Dr. Kishan Karigar Language: Hindi 230 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Dr. Kishan Karigar 3 Oct 2022 · 1 min read अपनापन कोई दुकान नहीं दिल और अपनापन कोई दुकान नहीं जब जी चाहे ख़रीद लो वापस कर दो अपनेपन की अहमियत समझोगे भला कैसे? अपने ही दिल के टुकड़े-टुकड़े कर के देखो। सर्वाधिकार सुरक्षित... Hindi · शेर 1 183 Share Dr. Kishan Karigar 1 Oct 2022 · 1 min read दिनभर किस्मत को कोसते फिरते कर्तव्य ना करो दिन भर किस्मत को कोसते फिरते हो? धार्मिक आडंबरों मे सरोबोर तुम्हें क्या खूब मन लगता है? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 141 Share Dr. Kishan Karigar 26 Sep 2022 · 1 min read दोस्ती दोस्ती ऐसे निभाऊंगा की, ज़माने बाद भी याद करोगे. जब भी सताएगा तुझे ग़म तो, मुस्कुराकर "किशन" को याद करोगे. शायर - किशन कारीगर ( नोट - ©कॉपीराईट अधिनियम के... Hindi · शेर 160 Share Dr. Kishan Karigar 14 Sep 2022 · 1 min read मुनाफे के सौदेबाजी में मुनाफे के सौदेबाजी मे ठग मालामाल हो गया? बेचारे ने सीखी न ठगी?इमानदार तो भूखे मर गया? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 3 251 Share Dr. Kishan Karigar 5 Jul 2022 · 1 min read अमीरों के कर्ज़ माफ हो जाते? गरीबों को बैंक कर्ज देता नही? अमीरों के करोड़ों के कर्ज माफ हो जाते? कोई नुख्शा हमे भी बता दो की, देश से ग़रीबी दूर हो जाए? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 2 491 Share Dr. Kishan Karigar 28 May 2022 · 1 min read बेचैन हर कोई अब तो बेचैन हर कोई आदमी ही आदमी से जलने लगा? इंसानियत की भी फिक़र ना रही, अपनेपन का अश्क तो आँखो में ना रहा? @ किशन कारीगर Hindi · शेर 3 315 Share Dr. Kishan Karigar 27 May 2022 · 1 min read खुशियाँ न बिकती कहीं खुशियाँ न बिकती कहीं, ना खरीद सकते. एे बेजूबां दिल तू क्या समझे अपनापन? तुझसे खुमारियत ही मुकरर, तू ना कभी अपनेपन की महक से ज़िते? @ किशन कारीगर Hindi · शेर 367 Share Dr. Kishan Karigar 18 May 2022 · 1 min read सरकारी मुआवजे़ के झूठे एलान सियासी रस्साकशी में, हाई रे सियासतदान? सूखे से बदहाल, कितने पियासे पीस गया? बेबस जान गई कितनो की, तुझे क्या? तू सरकारी मुआवज़े के झूठे एलान में रहा? शायर- किशन... Hindi · शेर 2 2 396 Share Dr. Kishan Karigar 13 May 2022 · 1 min read मज़हबी उन्मादी आग मज़हबी उन्मादी आग सुलगा दी गई? हम सभी झुलसते गए? वो दलाल सियासी रोटींया सेकता रहा और सब देखते रहे? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 388 Share Dr. Kishan Karigar 5 May 2022 · 1 min read ईद में खिलखिलाहट ईद में चाँद सी खिलखिलाहट अपने पराए सबको दावत हर गली मुहल्ले गुले गुलज़ार हो पैगाम ए दोस्ती आ गले मिल जा आज किशन के घर सभी का इफ़्तार हो.... Hindi · शेर 4 2 288 Share Dr. Kishan Karigar 1 May 2022 · 1 min read फटेहाल हो गए शफ़फ चलते चलते फटेहाल हो गए शफ़फ सभी ताने मारे की तू अब चलना छोड़ दे. दिल ने कहा थोड़ी दूर और चल ले 'किशन' आखिर कभी तो होगी ओ सुबह.... Hindi · शेर 1 222 Share Dr. Kishan Karigar 1 May 2022 · 1 min read चंदा मामा चाँदनी रात में खिलखिला के हँसते हो कितने उजले दाँत हैं आपके प्यारे मामा? मैं आपके लिए नया टूथ ब्रश खरीदूँगा मेरे घर भी आओ ना चंदा मामा. मेरी माँ... Hindi · कविता 1 890 Share Dr. Kishan Karigar 28 Apr 2022 · 1 min read अब्बस यूँ ही? अब्बस यूँ ही ना उलझा रह ,? की मैं हिंदू? तूं मुसलमां? मज़हबी बहकाबे मे कभी मत रह? पहले बन जा सभी इंसान. