Kavita Chouhan Tag: कविता 157 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Kavita Chouhan 10 Jun 2023 · 1 min read दीप्ति दीप्ति.... रवि ने प्रखर दीप्ति बिखराई तीक्ष्ण किरणों ने तपन बढाई ग्रीष्म ने भीषण रूप दिखाया ज्येष्ठ का मास है आया। शुष्क हवाएँ उष्ण हो ढली धूप संग लू भी... Hindi · कविता · हिंदी कविता 294 Share Kavita Chouhan 5 Jun 2023 · 1 min read धरा धरा करुण क्रन्दन करती प्रतिक्षण पीड़ा से तड़पती रसायनों को रोकना होगा प्रकृति को सहेजना होगा आओ मिलकर ये प्रण करें माँ धरती की हम गोद भरें हरी-भरी धानी चुनर... Hindi · कविता · पर्यावरण · पर्यावरण दिवस विशेष 1 1 451 Share Kavita Chouhan 26 May 2023 · 1 min read भीड़ में हाथ छोड़ दिया.... भीड़ में हाथ छोड़ दिया.... कभी देखता इधर उधर था विचरता इस गली उस डगर था इक विश्वास को ही तोड़ दिया भीड़ में यूँ हाथ छोड़ दिया। चहुँ ओर... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 322 Share Kavita Chouhan 24 May 2023 · 1 min read मुट्ठी भर आस मुट्ठी भर आस रहने दो विश्वास तनिक सा ही सही नयनो के इस सूक्ष्म उपांत में इक नवीन उजास रहने दो तिमिर सघन गहरा भी होगा पथ अनाम अविच्छिन्न बनेगा... Hindi · उल्लाला छंद · कविता · चौपाई · छंदबद्ध काव्य 1 1 371 Share Kavita Chouhan 14 May 2023 · 1 min read माँ माँ बिन सूना संसार हॄदय संचित दुलार ईश्वर न था धरा पर दिया अमूल्य उपहार माँ की ममता महान विधाता तुल्य स्थान आँचल स्नेह संचित न हो कोई माँ से... Hindi · कविता · माँ की यादें 257 Share Kavita Chouhan 10 May 2023 · 1 min read व्यथा कैसी ये व्यथा अजब हॄदय करता करुण क्रन्दन प्रतिपल विकल अंतस्तल कथा निर्गत सूखे नीड अवलोकित कर सिहर जाता हिय उदधि कंज के संग संग हर्षित हो प्राण प्रिय अधर... Hindi · कविता · छंदबद्ध काव्य · दोहा · दोहा छंद 464 Share Kavita Chouhan 7 May 2023 · 1 min read मारुति धरे जनेऊ हाथ ले सोटा द्वारे कोऊ बड़ा न छोटा वानर मुख वज्र सी काया विचित्र, निराली ताकी माया देख्यो रमणीक लाल गेंद सो झटपट निगल ही लियो रवि को... Hindi · कविता · जय हनुमान · मारुति 1 268 Share Kavita Chouhan 20 Apr 2023 · 1 min read रात हुई गहरी रात हुई गहरी सी काली दूर हुई निसदिन लाली परिंदों ने पंख फड़फड़ाए नभ में भी तारे दिखलाये जुगनू निशा से बतियाते छिपते तो कभी चमचमाते शशि नभ से गुपचुप... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 497 Share Kavita Chouhan 18 Apr 2023 · 1 min read हम दो अंजाने कल तक हम दो अंजाने थे कुछ अजनबी बेगाने थे तकदीर ने हमे मिलाया इक दूजे का साथी बनाया। हाथों में यूँ हाथ थमाए किस्मत ने अजब रंग दिखलाये कभी... Hindi · कविता · कविता/गीतिका 438 Share Kavita Chouhan 12 Apr 2023 · 1 min read हम साथ साथ चलेंगे फिर वो नई इक आस होगी टिमटिमायेगा हर सितारा जुगनुओं से रोशन रात होगी आज वो अनोखी बात होगी मुझे दीप फिर जलाना है रात अंधेरी रोशन करना है चाँद... