जगदीश शर्मा सहज 158 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जगदीश शर्मा सहज 10 Jun 2024 · 1 min read कुछ सामयिक हाइकु 1.सूने शहर जेठ की दोपहर शिथिल स्वर 2. कान पकड़ दहकती हवा ने मारे थप्पड़ 3. सूरज दादा गुस्से से बौखलाए कौन बचाये 4. पक्षी विकल तपती धरा पर ढूँढ़ते... Hindi · हाइकु 8 Share जगदीश शर्मा सहज 10 Jun 2024 · 1 min read श्यामा चिड़िया तरुवर पर भोली सी चिड़िया, उड़-उड़कर कुछ कहती है। सूने पेड़ों की डाली पर, सूखे कण्ठ फुदकती है।। ढूँढा करती है वो छाया, कांटों के झंखाड़ तले। शहरों के काले... Hindi · नवगीत 8 Share जगदीश शर्मा सहज 10 Jun 2024 · 1 min read अभिनंदन इस लोकतंत्र के मंदिर में, विजयी नायक का अभिनंदन ! जनप्रतिनिधि जो निर्वाचित हैं, उनका भी सादर अभिवादन । भारत माता के चरणों में, रथ विजयी होकर आन खड़ा !... Hindi · गीत 9 Share जगदीश शर्मा सहज 29 May 2024 · 1 min read गर्मी के दिन नौ दिन तपा तपाने आये पेड़ों के पत्ते कुम्हलाये सुलग रहे आँगन चौबारे सूरज से फूटे अंगारे। भरी दुपहरी सूनी सड़कें दिन चढ़ते ही शोला भड़कें ऊँची -ऊँची दीवारों में... 23 Share जगदीश शर्मा सहज 29 May 2024 · 4 min read सामाजिक संस्कारों का पतन: कुछ नहीं बचा पाएंगे हमारे हाथ से सबकुछ निकल चुका है। ईसाई मिशनरियों के स्कूलों, पाश्चात्य अंधानुकरण, बामपंथी गुटों एवं नए मोबाइल युग ने आपके बच्चों के संस्कारों को बदल... Hindi · आलेख 26 Share जगदीश शर्मा सहज 13 May 2024 · 1 min read माँ की ममता के तले, खुशियों का संसार | माँ की ममता के तले, खुशियों का संसार | माँ से माँ का मायका, माँ से घर -परिवार || माँ का दिल करुणा भरा, पिघले जैसे मोम | बच्चों की... Quote Writer 33 Share जगदीश शर्मा सहज 29 Apr 2024 · 1 min read वोट डालने जाना है लोकतंत्र के महायज्ञ में, अपना फ़र्ज़ निभाना है, वोट डालने जाना है। हम भारत के भाग्य विधाता, संविधान का मान करें। जात-पात से ऊपर उठकर, शत-प्रतिशत मतदान करें।। पाँच वर्ष... Hindi · गीत 20 Share जगदीश शर्मा सहज 21 Mar 2024 · 1 min read जिस दिन कविता से लोगों के, जिस दिन कविता से लोगों के, जीवन में खुशहाली होगी। उस दिन कविता पूजित होगी, घर-घर में दीवाली होगी।। -जगदीश शर्मा सहज Quote Writer 1 68 Share जगदीश शर्मा सहज 18 Mar 2024 · 1 min read सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान। सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान। इसीलिए संसार में, भारत देश महान ।। -जगदीश शर्मा सहज Quote Writer 57 Share जगदीश शर्मा सहज 14 Feb 2024 · 1 min read सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान । सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान । विद्या-कला-विवेक से, सबका हो कल्याण ।। 🙏🌹🙏 Quote Writer 99 Share जगदीश शर्मा सहज 14 Feb 2024 · 1 min read माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर । माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर । पोर-पोर साहस जगा, कर चितवन चितचोर ।। Quote Writer 72 Share जगदीश शर्मा सहज 5 Feb 2024 · 1 min read तुम अगर कविता बनो तो, गीत मैं बन जाऊंगा। तुम अगर कविता बनो तो, गीत मैं बन जाऊंगा। तुम अगर सरगम बनो, संगीत मैं बन जाऊंगा ।। मैं हृदय का राग बनकर, गुनगुनाऊँगा तुम्हें । तुम मेरे मन में... Quote Writer 