Kalpana tripathi Language: Hindi 23 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kalpana tripathi 11 Jul 2023 · 1 min read फितरत जान कर भी अंजान थी मैं, तुझे अपना मानने में इतनी मशरूफ थी मैं। तू मेरा कभी हो ही ना सका, मेरा होकर रहना तेरी फितरत ही नहीं थी, और... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 1 1 133 Share Kalpana tripathi 22 Nov 2022 · 1 min read कन्यादान कन्यादान महादान बरसों से, ,रीति ये चली आई हैl सबने ही शिद्दत से, यह रीति निभाई है l लड़की को जन्म दिया, बस दान देने को, साज सज्जा का सामान... Hindi 156 Share Kalpana tripathi 27 Oct 2020 · 2 min read बिडम्बना अजीब विडंबना है इस जीवन की, हर शख्स ही है परेशान। टूटते जा रहे हैं रिश्ते सारे, अपने ही अपनों के दुश्मन बन बैठे , स्वार्थी हो गए सारे। कहानी... Hindi · कविता 2 432 Share Kalpana tripathi 27 Oct 2020 · 1 min read तारीफ अच्छी लगती है मुझको तारीफ मेरी सुनना, चाहे दर्द मैं दू तुझको ,फिर भी तारीफ मेरी करना। मैंने तुझको दर्द दिया तेरा अपमान किया, तो क्या हुआ कोई तुझको सकून... Hindi · मुक्तक 4 2 568 Share Kalpana tripathi 29 Jun 2020 · 1 min read अंजाना साथी आज एहसास हुआ, एक अनजाने साथी का, जो पल पल रहता रहा है साथ हमारे । हम उसे भूल भी जाएं मगर, भूलता नहीं वो साथ हमारा। जैसे छोड़ देते... Hindi · कविता 10 10 539 Share Kalpana tripathi 29 Jun 2020 · 1 min read साथी चलते चलते यूं ही कट रहा था सफ़र, कि एक साथी नजर आ गया हमको लगा यूं कि हमारा माझी नजर आ गया। नैया हमारी डूब रही थी मझधार में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 5 336 Share Kalpana tripathi 28 Jun 2020 · 1 min read दर्द सोचा था वो खुद से ज्यादा मुझको चाहेगा। दर्द मुझे होगा आंसू वो छलकायेगा मेरी हर अनकही बात वो खुद ही समझ जाएगा। किस बात की सजा मिल रही है... Hindi · कविता 4 6 547 Share Kalpana tripathi 25 Jun 2020 · 1 min read मैं और तुम मिलकर हम बन जाते हम दोनों ही मुकम्मल हो जाते, मैं और तुम मिलकर हम बन जाते। पर ये क्या तुम तो हम निकले, मेरी जरूरत नहीं तुमको, तुम खुद में ही मुकम्मल निकले।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 331 Share Kalpana tripathi 24 Jun 2020 · 1 min read हमसे ना बांटो खुशी हमने कहा है ऐ दोस्तों, हमसे ना बांटो खुशी। हमारे पास गम के अलावा कुछ भी नहीं । कहीं खुशी तुम्हारी इस गम के समंदर में डूब ना जाए, हंसना... Hindi · कविता 5 4 616 Share Kalpana tripathi 24 Jun 2020 · 1 min read अनमोल रिश्ते बड़े अनमोल होते हैं ,ये रिश्ते। कभी महफिल में तो कभी तन्हाई देते हैं ये रिश्ते। कभी खुशियों से दामन भर देते हैं ,तो कभी गमों के आंसुओं से दामन... Hindi · कविता 5 6 767 Share Kalpana tripathi 24 Jun 2020 · 1 min read तनहाई तन्हाइयों की ख्वाहिश में हम चल पड़े हैं, हमारी बेबसी तो देखो तनहाइयां भी हमसे दामन चुराने लगी हैं । यह भी हमें देख कर मुस्कुराने लगी हैं , चाहते... Hindi · मुक्तक 5 4 323 Share Kalpana