महेश चन्द्र त्रिपाठी Tag: Quote Writer 50 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid महेश चन्द्र त्रिपाठी 11 Aug 2024 · 1 min read मैं देता उनको साधुवाद जो निज कर्तव्य निभाते मैं देता उनको साधुवाद जो निज कर्तव्य निभाते आभार मानता हूं उनका जो मेरा हाथ बटाते मैं उन्हें नमन करता सादर जो रब से रंच न डरते उनकी प्रशस्ति में... Quote Writer 1 71 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 28 Jul 2024 · 1 min read सत्यव्रती धर्मज्ञ त्रसित हैं, कुचली जाती उनकी छाती। सत्यव्रती धर्मज्ञ त्रसित हैं, कुचली जाती उनकी छाती। विश्वग्राम में कोलाहल है, बढ़ते जाते हैं उत्पाती।। चीख रही नरता निशिवासर, पैशाचिनी नृत्य करती है, क्षीरसिन्धु में नारायण को, नींद किसतरह... Quote Writer 100 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 29 May 2024 · 1 min read जब भर पाया ही नहीं, उनका खाली पेट । जब भर पाया ही नहीं, उनका खाली पेट । धीरे-धीरे हो गए, सपने मटियामेट ।। सपने मटियामेट, हो गए आह न आई । लेकर खाली पेट, संग तज गई लुगाई... Quote Writer 84 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 27 Apr 2024 · 1 min read दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस तेरह करते तीन के, सम्भव हो तो तीस न्याय नीति ईमान से अपना पल्ला झाड़ सरकारों पर दोष मढ़, कीचड़ रहे... Quote Writer 1 114 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 15 Mar 2024 · 1 min read फागुन आया झूमकर, लगा सताने काम। फागुन आया झूमकर, लगा सताने काम। गोरी को लखने लगे, बुढ़ऊ गिरे धड़ाम।। बुढ़ऊ गिरे धड़ाम, उठाने दौड़ी गोरी। बना न कोई काम, प्रीति की छिपी न चोरी।। भाषत भारतभक्त,... Quote Writer 175 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 14 Mar 2024 · 1 min read पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है । पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है । अपमानित होकर मानव प्रतिशोध लिया करता है ।। रस्सी जल जाने पर भी ऐंठन किसकी कब जाती , प्रतिशोध न ले... Quote Writer 94 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 21 Oct 2023 · 1 min read सबसे बढ़कर जगत में मानवता है धर्म। सबसे बढ़कर जगत में मानवता है धर्म। धार्मिक मानव कर नहीं सकता कभी कुकर्म।। विनयशीलता उर धरें पाकर कोई ज्ञान। कितने ही मर्मज्ञ हों पर न करें अभिमान।। ******** महेश... Quote Writer 121 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 7 Oct 2023 · 1 min read सत्साहित्य सुरुचि उपजाता, दूर भगाता है अज्ञान। सत्साहित्य सुरुचि उपजाता, दूर भगाता है अज्ञान। रोग-शोक से रक्षा करता, देता मानव को पहचान। परोपकार का पाठ पढ़ाकर, भरता हिय में नव उन्मेष, स्वावलंबन की दिशा दिखाता, और बनाता... Quote Writer 268 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 7 Oct 2023 · 1 min read सत्साहित्य कहा जाता है ज्ञानराशि का संचित कोष। सत्साहित्य कहा जाता है ज्ञानराशि का संचित कोष। जो हममें भरता रहता है नव्य प्रेरणा नूतन जोश।। सत्यं शिवं सुन्दरं को ही कहते हैं हम सत्साहित्य , सतत अध्ययन अनुशीलन... Quote Writer 443 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 10 Sep 2023 · 1 min read श्रद्धावान बनें हम लेकिन, रहें अंधश्रद्धा से दूर। श्रद्धावान बनें हम लेकिन, रहें अंधश्रद्धा से दूर। जाँच-परख आचरण की करें, तब श्रद्धालु बनें भरपूर।। कितने ही ढोंगी पाखण्डी, करते श्रद्धा का दोहन, उनसे बचें, बचाएँ जग को, कर... Quote Writer 504 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 9 Sep 2023 · 1 min read मेहनत कड़ी थकान न लाती, लाती है सन्तोष मेहनत कड़ी थकान न लाती, लाती है सन्तोष मेहनत करते रहें निरन्तर, मिट जाएंगे दोष मेहनत का फल मिलता ही है, आज नहीं तो कल जो मेहनत करता है, उसका... Quote Writer 527 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 8 Sep 2023 · 1 min read जिसकी जिससे है छनती, जिसकी जिससे है छनती, उसकी उससे है बनती। बनती बात बिगड़ जाती, जब छनते