डॉ. अनिल 'अज्ञात' 68 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read ये कैसा गणतन्त्र है? राजलोभ के जहर में डूबा, देश का सारा तन्त्र है, पुरुषोत्तम की धरती पर, विवश पड़ा सब मन्त्र है। देशभक्त के नाम पर, अन्धभक्त उत्पन्न हो रहे, भारत माँ अपनों... Hindi · शेर 3 254 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read हालात-ए-कोरोना गंध मिले ना स्वाद मिले ना, टेम्प्रेचर भी हाई है। कमजोरी है बदन में पूरे, साँस में तेजी आई है।। मुझसे अपने दूर हैं इतने, मरने में भी शुकून नही।... Hindi · शेर 3 212 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 4 Jul 2022 · 1 min read अब तो ज़ख्मो से रिश्ता पुराना हुआ.... न कोई वेदना, न कोई दर्द है, अब तो ज़ख्मो से रिश्ता पुराना हुआ। वो चुभोते हैं जब-जब भी खंजर मुझे, मुझको लगता है रिश्ता निभाना हुआ। Hindi 3 462 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 4 Jul 2022 · 1 min read शिकायत खुद से है अब तो...... मेरे जख्मों पे मरहम का, असर होता नहीं अब तो। घाव गहरे हैं ताजे हैं, दर्द होता नहीं अब तो। मेरा ग़र कत्ल कर डाला, तो गलती है नहीं उनकी।... Hindi 3 333 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 3 Jun 2022 · 1 min read लेखनी सोंचा लेखनी को कहीं छुपाकर रख दूँ, पर दिल के ज़ख्मो ने उसे खोज लिया। Hindi · शेर 3 240 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 13 Aug 2021 · 1 min read छोटा सा दिल आपसे प्यार है, इस क़दर जान-ए-जाँ, मेरी हर सांस में तुम समाये हुए हो। सुख-दुःख भरा, मेरा छोटा सा दिल है, पर उसमें भी तुम घर बनाये हुए हो। Hindi · शेर 3 309 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read स्वदेश के ही नाम पर राजनीति के दलदल को, अज़ीब रहने दो, हम सब को एक दूजे का, अजीज़ रहने दो। पार्टियों के नाम पर, मतभेद से मिलेगा क्या? स्वदेश के ही नाम पर, करीब... Hindi · शेर 2 213 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read दिल तेरा बदले नही दिल तेरा बदले नही, कितनी भी बदलें रंगतें । कल जो थे, वो आज भी हो, रहना वही, हैं मन्नते। होगी शमा रोशन वही, जिसके चराग-ए-यार यार हो तुम ।... Hindi · कविता 2 366 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read प्यार का दस्तूर कौन कहता है सनम, हम दिल से तेरे दूर हैं, क्या करें जान-ए-वफ़ा, हालात से मजबूर हैं। चाहतें अपनी रहें, जन्मों जनम तक ऐ सनम, ये दूरियां तो जिंदगी में,... Hindi · शेर 2 301 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 14 Aug 2021 · 1 min read तेरी तस्वीर बनाने में मिल बैठे हमसे वो इक दिन, यूँ ही बस अनजाने में, जब तनहा सा मैं बैठा था, किसी रोज मयखाने में। मैं बोला कुछ पल रुक जा, रेखा-चित्र बनाने दे,... Hindi · शेर 2 456 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read जीत लूँ दुनियां को मैं गर सजे महफ़िल मेरी, तो चाँद तारे आप हो,, जीत लूँ दुनियां को मैं, गर तुम्हारा साथ हो। गम है क्या, दरिया है क्या, और क्या तूफान है,, साथ हो... Hindi · शेर 2 202 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read तुमने मुझको चाहा ऐसे तुम संग हुए थे जिसदिन हमदम, वो पल है मुझको याद प्रिये। तुमने मुझको चाहा ऐसे, ज्यों सबनम की बरसात प्रिये। Hindi · शेर 2 288 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 22 Aug 2021 · 1 min read लम्बी उमर हो ऐ हमदम मेरे! तेरी लम्बी उमर हो, गलियाँ सजी हो, महकती डगर