57
posts
ज़ख्म
Meera Thakur
बहुत दिन हो गए
Meera Thakur
ज़िंदगी जीने के लिए है
Meera Thakur
हमारी दीवाली दो पैसों वाली
Meera Thakur
मर्म का दर्द, छिपाना पड़ता है,
Meera Thakur
खुशियाँ हल्की होती हैं,
Meera Thakur
मन के बंद दरवाजे को खोलने के लिए
Meera Thakur
जो सुनता है
Meera Thakur
चुप रहनेवाले को कमजोर नहीं समझना चाहिए
Meera Thakur
जब छा जाए गर तूफ़ान
Meera Thakur
अच्छा समय कभी आता नहीं
Meera Thakur
उम्मीदें रखना छोड़ दें
Meera Thakur
शब्दों के तीर
Meera Thakur
चुप रहने की आदत नहीं है मेरी
Meera Thakur
यादों से निकला एक पल
Meera Thakur
बचपन का मौसम
Meera Thakur
दुःख का एहसास कहाँ
Meera Thakur
कविता
Meera Thakur
मन की बात न कहें, तो मन नहीं मानता
Meera Thakur
बातों की कोई उम्र नहीं होती
Meera Thakur
कल जो रहते थे सड़क पर
Meera Thakur
'अहसास' आज कहते हैं
Meera Thakur
कल को छोड़कर
Meera Thakur
सावित्री और सत्यवान
Meera Thakur
राम के नाम की ताकत
Meera Thakur
मंजिल न मिले
Meera Thakur
आज पशु- पक्षी कीमती
Meera Thakur
शिकायत करते- करते
Meera Thakur
तो जानें...
Meera Thakur
तुम नहीं आए...
Meera Thakur
छुट्टी का दिन
Meera Thakur
*चिट्ठी*
Meera Thakur
क्या घबराना ...
Meera Thakur
कोई दुख नहीं
Meera Thakur
कहाँ गए वो दिन
Meera Thakur
चंद्रयान
Meera Thakur
मन से जंग जारी है।
Meera Thakur
कह दो
Meera Thakur
किताबें
Meera Thakur
एक कवि हूँ
Meera Thakur
कहाँ -कहाँ दीप जलाएँ
Meera Thakur
एक पल
Meera Thakur
इमाराती प्रवासी का दर्द
Meera Thakur
आओ बैठें कुछ बात करें
Meera Thakur
आई है होली
Meera Thakur
अब कुछ साधारण हो जाए
Meera Thakur
अनुत्तरित
Meera Thakur
अभी तो कुछ बाकी है
Meera Thakur
कहती है नदी
Meera Thakur
कोई दुख नहीं
Meera Thakur