छनते ठनती।। महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 1 159 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 4 Sep 2023 · 1 min read झंझा झकोरती पेड़ों को, पर्वत निष्कम्प बने रहते। झंझा झकोरती पेड़ों को, पर्वत निष्कम्प बने रहते। विचलित होते सामान्य पुरुष, नरवीर सुशान्त तने रहते।। हम पढ़ते प्रतिदिन पाठ यही, हर मुश्किल में मुस्काने का, जीवन भंगुर, ध्रुव मरण... Quote Writer 390 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 3 Sep 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक ****** कवि को आदर्श सुझावो मत, उसको यथार्थ में जीने दो। जो मिले सुधा या सुरा उसे, उसको मस्ती में पीने दो।। उसकी लय-गति पर ध्यान न दो, गाने... Quote Writer 447 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 1 Sep 2023 · 1 min read पता नहीं कब लौटे कोई, पता नहीं कब लौटे कोई, पता नहीं कब लौट न पाए। पता नहीं कब किस हालत में, अपना हाथ तंग हो जाए।। पता नहीं कब डूब रहे को, तिनका देने... Quote Writer 341 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 31 Aug 2023 · 1 min read पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान। पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान। रखता है वह स्वयं में, उपयोगिता महान।। उपयोगिता महान, न सोता सुधबुध खोकर। जीता है जिन्दगी, सतत स्वामी का होकर।। भैरव का प्रिय... Quote Writer 478 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 29 Aug 2023 · 1 min read आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत। आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत। नहीं भुलाए भूलता, दुर्वह वक्त व्यतीत।। दुर्वह वक्त व्यतीत, काम आए जब अपने। नहीं धूसरित हुए, सलोने सुखप्रद सपने।। समय पड़े पर साथ,... Quote Writer 456 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 26 Aug 2023 · 1 min read जो न कभी करते हैं क्रंदन, भले भोगते भोग जो न कभी करते हैं क्रंदन, भले भोगते भोग जो दुर्दिन में दम न तोड़ते, सहते विरह वियोग जो न पलायनवादी होते, करें सतत संघर्ष उनका ही वंदन अभिनंदन, करते... Quote Writer 1 284 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 25 Aug 2023 · 1 min read शासन अपनी दुर्बलताएँ सदा छिपाता। शासन अपनी दुर्बलताएँ सदा छिपाता। और सफलताओं से हरदम जोड़े नाता।। वोट बैंक के लिए जुगाड़ किये जाते हैं। जो सर्वथा अभक्ष्य, राजनेता खाते हैं।। © महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 371 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 22 Aug 2023 · 1 min read नारी के कौशल से कोई क्षेत्र न बचा अछूता। नारी के कौशल से कोई क्षेत्र न बचा अछूता। वीरांगना नारियां ही बनती हैं वीर-प्रसूता।। हर युग में कवि गाते आए हैं नारी की महिमा, नारी की क्षमता-ममता को जा... Quote Writer 503 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 21 Aug 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक हर फल की अपनी ऋतु होती, ऋतु आने पर फलता हर फल को जीवन देने को, सूरज नित्य निकलता पानी धूप वायु धरती से, पाता सम्यक पोषण तब ही... Quote Writer 1 340 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 10 Aug 2023 · 1 min read नारी निन्दा की पात्र नहीं, वह तो नर की निर्मात्री है नारी निन्दा की पात्र नहीं, वह तो नर की निर्मात्री है नर का हर यज्ञ पूर्ण करती, वह उसकी मां है,धात्री है नारी निन्दा करने वाले, नर नहीं, बृषभ हैं,... Quote Writer 511 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 7 Aug 2023 · 1 min read तो तुम कैसे रण जीतोगे, यदि स्वीकार करोगे हार? तो तुम कैसे रण जीतोगे, यदि स्वीकार करोगे हार? तो तुम कैसे सृजन करोगे, यदि पड़ जाओगे बीमार? तो तुम कैसे मीत बनोगे, नहीं लुटाओगे यदि प्यार? तो तुम कैसे... Quote Writer 1 315 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 2 Aug 2023 · 1 min read संत पुरुष रहते सदा राग-द्वेष से दूर। संत पुरुष रहते सदा राग-द्वेष से