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read ये साजिश ये साजिश आज रब ने खूब की है कली वो केवल अकेली ही खिली है है मेरी जिंदगी खूब रंगीन लेकिन केवल एक मात्र तेरी ही कमी है लगा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 291 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read जिंदगी मे आना तेरा मेरी जिंदगी मे आना इस कधर हुआ है लिखना मेरा बिलकुल कम हुआ है तन्हाई मुझ से अब कोशो दूर है तेरे ख्यालो का मुझ पर पहरा हुआ है... Hindi · कविता 1 403 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read जिंदगी तुझसे ही जिंदगी तुझसे ही है वास्तव मेरा ओर तुझसे ही शिकायत करता हूँ जीवन जीने के लिए ए जिंदगी मै हर पल रोज मरा करता हूँ कैसी अजीब कसमा कश है... Hindi · कविता 1 287 Share Mohan Bamniya 2 Oct 2019 · 1 min read सीधा-सादा सीधा-सादा जीवन जीया हमेशा सत्य का मार्ग लिया मास-मीट से दूर रहे थे ना कभी मदिरा का सेवन किया सारी दूनिया घुम आये तुमको था खूब सम्मान मिला राष्ट्रपिता सब... Hindi · कविता 1 520 Share Mohan Bamniya 2 Oct 2019 · 1 min read गांधी जी मौत की उम्र होती है कुछ पल की ये सभी जानते है जो आंधियो मे भी दीप जला दे कोई कोई होते है साहिल मे तूफानों मे किश्ती तो बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 232 Share Mohan Bamniya 10 Nov 2019 · 1 min read विज्ञान जीता है जीता था जीतेगा विज्ञान हमेशा तिरंगा पाता रहेगा सम्मान रोज नई-नई होती रहेंगी खोज हम सबका बढता रहेगा ज्ञान अब नही हुआ तो क्या हुआ हमेशा आगे बढता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 393 Share Mohan Bamniya 10 Nov 2019 · 1 min read चीटी जब उचाई चढती है चीटी जब उचाई चढती है बहुत बार फिसलती है कोशिश का दामन नही छोडती आखिरकार बाद मे वो जीतती है हमको भी हौसला रखना है हताश नही होना है अभी... Hindi · कविता 1 519 Share Mohan Bamniya 29 Mar 2020 · 1 min read गम्भीर है समस्या ○गम्बीर है समस्या हल्के में मत लो ○करोना की लडाई साथ मिलकर लड़ो ○घर पर अपने रहो खुद का बचाव करो ○अज्ञानता से ये है बढ़ता इतना समझ लो ○ना... Hindi · कविता 1 306 Share Mohan Bamniya 29 Mar 2020 · 1 min read चका जाम ○हो गया चका जाम देखो कैसा ये करोना आया ○करोना की चपेट में दुनिया का कोना कोना आया ○आज हर व्यक्ति बैठा अपने ही घर में कैद हुआ ○माहमारी का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 321 Share Mohan Bamniya 25 Apr 2020 · 1 min read बाहर जो निकले जिंदगी खतरें में अपनी होगी ○हमे खुद पर बहुत सख्ती बरतनी होगी ○करोना की जंग साथ मिलकर लड़नी होगी ○किसी से ज्यादा तालमेल न कर घर पर रहे ○बाहर जो निकले जिंदगी खतरें में अपनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 427 Share Mohan Bamniya 29 Dec 2018 · 1 min read रहता रहा है अब किसका उसको इंतजार रहता रहा है सामने बैठा मै वो कहीं ओर देखता रहा है वो जानता है मै छुपा रहा गम अपने हूँ वो फिर भी मिरे गम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 246 Share Mohan Bamniya 3 Dec 2018 · 1 min read बिन चाहे बिन चाहे भी कभी हमे तो मुस्कुराना होगा गर कठिनाई मिले पार ही पाना होगा पार साहिल को ऐसे ही नही करती कश्ती हौसला पल हर पल ही है बढाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 212 Share Mohan Bamniya 3 Dec 2018 · 1 min read रात भर पास बुलाए दूर जाती रही रात भर हमको पागल बनाती रही रात भर सारे अरमान चूर चूर होते देख जिदंगी गुनगुनाती रही रात भर चाह नई-नई रखी थी उडने की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 228 Share Mohan Bamniya 4 Dec 2018 · 1 min read गम नही मुझे गम नही किसी के जाने का ओर नही चाहिए सफाई कोई गर