ललकार भारद्वाज Tag: कविता 110 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read समर्पण अब तुम्हारे प्रति मैं, अपना समर्पण पेश करूँ। मैं अब तुमसे प्रेम, विशेष से भी विशेष करूँ।। तू अगर अब कहे तो, तेरे जीवन का श्रीगणेश करूँ। अभी भी गर... Hindi · कविता 37 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read दिल की बाते कैसे हँसू तुम्हारे बिन और कैसे रोकूं मैं आँसू। कैसे कटते दिन मेरे और कैसे कटती हैं रातें।। कैसे दिल को समझाऊं और कैसे मन को मैं बहलाऊं। कैसे दर्द... Hindi · कविता 39 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read ललकार की पुकार पुकार रही हैं देश की माटी, ललकार मिटाना दुश्मन को। कर्ज बहुत हैं इस माटी के, ललकार चुकाना तुम उन को।। मर्द बहुत हैं इस माटी में, ललकार जगाना अब... Hindi · कविता 55 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read मतदान निकट आ गई तिथि वोट की, देखो कमल खिलना हैं। राष्ट्रवाद की लहर चली हैं, अब तो कमल खिलना हैं।। भेद-भाव और मन-मुटाव को, भूलके कमल खिलाना हैं। सत्य सनातन... Hindi · कविता 56 Share ललकार भारद्वाज 12 Mar 2024 · 1 min read विश्वास मेरी मुस्कुराहटों पे फिदा हैं तू । तेरी इस अदा पे फिदा हूँ मैं ।। मेरे विश्वास पे मरमिटी हैं तू । तेरे इस विश्वास पे मिटा हूँ मैं ।।... Hindi · कविता 104 Share ललकार भारद्वाज 12 Mar 2024 · 1 min read जिन्दगी नाम हैं जिन्दगी नाम हैं उम्मीदों का कभी ना उम्मीदी भी लाती हैं जिन्दगी नाम हैं खुशियों का कभी गम भी ये ले आती हैं जिन्दगी नाम हैं सब्र का कभी बेसब्र... Hindi · कविता 55 Share ललकार भारद्वाज 12 Mar 2024 · 1 min read काबिल नही तेरे ना उन्हे अब नाम अच्छा लगता हैं। ना मेरा कोई काम अच्छा लगता हैं।। मैं अगर गुनगुनाऊ गाना प्यार से तो। ना वो गाना अच्छा लगता हैं।। मेरे सर की... Hindi · कविता 52 Share ललकार भारद्वाज 18 Feb 2024 · 1 min read चाहत तुम्हे चाहता हूँ मैं कितना सुनोगी । मैं चाहु प्रभु को तुम इतना सुनोगी ।। मेरे दिल मे बसती हो कैसे सुनोगी । जैसे हो सासे तुम बस येही सुनोगी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 82 Share ललकार भारद्वाज 18 Feb 2024 · 1 min read काम चले ना अब सोने से काम चले ना। फिर जगने से बात बने ना।। अब चुप्पी से काम चले ना। फिर बड़बोले से बात बने ना।। अब हसने से रार टले ना।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 63 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read परिवर्तन आया जीवन में ना नजर मिली ना बात हुई, ना कभी कोई मुलाकात हुई। वो मिले अचानक मुझको यूं, तो परिवर्तन आया जीवन में।।1।। बिन मिले ही हमने दर्द कहे, बिन जाने ही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 57 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read जज़्बातों का खेल जज़्बातों का खेल अजब है, एक है शख्स पर नाम अलग है। राधा के नन्दलाल सलोने, लीलाधर और गोपीयो संग खेले।।1।। रुक्मणी के थे कृष्ण अनोखे, द्वारिकाधीश और दुष्टो संग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 120 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read बावरे नैना तेरे दीदार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना। तेरे बस प्यार को तरसे, मेरे ये बावरे नैना।।1।। मैं प्यासा हूँ कहूँ तुझसे, मेरे ओ बावरे नैना। बुझा दो ना मेरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 117 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read आधार जगत का करने को उद्धार। बनाया सत्संग को आधार।। मनुज पर करने को उपकार। बनाया नाम धुन आधार।। जीव का करने बेडा पार। बनाया मालिक को आधार।। करेगे सबका बेडा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 104 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 2 min read जब बनना था राम तुम्हे जब बनना था राम तुम्हे, दुर्योधन बन कर बैठ गये। जब करना था काम तुम्हे, स्वार्थ साध कर बैठ गये।। निगम रखा था नाम तुम्हारा, निर्गुण बन कर बैठ गये।