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · प्रेमकविता 488 Share Kavita Chouhan 5 Apr 2023 · 1 min read वो राह देखती होगी नित भोर के चले आते ही चहुँ ओर वो पथ निहारती एकटक ओटले पर बैठे वो तब राह देखती होगी काम से टूटी शिथिल काया थकन से चूर चूर होके... Hindi · कविता · चौपाई · छंद 1 514 Share Kavita Chouhan 30 Mar 2023 · 1 min read श्री राम त्याग सब सुख वन को रहन गए निधि,सम्पति, को भूल विभक्त रहे तनिक स्वार्थ न रहा मन उनके राज,पाठ छोड़ रघुवर गए। संग थी जानकी लछिमन भ्राता कर्म को मान... Hindi · कविता · जय श्री राम 311 Share Kavita Chouhan 12 Mar 2023 · 1 min read होली का त्यौहार गूँज वो पिचकारी की रंगों की बौछार राधा की उम्मीदें किशन का सारा प्यार पकवानों की खुशबू खुशियों की बहार मतवालों की टोली रंग बिरंगी जलधार भाँग,ठंडाई की मस्ती अपनों... Hindi · कविता · दोहा · होली 260 Share Kavita Chouhan 8 Mar 2023 · 1 min read वो इक नदी सी वो इक नदी सी...... वो इक नदी सी अल्हड़ इक हिरनी सी चंचल सहज सी कभी प्रमुदित प्रखर किरणों संग उदित कभी सरल कहीं निरुपम उपहार इक अनुपम चित मनोरमय... Hindi · कविता · नारी व्यथा · नारी शक्ति 1 229 Share Kavita Chouhan 6 Mar 2023 · 1 min read आई होली मतवालों की चली रे टोली फागुन की फिर आई होली सेव ,चकली,गुझिया बनाई पकवानों की सुगंध आई बच्चे,बूढ़े सब रंग जाये अजब गजब से वो दिखलायें किशन राधा ने रास... Hindi · कविता · चौपाई · होली 291 Share Kavita Chouhan 5 Mar 2023 · 1 min read हर पति परमेश्वर नही होता करम से हर जन जाना जाये छोटा बड़ा सबको दिखलाये एतबार उसका यूँ न खोता हर पति परमेश्वर नही होता किसी पथ पर न अबला रोती डरी,सहमी न घायल होती... Hindi · Poem · कविता · छंद काव्य 601 Share Kavita Chouhan 27 Feb 2023 · 1 min read वो नई नारी है वो नई नारी है.... पहुँच गई गगन तक वो देखो अब चाँद छूने की बारी है चमक रही संग तारों के ही वो आज की नई नारी है भय,चिंता, से... Hindi · कविता · चौपाई · छंद काव्य 364 Share Kavita Chouhan 23 Feb 2023 · 1 min read इक क्षण इक क्षण....... दौड़ता सा इक क्षण ठहरता कभी पल सिमटे रूचिर तन सहमे चंचल मन मौन पुरानी दीवार बंद खिड़की किवाड़ मजमा नित अनाम ठहरी स्याह सी निश लौ विहीन... Hindi · कविता · घनाक्षरी 1 2 256 Share Kavita Chouhan 14 Feb 2023 · 1 min read दिल की बातें.... दिल की बातें...... दिल तुम्हारा होना चाहता कैसा अनोखा रिश्ता हमारा हरपल तुम्हारी याद दिलाता बिन तेरे अब कहीं ना रहना दिल की बातें आज कहना बगिया की इक बहार... Hindi · कविता · कविता-हिन्दी 392 Share Kavita Chouhan 4 Feb 2023 · 1 min read जीवन एक गुलदस्ता ..... (मुक्तक) जीवन एक गुलदस्ता ..... (मुक्तक) जीवन