160 Share जगदीश शर्मा सहज 1 Feb 2024 · 1 min read कुंंडलिया-छंद: कुंंडलिया-छंद: जीवन में होते सफल, जिनका लक्ष्य महान। बाधाओं को पार कर, गढ़ते हैं प्रतिमान ।। गढ़ते हैं प्रतिमान, स्वयं के ही श्रम बल पर। अवसर का परित्याग, नहीं करते... Quote Writer 116 Share जगदीश शर्मा सहज 27 Jan 2024 · 1 min read गीत तिरंगा की सलामी में, खड़ा है राष्ट्रबल सारा। हमारी एकता का पर्व है ,गणतंत्र यह प्यारा।। जले हैं अनगिनत दीपक, वतन की हर इमारत पर। बिछे हैं फूल चरणों में,... आज़ादी का गीत 66 Share जगदीश शर्मा सहज 20 Jan 2024 · 1 min read अनेकों पंथ लोगों के, अनेकों धाम हैं सबके। अनेकों पंथ लोगों के, अनेकों धाम हैं सबके। अनेकों रूप भगवन के, अनेकों नाम हैं सबके।। अयोध्या की परम् पावन धरा, पहचान हम सबकी। सहस्त्रों साल से बैठे दिलों में... Quote Writer 72 Share जगदीश शर्मा सहज 20 Jan 2024 · 1 min read बड़ा सुंदर समागम है, अयोध्या की रियासत में। बड़ा सुंदर समागम है, अयोध्या की रियासत में। बिछाकर फूल गलियों में, खड़े हैं लोग स्वागत में।। सियापति राम अपनी, राजधानी में पधारे हैं। सनातन की ध्वजा लहरा रही, सम्पूर्ण... Quote Writer · भक्ति मुक्तक 113 Share जगदीश शर्मा सहज 20 Jan 2024 · 1 min read यहाँ श्रीराम लक्ष्मण को, कभी दशरथ खिलाते थे। यहाँ श्रीराम लक्ष्मण को, कभी दशरथ खिलाते थे। यहीं प्रभु पादुकाओं से, भरत शासन चलाते थे।। महल यह सूर्यकुल का, कर्मवीरों की निशानी है। यहाँ शिवजी, गरुड़, नारद,अनेकों बार आते... Hindi · Quote Writer · भक्ति मुक्तक 87 Share जगदीश शर्मा सहज 9 Jan 2024 · 1 min read दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन। दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन। सनातन संस्कृति के धर्मध्वज उत्कर्ष रघुनंदन।। प्रजा की आत्मा के प्राण, उनका मान जीवनधन। हृदय में जागती संचेतना के, हर्ष रघुनंदन ।। -जगदीश... Quote Writer 99 Share जगदीश शर्मा सहज 9 Jan 2024 · 1 min read बसे हैं राम श्रद्धा से भरे , सुंदर हृदयवन में । बसे हैं राम श्रद्धा से भरे , सुंदर हृदयवन में । सुबह की प्रार्थना के दीप, बाती,धूप, चंदन में।। बसे हैं राम तुलसी से सजे खुशरंग आँगन में । बसे... Quote Writer 133 Share जगदीश शर्मा सहज 28 Dec 2023 · 1 min read मत्तगयंद सवैया लालच ने किसको न ठगा किसको न कभी मद-मोह लुभाया। सुंदरता किसको न छली किसको न यहाँ पर काम सताया।। यौवन-बाण लगा न किसे किसको न भयानक क्रोध जलाया। शोक... Hindi · मत्तगयंद सवैया 131 Share जगदीश शर्मा सहज 28 Dec 2023 · 1 min read गीतिका चाहे जितना वैभव पा लो जीते जी, रुपयों का अंबार लगा लो जीते जी। काला चिट्ठा सबके सम्मुख आता है, कसमें झूठी जितनी खा लो जीते जी। किसको फुर्सत है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 118 Share जगदीश शर्मा सहज 27 Nov 2023 · 1 min read गीत गीत गाना हमें भी तो सिखलाइए। स्वर मिलाना हमें भी तो सिखलाइए।। सुन रहे आपको मुस्कुराते हुए। हर्ष में डूबकर गुनगुनाते हुए।। आपके कीमती शब्द संसार में। डूब जाना हमें... Hindi · गीत 1 218 Share जगदीश शर्मा सहज 18 Nov 2023 · 1 min read गजल भावनाओं को छुपाना आ गया, बे-जुबानों का ज़माना आ गया। शाम से ठण्डी हवा चलने लगी, सर्द मौसम भी सुहाना आ गया। नाविकों!