हो। साया गमों का, नजर भी न आये, सदा प्रेम डूबा, ये जीवन सफर हो। Hindi · शेर 2 242 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 22 Aug 2021 · 1 min read रक्षाबन्धन भाई बहनों का प्रेम यहाँ, उपवन में सुन्दर चन्दन है, ऐसे पवित्र रिश्तों को मेरा, अन्तर्मन से अभिनंदन है। बहनों के दुःख को हरने का, भाई जब कसम उठाता है,... Hindi · गीत 2 277 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read हर गम छुपाकर खुद रो कर अपनों को हँसाना जिंदगी है, हर गम छुपाकर मुस्कराना ज़िन्दगी है। प्रस्फुटित हो गए गम, तो हौसला कैसा ? सब जानकर मौन रह जाना ज़िन्दगी है। Hindi · शेर 2 355 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 3 Jun 2022 · 1 min read मोहब्बत का पानी मिलेगा कहाँ पर... है रिश्तों का हर बीज कमजोर इतना, जमीं भी है बंजर उगेगा कहाँ पर। नदियों में जल की जगह स्वार्थ बहता, मोहब्बत का पानी मिलेगा कहाँ पर। ऐ कुदरत मुझे... Hindi · संस्मरण 2 141 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 5 Jun 2022 · 1 min read तुम चाहो तो सारा जहाँ मांग लो..... तुम चाहो तो सारा जहाँ मांग लो, मेरी हर जुस्तजू तुम यहाँ मांग लो। अपनी हर एक अदा तुझपे कुर्बान है, दिल से खेलो या तुम मेरी जाँ मांग लो। Hindi · शेर 2 2 239 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 25 Mar 2023 · 1 min read सीखने की भूख सीखने की भूख (Hunger of Learn) मंजिल दिखती है ख्वाबों में, तो इसमें तू हैरान न हो। ख्वाब दिखे तो दिखने दो, उस पर ज्यादा परेशान न हो॥ ‘भूख’ सफ़र... Hindi 2 201 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read सरजमी है दोस्तों की ये सरजमी है दोस्तों की सुकून है मिलता यहां, यदि न होता साथ सबका नर्क सा लगता जहां। हो कभी पतझड़ नही ऐसी दुआ करता हूँ मैं, पुष्प हो गुलशन... Hindi · कविता 1 183 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read कोरोना हो गया... किसी की याद में जीवन भर का रोना हो गया, मेरा जीवन अब तो काँटों का बिछौना हो गया। ...मेरी क़िस्मत इतनी ख़राब निकली यारों... जिसको प्यार किया उसे अब... Hindi · शेर 1 237 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read शायराना अंदाज़ मेरी चाहत है, रिश्तों में मिठास हो, मेरी लेखनी से, खुशियों की बरसात हो। ये इरादा नही, कहीं शक की दीवार बने, और उसकी वजह, मेरा शायराना अंदाज़ हो। Hindi · शेर 1 361 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 2 min read ऐ मेरे प्यारे वेतन,,, ऐ मेरे प्यारे वेतन, तुझसे सब अरमान, तू नहीं तो जिंदगी है, धूल सी बेजान।। पहले मैं भी था बेचारा, फिरता था मारा मारा, मेरिट बनी नौकर बना, हैं सभी... Hindi · कविता 1 382 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read चमचों की दुनियाँ चमचों की इस दुनियाँ में, सब आएंगे और जाएंगे, हम सब चुनकर चमचों को, राजतिलक करवायेंगे। चमचामयी माहौल रहेगा देश का हरदम ओ प्यारे, चमचे बीन बजाकर सबको व्हाट्सप पर... Hindi · शेर 1 456 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read बिस्तर की सिलवटों में इस झूँठी ज़िन्दगी को, कितना भी हम तराशें, बिस्तर की सिलवटों में, हैं दिल की सब ख़राशें। जीवन मरण है निश्चित, तू कर्म कुशल कर ले, दुनियाँ दिखाए कुछ भी,... Hindi · शेर 1 380 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read अंधेरों से कह दो अंधेरों से कह दो, दिया रोशनी का, इस पावन हृदय में सदा ही जलेगा। सर पे मेरे हाथ जब तक है माँ का, खुशियों का मौशम, सदा ही चलेगा। Hindi · शेर 1 233 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read लड़कियाँ लड़कियाँ हैं नूर जग का, इस धरा की शान हैं, इनके बिना परिवार सूना, दिल भी रेगिस्तान है। सृष्टि का आधार इनसे, हर किसी को है पता, पर इनकी आबरू... Hindi · शेर 1 357 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read तुम्हारी याद जैसे हो कोई अनमोल हो ग़र तो, तुम्हारी याद जैसे हो, कम्पित लबों पे अनकही फरियाद जैसे हो। जो मौन को समझे, उत्तर भी मौन में दे, वो है कोई अपना, जो... Hindi · शेर 1 198 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read माँ चरणों में तेरे सर रखकर, जी करता है मैं सो जाऊं। गोद में तेरे रहने को, मैं फिर से बालक हो जाऊं। ऐ प्रभु! मुझे शक्ति देना, मैं माँ का... Hindi · गीत 1 494 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read तुम्हें अपना समझते थे अपनी किस्मत से यूँ ही, उस दिन रूठकर रोये, हुये तुमसे जुदा जिस दिन, तनहा फूटकर रोये। भले इल्जाम हो मुझपर, तुमसे बेवफ़ाई का, तुम्हें अपना समझते थे, इसलिए टूटकर... Hindi · शेर 1 281 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 21 Aug 2021 · 1 min read तुम्हारे संग चलना है मुझे दुनिया बदलना है, तुम्हारे रंग ढलना है। बस इतनी सी ख्वाहिश है, तुम्हारे संग चलना है। Hindi · शेर 1 303 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 21 Aug 2021 · 1 min read मेरा चाँद ही काफी है मेरे नसीब में नही चरागा तो क्या गम है, मेरा चाँद ही काफी है रोशनी के लिए। Hindi · शेर 1 196 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 3 Jun 2022 · 1 min read आंधियां चल रही हैं जहर की आंधियां चल रही हैं जहर की, अब तो कातिल हवा हैं शहर की। जब समंदर ही खारा हो पूरा, गलतियां फिर नहीं हैं लहर की। Hindi · गीत 1 142 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 30 Jul 2023 · 1 min read जब तलक था मैं अमृत, निचोड़ा गया। जब तलक था मैं अमृत, निचोड़ा गया। बना पुष्प जब भी मैं, तोड़ा गया।। जब से कांटा बना हूँ, सुकूँ है मुझे। क्योंकि राहों में थोड़ा सा मोड़ आ गया।। Quote Writer 1 133 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read ज़िगर में प्यास बाकी है अभी तो संग चलने का बहुत एहसास बाकी है, सांसे रुक नही सकती जब तक साथ बाकी है। कदम जल्दी उठे फिर से यही फरियाद है मेरी, तेरे संग वक्त... Hindi · शेर 1 175 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read मन में ग़र विश्वास रहे सूनेपन की ऊर्जा का, ग़र प्रयोग तू सीख गया, तो नही जरूरत है तेरे, कंधे पे कोई भी हाथ रहे। खुद से खुद को खुद ही तुम, गीता ज्ञान सुना... Hindi · शेर 1 178 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read थे अंधेरा, अब रोशन समां बन गए थे अंधेरा, अब रोशन समां बन गए, धूल थे पहले हम, आसमां बन गए। गुरुवर का उपकार मुझ पर हुआ, उनके चरणों में हम क्या से क्या बन गए।। हम... Hindi · कविता 1 406 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read बेखौफ़ जिंदगी है,, न अफवाहों की चिंता, न आलोचना का डर है, बेखौफ़ जिंदगी है,, ऐसा मेरा सफर है। उदीयमान भानु को, दुनिया जानती है, हम जैसे सितारों की, किसको यहाँ खबर है। Hindi · शेर 1 291 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read मानव को मानव समझे सम्प्रत्यय लोक-कुशलता का, जो हरदम स्वीकार करे, मानव को मानव समझे, हर प्राणी