एक गुलदस्ता फूलों भरा गुलाब,चमेली,जसवंती सजी हर फूल महकता भीनी खुशबू लिए । कभी फूल महकते इसमें अपार काँटे चुभते कभी गहरे बार बार... Hindi · कविता · मुक्तक 813 Share Kavita Chouhan 27 Jan 2023 · 1 min read कौन हूँ कौन हूँ...... बतलाओ मैं कौन हूँ काली घटाओं सी बरसती बूँदों सी या बेबस मौन हूँ। इक अटल शीला या सुमन सी कोमल हूँ हरपल खिलखिलाती यूँ चंचल हिरनी सी... Hindi · कविता 1 263 Share Kavita Chouhan 12 Jan 2023 · 1 min read युवा शक्ति युवा शक्ति...... युवा शक्ति इक भीतर जगाओ कर्तव्य पथ पर बढ़ते जाओ नस- नस में उर्जा को बहने दो नभ में रवि सा प्रकाश भरो दहाड़ सिंह सी गर्जना करो... Hindi · कविता · राष्ट्रीय युवा दिवस विशेष 674 Share Kavita Chouhan 8 Jan 2023 · 1 min read बदला सा...... बदला सा ..... बदला सा है जीवन मेरा सुनहरा स्वप्न या कल्पना अलेश पतझड़ सा मौसम निर्जल,बेमजा सा बन गया है बसन्त बिखरा सा कोना कोना सजा आज करीने से... Hindi · कविता · प्रेम 334 Share Kavita Chouhan 31 Dec 2022 · 1 min read नूतन वर्ष की नई सुबह नूतन वर्ष की नई सुबह.... नूतन वर्ष की नई सुबह हो उगता हुआ सूरज नया सा सर्व दिशाएँ आलोकित हो होकर विदा तिमिर हर पथ से नव प्रभात का आगमन... Hindi · कविता · नववर्ष 224 Share Kavita Chouhan 21 Dec 2022 · 1 min read आ जाते जो एक बार आ जाते जो एक बार....... आ जाते जो एक बार आनंदित सा हो मन मिट जाते अवसाद आ जाते जो एक बार परे निर्बल मरुस्थल स्नेह का गहरा सागर वो... Hindi · कविता · घनाक्षरी · विरह गीत 1 336 Share Kavita Chouhan 27 Nov 2022 · 1 min read दुल्हन दुल्हन .... सजसँवर गई दुल्हन प्यारी बज रहे ओर ढोल नगाड़े बन्ना बन्नी गीत सब गाएं मईया खड़ी देखे जाए सखियाँ देख तुझको मुस्काये बचपन की यादें आएगी घड़ियाँ ये... Hindi · कविता · बेटी-की-विदाई 1 1 349 Share Kavita Chouhan 7 Nov 2022 · 1 min read लौट आये पिता देखा एक अनोखा सपना पाई वो सुखद छाया सी घर आँगन के हर कोने में अपनों के संग दिखलाये पिता आभास था कितना सुखद वो फिर से घर लौट आये... Hindi · कविता · चौपाई · पिता 1 302 Share Kavita Chouhan 5 Nov 2022 · 1 min read नगर से दूर...... नगर से दूर गाँव में छोटी बस्ती सी एक हरे भरे खेतों के समीप सुखद आराम सुगंध भरी वायु बहती मंत्रमुग्ध कर रंग बिरंगे परिदृश्य में नयनाभिराम टूटे फूटे खपरैल... Hindi · कविता · कविता-हिन्दी · घनाक्षरी · हिन्दी कविता 1 3 269 Share Kavita Chouhan 31 Oct 2022 · 1 min read आओगे मेरे द्वार कभी आओगे मेरे द्वार कभी..... आओगे मेरे द्वार कभी दंभ देहरी पर झटक आना रख देना गुस्सा बाहर ही निर्मल मन ले भीतर आना मंदिरों सा पावन मन मेरा सजा थाल... Hindi · कविता · चौपाई 205 Share Kavita Chouhan 28 Oct 2022 · 1 min read छठ है आया छठ है आया नमन सूर्य को कर दिनकर को अर्घ्य चढ़ाया , सहस्त्रों किरणें चमकाकर रवि फिर उजला दिखलाया करके तैयारी ढेर सारी खीर, और पकवान बनाया चार दिनों का... Hindi · Hindi Poetry · कविता 1 264 Share Kavita Chouhan 23 Oct 2022 · 1 min read ऐसी दीपावली मनाएँ..