दूर। प्रेम हृदय का बाँटते रहते वे भरपूर।। राम नाम के नूर की सदा जोहते बाट, नहीं चाहते कभी भी वे जन्नत की हूर।।... Quote Writer 459 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 1 Aug 2023 · 1 min read जो उमेश हैं, जो महेश हैं, वे ही हैं भोले शंकर जो उमेश हैं, जो महेश हैं, वे ही हैं भोले शंकर उनसे ही लिपटे रहते हैं बड़े बड़े वृश्चिक विषधर वे विषपान किया करते हैं सदा लोक की रक्षा हित... Quote Writer 384 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 30 Jul 2023 · 1 min read घड़ी घड़ी में घड़ी न देखें, करें कर्म से अपने प्यार। घड़ी घड़ी में घड़ी न देखें, करें कर्म से अपने प्यार। पता नहीं कब घड़ी आखिरी, आए छूट जाय संसार।। मूल्य समय का पहचानें हम, जीवन-मूल्य नहीं भूलें, बंद घड़ी... Quote Writer 313 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 21 Jul 2023 · 1 min read स्वप्न लोक के वासी भी जगते- सोते हैं। स्वप्न लोक के वासी भी जगते- सोते हैं। काबुल वाले गदहे भी हॅंसते- रोते हैं ।। थोड़े दिन ही ख्याति किसी दानव की टिकती, काल-गाल में बड़े - बड़े ससमय... Quote Writer 420 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 20 Jul 2023 · 1 min read मछली कब पीती है पानी, मछली कब पीती है पानी, कोई नहीं जान पाता है। ऐसे ही यह पता न चलता, नेता कब कितना खाता है।। -- महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 281 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 19 Jul 2023 · 1 min read स्वयं से तकदीर बदलेगी समय पर स्वयं से तकदीर बदलेगी समय पर भॅंवर में जो नाव निकलेगी समय पर समय से पहले न किस्मत साथ देती स्वयं से जागीर सॅंभलेगी समय पर — महेशचन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 137 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 17 Jul 2023 · 1 min read सविनय अभिनंदन करता हूॅं हिंदुस्तानी बेटी का सविनय अभिनंदन करता हूॅं हिंदुस्तानी बेटी का देश हमेशा आभारी है हर बलिदानी बेटी का राजा रानी का युग बीता प्रजातंत्र बलवान हुआ अब इतिहास लिखा जाएगा हर मर्दानी बेटी... Quote Writer 297 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 16 Jul 2023 · 1 min read जो हार नहीं मानते कभी, जो होते कभी हताश नहीं जो हार नहीं मानते कभी, जो होते कभी हताश नहीं मंजिल उनको ही मिलती है जो करते बन्द प्रयास नहीं जो हार मान लेते मन में, जिनका प्रयास रुक जाता... Quote Writer 381 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 14 Jul 2023 · 1 min read नेता खाते हैं देशी घी नेता खाते हैं देशी घी कृषकों को मिलता घासलेट गुलछर्रे धनिक उड़ाते हैं मेहनतकश सोते दबा पेट महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 236 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 12 Jul 2023 · 1 min read स्वप्न बेचकर सभी का स्वप्न बेचकर सभी का हृदय लीजिए जीत। सपने कम होंगे नहीं, सपने संख्यातीत।। महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 151 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 10 Jul 2023 · 1 min read वंशवादी जहर फैला है हवा में वंशवादी जहर फैला है हवा में भेद की रोटी पड़ी है हर तवा में साम का तो नाम ही अब मिट गया है दाम द्वारा दण्ड से होती दवा में... Quote Writer 235 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 9 Jul 2023 · 1 min read पाने को गुरु की कृपा पाने को गुरु की कृपा प्रतिदिन करें प्रयास। दिशा दिखाएँ राष्ट्र को हम भी बन युग व्यास।। © महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 477 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 8 Jul 2023 · 1 min read परिभाषाएं अनगिनत, परिभाषाएं अनगिनत, प्रेम न परिभाषेय। जो हारा जीता वही, प्रेम सदैव अजेय।। महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 277 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 7 Jul 2023 · 1 min read जब अन्तस में घिरी हो, दुख की घटा अटूट, जब अन्तस में घिरी हो, दुख की घटा अटूट, जब कुटुम्ब