भूरचन्द जयपाल Tag: शेर 29 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid भूरचन्द जयपाल 23 Feb 2018 · 1 min read ** कुछ स्याह रातें ** कुछ स्याह रातें अमां की अब और भी बाकी है ला'दे अब शराब-शबाब जो भी बाकी साकी है ।। मधुप बैरागी हुस्न क्या है एक बला है बस कहने को... Hindi · शेर 1 387 Share भूरचन्द जयपाल 23 Feb 2018 · 1 min read *** कागज की नाव *** कभी कागज की नाव भी डूब जाया करती थी आज पत्थर के दिल भी तैरा करते हैं पानी में।। मधुप बैरागी हमें दवाओ की नहीं आपकी दुआओं की जरूरत है... Hindi · शेर 1 286 Share भूरचन्द जयपाल 17 Dec 2017 · 1 min read ** जो निकली निःस्वास ** 17.12.17 **** रात्रि **** 9.15 हमे दवाओ की नहीं आपकी दुआओं की जरूरत है जिसमे कोई चाह कर भी ज़हर नहीं घोल सकता है ।। . ?मधुप बैरागी वाह वाह... Hindi · शेर 1 323 Share भूरचन्द जयपाल 7 Nov 2017 · 1 min read ***** शेर ****** गफ़लत और गलतफहमियां अक्सर धोखा देती हैं मगरूर गरूर से जिसे ना दूर किया जा सकता है ।। ?मधुप बैरागी गलतफहमियां बाज़ार में बहुत सस्ते में बिकती है कोई सच... Hindi · शेर 1 298 Share भूरचन्द जयपाल 25 Oct 2017 · 1 min read **** जिस्म छलनी हो गया **** 25.10.17 ** रात्रि ** 10.30 जिस्म छलनी हो गया है दिल का अब क्या पता किस-किस ने अब मुझको है छला अब क्या पता।। ?मधुप बैरागी 25.10.17 ** रात्रि **... Hindi · शेर 1 348 Share भूरचन्द जयपाल 22 Oct 2017 · 1 min read ***** शेर ***** जुबां से कह दे एक बार है तुझको भी मुझसे प्यार फिर जवानी जवानी बदस्तूर कहानी कहाती है । तुमने की मुझ पर बड़ी मेहरबानी है बता दे अब कहां... Hindi · शेर 1 595 Share भूरचन्द जयपाल 9 Oct 2017 · 1 min read *** होता अश्क़ इन आँखों में *** होता अश्क़ इन आंखों में तो फिर ये दरिया-ए-दिल कभी सूखा नही होता ।। ?मधुप बैरागी बहरी है दीवारे जो कभी दो कान रखती थी और लोग कहते थे दीवारों... Hindi · शेर 1 244 Share भूरचन्द जयपाल 9 Oct 2017 · 1 min read *** समंदर बताता है *** समंदर बताता है कभी वह अपने पर इठलाता है शहर के शहर बह जाते है तनिक जब मुस्कुराता है ।। ?मधुप बैरागी नहीँ बोल पाते कब मिश्री घोल पाते बिनमोल... Hindi · शेर 1 219 Share भूरचन्द जयपाल 6 Oct 2017 · 1 min read अदा-ए-यार हमारा प्यार भी कभी जो किस्सा बन जाता है अगर यार को रिश्ता प्यार का निभाना आता है ।। ?मधुप बैरागी मेरे महबूब को देखो कभी नजरे झुकाता है कभी... Hindi · शेर 1 254 Share भूरचन्द जयपाल 16 Sep 2017 · 1 min read *** हुकूमत करना चाहते हो *** हुकूमत करना चाहते हो मेरे दिल पर और मज़ार पे आकर रोते हो क्यूं बेइंतहा मुहब्बत करने का रोना रो रोकर पानी से मुंह धोते हो। ?मधुप बैरागी दिल तो... Hindi · शेर 1 496 Share भूरचन्द जयपाल 18 Aug 2017 · 1 min read *ये आँखें तेरी कत्लखाने से कम नहीं* 18.8.17 **** प्रातः **** 7.58 ये आँखे तेरी किसी कत्लखाने से कम नहीं है अगर मर जायें तुझपे तो अब हमें ग़म नहीं है ।। ?मधुप बैरागी अब मयखाने जाकर... Hindi · शेर 1 292 Share भूरचन्द जयपाल 18 Aug 2017 · 1 min read *** मत पूछ *** मत पूछ मुझे महोबत ने क्या क्या दिया बहुत से जख्म दिए कुछ और बाकी है ।। . ?मधुप बैरागी मत डूबो इतना कल्पनाओं में कवियों कि रवि बन जाओ... Hindi · शेर 1 264 Share भूरचन्द जयपाल 14 Aug 2017 · 1 min read **** आपका अंदाज **** खूबसूरत-ए-शोभा नहीं शरीर की आभा जनाब । शोभा-ए-खूबसूरत आपका अंदाज है ।। ?मधुप बैरागी रंजोग़म भुलाने के वास्ते दुनियां को भूलाना होगा अगर दुनियां को हंसाना हो तो ख़ुद को... Hindi · शेर 1 585 Share भूरचन्द जयपाल 9 Aug 2017 · 1 min read *** मेरे पसंदीदा शेर *** मैं मशगूल था अपने ही ख्यालों में कब मशहूर हो गया क्या पता ।। ?मधुप बैरागी जख़्म भरे जाते नहीं ज़ाम-ए-शराब से नासूर बन जाते हैं ये तल्ख़-ए-जिंदगी ।। ?