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 421 Share Dr. Kishan Karigar 28 Apr 2022 · 1 min read जेब में रूपए हों तो फिर? जेब में रूपए हों तो फिर हर कोई हाल पूछता फिरता है? ख़ाली जेब तो अपने भी कहते शायद इन्हें कहीं देखा है? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 247 Share Dr. Kishan Karigar 27 Apr 2022 · 1 min read धार्मिक उन्मादी बनने की जरूरत क्या? भजन हो या नमाज़ उसमें लाउडस्पीकर की क्या दरक़ार है? धार्मिक रवाज़ों के बहाने धार्मिक उन्मादी बनने की जरूरत क्या है? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 351 Share Dr. Kishan Karigar 25 Apr 2022 · 1 min read ग़रीब हो जाए रिशतेदार? ग़रीब हो जाए रिशतेदार फिर कौन पूछता है उसे? अमीरज़ाद हो तो फिर वेबज़ह भी रिशते बनाए रखते. अब तो रिशते बनाए निभाने से पहले ही? घाटा मुनाफे की सौदेबाजी... Hindi · शेर 1 172 Share Dr. Kishan Karigar 24 Apr 2022 · 1 min read मतलबी हो गए लोग किसे क्या कहें मतलबी हो गए लोग रिशते भी बज़ारू हो गए स्वार्थी हो गए लोग. आपसिक रिशतों में भी अमीरी ग़रिबी के तौलते वज़न ये वज़नी स्वार्थ खु़द के... Hindi · कविता 2 221 Share Dr. Kishan Karigar 23 Apr 2022 · 1 min read जिम्मेदारी और पिता जिम्मेदारीयों के बोझ तले दबा हुआ पिता बच्चों की ख़ातिर फिर भी खुश रहता है पिता. बीबी से भी कभी शिकायत नहीं कर पाता? बीबी बच्चों के लिए हर पल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 18 1k Share Dr. Kishan Karigar 22 Apr 2022 · 1 min read ईशक एसा की ईशक एसा की कब किससे हो जाए? मुहब्बत की यादों में हर कोई खो जाए? कोई तो समझाए ये ईशक होता है क्यों? दिल धड़कता सिर्फ़ उसकी यादों में ही... Hindi · शेर 1 141 Share Dr. Kishan Karigar 22 Apr 2022 · 1 min read नेताओं के घर भी बुलडोजर चल जाए नेताओं के घर जनता का बुलडोजर जिस दिन चल जाए? सरकारी बंगलें भी जमीजंद हो जाए? फिर देखो सरकारी सुविधाओं का मुफ़्त घर तुम्हारा कैसे छुट जाए? नेतागिरी भी टूट... Hindi · शेर 2 2 408 Share Dr. Kishan Karigar 20 Apr 2022 · 1 min read मुफ़्लिसि मे रहा मुफ़्लिसि मे रहा कारीगर मगर, अपने ही शर्तों पे जिया जीने की कद्र. शायर© किशन कारीगर Hindi · शेर 134 Share Dr. Kishan Karigar 19 Apr 2022 · 1 min read ढ़कोसले खूब होने लगे धर्म के नाम पर तो अब ढ़कोसले क्या खूब होने लगे? प्रार्थना ईबादत के बहाने लाउडिस्पीकर जबसे बजने लगे? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 160 Share Dr. Kishan Karigar 18 Apr 2022 · 1 min read क्या यही मज़हबी धर्म है? क्या यही मज़हबी धर्म है? की दूसरे मज़हबी को लहू लहान करते फिरते हो? उकसावे बहकावे में आकर क्यूँ? उन्मादियों तुम इंसानीयत के क़त्लेआम कर देते हो? शायर- किशन कारीगर... Hindi · शेर 1 207 Share Dr. Kishan Karigar 17 Apr 2022 · 1 min read बच्चों के पिता रूठें हैं बच्चें आज उनको मनाने, ढेर सारे खिलौने लेकर आया है पिता. अच्छा तुम्हें और क्या चाहिए? बताओ ना? बच्चों को मनाते हुए पुछ रहा है पिता. बच्चों की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 14 759 Share Dr. Kishan Karigar 17 Apr 2022 · 1 min read पिता घर परिवार की जिम्मेदारीयों को निभाता रहता हर घर में वो जो है पिता. बच्चो बीबियों की खुशियों के ख़ातिर अपना हर ग़म छुपा लेता है पिता. जी तोड़ मेहनतक़शी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 12 776 Share Dr. Kishan Karigar 30 Mar 2022 · 1 min read मज़हब के रंग मे तूं मत रंग मज़हब के रंग मे तूं मत रंग?