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 53 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read मर्यादाशील हंसते-हंसाते हर गम छुपा, खुशियां मनाते चल हम रहे हैं । सदियो के जख्मो को सिलते-सिलाते, मरहम लगाते बढ हम रहे हैं ।। अपना पराया ना करते हैं हम तो,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 67 Share ललकार भारद्वाज 16 Feb 2024 · 1 min read श्री अन्न : पैदावार मिलेट्स की जगो किसानो उठो किसानो, अन्न पुराना अच्छा था। करो पैदावार उसी अन्न की, अन्न वही तो सच्चा था।। श्री अन्न की ऊपज करो तुम, श्री अन्न संरक्षक हैं। श्री अन्न... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 94 Share ललकार भारद्वाज 14 Feb 2024 · 1 min read पति पत्नी और वैलेंटाइन डे देव मेरे ओ पतिदेव, तू ला के दे दे टेडी रे। वैलेंटाइन हैं आने वाला, तू ना कर नखरे बेरी रे।। म्हारी सास के छोरे सुन ले, पत्नि मांगे टेडी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 115 Share ललकार भारद्वाज 31 Jan 2024 · 1 min read प्राण प्रतिष्ठा राम की अवध संग सज रहा हैं देश । राममय हो रहा परिवेश ।।1।। रामराज्य का देता हैं संदेश । भगवामय हो रहा हैं वेश ।।2।। राम आएंगे अपने ही प्रदेश ।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 76 Share ललकार भारद्वाज 31 Jan 2024 · 2 min read शब्द की महिमा शब्द की महिमा बड़ी अनोखी, महिमा हैं ये अपरंपार । शब्द की महिमा बड़ी निराली, महिमा हैं ये तरती पार ।।1।। शब्द जपा जब 'मरा' बाल्मीकि ने, जुड़े राम से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 91 Share ललकार भारद्वाज 31 Jan 2024 · 2 min read चिन्ता करू या चिन्तन क्योंकि मेरी चिन्ता राम करें, मैं तो करूँ राम का चिन्तन । प्राण प्रतिष्ठा होनी अब हैं, मैं तो करूँ राम का वन्दन ।।1।। करी प्रतिक्षा पाँच सदी हैं, मैं तो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 104 Share ललकार भारद्वाज 14 Jan 2024 · 2 min read राम हैं क्या ? राम जुनून और राम जरूरी । राम हमारी हैं मजबूरी ।। राम बिना ना काज हमारे । राम बिना ना इच्छा पूरी ।। राम श्वास और आस हमारी । राम... Hindi · कविता 1 176 Share ललकार भारद्वाज 5 Jan 2024 · 1 min read जज़्बातों का खेल जज़्बातों का खेल अजब है, एक है शख्स पर नाम अलग है। राधा के नन्दलाल सलोने, लीलाधर और गोपीयो संग खेले।।1।। रुक्मणी के थे कृष्ण अनोखे, द्वारिकाधीश और दुष्टो संग... Hindi · कविता 2 63 Share ललकार भारद्वाज 5 Jan 2024 · 1 min read परिवर्तन आया जीवन में ना नजर मिली ना बात हुई, ना कभी कोई मुलाकात हुई। वो मिले अचानक मुझको यूं, तो परिवर्तन आया जीवन में।।1।। बिन मिले ही हमने दर्द कहे, बिन जाने ही... Hindi · कविता 2 95 Share ललकार भारद्वाज 5 Jan 2024 · 1 min read उपलब्धियां साईकिल से सेटेलाइट लेकर चलने से लेकर, दुनियाभर के सेटेलाइट को अंतरिक्ष मे स्थापित करने तक। किसी की सहायता से राकेश को चाँद पर भेजने से लेकर, अपने चंद्रयान को... Hindi · कविता 2 130 Share ललकार भारद्वाज 27 Dec 2023 · 1 min read स्वीकार कर हृदय की गहराइयों से, स्वीकार कर स्वीकार कर। अल्प है पर कम नहीं, प्यार कर बस प्यार कर।।