kumar Deepak "Mani" Tag: कविता 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kumar Deepak "Mani" 12 Nov 2023 · 1 min read दीवाली शुभकामनाएं इस दिवाली में दिये जगमगा जाएं चार, दिल में हो खुशी दिशा महकाएं चार, फटाखे, फुलझड़ी, चकरी,अनार,मिलकर, कोने दमकायें चार, दुआ है आपके घर, धन, सुख, वैभव, यश, कीर्ति बरसे,... Hindi · कविता · कोटेशन 1 300 Share kumar Deepak "Mani" 15 Jul 2023 · 1 min read "फितरत" बड़ा मतलबी यार निकला, साथी मिरा ग़द्दार निकला। हमने समझा साया है मिरा, वो तो काला अंधकार निकला। सोच-सोच के खुश होता था, भ्रम ही रहा वो तो दागदार निकला।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 201 Share kumar Deepak "Mani" 17 May 2023 · 1 min read *मत लो अपनी जान* देखो सुन ओ युवान, माना खून गरम और दिल है जवान। जोश में तैश है पर होश की नहीं है कमान। पल पल बदलते हो फैसले, नहीं जड़त्व की पहचान।... Hindi · कविता 1 312 Share kumar Deepak "Mani" 9 Feb 2023 · 1 min read नासाज़ ऐ-दिल बड़ा नासाज़-नासाज़ सा क्यों है ऐ-दिल, जो कहना है खुल के कह दे आज ऐ-दिल। हो जाती है गुफ्तगू अनायास ही ना चाहते हुए भी, कर इक बार कोशिश फिर... Hindi · कविता 1 220 Share kumar Deepak "Mani" 8 Dec 2022 · 1 min read बंदा लाज़बाब हो ज़िंदगी चाहती है, कि तू एक आफ़ताब हो, सारा जहाँ महके ऐसा गुलाब हो, इंसान खो न जाये इस मतलब परस्ती की दुनिया में, खुदा खुद फ़क्र करे, बंदा वो... Hindi · कविता 2 2 306 Share kumar Deepak "Mani" 12 Nov 2022 · 1 min read तेवर यूं तेवर दिखलाना, अच्छी बात नहीं होती है। है कोई बात, तो बात अवश्य साफ़ होती है। कुमार दीपक "मणि" Hindi · कविता 1 251 Share kumar Deepak "Mani" 20 Sep 2022 · 1 min read कभी तुम बन जाना मैं कोई रिश्ता नहीं है दोस्त, पर बने रहेंगे हम। कभी तुम बन जाना मैं, तो कभी मैं बन जाऊंगा तुम। सफ़र तुम्हारा भी है, और सफ़र हमारा भी है, जो... Hindi · कविता 2 2 277 Share kumar Deepak "Mani" 15 Sep 2022 · 1 min read यूं ही नहीं इंजीनियर कहलाते हैं तुम्हारे सपनों को आकार में लाते हैं, तुम्हारे हवाओं के महल को जमीं पर लाते हैं, बिखरे हुए अहसासों का समावेश है संरचना, जिसे समेटकर घर में लाते हैं, कल्पनाओं... Hindi · कविता 2 292 Share kumar Deepak "Mani" 27 Aug 2022 · 1 min read वो कोरोना का क़हर भी याद आएगा गुज़र जायेंगें ये हशीं पल, पर वो खौफ़नाक मंजर भी साथ जाएगा, मचायी थी जो तबाही, वो कोरोना का क़हर भी याद आएगा। किसी का घर वीरां, किसी का आँगन... Hindi · कविता 4 2 234 Share kumar Deepak "Mani" 27 Jul 2022 · 1 min read रे मेघा तुझको क्या गरज थी रे मेघा तुझको क्या गरज थी, पिपासा को तो मैं तड़पती। मेरी ये अगन, उस पर सूरज की तपन, इक इक पल ऐसे बीतता जैसे सालों साल। बैचेनी को पढ़ने... Hindi · कविता 4 2 269 Share kumar Deepak "Mani" 30 Jun 2022 · 1 min read "किस्मत" आँखों में जिसकी सच्चाई की चमक है, वाणी में माधुर्य की झलक है, सेवा भावना की जिसमें ललक है, सदा रखना समता का भाव, ना करना किसी से भेदभाव, ये... Hindi · कविता 1 163 Share kumar Deepak "Mani" 16 Jun 2022 · 1 min read इक पिता से मत पूछना पतझड़ में जो फूल खिला दे, उस फूल की कीमत क्या होगी, ये इक पिता से मत पूछना। लहरों के जो विरुद्ध चले, हिम्मत उसकी क्या होगी, ये इक पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 292 Share kumar Deepak "Mani" 15 Jun 2022 · 1 min read बस पिता ही कह दो सीने में सैलाब लिए आंखों में आसमान लिए, वो फिरता है किसी के गुलिस्तान के लिए। छुपा के लाख गम हमें हँसाता है, नस्तर लाख चुभे हो पांव में पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 8 406 Share kumar Deepak "Mani" 18 Mar 2022 · 1 min read *कोरोना के कहर पर रंगों का असर* रंगों की रीत निभाना है, अपनों के संग होली आज मनाना है गुजर गया वह वीभत्स दौर, जिसको आज भुलाना है, जिन्होंने खोया अपनों को, उनके दुख को आज बटाना... Hindi · कविता 1 643 Share kumar Deepak "Mani" 13 Jan 2022 · 1 min read गुजर गया ये तबाही का साल... गुजर गया ये तबाही का साल, कर गया घर सूना किसी का खुशहाल, जो सोचा ना था वो हुआ हरहाल, तू रख हौसला समय फिर से बदलेगा चाल, खोया हुआ... Hindi · कविता 1 238 Share kumar Deepak "Mani" 12 Jan 2022 · 1 min read हां मैं हिंदी हूं हां मैं हिंदी हूं, जिसके माथे पर एक चमकती हुई बिंदी हूँ मुझसे ही कवि, और गीतकार हुये मुझसे ही रचना और साहित्यकार हुये मैंने ही इसे रस ,छंद और... Hindi · कविता 2 2 588 Share