इंसानियत के रंग मे तू रंग जा. कितनी भी दुशमनी हो कारीगर, इक बार फिर तू दोस्त बन जा. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 145 Share Dr. Kishan Karigar 22 Mar 2022 · 1 min read कौन भला वेबस के साथ होता? हर कोई अपना ही फायदा ढूँढ़ता बेबस लाचार यूँ लूटता रहता अपने फायदे के कायदे मे सब खामोश क्यूँ? कौन भला बेवस के साथ होता? शायर© किशन कारीगर Hindi · शेर 1 179 Share Dr. Kishan Karigar 20 Mar 2022 · 1 min read क़त्लेआम मे है लगा हुआ? किसिको ख़बर ही नहीं, किसको क्या हो गया? आदमी ही आदमी के क़त्लेआम मे है लगा हुआ? शायर-© किशन कारीगर Hindi · शेर 1 185 Share Dr. Kishan Karigar 18 Mar 2022 · 1 min read रंगों से भीग जाओ सतरंगी सबको मिले खुशियाँ रंग बिरंगी, रंगों से भीग जाओ सतरंगी? होली मे गले लगो मिल जाओ गले, भूल जाओ सारे शिकवे गिले? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 282 Share Dr. Kishan Karigar 14 Mar 2022 · 1 min read नेता ही कराए दंगे बढ़ाए द्वेष मंदिर मस्जिद मे उलझे रह गए लोग? क़त्लेआम मे खून बहे और नेता ही बदले भेष? क्यूं नेताओं के बहकावे में रहते हो तुम सभी? चुनाव जीतने की लिए नेता... Hindi · शेर 1 256 Share Dr. Kishan Karigar 12 Mar 2022 · 2 min read सरकारी नौकरी के बढ़ते सामाजिक दवाब उसके प्रभाव और दुष्परिणाम क्या सरकारी नौकरी ही सब कुछ है? क्या सरकारी नौकरी बिना ज़िदंगी नहीं जी सकती है क्या? आखिर क्यों अभिभावक भी अपने बच्चों को सरकारी नौकरी की रटमारी घूँट पिला... Hindi · लेख 2 4 742 Share Dr. Kishan Karigar 9 Mar 2022 · 1 min read झूठे हमदर्द कई? हालातों की वेबसी लाचारी मे जुझूती ज़िदगी को कारीगर ने भी देखा है? मुफ़लिसि ख़ाली जेब झूठे हमदर्द कई हमने बेहद क़रीब से देखा है? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 319 Share Dr. Kishan Karigar 5 Mar 2022 · 1 min read वैसा ही यथार्थ भी लिखो जैसा जीयो ख़ुद महशूस भी करो ठीक वैसा ही यथार्थ भी लिखो. फिर देखो लिखने मे लोक वेदना खुशी ग़म के अक्श जो हर किसी से कुछ कहे? शायर- किशन... Hindi · शेर 212 Share Dr. Kishan Karigar 5 Mar 2022 · 1 min read सबका एहतराम करूँगा आना कभी आत्म सरोकार समझकर कारीगर से मिलने. जाति मज़हब को बेपरवाह किए मै सबका एहतराम करूँगा. शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 217 Share Dr. Kishan Karigar 24 Feb 2022 · 1 min read सच को झूठ फिर झूठी बातों को झूठ के आगे सच अक्सर हार जाता है. सच को झूठ फिर झूठी बातों को ही सभी सच मान जाता है. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 506 Share Dr. Kishan Karigar 23 Feb 2022 · 1 min read अपने दमखम ही चलता जा ज़िंदगी के किसी मोड़ पे कौन कब साथ छोड़ जाए? मुसीबतों मे ना कोई हमदम रह जाए? तू अपने दमखम ही चलता जा, की कोई तेरी उम्मीदों का साथ ना... Hindi · शेर 1 212 Share Dr. Kishan Karigar 18 Feb 2022 · 1 min read लोक व्यवहार मे जी लिजिए रौब मत झाड़िए? जायज़ से रहिए चलिए औरों को भी चलने दिजिए? नाज़ायज चीजों से तौबा कर जायज़ तरीके से ही लोक व्यवहार मे जी लिजिए? शायर-©किशन कारीगर Hindi · शेर 2 200 Share Dr. Kishan Karigar 13 Feb 2022 · 1 min read संघर्ष के दिनों में किसी को संघर्ष के दिनों में कोई साथ नहीं देता?