tripathi 20 Jun 2020 · 1 min read मेरे पापा हम नन्हें पौधों को सींचकर वृक्ष बनाया पापा ने। कभी डांट कर, कभी प्यार से , हमको संभलना सिखलाया पापा ने। पालन किया,सृजन किया, इस नवदीप को प्रज्वलित किया पापा... Hindi · कविता 7 2 604 Share Kalpana tripathi 20 Jun 2020 · 1 min read शिक्षा का हाल शिक्षा का हाल बुरा हो गया है ,आज ये केवल व्यवसाय बन कर रह गया है । आज के स्टूडेंट का हाल ना पूछो, इनके हाथों में मोबाइल और आंखों... Hindi · मुक्तक 4 4 436 Share Kalpana tripathi 20 Jun 2020 · 1 min read अकेलापन भीड़ में खड़े होकर भी खुद को, अकेला पाने लगे हम भीगी पलकें हमारी मगर , सब को देख कर मुस्कुराने लगे हम । बंद होते गए हर दरवाजे जिंदगी... Hindi · कविता 6 4 629 Share Kalpana tripathi 20 Jun 2020 · 1 min read दोहरा चेहरा मुझसे इतनी नफरत कैसे कर लेते हो, एक छत के नीचे रहकर भी ,इतनी दूर कैसे रह लेते हो, ऐसा कैसे कर लेते हो। कभी मुझ से रूबरू हुए ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 491 Share Kalpana tripathi 19 Jun 2020 · 1 min read आपदा चारों तरफ है फैली तबाही,कहीं तूफान तो कहीं कोरोना हाय ये कैसी आपदा है आई । यहां कोई किसी का नहीं, सबको ही है अपनी धुन समाई। किसी का दीप... Hindi · कविता 8 4 293 Share Kalpana tripathi 19 Jun 2020 · 1 min read शायरी ए लोगों खुश ना होना कि तुम्हें एक दोस्त मिल गया, हमने दोस्ती में दगा खाते हुए देखा है , दूसरों की क्या कहें खुद अपने दिल को रोते हुए... Hindi · शेर 10 7 326 Share Kalpana tripathi 19 Jun 2020 · 1 min read देश प्रेम तुझे दिलो जान से प्यार करते हैं, हम ए मेरे वतन । कि तेरी हर सांस से रूबरू होते हैं, हम ऐ मेरे वतन । आज तेरे वजूद को मिटाना... Hindi · कविता 8 3 255 Share Kalpana tripathi 19 Jun 2020 · 1 min read वीरों की कुर्बानी कैसे ना याद करूं मैं,उन वीरों की कुर्बानी को, जो मर गए देके हमें इस आजादी को। सींचा था जिसने इस धरती को, अपने खून की होली से, कैसे भूलेंगे... Hindi · कविता 7 4 597 Share Kalpana tripathi 18 Jun 2020 · 1 min read तनहा इंसान मुस्कुराता चेहरा ही तो, देख पाते हैं लोग। दर्द कितना है दिल में ,ये कहां जान पाते हैं लोग।। तू खुश मिजाज हैं,हंसमुख है,बस यही जान पाते हैं लोग ।... Hindi · कविता 5 6 567 Share Kalpana tripathi 7 Apr 2018 · 1 min read तू चला गया कहां तू चला गया कहां पे करके हमें अधूरा । कि ये जिंदगी कटेगी कैसे बिना तेरे। इस जहां में अकेला छोड़ा , तूने किसके सहारे। यूं अधूरी जिंदगी मै कैसे... Hindi · गीत 4 574 Share Kalpana tripathi 22 Mar 2018 · 1 min read रामराज रामराज की बातें याद करके, भाव विभोर हो जाते हैं हम, और कलयुग के राम में रावण का रूप पाते हैं हम । कल इंसान दूसरों के लिए, खुद को... Hindi · कविता 4 2 394 Share Kalpana tripathi 21 Mar 2018 · 1 min read लड़की का घर कुदरत ने लड़की को बनाया सबको घर दिया उसका घर भी ना बनाया। पढ़ रही है वो मां बाप के घर कहकर उसे अपना घर ।पर वजूद नहीं उसका उस... Hindi · कविता 4 705 Share