मधुप... Hindi · शेर 1 351 Share भूरचन्द जयपाल 8 Aug 2017 · 1 min read *** धीमा जहर *** ना जाने कौन सा धीमा जहर मेरे सीने में उतर आया है ना चैन से जीने मुझे देता है ना चैन से मरने मुझे देता है ।। ?मधुप बैरागी समझ... Hindi · शेर 1 391 Share भूरचन्द जयपाल 1 Aug 2017 · 1 min read *** चंद शेर *** कशमकश दिल में जुबां पे तुम्हारा नाम आया भरी महफ़िल में फिर से गुमनाम पैगाम आया ।। मेरी धड़कने क्यूं पूछती है तेरे दिल से तेरे दिल से मेरे दिल... Hindi · शेर 1 328 Share भूरचन्द जयपाल 26 Jul 2017 · 1 min read *** शेर *** कत्ल करके पूछते हो दर्द हुआ या नहीं मुहब्बत करके देखो पता चल जायेगा।। ?मधुप बैरागी लोग तस्वीरें बदलनें में देर नहीं लगाते हैं मगर तक़दीर बदलने में पूरा जीवन... Hindi · शेर 1 300 Share भूरचन्द जयपाल 10 Jul 2017 · 1 min read **** मरने से कौन डरता है **** मरने से कौन डरता है कमबख्त यहां तो जीने से ही तंग आ गए हम ।। ?मधुप बैरागी तकलीफ में दिल है मेरा कितना आजकल और आप देखकर चेहरा कहते... Hindi · शेर 1 362 Share भूरचन्द जयपाल 3 Jul 2017 · 1 min read *** शेर *** कश्तियां डूबी है बीच मझधार जाकर हाथ से छूटा अब जो प्यार पतवार मेरे ।।१ नींद मुझको आएगी बोलो इस क़दर प्यार में भरपेट धोखा जो खाता रहा ।।२ रातभर... Hindi · शेर 1 239 Share भूरचन्द जयपाल 24 May 2017 · 1 min read *** कुछ शेर *** हक़ीक़त में सम्भव नहीं उनको रुलाना क्यों न तसव्वुर में ही रुलाया जाय दिल अपना जो हमारी दुआओं में लगाये क्यों न दिल अब उनसे यूं लगाया जय घाव गहरा... Hindi · शेर 1 237 Share भूरचन्द जयपाल 21 Apr 2017 · 1 min read ** आरजू ** आरजू दिल की है तमन्ना शब-ए-रोज की है ऐ जिंदगी तूं तो बस कुछ एक रोज की है ।। ?मधुप बैरागी सम्बन्ध बदलते हैं बदलना चाहे या ना चाहे मौत... Hindi · शेर 1 283 Share भूरचन्द जयपाल 12 Apr 2017 · 1 min read ** अदालत-ए-इश्क ** मुवक्किल थे हम उनके अदालत-ए-इश्क में पैरवी कुछ इस तरह की हम जीती हुई बाजी हारे ।। ?मधुप बैरागी प्राणों का नहीं मोह मुझे न मृत्यु का है भी मृत्यु... Hindi · शेर 1 335 Share भूरचन्द जयपाल 27 Feb 2017 · 1 min read * चार शेर * जीना चाहा था मगर जिंदगी ना मिली । मौत भी अब हमसे अपना दामन छुड़ा के चली ।। लोग कहते हैं अब भी मै जिन्दा हूँ मगर जिंदगी को अलविदा... Hindi · शेर 1 310 Share भूरचन्द जयपाल 14 Feb 2017 · 1 min read ** सही कहा ** अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता सख्त हो तो दांत जरूर तोड़ सकता है ।। मशक्कत इतनी ही कर थकान ना हो तुझको निकम्मा बन कर बैठा तो मकान कहां... Hindi · शेर 1 257 Share भूरचन्द जयपाल 7 Feb 2017 · 1 min read ** पांच शेर ** तेरी जुल्फ की तरह उलझी है मेरे प्यार की गुत्थी जितना सुलझाना चाहता हूं उलझती ही जाती है ।। ख्वाहिशे मिटती नहीं उनके मिटने से मगर आज मिटने को दीवाना... Hindi · शेर 455 Share भूरचन्द जयपाल 7 Feb 2017 · 1 min read ** शेर *** रात की तन्हाईयाँ उस पर घना अंधकार। .. चाँद बन पूनम आ जाओ दूर करने तम घना ।। प्यार इक धुंवा है आँख खोले तो आँख फूटती है . करे... Hindi · शेर 290 Share भूरचन्द जयपाल 25 Jan 2017 · 1 min read **** शेर ****** 23.1.17 रात्रि 10.5 बागे बुलबुल को अब मुस्कुराना ही होगा तुमसे मिलना अब रोज़ाना ही होगा।। अब बरखा हो कैसे बिन बादल आँखों से आंसुओ को बहाना ही होगा जोर... Hindi · शेर 339 Share भूरचन्द जयपाल 12 Jan 2017 · 1 min read *** चंद शेर *** नूर तेरी नजरों का ना देख पायेंगे अब जिस्म की चकाचौंध से अंधे हो जायेंगे 1 सौदा प्यार का ज़मीर वाले कब कर पायेगे दौलत वाले जिस्म को खरीद दिल... Hindi · शेर 259 Share भूरचन्द जयपाल 3 Jan 2017 · 1 min read शेर 12.12.16 ******* दोपहर 1.15 समझ नहीं आता इस हुस्न को क्या नाम दूं एक हल्की स्मित सी मुस्कान को क्या नाम दूं ।। ?मधुप बैरागी 12.12.16 ******* सांय 4.25 ये... Hindi · शेर 294 Share