खले कभी भी कमी मेरी आ कर मिले मुझे उसी हक से । जहां बातो मे भी... Hindi · कविता 221 Share Mohan Bamniya 4 Dec 2018 · 1 min read मेरे मालिक ए मेरे मालिक सब तेरा है । जानता भी हूॅ । मेरी तो बस ये मै खत्म कर दे। Hindi · कविता 206 Share Mohan Bamniya 4 Dec 2018 · 1 min read बिखर गये अरमान इस तरह मेरे सारे बिखर गये । जब साथ छोड कर वो मेरा पहले मर गये। ज्यादा ख्वाहिशे भी कहा रखी थी हमने जो वो जाते जाते दिल को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 321 Share Mohan Bamniya 4 Dec 2018 · 1 min read झूठ से दामन यूँ ही अपना न बनाया किजिये झूठ से दामन बचाया किजिये दुनिया मजबूरी मे ढूंढे फायदा वक्त बेवक्त मुस्कुराया किजिये जन्म से ही सिख जाते है रोना दूसरो को भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 351 Share Mohan Bamniya 4 Dec 2018 · 1 min read दिल की बाते कभी मिले गर फुर्सत तो हमसे भी मिलो दिल की बाते कुछ हम कहे कुछ तुम कहो हमने कभी ज्यादा कुछ मांगा ही कहा रब से चाहत है भी बस... Hindi · कविता 212 Share Mohan Bamniya 5 Dec 2018 · 1 min read हर गम जिंदगी मे सभी को हंसता हंसाता रहा हूॅ मै हर गम को हर दम अपने छुपाता रहा हूॅ मै ओर भी गम है जमाने मे मुहब्बत के सिवा सभी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 180 Share Mohan Bamniya 5 Dec 2018 · 1 min read पागलपन एक उम्र गुजर जाने पर भी जिदंगी को ना समझ पाया बुजुर्गो से पूछा तो उन्होंने भी कुछ अलग ही समझाया छोड़कर दुनिया की फिक्र मस्ती को अपनाया सच बताऊं... Hindi · कविता 535 Share Mohan Bamniya 5 Dec 2018 · 1 min read अच्छा लगा तेरी गलियों से गुजरना अच्छा लगा है । तुझसे मिलकर जीवन बदला अच्छा लगा है । तुझ मे कुछ तो खास है ए मेरे रहबर ये बेजान दिल भी धड़का... Hindi · मुक्तक 487 Share Mohan Bamniya 5 Dec 2018 · 1 min read महंगा बडा महंगा पडेगा हमको प्यार देखना। सब करेंगे जजबातो पर वार देखना । जो पास हमारे है आज वो सभी ही लेकर सब खड़े होगें हथियार देखना। एक वक्त हौसला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share Mohan Bamniya 5 Dec 2018 · 1 min read सिंगार आज किया जो सिंगार किसके लिए सच बताओ ये है प्यार किसके लिए हल्की सी मुस्कुराहट है जो चेहरे पर बाल लहराते हरबार किसके लिए आज बेसब्री है आंखो मे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share Mohan Bamniya 6 Dec 2018 · 1 min read विचित्र संसार गैर बन गए रिश्तेदार देखिए यह विचित्र संसार देखिए सबको पडी अपनी ही अपनी लालची हुआ संसार देखिए छोटा परिवार सुखी परिवार रहे ना वो घर परिवार देखिए मार बैठे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 463 Share Mohan Bamniya 6 Dec 2018 · 1 min read आज अच्छा लगा किसी का जिंदगी मे आना आज अच्छा लगा मिलने का करना वो बाहाना आज अच्छा लगा ये तो तय है कि मौत है एक सच जिदंगी का चाहत मे मौत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 180 Share Mohan Bamniya 6 Dec 2018 · 1 min read प्यारे ख्याल मै निकलना नही चाहता तेरे इन प्यारे ख्यालो से ऐसा नही है के मै डरता हूँ जिदंगी के सवालो से बेपरवाह सा जिया करता हूॅ अपनी खूब मस्ती मे उछलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 216 Share Mohan Bamniya 6 Dec 2018 · 1 min read कभी तो मुस्कुराया करो हर समय गलतियाँ ना गिनाया करो देखकर हमे कभी तो मुस्कुराया करो रात को तुम्हे डर लगे कभी अगर तो चुपके से तुम ख्वाबो मे आ जाया करो जन्म ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 188 Share Mohan Bamniya 6 Dec 2018 · 1 min read मौत को भी हम जिदंगी को जीते ही इस हिसाब से है कि मौत को भी कोई बहाना ना मिले Hindi · मुक्तक 201 Share Page 1 Next