1।। दर्द है... पर भाव मेरे, तू स्वीकार कर स्वीकार कर। ना कोई... Hindi · कविता 1 145 Share ललकार भारद्वाज 26 Dec 2023 · 2 min read वीर बाल दिवस यह वह सप्ताह है चला हुआ, जिसमे बलिदान गुरू के लाल हुए। चारों थे शाहीबजादे वो, और देश धर्म पर बलिदान हुए।।1।। वह निर्भय होकर रहे सदा, शत्रु पर भी... Hindi · कविता 1 195 Share ललकार भारद्वाज 9 Dec 2023 · 1 min read उम्मीद क्यो उम्मीद लगाए तुमसे, तुम लगते हो मेरे क्या। तुमको चाहा तुमको पूजा, क्या वो मेरा लालच ही था।।1।। क्यो उम्मीद लगाए तुमसे, तुम होते हो मेरे क्या। तुमको देखा... Hindi · कविता 240 Share ललकार भारद्वाज 10 Aug 2023 · 2 min read जागो तो एक बार हिन्दू जागो तो... जागो तो एक बार हिन्दू जागो तो, मेवात मे बुरा है हाल हिन्दू जागो तो। बना पाक मेवात हिन्दू जागो तो, दर्द भरी चित्कार हिन्दू जागो तो।। हरियाणा की खाप... Hindi · कविता 166 Share ललकार भारद्वाज 13 Jun 2023 · 1 min read मैं और मेरी तन्हाई मैं हसा बहुत और रो भी गया, मैं तृप्त हुआ और तर भी गया। मैं समा गया और खो भी गया, मैं जीया तुझे और मर भी गया।। मैं समय... Poetry Writing Challenge · कविता 1 332 Share ललकार भारद्वाज 11 Jun 2023 · 1 min read कोरोना और संघ लॉकडाउन हैं लगा दोबारा, कितनी बड़ी मजबूरी हैं। पूरी दुनिया घर में बैठी, बचना बहुत जरूरी हैं।। दुनिया तो बस जूझ रही हैं, कोरोना के मारो से। हम तो डरे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 189 Share ललकार भारद्वाज 11 Jun 2023 · 1 min read ऋषियों की संतान हे! ऋषियों की संतान सुनो, हे! आर्यों के अभिमान सुनो। हे! रघुनंदन के धीर सुनो, हे! केशव के तुम वीर सुनो।। है देश हमारा अब भी ये, वो छाती ठोक... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 283 Share ललकार भारद्वाज 9 Jun 2023 · 1 min read जागो सोने वालो मैं भारत के कण-कण में, मैं बसा हुआ हूँ इस रण में। है ऋण बहुत मुझपे इसका, है जीवन मेरा भी इसका।। यह आर्यव्रत संपूर्ण मेरा, मैं आर्यपुत्र भी कहलाऊ।... Poetry Writing Challenge · कविता 2 4 372 Share ललकार भारद्वाज 8 Jun 2023 · 1 min read कायरता या सहनशीलता कायरता या सहनशीलता, कब तक तुम दिखलाओगे। 15 हैं अब 100 पर भारी, खुले आम सुनजाओगे।। आज तुम्हारे घर में घुसकर, आग लगाकर जाते हैं। कहने की है नहीं जरूरत,... Poetry Writing Challenge · कविता 3 337 Share ललकार भारद्वाज 7 Jun 2023 · 1 min read कल्पना अल्प ना है कल्पना, बड़ी विशाल कल्पना । मोक्ष को है खोजती, यही तो नाम कल्पना ।। हँसी जवान कल्पना, हृदय गति है कल्पना । रुके नहीं कुछ यहां, यही... Poetry Writing Challenge · कविता 1 297 Share ललकार भारद्वाज 6 Jun 2023 · 1 min read गद्दार गद्दारों को गद्दार कहेंगे, चाहे फिर वो कोई भी हो। हिन्दू हो या मुस्लिम हो, सिख इसाई कोई भी हो।। गद्दारों को गद्दार कहेंगे, चाहे फिर वो कोई भी हो।... Poetry Writing Challenge · कविता 2 4 199 Share ललकार भारद्वाज 6 Jun 2023 · 2 min read जगो हिन्द के शेरों जगो हिन्द के शेरों जागो, कब तक शीश कटाओगे। यूँही मरते जाओगे क्या, यूँही मरते जाओगे।। जगो हिन्द के प्यारो जागो, कब तक प्रीत निभाओगे। कायर ही बन जाओगे क्या,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 165 Share ललकार भारद्वाज 6 Jun 2023 · 1 min read बहुत जरूरी है दृढ़इच्छा और मजबूत इरादे, हिंदुत्व के लिए जरूरी हैं। खुली आँखों से सोतों का अब, जगना बहुत जरूरी हैं।। आर्यव्रत के आर्यों की अब, जय-जयकार जरूरी हैं। चिरनिंद्रा में सोये... Poetry Writing Challenge · कविता 336 Share ललकार भारद्वाज 6 Jun 2023 · 1 min read क्षीर सागर क्षीर सागर मे मची हैं, खलबली तुम देख लो। चल रहा हैं समुद्र मंथन, हो सके तो देख लो।। गद्दार बैठे सभी धर्मों मे, अब तो आँखे खोल लो। राष्ट्रवाद... Poetry