नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर Language: Hindi 363 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 18 May 2024 · 11 min read सन्यासी का सच तप सन्यासी का सत्य तप -- गोकुल खानाबदोश परिवार में जन्मा था जिसके समाज के लोग मन मर्जी के अनुसार जहां अच्छा लगा वहीं डेरा जमा लिया कुछ दिन रहे मन... Hindi · कहानी 6 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 16 May 2024 · 4 min read मैं भारत हूँ मैं भारत हूँ-( काव्य संग्रह) श्री भीम प्रसाद प्रजापति #मैं भारत हूँ# - पुस्तक का शीर्षक ही स्प्ष्ट करता है कि काव्य संग्रह के अंतर्गत सामाजिक ,राष्ट्रीय ,राजनीतिक समसामयिक ,प्राकृतिक... Hindi · पुस्तक समीक्षा 11 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 May 2024 · 9 min read महानिशां कि ममतामयी माँ महानिशा कि ममतामयी माँ--- जीवेश से जब भी उसके सहपाठी पूछते तुम्हारे पिता का नाम क्या है ? जीवेश कुछ भी बता पाने में खुद को असमर्थ पाता और सहपाठियों... Hindi · कहानी 15 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read बसंत उल्लास है ,उमंग है, रंग में बसन्त है ध्यान ,कर्म ,धर्म, मर्म ज्ञानऔर प्रसंग है।। बजती है बीणा ,डमरू बजता मृदंग है बहती बयारों में कण कण माँ भारती चरणों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 15 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read जीवन का प्रथम प्रेम साध्य साधना भाव भवना अर्घ आराधना हृदय गहराई अंतर्मन आवाहन मर्म धर्म कर्म स्पर्श अनुभव अनुभूति सच्चाई बोध भाष्य प्रेम व्यक्त अव्यक्त जन्म जीवन आत्म बोध परितोष ।। पुष्प देवों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 17 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 2 min read भारत के वायु वीर पवन सा वेग हौसले की उड़ान आसमान का प्रहरी सीमाओं का जांबाज।। हवाओं के बवंडर को अपनी अपनी कश्ती हस्ती का मांझी बना लेता शान।। वक्त कितना भी मुश्किल हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 16 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 2 min read भारत के वीर जवान बर्फ के चट्टानों पे एक हाथ संगीन दूजे हाथ तिरंगा रेतीले तूफानों में खड़ा बना फौलाद देश की सीमाओं मुश्तैद जवान।। नयी नवेली दुल्हन कर रही होती है इंतज़ार ईश्वर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 17 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read औरत औकात अदा अंदाज़ जन्नत कि जीनत फूल सी नाज़ुक पांव जमीं पे अपसाना।। जमाने का डोलता ईमान तेरे इशारे का खुदा मेहरबान करम अंजाम तेरा जलवा इशारा खुदाई शान दिल जज्बा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 18 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read है शामिल नामुमकिन भूला पाना , ज़िंदगी में इस क़दर है शामिल ।। ज्ज्बा क़िरदार लम्हा लम्हा संजीदा ज़िंदगी का एकरार हैं शामिल।। ख़ामोश ज़िंदगी में ज़ुल्म सितम का एहसास काश कशिश... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 17 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read गांव की गौरी गांव कि गोरी का सजाना, सवरना हसरत हस्ती कि मस्ती अल्हड़पन गाँव कि गलियों से गुजरना ।। जंवा जज्बात के ख्याब खयालों में उतरना जमीं के जर्रे का नाज गांव... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 19 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read दिल चेहरा आईना आईना चेहरे कि हकीकत दिल की सच्चाई इज़हार अाईना।। लाख छुपाओ चेहरे का राज बता देता दिल चेहरे को जज्बात दिखा देता आईना।। दिल आईना शीशे से भी ज्यादा नाज़ुक... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 19 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read इश्क जाबए इश्क जिंदगी इश्क यकीन जिंदगी ने जाना। हुस्न इश्क आग का दरिया डूबते जाना।। इश्क में जीना मरना मीट जाना इश्क हद से गुजरता जुनून जज्बा इश्क आँसू मुस्कान... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 18 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read मौत मौत सच्चाई है यारो सच का यकीन करना सीखो जिंदगी जीना सीखो फरेब की दुनियां से बाहर निकलना सीखो।। मां बाप को चिते पर खुद लिटाया अपने हाथों जलाया फिर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 20 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 4 min read शिवोहं शिवोहं शिवोहं शिवोहं चिता भस्म भूषित श्मसाना बसे हंम शिवोहं शिवोहं शिवोहं।। अशुभ देवता मृत्यु उत्सव हमारा शुभोंह शुभोंह शुभोंह शुभोंह शिवोहं शिवोहं शिवोहं ।। भूत पिचास स्वान सृगाल कपाल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read प्रेम प्रेम में छल नहीं प्रेम निर्झर निर्मल जल जैसा ।। प्रेम सात्विक ईश्वर आराधना प्रेम में प्रपंच पाखंड कैसा।। प्रेम हृदय स्पदन का स्वर संगीत प्रेम मन मोहन मन मीत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 18 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read सैनिक सरहद पर मरता उड़ती रेगिस्तानो में तपता बर्फ चट्टानों पर एक हाथ तिरंगा दूजे हाथ संगीन पल प्रहर राष्ट्र कि रक्षा मे जीता मरता ।। जाने कहाँ किधर से कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read मधुमाश सपनों अभिलाषा प्रतीक्षा अंतर्मन की सुंदर गहराई की परछाई प्रेम प्रवाह मधुमास।। दर्पण सा वसंत खुशियों की सच्चाई सुगंध मधुमास हृदय स्पंदित करता आकर्षण अस्तित्व आधार मधुमास।। हरियाली खुशहाली दर्पण... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 18 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read हौसलों कि उड़ान जिंदगी जिंदा दिल जागीर नाम कायरों की जन्दगी नही होती चलती फिरती काया बस नाम।। वेबस लाचार असहाय जिंदगी ठौर खोजते, प्राण में निष्प्राण जिंदगी जज्बे हौसलों की उड़ान।। हिम्मत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 15 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read किसान किसान - किसान जवान नव जवान युग समय काल के निर्धारक अभिमान।। संघर्ष ज्वाला में तपते भाग्य भगवान का विश्वास ।। मौसम ऋतुओं से लड़ता शत्रु अनेक फिर भी निडर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 14 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read अंधविश्वास विश्वास सामाजिक संबंधों का आधर ईश्वर आस्था जीवन नैतिक मूल्यों का सार सारांश ।। विश्वास अंधा हो जाता मानवता शर्मशार मानव निहित स्वार्थ में दल दल में गिर जाता जिंदा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 17 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read पाखंड पाखंड - पाखंड पराक्रम परिहास धर्म स्वार्थ में अंधा समाज पाखंड झूठ फरेब का स्रोत चमत्कार ।। पाखंड कि उम्र नही पल प्रहर पाखंड एक आग सब जलकर भस्म सब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 16 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read धर्मांध धर्मांध - धर्म आत्मा आभूषण धारण करना शाश्वत है सत्य धर्म मर्म मर्यादा ।। धर्म में अंधा क्रूर कुटिल आक्रांता मानवता राष्ट्र समाज द्रोही अहंकार ।। धर्मान्ध कि मर जाती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 17 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read माँ हे माँ ★★★★ तू अवनि अवतारी पर्वत की बाला दुःख हरने वाली जग कल्याणी जय अम्बे जय जगदम्बे !! तू सीता सावित्री पार्वती विघ्नेश्वरी भुनेश्वरी बाघम्बरी चंडी चंडिका मनसा महिमा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 11 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read सावन तब आया सावन तब आया-- सावन आया जब मन मे हो खुशहाली बाग बगीचे रहे सलामत झूलों की हो डाली ।। सबके सर छत छप्पर सावन बाढ़ कहर से घर ना उजड़े... