नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर Tag: कविता 179 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read वसंत बहार आई आई बसंत बहार लहलहाते खेत खलिहान पीले फूल सरसों के खेतों में बाली झूमें खुशियों की बान हज़ार।। आई आई बसंत बाहर लाहलाते खेत खलिहान। बजते बीना पाणि के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 93 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read संस्कृति संस्कार उमंग उत्साह मधुर व्यवहार जीवन मूल्य उपहार आचरण संस्कृति साकार।। कंर्ण धार है नई सोच युवा पीढ़ी का आवाहन शंखनाद मर्यादा युग चेतना का चमत्कार ।। नित्य निरंतर साधना आराधना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 67 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read इच्छा और परीक्षा इच्छा परीक्षा परिणाम जीवन संघर्ष संग्राम शत्र शात्र प्रेरणा प्रेरक अविरल अविराम।। थकना हारना नही करना नही विश्राम जीवन पथ उद्देश्यों की विजय उत्साह।। सम्पूर्ण व्यक्ति व्यक्तित्व समाज राष्ट्र अस्ति... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 110 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read समंदर समंदर की हंसी लहरे जिंदगी की हिलोरे कभी खुशियों की तोहफा तुंफ़ा विजय का वज्म लाती समंदर के रखवाले जांबाज वतन के लाडले प्यारे छहु ओर जोखिम साये चीरते लड़ते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 114 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read आंसू ना बहने दो भावों मूल्य के आंसू यू ही ना बहने दो। आशा उद्देश्य पथ पथिक अतीत के कदमो को ना मिटने दो। भाव मूल्य के आँसू यूँ ही ना बहने दो।। तमस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read लेखक कि चाहत मेरी चाहत काल मानवता के आदर्शो का नायक हो।। मेरे भावो की अभिव्यक्ति सच्चाई दर्पण हो।। कलम चले हमारी अन्याय अत्याचारों पर नैतिकता के विजय तेज धार तलवार हो।। सृजन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 66 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read बसंत उल्लास है ,उमंग है, रंग में बसन्त है ध्यान ,कर्म ,धर्म, मर्म ज्ञानऔर प्रसंग है।। बजती है बीणा ,डमरू बजता मृदंग है बहती बयारों में कण कण माँ भारती चरणों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 114 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read जीवन का प्रथम प्रेम साध्य साधना भाव भवना अर्घ आराधना हृदय गहराई अंतर्मन आवाहन मर्म धर्म कर्म स्पर्श अनुभव अनुभूति सच्चाई बोध भाष्य प्रेम व्यक्त अव्यक्त जन्म जीवन आत्म बोध परितोष ।। पुष्प देवों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 98 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 2 min read भारत के वायु वीर पवन सा वेग हौसले की उड़ान आसमान का प्रहरी सीमाओं का जांबाज।। हवाओं के बवंडर को अपनी अपनी कश्ती हस्ती का मांझी बना लेता शान।। वक्त कितना भी मुश्किल हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 124 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 2 min read भारत के वीर जवान बर्फ के चट्टानों पे एक हाथ संगीन दूजे हाथ तिरंगा रेतीले तूफानों में खड़ा बना फौलाद देश की सीमाओं मुश्तैद जवान।। नयी नवेली दुल्हन कर रही होती है इंतज़ार ईश्वर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 73 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read गांव की गौरी गांव कि गोरी का सजाना, सवरना हसरत हस्ती कि मस्ती अल्हड़पन गाँव कि गलियों से गुजरना ।। जंवा जज्बात के ख्याब खयालों में उतरना जमीं के जर्रे का नाज गांव... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 93 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read मौत मौत सच्चाई है यारो सच का यकीन करना सीखो जिंदगी जीना सीखो फरेब की दुनियां से बाहर निकलना सीखो।। मां बाप को चिते पर खुद लिटाया अपने हाथों जलाया फिर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 97 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 4 min read शिवोहं शिवोहं शिवोहं शिवोहं चिता भस्म भूषित श्मसाना बसे हंम शिवोहं शिवोहं शिवोहं।। अशुभ देवता मृत्यु उत्सव हमारा शुभोंह शुभोंह शुभोंह शुभोंह शिवोहं शिवोहं शिवोहं ।। भूत पिचास स्वान सृगाल कपाल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 98 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read प्रेम प्रेम में छल नहीं प्रेम निर्झर निर्मल जल जैसा ।। प्रेम सात्विक ईश्वर आराधना प्रेम में प्रपंच पाखंड कैसा।। प्रेम हृदय स्पदन का स्वर संगीत प्रेम मन मोहन मन मीत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 83 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read सैनिक सरहद पर मरता उड़ती रेगिस्तानो में तपता बर्फ चट्टानों पर एक हाथ तिरंगा दूजे हाथ संगीन पल प्रहर राष्ट्र कि रक्षा मे जीता मरता ।। जाने कहाँ किधर से कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 78 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read मधुमाश सपनों अभिलाषा प्रतीक्षा अंतर्मन की सुंदर गहराई की परछाई प्रेम प्रवाह मधुमास।। दर्पण सा वसंत खुशियों की सच्चाई सुगंध मधुमास हृदय स्पंदित करता आकर्षण अस्तित्व आधार मधुमास।। हरियाली खुशहाली दर्पण... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 79 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read हौसलों कि उड़ान जिंदगी जिंदा दिल जागीर नाम कायरों की जन्दगी नही होती चलती फिरती काया बस नाम।। वेबस लाचार असहाय जिंदगी ठौर खोजते, प्राण में निष्प्राण जिंदगी जज्बे हौसलों की उड़ान।। हिम्मत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 107 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read किसान किसान - किसान जवान नव जवान युग समय काल के निर्धारक अभिमान।। संघर्ष ज्वाला में तपते भाग्य भगवान का विश्वास ।। मौसम ऋतुओं से लड़ता शत्रु अनेक फिर भी निडर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 80 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read अंधविश्वास विश्वास सामाजिक संबंधों का आधर ईश्वर आस्था जीवन नैतिक मूल्यों का सार सारांश ।। विश्वास अंधा हो जाता मानवता शर्मशार मानव निहित स्वार्थ में दल दल में गिर जाता जिंदा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 87 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read पाखंड पाखंड - पाखंड पराक्रम परिहास धर्म स्वार्थ में अंधा समाज पाखंड झूठ फरेब का स्रोत चमत्कार ।। पाखंड कि उम्र नही पल प्रहर पाखंड एक आग सब जलकर भस्म सब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 73 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read धर्मांध धर्मांध - धर्म आत्मा आभूषण धारण करना शाश्वत है सत्य धर्म मर्म मर्यादा ।। धर्म में अंधा क्रूर कुटिल आक्रांता मानवता राष्ट्र समाज द्रोही अहंकार ।। धर्मान्ध कि मर जाती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 110 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read माँ हे माँ ★★★★ तू अवनि अवतारी पर्वत की बाला दुःख हरने वाली जग कल्याणी जय अम्बे जय जगदम्बे !! तू सीता सावित्री पार्वती विघ्नेश्वरी भुनेश्वरी बाघम्बरी चंडी चंडिका मनसा महिमा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 82 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read सावन तब आया सावन तब आया-- सावन आया जब मन मे हो खुशहाली बाग बगीचे रहे सलामत झूलों की हो डाली ।। सबके सर छत छप्पर सावन बाढ़ कहर से घर ना उजड़े... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 73 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read प्यासी कली दिल की गली में बाहारों की बरखा प्यासी कली पागल हुई नदी सी सागर पिया से मिलने चली।। फुहारों की बरखा दिल पे मुहब्बत की दस्तक बाहारों की तुफा पागल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read निर्मल निर्मला गौर से देखा जब भी उसकी ओर खामोश नजरें बया अंदाज़ ख़ास।। नादाँ मुस्कान जहाँ की इनायत का पैगाम !! गौर से देखा उसकी ओर सुबह सुर्ख लाली खूबसूरत जहाँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 80 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 9 May 2024 · 1 min read अतीत कि आवाज जिंदगी ऐसे मोड़ पर आ गयी निराश हताश ,जाने कहाँ खो गयी खोजता हूँ ,जिंदगी जीने के बहाने अतीत की आवाज आ गयी।। इंसा वही हो जिंदगी में तमाम मकसद... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 9 May 2024 · 1 min read जिंदगी और रेलगाड़ी जिंदगी समय काल संग नित्य निरंतर चलती सुख दुख की अनुभूति।। जिंदगी रेलगाड़ी रिश्तो के डिब्बो का साथ रिश्तो के डिब्बों में भावनाओ का सवार ।। अपनी रफ्तार से मंजिल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 108 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read प्रिये चाहत की मंजिल जीवन की सौगात प्रिये तेरे ही मिल जाने से हो जीवन उद्धार प्रिये।। स्वर संगीत दिल धड़कन प्राण प्रिये करम किस्मत की राह प्रिये तेरे ही मिल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 125 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read प्रिये मैं मिलूंगा तुम्हे वहीँ प्रिये याद जब भी करो चाहे जब भी पुकारों दिल की गहराई यादों की परछाई में।। मैं मिलूंगा तुम्हे वहीँ प्रिये तुम्हारे प्यार की गलियों में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 122 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी हवाई जहाज जिंदगी और हवाई जहाज़--- जिंदगी हवाई जहाज ख्वाबों खयालो कल्पना उड़ानों में उड़ती ।। खूबसूरत कल्पना लोक विचरती कभी कल्पना ख़्वाब खयाल वास्तविकता वास्तव के रनवे पर चक्कर काटती एरोड्रम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 181 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 3 min read जिंदगी 1--कभी खुशियों का समंदर साम्राज् कभी गम के आंशुओं में डूबती उतराती खुद के सुकून के पल दो पल खोजती जिंदगी।। कभी अरमानो केआसमान की परवाज तो कभी चुनौतियों से... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 143 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read बसंत बसन्त के रंग-जब बहाती शीतल मंद बयार. कोयल की कू कू महुया कि खूशबू खास।। खेतो मैं हरियाली खुशहाली की झूमती की बाली।। हर सुबह सूरज युग की बिशावस की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 129 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read रोटी रोटी क्या क्या नाच नचाती जाने क्या क्या खेल खिलाती। रोटी रिश्ते नाते परिवार छुड़वाती रोटी दोस्त दुश्मन से मिलवाती।। रोटी बोटी कटवाती ,बोटी से रोटी, रोटी से बोटी अच्छों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 124 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read अभिमान अरमानों के आसमान पे लहराता जन गण मन कि शान वंदे मातरम का सम्मान भारत का अभिमान।। गंगा की धाराओं की कल कल कलरव की आवाज सत्य अहिंसा का गांधी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 119 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read प्यारा सा गांव प्यारा सा गांव बचपन की परिवरिश की मित्र मंडली ठाँव।। लगता था कभी ना छूटेगा बचपन प्यारा सा गांव नदी का किनारा पीपल की छांव।। प्रथम अक्षर से परिचय करवाते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 136 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read दिल आइना दिल अरमानों का आईंना--- दिल की क्या बात कभी खुश कभी नाराज खुशी गम दिल की गहराई जज्बात।। चाहत के मील जाने पर दिल बाग बाग दिल आईंना देखता सिर्फ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 169 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read एहसास एहसास हूँ मैं झोंका पवन विश्वाश हूँ मैं भाव भावना का प्रवाह हूँ मैं प्रत्यक्ष नही परोक्ष नही अंतर मन कि आवाज हूँ मै।। जिसने जैसा मेरा वरण किया उसका... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 177 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read गरीबी गरीबी दुनियां में अभिशाप गरीबी बेवस लाचारी जीवन भार भूख भय दहसत पल प्रहर दिन रात।। मानव मानवता लज्जित गरीबी का देख हाल खाने को रोटी नही तन पर आधे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 152 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी रूठ गयी जिंदगी रूठ गई जाने कहाँ खो गई एक दायरे में सिमट गई खोजता हूँ घनघोर आंधेरो में रास्ता जिंदगी की चाहतों का वास्ता।। जिंदगी के सब दरवाजे बंद बंद दरवाजो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 142 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 2 min read जिंदगी कि सच्चाई जिंदगी की सच्चाई---- जिंदगी के लम्हो में साथ साथ जिया हमने गांव की गलीयो में पचपन की शरारत के दिन बीते।। साथ साथ स्कूल गए ना जाने कब बचपन पीछे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 112 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 3 min read जेठ कि भरी दोपहरी --जेठ की दोपहरी का एक दिया--1 जेठ की भरी दोपहरी में एक दिया दिया जलाने की कोशिश में लम्हा लम्हा जिये जिये जा रहा हूँ।। शूलों से भरा पथ शोलों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 193 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी जिंदगी ऐसे मोड़ आ गयी निराश हताश जाने कहाँ खो गयी खोजता हूँ जिंदगी जीने के बहाने अतीत की आवाज आ गयी।। इंसा वही हो जिंदगी में तमाम मकसद मुकाम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 142 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read पल परिवर्तन शीर्षक ---पल का परिवर्तन-- सिर्फ एक पल ही खुशियां जीवन में प्राणि समझता है,परमेश्वर स्वयं सिद्ध परमेश्वर व्यख्याता।। सिर्फ एक पल की खुशियों के लिये मानव जाने क्या क्या कर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 105 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read तिरंगा 1- भारत का अभिमान अरमानों के आसमान पे लहराता जन गण मन कि शान ,वंदे मातरम का सम्मान ,भारत का अभिमान।। गंगा की धाराओं की कल कल कलरव की आवाज... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 126 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read सपने सपने तो सपने कभी होते अपने कभी रह जाते सपने सपने स्वंत्रत अन्तर्मन आकाश विचरण करते।। कल्पना यथार्त से परे आविष्कार याथार्त इच्छा परीक्षा पुरस्कार सपने सपनों की आधारशिला नही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 137 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read पृथ्वी पृथ्वी कहती है युग मानव तुम ही मेरा अस्तित्व अभिमान।। प्रकृति मूक मेरा श्रृंगार चाहत है तेरी बानी रहूँ जननी तू मत कर मेरा परिहास।। मौसम ऋतुएं मेरा भाग्य सौगात... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 159 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read गांव मैं तेरा गांव ,तेरा ठौर ठाँव छोड़ दिया तूने मेरे पीपल कि छाँव ।! छोड़ दोस्तों के प्यार ,अपनों का विश्वाश का नाम मैं तेरा गांव। कहाँ चला गया ,भीड़... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 101 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read गांव और वसंत गांव और वसंत - सुन गांव कि गोरी तू बड़ी भोली बहती वासंती वयार अभिलाषा गहराई उफान।। सुन गांव की गोरी हृदय हर्ष सेअनजान तेरी सादगी कोमलता तेरी पहचान।। गाँव... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 123 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read वसंत मनवी मूल्यों के खुशियों का वसंत जब बहती शीतल मंद बयार. कोयल की कू कू महुया कि खूसूब खास।। खेतो मैं हरियाली खुशहाली कि झूमती बाली हर सुबह सूरज युग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 162 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read हसलों कि उड़ान हौसलों कि उड़ान - जिंदगी जिंदा दिल जागीर नाम कायरों की जन्दगी नही होती चलती फिरती काया बस नाम।। वेबस लाचार असहाय जिंदगी ठौर खोजते, प्राण में निष्प्राण जिंदगी जज्बे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 172 Share Page 1 Next