…. ऐसी दीपावली मनाएँ अंधकार फिर दूर हो जाए ईर्ष्या, द्वेष,निराशा से परे प्रेम,उल्लास से ये मन भरे तमस,अत्याचारों व दुखों से दूर प्रखर दीप्ति शुभारम्भ हो दीपक मन के भीतर... Hindi · Hindi Poetry · कविता · चौपाई 1 2 235 Share Kavita Chouhan 9 Oct 2022 · 1 min read मैं तुमसे प्रेम करती हूँ मैं तुमसे प्रेम करती हूँ मैं तुमसे प्रेम करती हूँ तुम्हारे लिये सँवरती हूँ प्रियतम मेरी श्वास तुम्हारे लिये सपने नित नये बुनती हूँ न आता नजर तुम्हारे सिवा दिल... Hindi · कविता 6 284 Share Kavita Chouhan 5 Oct 2022 · 1 min read सबके मन मे राम हो जब सत्य प्रकाशमय हो अंधकार पर लगा विराम हो द्वेष ,जलन ,ईर्ष्या से परे सब मन मे प्रेम ,स्नेह भरा हो उँच नीच भेदभाव भुलाकर सबके लिये सदभाव हो झूठ... Hindi · कविता · दशहरा कविता 3 2 267 Share Kavita Chouhan 26 Sep 2022 · 1 min read माँ आई शेर पे सवार माँ आई नवरात्रि की सबको बधाई सज गये सब घर और द्वारे जय कारा दे माँ को पुकारे माता के नौ रूप निराले कितने पावन भोले भाले... Hindi · कविता · हिन्दी कविता 422 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2022 · 1 min read आओ पितरों का स्मरण करें आओ पितरों का स्मरण करें विदा हुए जो इस संसार से देकर स्नेह आशीष हमें उनके लिए तर्पण करें न आएंगे लौट फिर कभी वे देते थे जो पोषण दुलार... Hindi · Hindi Poem · Poem · Poetry · कविता · हिंदी कविताएं 683 Share Kavita Chouhan 31 Aug 2022 · 1 min read गणेश है हम सबके प्यारे गणेश है हम सबके प्यारे आज है जन्मदिन उनका पधारें है वे द्वार हमारे भोली सूरत नयन मतवारे शिव गौरा के पुत्र कहलाते मोदक है उनको बहुत भाते देवों में... Hindi · Hindi Poem · कविता · गणेश चतुर्थी 270 Share Kavita Chouhan 19 Aug 2022 · 1 min read नंद के घर आयो लाल नंद के घर आयो लाल जननी थी देवकी और वासुदेव की संतान निकल पड़े वासुदेव धरकर इक टोकरी में सौंपने नंद को बालगोपाल मुखड़े पर थी इक प्यारी मुस्कान दिखा... Hindi · Poetry · कविता 361 Share Kavita Chouhan 17 Aug 2022 · 1 min read अनाथ अनाथ कल रात माँ सपने में आई देखा उनींदी आँखों से इक सुंदर लोरी उसने सुनाई देकर थपकियाँ प्यार से पास मेरी वो बैठी दिखलाई गोद में रखकर सिर मेरा... Hindi · Poem · कविता 1 780 Share Kavita Chouhan 3 Aug 2022 · 1 min read जीवन के आधार पिता जीवन के आधार पिता ............................. पिता धरोहर ,जीवन के आधार पिता जीवन रूपी नैया के पतवार पिता ! तपती धर पर हैं शीतल जलधार पिता , कर्तव्यों को सदा निभाता... Hindi · कविता · पिता 1 368 Share Kavita Chouhan 2 Aug 2022 · 1 min