Writing Challenge · कविता 292 Share ललकार भारद्वाज 6 Jun 2023 · 1 min read कोरोना और अज्ञातवास कर्फ्यू हटा हैं कहर नहीं, जीवन से अपने बैर नहीं। लड़ाई अभी ये शुरू नहीं, तोड़े नियम तो खैर नहीं।। यह ना सोचें मौत टली, मौत तो सर के पास... Poetry Writing Challenge · कविता 126 Share ललकार भारद्वाज 4 Jun 2023 · 2 min read विवाह की वर्षगांठ 20 वर्ष का साथ हमारा, लगता यूँ हैं अभी सुरू। प्यार हमारा अभी जवां हैं, लगता यूँ हैं अभी सुरू।। नौक झौक हैं खूब हमारी, पर आज सुरू और कल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 246 Share ललकार भारद्वाज 4 Jun 2023 · 1 min read पिता पुत्र और प्रेम अर्ज किया और अर्ज करू मैं, राष्ट्र भक्ति है फर्ज कहूँ मैं। मात पिता से प्रेम बाद मे, और राष्ट्र प्रेम है कर्ज कहूँ मैं।। किया अर्ज और करू अर्ज... Poetry Writing Challenge · कविता 1 151 Share ललकार भारद्वाज 4 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारी खुशी तुम्हारी खुशी और खुशी मेरी तुमसे। ये दोनों मिले हैं, मिले जब से तुमसे।। तुम्हारे लिए ही तो, मैं जी रहा हूँ। मिले मुझको जबसे, खुशी मिल गई है।। तुम्हारी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 183 Share ललकार भारद्वाज 4 Jun 2023 · 1 min read मृत्यु एक कटु सत्य मृत्यु आरंभ हैं एक अन्त का, मृत्यु अन्त हैं शुरुआत की। मृत्यु डर हैं बेकार का, मृत्यु पथ हैं मोक्ष के द्वार का।। मृत्यु सत्य हैं संसार का, मृत्यु पहरेदार... Poetry Writing Challenge · कविता 1 135 Share ललकार भारद्वाज 4 Jun 2023 · 1 min read मेरी कल्पना देखा नहीं है मैंने तुमको, फिर भी दिल ये कह देता है। प्यारी-प्यारी सूरत होगी, सबसे न्यारी मूर्त होगी।। चंचलता बातों में होगी, चालाकी ना तुझमें होगी। होठों पे नर्मी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 171 Share ललकार भारद्वाज 4 Jun 2023 · 1 min read मैं दास तुम्हारे चरणों का मैं दास तुम्हारे चरणों का, कुछ दया तो मुझपे कर देना। मैं भूखा हूँ बस भावो का, कुछ महर तो मुझपे कर देना।। मैं प्यार मांगता हूँ तुमसे, बस प्यार... Poetry Writing Challenge · कविता 149 Share ललकार भारद्वाज 3 Jun 2023 · 2 min read वीरो की भूमि हुई धरा ये रिक्त नहीं, वीरों से अभी ये मुक्त नहीं। कहने को अभी ये खोए हैं, बस चिर निंद्रा में सोए हैं।। ये महाराणा के प्रताप हैं, ये वीर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 248 Share ललकार भारद्वाज 3 Jun 2023 · 1 min read अनमोल वचन समय, शब्द और स्वास, नहीं कराते आभास। निरंतर चलना समय सिखाता, देता यह संदेश।। शब्द जख्म और मरहम देते, देते यह उपदेश। स्वास कीमती सबसे ज्यादा, व्यर्थ करो ना क्लेश।।... Poetry Writing Challenge · कविता 391 Share ललकार भारद्वाज 1 Jun 2023 · 1 min read कश्मीर व्यथा या एक कथा कश्यप की भूमि था कश्मीर, संतो की जननी था कश्मीर। ध्यान केंद्र था कश्मीर और ज्ञान केंद्र था कश्मीर।। नागभट्ट था कश्मीर और शंकर का कंकर था कश्मीर। प्यासो की... Poetry Writing Challenge · कविता 2 191 Share ललकार भारद्वाज 1 Jun 2023 · 2 min read कान्हा की पगली ना बन पगली कान्हा की पगली ना बन पगली, कान्हा की दीवानी बन जाओ। तारेगे तुमको जन्म मरण से, बस नाम दीवानी बन जाओ।। कट कट के मरने से बेहतर है, मीरा सी... Poetry Writing Challenge · कविता 3 289 Share ललकार भारद्वाज 1 Jun 2023 · 1 min read वक्त वक्त ही पहचान कराता, वक्त ही अभिमान। वक्त से ना कोई बड़ा है, वक्त है बलवान।। वक्त तो बेवक्त कराता, अपनों की पहचान। वक्त को जो मान देते, वक्त दे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 2 228 Share Previous Page 2 Next