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क्या राज़ सजोया है दिल में
क्या राज़ सजोया है दिल में
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
जाने क्या है रिस्ता अपना,
जाने क्या है रिस्ता अपना,
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
क्या हुआ है मुझे,
क्या हुआ है मुझे,
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
कलम ये मेरी
कलम ये मेरी
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
माँ हिंदी के गुण गाते हैं,
माँ हिंदी के गुण गाते हैं,
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
जाने क्यूँ भटके मानव
जाने क्यूँ भटके मानव
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
मानव को मानव समझे
मानव को मानव समझे
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
सद्धर्म
सद्धर्म
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
बेखौफ़ जिंदगी है,,
बेखौफ़ जिंदगी है,,
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
थे अंधेरा, अब रोशन समां बन गए
थे अंधेरा, अब रोशन समां बन गए
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
मन में ग़र विश्वास रहे
मन में ग़र विश्वास रहे
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
दुनियां एक हकीकत है,,
दुनियां एक हकीकत है,,
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
जिंदगी की दौड़ में
जिंदगी की दौड़ में
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
ये कैसी तरुणाई है?
ये कैसी तरुणाई है?
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
जमीं से रिश्ता बनाये रखिये
जमीं से रिश्ता बनाये रखिये
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
हम मिले भी तो ऐसे
हम मिले भी तो ऐसे
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
अब कलम उठाकर लड़ना होगा
अब कलम उठाकर लड़ना होगा
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
ऐ मेरे प्यारे वेतन,,,
ऐ मेरे प्यारे वेतन,,,
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
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