read देह मिलन देह मिलन क्या शाश्वत प्रेम ? सहमी इच्छाओं को जगाता हो निश्छल झरनें सा बहता खीचता प्रेम आलिंगन हो स्वच्छन्द सा क्षणिक बन्धन बिलख रहा भीतर अंतर्द्वंद इक दूजे के... Hindi · Hindi Poem · Love · कविता 2 1k Share Kavita Chouhan 19 Jul 2022 · 1 min read चल रहा वो चल रहा वो निडर होकर भागता सरपट सड़क पर एक पल रुकता नहीं वो है न रंजिश और दहशत है उठा अरुणाभ मस्तक ! देखता चिरकाल परिवर्तन मगर रुकता नहीं... Hindi · कविता 2 4 310 Share Kavita Chouhan 8 Jul 2022 · 1 min read वो चुप सी दीवारें वो चुप सी दीवारें .......................... वह चुप सी दीवारें उदास खिड़कियाँ वो बंद दरवाजे वो शोर मचाती हुई घड़ी की सुइयाँ वो घर का सूनापन वह बेबस चिमनियाँ ! वो... Hindi · Life · कविता 1 2 209 Share Kavita Chouhan 8 Jul 2022 · 1 min read कैसी तेरी खुदगर्जी है कैसी तेरी खुदगर्जी है , कहते सब उसकी मर्जी है ! भटक गया राहों से अपने कैसे लौट सकेगा , यहां घरों पर नाम , पता , ना तख्ती है... Hindi · Motivational · कविता 851 Share Kavita Chouhan 16 Mar 2022 · 1 min read इक लड़का वो चुप सा बैठा इक लड़का डूबे से सब अपनी बातों कहानियों में किसी से कुछ न कहता अनमना सा दिखता इक लड़का खोया है कुछ बीती बातों में अनाम... Hindi · कविता 1 234 Share Kavita Chouhan 21 Feb 2022 · 1 min read दिल लगाऊं कहां दिल लगाऊं कहां ये दिल तो तेरा हो गया ,अब दिल लगाऊं कहां बस तेरा ख्याल ही इस दिल में बसा ,अब इसे मैं समझाऊं कहां हर वक्त रहता है... Hindi · कविता 1 456 Share Kavita Chouhan 12 Feb 2022 · 1 min read एक मीठी नींद इक मीठी नींद इक ऐसी मीठी नींद आएगी सुख और शान्ति दे जाएगी। न कोई रंज होगा सारी परेशानी पीछे छूट जाएगी। दे जायेगी थपकियाँ प्यार से अपना सारा फिर... Hindi · कविता 1k Share Kavita Chouhan 5 Feb 2022 · 1 min read बसंत ऋतु खिल रही है फूल की हर डाली महक उठी आज बगिया सारी पीले फूलों ने भी न्यारी रंगत पाई पत्ते पत्ते बिखरे पड़े है राहों में देखो वन उपवन में... Hindi · कविता 527 Share Kavita Chouhan 31 Jan 2022 · 1 min read बाबूजी बाबूजी घर की बुनियादें ,घर की एक नींव थे बाबूजी कुछ नही कहते न कभी ज्यादा हंसते चुप ही रहे बाबूजी माँ का गुस्सा,हंसी ओर खनक थे बाबूजी।। हमेशा काम... Hindi · कविता 1 608 Share Kavita Chouhan 30 Jan 2022 · 1 min read संत था वो एक महान संत था वो एक महान दिया जिसने देश की खातिर बलिदान चलता था लाठी को ले पहनकर धोती बुनता चरखे से वस्त्रों को एक साथ करके आंदोलन ढेर सारे बचाया... Hindi · कविता 2 221 Share Kavita Chouhan 24 Jan 2022 · 1 min read इक दीवाना था इक दीवाना था वो हर गली हर डगर उसे ही ढूंढता था हो जाये जो एक पल के लिए नज़रों से ओझल बेचैन हो दौड़ पड़ता था सबसे जुदा सबसे... Hindi · कविता 309 Share Previous Page 2 Next