ताने देता? सफल हो जाओ तो झूठे ही सभी उसका हमदर्द बन जाता? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 2 2 214 Share Dr. Kishan Karigar 11 Feb 2022 · 1 min read देश में दंगें ही ना हो? अवामी सरकार चाहे तो? देश में दंगें ही ना हो? सुना है की हुक़्मरान ही वोट ख़ातिर दगें करवा रही? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 204 Share Dr. Kishan Karigar 9 Feb 2022 · 1 min read बेकार झगरों में स्कूल काॅलेजों को पढ़ने पढ़ाने खातिर ही रखो? क्या हिज़ाब/भगवा रंग के बेकार झगरों में उलझाए हो? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 339 Share Dr. Kishan Karigar 29 Jan 2022 · 1 min read वजूद ए ज़िंदगी दिल के ख़यालात ना मिले?तो फिर क्या हिज़्र सी ख्वाब सजे? खुशियाँ ही तो वजूद ए ज़िंदगी, एक दूजे को धूप फिर कहीं छाँव मिले. ©शायर-किशन कारीगर Hindi · शेर 217 Share Dr. Kishan Karigar 27 Jan 2022 · 1 min read सरकार लाठी भंजवा देती है? रोजगार देंगे नौकरी की बौछार हो जाएगी? और नौकरी मांगो तो सरकार लाठी भंजवा देती है? वोट के वक़्त तो ये गिरगीट लंपट नेता? जनता मालिक कह कितना गिरगिराती है?... Hindi · शेर 226 Share Dr. Kishan Karigar 26 Jan 2022 · 1 min read सरकारी खजाने लूट जाते हो? सिर्फ़ आज भर ही देशभक्ति के चोले ओढ़ते फिरोगे? गदहों के लोकतंत्र में कल से फिर लूट खसोट के फिराक मे रहोगे? कहने को तो तुम अवाम के वज़ीर ए... Hindi · शेर 2 206 Share Dr. Kishan Karigar 25 Jan 2022 · 1 min read दूसरे मज़हब का भी सच्चे मज़हबी दूसरे मज़हब का भी सम्मान करते? सिर्फ़ पाखंडी ही दूसरे के मज़हब मे खोंट ढूँढता? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 251 Share Dr. Kishan Karigar 13 Jan 2022 · 1 min read डगमगाते पैर संभालो डगमगाते पैर संभालो, तुझे हर मोड़ पे मील जाऊँगा. वादा किया था जो तुझसे, तेरी मंज़िल से जरूर मिलवाऊँगा. शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 450 Share Dr. Kishan Karigar 11 Jan 2022 · 1 min read मीठा झूठ जबसे बोलने लगा मीठा झूठ जबसे बोलने लगा मैं? अब कितने यार दोस्त मेरे हो गए? कड़वा सच बोलता था फिर तो? लोग हमसे कन्नी काट भाग जाते? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 419 Share Dr. Kishan Karigar 11 Jan 2022 · 1 min read तुम साथ जो न हो चिड़ियों जैसी चहकते, कभी उसे हँसते देखा आज थी उदास न जाने क्यों? पूछा इतनी गुमशुम हो भला किसलिए? ओ बोली "किशन" तुम साथ जो न हो? शायर- किशन कारीगर... Hindi · शेर 202 Share Dr. Kishan Karigar 10 Jan 2022 · 1 min read अब तो कह दो की याद सताती क्यूँ नींद नहीं? दिल किसी के लिए बेचैन कहीं? क्यूँ ना समझे वो दिल की बात? अब तो कह दो मुहब्बत है मुझसे? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 456 Share Dr. Kishan Karigar 1 Jan 2022 · 1 min read मिले वो सारी ख़ुशियाँ नए साल में मिले वो सारी ख़ुशियाँ, जो हर पल तुम्हें खुश रखे? थोड़ी सी ख़ुशी उन मेहनतक़शो संग बाँट लेना, जो दो वक्त की रोटी के लिए जी तोड़... Hindi · शेर 1 194 Share Dr. Kishan Karigar 28 Dec 2021 · 1 min read दोस्त ना दुश्मन ही सही दोस्त ना दुश्मन ही सही? पर तेरे ज़ेहन में तो हूँ? नज़र संभाल के तो देखा ज़रा. मैं हूँ ओ ख़ुशी का साया, जो तेरे कहीं इर्द-गिर्द ही तो हूँ... Hindi · शेर 1 237 Share Previous Page 2 Next