Kumar Kalhans Language: Hindi 170 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Kumar Kalhans 27 Jul 2023 · 1 min read नदी आप नदी को चाहे जितना सिकोड़ सकते हैं, मन भर निचोड़ सकते हैं, क्योंकि नदी अपने प्रेमी के बल से बल पाती है, उसी के बरसते स्नेह के बल पर... Hindi 1 224 Share Kumar Kalhans 27 Jul 2023 · 1 min read इक जीवन दो रूप हमारे। इक जीवन दो रूप हमारे, इक मन है इक तन है अपना दोनों में संघर्ष है कितना, साथ हैं आए साथ है जाना एक रहें पर कोई विधि ना, इक... Hindi · गीत 199 Share Kumar Kalhans 15 May 2023 · 1 min read बेहयाई हया का नया नाम है। बेहयाई हया का नया नाम है। मामला अब यहां सब सरेआम है। खूब जोड़ी हमारी बड़ा नाम है। मैं भी बदनाम हूं वह भी बदनाम है। बेवफा ने दिया मुझको... Hindi · ग़ज़ल 282 Share Kumar Kalhans 3 May 2023 · 1 min read प्याला। खुद में आनंद का सोता है अनुपम यह जीवन हाला है। ज्ञानी जन कहते सदियों से अनजान मगर यह प्याला है।। जो प्यास बढ़ती जाती है यह हाला किसने ढाली... Hindi · कविता 261 Share Kumar Kalhans 23 Apr 2023 · 1 min read प्याला। जीवन क्षणभंगुर भय जिसको क्षण भर भी न जी पाता है। वह रहे ज्योति के मध्य किंतु उसको दिखता सब काला है।। प्याले के मादक हाव भाव इतनी मदिरा छलकाते... Hindi · कविता 148 Share Kumar Kalhans 19 Apr 2023 · 3 min read अंगवस्त्र एक महिला नेता के अंतर्वस्त्र के रंग का खुलासा कर और उस पर तालियां बटोर कर खान साहब घर पहुँचे तो गर्मी की वजह से बड़ी प्यास लगी थी। बेगम... Hindi · कहानी 1 197 Share Kumar Kalhans 15 Apr 2023 · 1 min read प्याला। मधु की तो बात निराली है। प्याला यह कैसे कह पाए। वह सदियों से ही खोज में है। पर शब्द उचित न वह पाए। ..... तन की दुर्बलता देख कहे।... Hindi · कविता 272 Share Kumar Kalhans 15 Apr 2023 · 1 min read प्याला। क्यों दुर्बल खुद को समझ रहा। तू अमित शक्ति की हाला है। हर तत्व समाहित हैं तुझमें। तू इसीलिए तो प्याला है। ..... निजता जब भी बिसरायी है। आंचल को... Hindi · कविता 210 Share Kumar Kalhans 9 Apr 2023 · 3 min read ज़हर मेरे एक मित्र के पिताजी हैं। ज़ाहिर है वयोवृद्ध हैं। किंतु वे अपने पुत्र के साथ नहीं रहते। पुत्र का भी इस संदर्भ में कोई विशेष आग्रह नहीं है। पुत्र... Hindi · कहानी 98 Share Kumar Kalhans 29 Mar 2023 · 2 min read कहानी मेरे एक मित्र हैं जो मुंबई में रहते हैं। एक सरकारी उपक्रम से सेवानिवृत हो चुके हैं। स्वनामधारी कवि , लेखक हैं। साथ ही साथ वे कवि सम्मेलन करवाने के... Hindi · कहानी 112 Share Kumar Kalhans 3 Mar 2023 · 1 min read मान लें। मान लें गुस्ताखियां तो पाक हो जाते हैं लोग। रौशनी पहलू में ले शफ़्फ़ाक हो जाते हैं लोग। ***** कई सदियाँ लगती हैं नज़रों में आने के लिये। एक लम्हे... Hindi · ग़ज़ल 169 Share Kumar Kalhans 2 Mar 2023 · 1 min read पछतावा। एक आतंकवादी फटा, इस तरह फटा, कुछ नहीं बचा, तो सुपुर्दे ख़ाक होने का सवाल ही नहीं उठता था, न जमीन का था न जन्नत का, यहां से वहां प्रेतात्मा... Hindi · अकविता। 