का उद्धार करे। विज्ञान, मानवता, आध्यात्म, सदा समन्वित हो जिसमें, सद्धर्म वही इस धरती पर, जो इसको... Hindi · शेर 1 443 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read जाने क्यूँ भटके मानव मंदिर मस्ज़िद में कैद नही, रहता भी नही गुरुद्वारे में, वह रहता है मन-मंदिर में, प्रकृति प्रेम उजियारे में । जिसमें श्रद्धा मानवता की, देवपुंज है देह वही, पर जाने... Hindi · शेर 1 395 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read माँ हिंदी के गुण गाते हैं, हर मन की जो अभिलाषा है, उसकी अभिव्यक्ती भाषा है। है परचम जो भारत माँ का, अलंकरण है बिन्दी है, उस मर्मस्पर्शी भाषा का, नाम यहाँ पर हिंदी है। मातृभूमि... Hindi · कविता 1 318 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read कलम ये मेरी कलम ये मेरी जाने क्या लिख रही है, बातें वतन की सदा लिख रही है। लिखने चला था मोहब्बत की बातें, पर दर्द-ए-वतन की व्यथा लिख रही है। Hindi · शेर 1 310 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read क्या हुआ है मुझे, अब से पहले सनम, हम तो खुश थे बहुत, जब से महफ़िल में आए, परेशान है । दिल था खाली, पर खुशियों का दरबार था, अब तो खुशियों की दस्तक़... Hindi · गीत 1 186 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read जाने क्या है रिस्ता अपना, देखूँ नही मैं तुमको तो, आता नही है चैन, तेरी ही यादों में मेरे, कट जाते दिन रैन। जाने क्या है रिस्ता अपना, मुझको समझ नही आता, तेरे ही दर्शन... Hindi · शेर 1 153 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read क्या राज़ सजोया है दिल में तेरे संग गुज़रे लम्हों का, एहसास सजोया है दिल में, कुछ तीखा कुछ मीठा सा, जज़्बात सजोया है दिल में। हर कोई स्तब्ध यहाँ, अंदाज़ प्यार का देख सनम, ये... Hindi · शेर 1 240 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read नाव कागज़ की एक भूली याद को फिर गुनगुनाना चाहता हूँ, जा कर बचपनों में खिलखिलाना चाहता हूँ। दौड़कर बारिशों में दोस्तों संग ऐ खुदा, नाव कागज़ की मैं फिर से चलाना चाहता... Hindi · शेर 1 402 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read मुस्कुराना टूटकर भी मुस्कुराना टूटकर भी, कुदरत का वरदान है, अभी इस तज़ुर्बे से, इंसा बहुत अंजान है। ये हुनर जिसमें भी है, वो जियेगा शौक से, जो इसे समझा नही, वो बहुत... Hindi · शेर 1 410 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read दर्द ही दर्द जिंदगी में कितने इम्तेहान होते हैं, दर्द ही दर्द दिल के मेहमान होते है। रुकती है जिंदगी गम में उलझकर कभी, उस वक्त सभी खुशियों से अंजान होते हैं। मिले... Hindi · शेर 1 310 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read आईना हूँ कभी खुद को यूं ही आज़माना भी है, आईना हूँ मुझे टूट जाना भी है। मेरी फितरत भले टूट जाने की है, पर दुनियां में सच को दिखाना भी है। Hindi · शेर 1 209 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read तुम्हारी याद काफी है तेरे संग बिताये लम्हों का, एहसास काफी है, तुम हो जहाँ में तो, हमारी सांस बाकी है । गए तुम छोड़कर यूं ही, शिकायत है नही हमको, जीने के लिए... Hindi · शेर 1 234 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read योग शरीर और आत्मा का, सुनहरा संयोग है, व्यवहार में जिसके भी है, वह सदा निरोग है। विज्ञान और आद्यात्म का, मेल है इसमें सदा, कुदरत की नेमतों का, नाम यहां... Hindi · शेर 1 203 Share Page 1 Next