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read प्यासी कली दिल की गली में बाहारों की बरखा प्यासी कली पागल हुई नदी सी सागर पिया से मिलने चली।। फुहारों की बरखा दिल पे मुहब्बत की दस्तक बाहारों की तुफा पागल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read निर्मल निर्मला गौर से देखा जब भी उसकी ओर खामोश नजरें बया अंदाज़ ख़ास।। नादाँ मुस्कान जहाँ की इनायत का पैगाम !! गौर से देखा उसकी ओर सुबह सुर्ख लाली खूबसूरत जहाँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 11 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 2 min read वक्त गीत - - - - - - एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का शबब तेरी तारीख का नूर बताने वाला!! एै... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 14 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 9 May 2024 · 1 min read अतीत कि आवाज जिंदगी ऐसे मोड़ पर आ गयी निराश हताश ,जाने कहाँ खो गयी खोजता हूँ ,जिंदगी जीने के बहाने अतीत की आवाज आ गयी।। इंसा वही हो जिंदगी में तमाम मकसद... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 21 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 9 May 2024 · 1 min read जिंदगी और रेलगाड़ी जिंदगी समय काल संग नित्य निरंतर चलती सुख दुख की अनुभूति।। जिंदगी रेलगाड़ी रिश्तो के डिब्बो का साथ रिश्तो के डिब्बों में भावनाओ का सवार ।। अपनी रफ्तार से मंजिल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 18 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 28 Apr 2024 · 8 min read समसामायिक दोहे सदाबहार दोहे------ 1- षड्यंत्र कि बात नही कहते सब सत्य निर्भय प्रजा जन सत्यार्थ लोक तंत्र।। 2- टांग खींचना परस्पर जन हित कि रार साथ खड़े मंच पर स्वांग प्रपंच... Hindi · दोहा 1 28 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 13 Apr 2024 · 2 min read पुस्तक समीक्षा- धूप के कतरे (ग़ज़ल संग्रह डॉ घनश्याम परिश्रमी नेपाल) समीक्षा-- धूप के खतरे (गजलकार घनश्याम परिश्रमी ) नेपाली भाषा के ख्याति लब्ध साहित्यकार डॉ घनश्याम परिश्रमी जिन्होंने #नेपाल और हिंदी गज़लों का विशेणात्मक अध्ययन# विषय पर पी एच डी... Hindi · पुस्तक समीक्षा 42 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 13 Apr 2024 · 3 min read पुस्तक समीक्षा- उपन्यास विपश्यना ( डॉ इंदिरा दांगी) समीक्षा--- विपश्यना (उपन्यास) लेखिका-- इंदिरा दांगी विपश्यना उपन्यास विदुषी इन्दिरा दांगी जी द्वारा जीवन की अनुभूतियों अनुभव को समेटे काल कलेवर के परिवर्तित आचरण कि अभिव्यक्तियों का बेहद सुंदर शसक्त... Hindi · पुस्तक समीक्षा 46 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 22 Feb 2024 · 1 min read वादा गर वादा निभाने की कोशिश करो कदमों में दुनियां बिछा देंगे हम साथ चलने का गर इरादा करो जन्नत जमीं को बना देंगे हम।। मौका मुबारख तेरी हसरतों का मौका... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 54 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 22 Feb 2024 · 1 min read वनमाली वनमाली ---- चलो आज फिर वक्त बुलाता अरमानों के अंजुम में खुद को खोज रहा वनमाली सावन के मैखाने में।। दोस्त मोहब्बत रिश्ते नाते यादों के आईने में लम्हे गुजरे... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 50 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 22 Feb 2024 · 1 min read प्यार जिंदगी का कभी है धूप कभी है छांव मद्धिम सर्द हवाएँ है कशिश मौसम कि कहती है हंसी अंदाज़ लाया हूँ।। कसक दिल मे उठती है साँसों कि हस्ती धड़कन कि मस्ती... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 56 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 22 Feb 2024 · 1 min read नींद कि नजर खामोश जिंदगी ए पैगाम दे रही है मोहब्बत के रूठने का पैगाम दे रही है।। तन्हा जिंदगी के उम्मीदों के समन्दर में अंदाज़ जिंदगी का अरमान दे रही है।। खामोश... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 49 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 22 Feb 2024 · 1 min read बेटा कंही खो न जाए तेरी हसरतों में तेरे संग चलते चलते मचलते। जमाने कि यादों में हद भी ना पाऊं तेरे कारवां को सजाते बनाते ।। कंही खो न जाए... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 39 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read शराब हलक को जलाती , उतरती हलक में शराब कहते है।। लाख काँटों की खुशबू गुलाब कहते है।। छुपा हो चाँद जिसके दामन में हिज़ाब कहते है।। ठंडी हवा के झोंके... Poetry Writing Challenge-2 60 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read प्रिये चाहत की मंजिल जीवन की सौगात प्रिये तेरे ही मिल जाने से हो जीवन उद्धार प्रिये।। स्वर संगीत दिल धड़कन प्राण प्रिये करम किस्मत की राह प्रिये तेरे ही मिल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 59 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read प्रिये मैं मिलूंगा तुम्हे वहीँ प्रिये याद जब भी करो चाहे जब भी पुकारों दिल की गहराई यादों की परछाई में।। मैं मिलूंगा तुम्हे वहीँ प्रिये तुम्हारे प्यार की गलियों में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 57 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी हवाई जहाज जिंदगी और हवाई जहाज़--- जिंदगी हवाई जहाज ख्वाबों खयालो कल्पना उड़ानों में उड़ती ।। खूबसूरत कल्पना लोक विचरती कभी कल्पना ख़्वाब खयाल वास्तविकता वास्तव के रनवे पर चक्कर काटती एरोड्रम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 76 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 3 min read जिंदगी 1--कभी खुशियों का समंदर साम्राज् कभी गम के आंशुओं में डूबती उतराती खुद के सुकून के पल दो पल खोजती जिंदगी।। कभी अरमानो केआसमान की परवाज तो कभी चुनौतियों से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 74 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read जज्बात 6-कहीं है आग जज्बे में कहीं तूफां मचलते है बेचैन शमा कहीं पे है परवाने भी जलते है,परवाने भी जलते है।। कहीं जो मिल जाओ हमदम दिल को करार आये।।... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 64 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read बसंत बसन्त के रंग-जब बहाती शीतल मंद बयार. कोयल की कू कू महुया कि खूशबू खास।। खेतो मैं हरियाली खुशहाली की झूमती की बाली।। हर सुबह सूरज युग की बिशावस की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 61 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read रोटी रोटी क्या क्या नाच नचाती जाने क्या क्या खेल खिलाती। रोटी रिश्ते नाते परिवार छुड़वाती रोटी दोस्त दुश्मन से मिलवाती।। रोटी बोटी कटवाती ,बोटी से रोटी, रोटी से बोटी अच्छों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 56 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read अभिमान अरमानों के आसमान पे लहराता जन गण मन कि शान वंदे मातरम का सम्मान भारत का अभिमान।। गंगा की धाराओं की कल कल कलरव की आवाज सत्य अहिंसा का गांधी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 54 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read बसंत रचना शीर्षक ---बसन्त उल्लास है ,उमंग है, रंग में बसन्त है ध्यान ,कर्म ,धर्म, मर्म ज्ञानऔर प्रसंग है।। बजती है बीणा ,डमरू बजता मृदंग है बहती बयारों में कण कण... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 58 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read प्यारा सा गांव प्यारा सा गांव बचपन की परिवरिश की मित्र मंडली ठाँव।। लगता था कभी ना छूटेगा बचपन प्यारा सा गांव नदी का किनारा पीपल की छांव।। प्रथम अक्षर से परिचय करवाते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 56 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read दिल आइना दिल अरमानों का आईंना--- दिल की क्या बात कभी खुश कभी नाराज खुशी गम दिल की गहराई जज्बात।। चाहत के मील जाने पर दिल बाग बाग दिल आईंना देखता सिर्फ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 66 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read एहसास एहसास हूँ मैं झोंका पवन विश्वाश हूँ मैं भाव भावना का प्रवाह हूँ मैं प्रत्यक्ष नही परोक्ष नही अंतर मन कि आवाज हूँ मै।। जिसने जैसा मेरा वरण किया उसका... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 95 Share Page 1 Next