115 Share Kumar Kalhans 19 Jan 2023 · 1 min read किसी ने पूजा मुझे अपना मुकद्दर समझा। किसी ने पूजा मुझे अपना मुकद्दर समझा। मुझे परवाह नहीं तुमने जो पत्थर समझा। ** अलहदा नजरें हैं सबका अलग नजरिया है। किसी ने बूंद को ही पूरा समंदर समझा।... Hindi · गजल 1 2 238 Share Kumar Kalhans 14 Jan 2023 · 1 min read तेरी गुस्ताख निगाहों में हया देखी है। तेरी गुस्ताख़ निगाहों में हया देखी है तेरी बेलौस अदाओं में वफ़ा देखी है ------ बात मेहर की करूँ लफ्ज़ नहीं आएँगे तेरी ज़ुल्मत में भी जब हमने शिफा देखी... Hindi · ग़ज़ल 166 Share Kumar Kalhans 13 Jan 2023 · 1 min read नजरों से नजरें मिलाना आ गया। नजरों से नजरें मिलाना आ गया। हमको भी पीना पिलाना आ गया। ** टीस दी है खामुशी के संग दी। आपको भी दिल दुखाना आ गया। ** सारे ही बेवकूफ... Hindi 132 Share Kumar Kalhans 13 Jan 2023 · 1 min read कितनी बेचैनी है कितनी बेकरारी देखिए। कितनी बेचैनी है कितनी बेकरारी देखिये। इंसान की सदियों से जीने की तैयारी देखिये। ***** इतने पैगम्बर जहाँ में आय लेकिन क्या हुआ। हो रही है पर बशर की आंख... Hindi · ग़ज़ल 83 Share Kumar Kalhans 13 Jan 2023 · 3 min read वसूली। भारती बाबा के पिताजी बहुत परेशान थे। मांझा इलाके के एक यादव जी ने उनकी सराफे की दुकान से अपनी बेटी के विवाह में आभूषण बनवाए थे। कुछ रकम उन्होंने... Hindi · कहानी 113 Share Kumar Kalhans 28 Nov 2022 · 4 min read दो दोस्त। दो दोस्त और शराब। लॉक डाउन में सबको समस्या हुई थी सो हमको भी हुई। हम दोनों दोस्तों ने अपने परिवारों को गांव में भेज दिया ताकि वे वँहा सुरक्षित... Hindi · कहानी 1 121 Share Kumar Kalhans 14 Nov 2022 · 1 min read खूब इस दुनियां में हमने है तमाशा देखा। खूब इस दुनियां में हमने है तमाशा देखा। पेड़ जलते हुए नदियों को है प्यासा देखा। .... जान आती नहीं कितने भी शानदार बनें। बुत बनाएं हैं पत्थरों को तराशा... Hindi · ग़ज़ल 2 2 142 Share Kumar Kalhans 14 Nov 2022 · 1 min read समय समय की बात है। समय समय की बात है, तुम्हे मेरी हर बात मधुर लगती थी, तुम मुग्ध भाव से मुझे देखते हुए कहा करती थी, आपकी बातों से रस टपकता है, जिससे भीग... Hindi 67 Share Kumar Kalhans 14 Nov 2022 · 1 min read हम अपनी छोटी सी दुनियां के भगवान बने फिरते हैं। हम अपनी छोटी सी दुनियां के भगवान बने फिरते हैं। चैन का खाता बिन दमड़ी का पर धनवान बने फिरते हैं। नदी लपेटे घूम रहे हैं , पर होठों से... Hindi · गीत 101 Share Kumar Kalhans 13 Nov 2022 · 1 min read तासीर है मेरी अच्छा भी हूं बुरा हूं। तासीर है ये मेरी अच्छा भी हूँ बुरा हूँ। ये मैंने कब कहा है मैं आपसे खरा हूँ। क्यों जाने लोग फिर भी रखते है साथ अपने। जबकि है राय... Hindi · ग़ज़ल 92 Share Kumar Kalhans 9 Nov 2022 · 1 min read मुझको मुस्काने का हक है। मुझको मुस्काने का हक है। मैं फूल बन चुका हूं पहले मेरे सपने छूकर देखो। मुझमें पराग उत्पन्न हुआ मेरे अपने होकर देखो। मैं मानव हूँ इतने से ही मुझको... Hindi · गीत 2 2 63 Share Kumar Kalhans 4 Nov 2022 · 1 min read नेता जी का जूता। नेताजी हैरान थे, जूता बदलते बदलते , परेशान थे, किसी भी कंपनी का , कैसा भी जूता , मंगाया जाता था, नेता जी का पैर, जरूर घायल हो जाता था,... Hindi · हास्य-व्यंग्य 3 4 113 Share Kumar Kalhans 30 Oct 2022 · 1 min read निर्ममता का नाम जगत है। निर्ममता का नाम जगत है। सूरज अपने वज्रघात से तम के टुकड़े कर देता है, संध्या में जब थकता सूरज तम आकर बदला लेता है, यही कहानी है इस जग... Hindi · गीतिका 1 1 155 Share Kumar Kalhans 30 Oct 2022 · 1 min read बेरुखी के पल टहलते जर्द हर अहसास है। बेरुख़ी के पल टहलते जर्द हर अहसास है। अब मेरे दिल में न दरिया है न कोई प्यास है। *** किसपे रख दूँ उंगली अपनी दोस्त दुश्मन कौन है। तेरी... Hindi · ग़ज़ल 1 2 138 Share Kumar Kalhans 8 Oct 2022 · 1 min read जैसी भी वैसी ही बनी रहना। क्या लिखूं , कैसे लिखूं, शब्द कहते