में जाय पड़, बिना वजह ही फूट, तब भी बिन विचलित हुए, चलें सुपथ पर आप बरसेगी प्रभु की... Quote Writer 1 2 345 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 6 Jul 2023 · 1 min read सेवा की महिमा कवियों की वाणी रहती गाती है सेवा की महिमा कवियों की वाणी रहती गाती है सेवा के बदले में मेवा बिन माँगे मिल जाती है सेवा करें पिता-माता की, असहायों, लाचारों की मिटती है भव-बाधा सारी,... Quote Writer 308 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 5 Jul 2023 · 1 min read ज्ञानवान के दीप्त भाल पर ज्ञानवान के दीप्त भाल पर सदा खिली रहती मुस्कान अन्तस्तल में उदित अरुण का कभी नहीं होता अवसान है अनित्य में नित्य समाया, नहीं भूलता यह एहसास ज्ञानी सदा वही... Quote Writer 158 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 4 Jul 2023 · 1 min read शिर ऊँचा कर शिर ऊँचा कर हृदय जोश भर देशप्रेम को दें नूतन स्वर भीतर बाहर हम अजरामर विनयशील हैं नतशिर होकर महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 1 314 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 2 Jul 2023 · 1 min read जिसका मिज़ाज़ सच में, हर एक से जुदा है, जिसका मिज़ाज़ सच में, हर एक से जुदा है, उससे विलग न कोई जग में कहीं खुदा है। सौंपोगे किसे जीवन, जीवन तुम्हारा है क्या? नादानियां भुला दो, कोई न... Quote Writer 479 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 30 Jun 2023 · 1 min read मशक-पाद की फटी बिवाई में गयन्द कब सोता है ? मशक-पाद की फटी बिवाई में गयन्द कब सोता है ? चींटी के बिल में प्रवेश कर ऊंट भला कब खोता है ? धीर पुरुष गरिमा से गिरकर कोई काम नहीं... Quote Writer 2 317 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 28 Jun 2023 · 1 min read रूप जिसका आयतन है, नेत्र जिसका लोक है रूप जिसका आयतन है, नेत्र जिसका लोक है ज्योति जिसका हृदय है, जो हरण करता शोक है नमन बारम्बार उसको क्यों न मेरा मन करे वह साथ दे तो प्रगति... Quote Writer 297 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 27 Jun 2023 · 1 min read रूप पर अनुरक्त होकर आयु की अभिव्यंजिका है रूप पर अनुरक्त होकर आयु की अभिव्यंजिका है कर्मभूता सृष्टि लौकिक दृष्टि की अनुरंजिका है आत्मा जगदात्मा में भेद क्या है, कौन जाने देह हस्ताक्षर करे, जग हाजिरी की पंजिका... Quote Writer 1 301 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 26 Jun 2023 · 1 min read माॅं लाख मनाए खैर मगर, बकरे को बचा न पाती है। माॅं लाख मनाए खैर मगर, बकरे को बचा न पाती है। रस्सी जल जाती पर उसकी, ऐंठन न कभी भी जाती है।। पुष्पित और पल्लवित होते, संस्कार मानव जीवन में... Quote Writer 400 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 24 Jun 2023 · 1 min read बेहद मुश्किल हो गया, सादा जीवन आज बेहद मुश्किल हो गया, सादा जीवन आज चक्कर में पड़ योग के, लोग न करते काज लोग न करते काज, निरर्थक देह थकाते जब देखो तब बैठ, योग के ही... Quote Writer 259 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 24 Jun 2023 · 1 min read किए जिन्होंने देश हित किए जिन्होंने देश हित अपने सारे काम। उन्हें नित्य अर्पित करें अपने कोटि प्रणाम।। महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 255 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 23 Jun 2023 · 1 min read यदि मन में हो संकल्प अडिग यदि मन में हो संकल्प अडिग रास्ता स्वयं बन जाता है। संकल्पवान को परमात्मा खुद मंजिल पर पहुंचाता है।। महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 403 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 23 Jun 2023 · 1 min read देह धरे का दण्ड यह, देह धरे का दण्ड यह, भुगत रहा दिन-रैन। देख दुर्दशा देश की, उर-अन्तर बेचैन।। महेश चन्द्र त्रिपाठी Quote Writer 279 Share महेश चन्द्र त्रिपाठी 22 Jun 2023 · 1 min read जो चाकर हैं राम के जो चाकर हैं राम के जिनका सरल स्वभाव। काल कर्म गुण दोष का उन पर नहीं प्रभाव।। Quote Writer 1 411 Share