हैं, हममें सामर्थ्य नहीं, उपमाएं कहती हैं, हम में उपयुक्तता नहीं, धरती कहती है , मुझमें इतना धैर्य नहीं, हवाएं कहती हैं, हममे... Hindi · कविता 1 2 114 Share Kumar Kalhans 4 Oct 2022 · 1 min read हो जाओ होशियार फिर मक्कार आ गए। हो जाओ होशियार फिर मक्कार आ गए। लाशों को नोंचते हैं वो बदकार आ गए। ***** सीरत है गिरगिटों की वे करते हुंआ हुंआ। खुद को समझते शेर वे सियार... Hindi · ग़ज़ल 2 2 86 Share Kumar Kalhans 28 Sep 2022 · 1 min read कोई शौक नहीं मेरी ज़रूरत है शायरी। रौशन करे उस नूर की सूरत है शायरी। कोई शौक नहीं मेरी जरुरत है शायरी। .................... ये साथ न देती तो उनमें डूब ही जाता। ज़ज़्बात बह निकलने की सूरत... Hindi · ग़ज़ल 1 2 199 Share Kumar Kalhans 27 Sep 2022 · 1 min read आकर नहीं जाते हैं ये मेहमान कसम से। मतला। आकर नहीं जाते हैं ये मेहमान कसम से। निकले बहुत बाकी हैं पर अरमान कसम से। ** जीना नहीं अब रह गया आसान कसम से। इंसानियत से दूर है... Hindi · ग़ज़ल 1 119 Share Kumar Kalhans 25 Sep 2022 · 1 min read आप सहलाओगे तो सो जायेगा। आप सहलाओगे तो सो जाएगा, अपनी भूख को भूल जाएगा, सिर्फ, परतंत्रता के कारण नहीं, वो आपकी विवशता समझता है, जब आपके अपने , उसको ही नहीं, आपको भी ,... Hindi · कविता 81 Share Kumar Kalhans 23 Sep 2022 · 1 min read महबूब मेरा करता है कोई खता नहीं। सारी ही गलतियां मेरी तुमको पता नहीं। महबूब मेरा करता है कोई खता नहीं। ** मसरूफ़ सभी लोग घरों के हैं इस तरह। अब कोई आए जाए किसी को पता... Hindi 1 2 140 Share Kumar Kalhans 6 Sep 2022 · 1 min read सुंकू वह चीज है हर पल जिसे हम पा नहीं सकते। बहुत नुकसान है उतने में गर मुस्कां नहीं सकते। सुंकू वह चीज है हर पल जिसे हम पा नहीं सकते। ** बहल जाते थे बहलाने से हम तुम दौर दूजा... Hindi · ग़ज़ल 2 1 142 Share Kumar Kalhans 26 Aug 2022 · 1 min read सच कहता हूं मैंने मेले देखे हैं। मतला: सच कहता हूं मैंने मेले देखे हैं। लेकिन उनमें लोग अकेले देखे हैं। ** गर्द उड़ाती भीड़ के रेले देखे हैं। सच कहता हूं मैंने मेले देखे हैं। **... Hindi · ग़ज़ल 2 1 221 Share Kumar Kalhans 21 Aug 2022 · 1 min read जो मुझे तुमसे मिला है मैं वही लौटा रहा हूं। जो मुझे तुमसे मिला है मैं वही लौटा रहा हूँ मैं नहीं शंकर हलाहल जिसके कण्ठों में समाया निर्मलित हैं नेत्र जिसके नीलकंठी जो कहाया एक साधारण मनुज हूँ कैसे... Hindi · गीत · नवगीत 175 Share Kumar Kalhans 20 Aug 2022 · 1 min read रंग तुम जिस रोज छू लोगी कहर बरपाओगी। इश्क जब करने लगोगी तुम कहां रह जाओगी। मैं न कहता था की खुद से बेखबर हो जाओगी। सादगी में भी तुम्हारा हुस्न इक तलवार है। रंग तुम जिस रोज... Hindi · शेर 198 Share Kumar Kalhans 20 Aug 2022 · 1 min read अर्द्ध रात्रि अंधकार में हुआ। अर्द्ध रात्रि अंधकार में हुआ। जग प्रकाश कारागार में हुआ। भाद्रपद कृष्ण अष्टमी रही। देवकी न पुनः देवकी रही। व्यर्थ कंस के सभी प्रयास थे। सूत्र जबकि सारे उसके हाथ... Hindi · कविता 173 Share Kumar Kalhans 10 Aug 2022 · 1 min read सब्र का इम्तेहान लेते हो। सब्र का इम्तेहान लेते हो। और बागी करार देते हो। ***** खूब वादों इरादों की बातें। बीच दरिया उतार देते हो। ***** जिस्म लेते हो फूल सा लहका। और वापस... Hindi 2 101 Share Kumar Kalhans 9 Aug 2022 · 1 min read मुझे प्रेम और पूजा में कुछ अंतर नहीं दिखाई पड़ता। मुझे प्रेम और पूजा में कुछ अंतर नहीं दिखाई पड़ता। रोज सुबह लाली में तेरे मुखड़े की आभा पाता हूँ। आंख खोलते ही मैं तुमको याद करूँ औ' मुस्काता हूँ।... Hindi 221 Share Kumar Kalhans 1 Jun 2022 · 1 min read मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है। मैं जब भी चाहूं मैं आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है। मगर मैं ये कभी कर ही नहीं पाऊंगा ये सच है। ***** जमाना आएगा समझायेगा देगा तसल्ली पर। मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 273 Share Kumar Kalhans 30 Apr 2022 · 1 min read जाने क्यों उससे ही अदावत थी। जिसके दामन में मेरी राहत थी। जाने क्यों उससे ही अदावत थी। ---------- जिंदगी से नहीं मिला था तब। जिंदगी से बहुत शिकायत थी। ----------- मुझमे ज़िद थी नहीं जवाबों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 159 Share Kumar Kalhans 12 Apr 2022 · 1 min read मयखाने में जाकर बैठे खुद ही पीना सीख गए। मयखाने में जाकर बैठे खुद ही पीना सीख गए। नज़रें चार हुई साकी से जीना मरना सीख गए। रिश्तों की परतें खोली तो परत हट गयी नज़रों से। ख़ामोशी का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 129 Share Kumar Kalhans 10 Apr 2022 · 1 min read किसी की आंख का आंसू। किसी की आंख का आंसू किसी की आंख में देखा। तड़पती कामनाओ को सुलगती राख में देखा। किसे झर जाना कहते हैं किसे मिट जाना कहते हैं। बिखरती कलियों को... Hindi · मुक्तक 1 157 Share Kumar Kalhans 25 Dec 2021 · 1 min read आएगा एक दिन क़ज़ा बनकर। प्यार बरसा है फिर सबा बनकर। वो आ गया दर्द की दवा बनकर। *** बद्दुआओं को दे रहा दावत। कैसा बागी है वो दुआ बनकर। *** इश्क की सारी नेमते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share Kumar Kalhans 1 Aug 2021 · 1 min read ज़हर देकर जो मुस्काए उसे सरकार कहते हैं। ज़हर पीकर जो मुस्काये उसे फनकार कहते है। ज़हर देकर जो मुस्काये उसे सरकार कहते हैं। ---- हमें सुनना है ग़र जो वह कहे तो वह सयाना है। वगरना सूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 8 405 Share Kumar Kalhans 30 Jul 2021 · 1 min read इक अदद बेटे की ख़्वाहिश में बेचारी कोख को। ज़ुर्म में शिरकत किया तो उम्र भर ढोना पड़ा। खून से अपने ही अपनी रूह को धोना पड़ा। -– तख़्त ताजों की हवस में बन गए शैतान हो। और क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 208 Share Kumar Kalhans 27 Jul 2021 · 1 min read निर्ममता का नाम जगत है। निर्ममता का नाम जगत है। सूरज अपने वज्रघात से तम के टुकड़े कर देता है, संध्या में जब थकता सूरज तम आकर बदला लेता है, यही कहानी है इस जग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 428 Share Kumar Kalhans 24 Jul 2021 · 1 min read देख ली है जिंदगी है इक कहानी देख ली। देख ली है जिंदगी है इक कहानी देख ली। बचपना देखा, बुढापा,नौजवानी देख ली। ## जब हुए चर्चे किसी के हुस्न के असबाब के। हमने भी तस्वीर अपनी इक पुरानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 449 Share Kumar Kalhans 24 Jul 2021 · 1 min read तुम्हारे साथ की गई चैट। मैंने तुम्हारे साथ की हुई चैट का एक एक शब्द, ओस की बूंदों की तरह संभाल कर रखा है, उन्हें विस्मृतियों के सूरज की तपन से बचा कर रखा है,... Hindi · मुक्तक 3 319 Share Kumar Kalhans 20 Jul 2021 · 1 min read राजनेता। "राजनेता" यह एक उपाधि नहीं बल्कि उपाधियों का पिटारा है। मसलन जननेता , जाति नेता, प्रदेश नेता, देश नेता, धन नेता, पशु नेता, चोर नेता, शाह नेता , सुलह नेता... Hindi · तेवरी 2 480 Share Previous Page 2 Next