तूफ़ां मचलकर थम गया, सामने देखो... मुहाना आ... Hindi · ग़ज़ल 3 2 147 Share जगदीश शर्मा सहज 18 Nov 2023 · 1 min read छठ पर्व आस्था के महापर्व छठ पूजा की सभी उपासकों एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएं..! गीत खुशी-खुशी रहे परिवार, छठी मैया सुन लो पुकार। अर्घ्य चढ़ाऊँ तुमको दिवाकर, रहूँ सुहागन दो ऐसा... गीत 1 198 Share जगदीश शर्मा सहज 1 Nov 2023 · 1 min read तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल। तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल। पति को केवल चाहिए, प्रेम भरे दो बोल।। फेरों के सातों वचन, पुनः करें हम याद। जीवन भर का साथ हो, मधुर रहे... Quote Writer 2 1 277 Share जगदीश शर्मा सहज 19 Oct 2023 · 1 min read देवीमहिमा सर्वेश्वरी , भूतेश्वरी, ममतामयी मातेश्वरी। चेतन तुम्हीं से सृष्टि है, ममता दया की वृष्टि है, सर्वांग में तुम हो बसी, ज्योतिर्मयी तपपुंज सी । आनंद की संचारिणी, तुमको नमन जगदीश्वरी।... Hindi · गीत 1 2 76 Share जगदीश शर्मा सहज 19 Oct 2023 · 1 min read गजल मँडरा रहे काले घने बादल भयानक युद्ध के, हर ओर बढ़ते जा रहे विकराल सायक युद्ध के। मल्लाह कश्ती थामकर तटबंध सारे खोल दो, विश्वास पर कायम नहीं हैं आज... Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 1 83 Share जगदीश शर्मा सहज 19 Oct 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक चेतना का स्वर जगाकर प्राण दे वो गीत है। सूर्य की पहली किरण का राग ही संगीत है।। स्वार्थ की संवेदना के शब्द हैं फीके सभी। ढाई अक्षर प्रेम... Quote Writer 1 253 Share जगदीश शर्मा सहज 5 Oct 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक अगर संदेशप्रद होती नहीं, है मंच की कविता। सुनाकर भी सुखद होती नहीं है, मंच की कविता।। रहे कुछ ज्ञान का उपदेश, वह कविता अमर होती। किसी कवि की... Quote Writer 197 Share जगदीश शर्मा सहज 4 Oct 2023 · 1 min read 'मूक हुआ आँगन' अनुबंधों के बागानों में, रिश्ते रूखे रहते हैं। अपने ही पुश्तैनी घर में, अपने भूखे रहते हैं।। परिवर्तन की इस आँधी में, बोझ बने हैं घर सारे। मूक हुआ रंगीला... Hindi · गीत 1 117 Share जगदीश शर्मा सहज 28 Sep 2023 · 1 min read वो नौजवान राष्ट्रधर्म के लिए अड़ा रहा ! वो नौजवान राष्ट्रधर्म के लिए अड़ा रहा ! खूँखार सिंह के समान जोश से खड़ा रहा !! उसको न सेज प्रिय रही न याचना पसंद थी ! फौलाद के समान... Quote Writer 1 323 Share जगदीश शर्मा सहज 25 Sep 2023 · 1 min read मुक्तक प्रतिज्ञा का समापन कर, सियापति राम घर आये। मिटाकर पाप धरती से, खलों का नाश कर आये ।। लखन,हनुमान, अंगद, रीछपति आरूढ़ थे रथ पर। गगन में देखकर पुष्पक, भरत... Hindi · मुक्तक 2 2 149 Share जगदीश शर्मा सहज 24 Sep 2023 · 1 min read गीतिका पूजा तथा रसोई में अब शुद्धता कहाँ, पावन पुनीत वस्तु की उपलब्धता कहाँ। खाद्यान्न और नीर में अवशिष्ट घुल गया, मिष्ठान्न और दूध में संबद्धता कहाँ। बूँदें बरस उठी कहीं... Hindi · आध्यात्मिक हिंदी गजल/ गीतिका 1 243 Share जगदीश शर्मा सहज 21 Sep 2023 · 1 min read श्री गणेश वंदना: श्री गणेश वंदना: गणनाथ दया करना हम पर, शुभ कार्य तुम्हारी ही दम पर। पथ पर कोई बाधा आये, दुःखों का बादल घिर आये। षटदोषों का उन्मोचन कर, करुणा बरसाना... Hindi · गीत 2 2 172 Share जगदीश शर्मा सहज 18 Sep 2023 · 1 min read सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान । सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान । श्रद्धा से अर्पण करूँ, मोदक, अक्षत, पान।। बल विवेक से हीन हूँ, गणपति रखियो लाज। चरणों में वन्दन करूँ, पूरण करियो काज।। जगदीश शर्मा Quote Writer 1 295 Share जगदीश शर्मा सहज 18 Sep 2023 · 2 min read नकली नोट दूल्हा बग्गी पर शान से बैठा हुआ था बैंड बाजे और ढोल की थाप पर बाराती पूरे जोश के साथ थिरक रहे थे। छोटे-छोटे बच्चे रोशनदानों को सिर पर रखे... Hindi · लघुकथा 1 121 Share जगदीश शर्मा सहज 18 Sep 2023 · 1 min read "गार्ड साहब" गार्ड साहब मालगाड़ी के पीछे सीटी बजाते हुए। हाथ में झण्डी, कर्तव्य की भावना चौकसी से जागना। अंतिम बोगी, श्वेत रंग की वर्दी गर्मी, वर्षा या सर्दी। हाथ में टॉर्च... छन्द मुक्त कविता 93 Share जगदीश शर्मा सहज 2 Sep 2023 · 1 min read आकाश भेद पथ पर पहुँचा, आदित्य एल वन सूर्ययान। आकाश भेद पथ पर पहुँचा, आदित्य एल वन सूर्ययान। भारत की धरती से निकला, आग्नेय अस्त्र अपना महान।। Hindi · Quote Writer 292 Share जगदीश शर्मा सहज 23 Jul 2023 · 1 min read महान क्रांतिवीरों को नमन उग्र क्रांति का घोष कर, कूदे बनकर गाज । देशभक्त 'आजाद' का, जन्मदिवस है आज ।। मातृभूमि की आन पर, किये प्राण न्यौछार । क्रांतिवीर को राष्ट्र का, वन्दन सौ-सौ... Hindi · दोहे 1 135 Share जगदीश शर्मा सहज 23 Jul 2023 · 1 min read विगुल क्रांति का फूँककर, टूटे बनकर गाज़ । विगुल क्रांति का फूँककर, टूटे बनकर गाज़ । देशभक्त 'आजाद' का, जन्मदिवस है आज ।। Quote Writer 1 2 162 Share जगदीश शर्मा सहज 7 Jul 2023 · 1 min read ग़ज़ल सुहाना जब कभी मौसम रहेगा ख़ुशी का हर तरफ़ आलम रहेगा। हवा छूकर फ़िज़ा को तर करेगी वबा का डर न कोई ग़म रहेगा। फ़िकर को छोड़कर कसरत करे जो,... Hindi · Gazal ग़ज़ल · ग़ज़ल 3 249 Share जगदीश शर्मा सहज 7 Jul 2023 · 1 min read राजनीति के नशा में, मद्यपान की दशा में, राजनीति के नशा में, मद्यपान की दशा में, लोग ख्याति पा रहे हैं, नीच कर्म के लिए। चेतनाएँ खो चुके हैं, ज्ञानशून्य हो चुके हैं, फ़र्ज़ क्या निभाएंगे ये,राष्ट्र-धर्म के... Quote Writer 489 Share जगदीश शर्मा सहज 7 Jul 2023 · 1 min read आधुनिक अपराध राजनीति के नशा में, मद्यपान की दशा में, देश को लजा रहे हैं,नीच कर्म के लिए। चेतनाएं खो चुके हैं, ज्ञानशून्य हो चुके हैं, फ़र्ज़ क्या निभाएंगे ये,राष्ट्र धर्म के... Hindi · घनाक्षरी 459 Share जगदीश शर्मा सहज 30 Jun 2023 · 1 min read तुम अगर कविता बनो तो गीत मैं बन जाऊंगा। तुम अगर कविता बनो तो गीत मैं बन जाऊंगा। तुम अगर सरगम बनो संगीत मैं बन जाऊंगा ।। मैं हृदय का राग बनकर गुनगुनाऊँगा तुम्हें । तुम मेरे मन में... Quote Writer 1 224 Share जगदीश शर्मा सहज 27 Jun 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक बह रही ठण्डी हवाएं, बे-वफा मौसम हुआ। चिलचिलाती धूप में बरसात का आलम हुआ।। छा गए बादल गगन में छुप गया सूरज कहीं। पंछियों का बीहड़ों में चहचहाना कम... Quote Writer 2 2 221 Share जगदीश शर्मा सहज 27 Jun 2023 · 1 min read किस दुनिया में खोजूँ तुमको किस दुनिया में खोजूँ तुमको, आभासी संसार बड़ा। किस सागर की परिधि नापूँ,सागर का आकार बड़ा।। मेरे मन में बिखरी थी जो, अब तक छूटी गंध नहीं। प्रेम वही होता... Hindi · गीत 3 2 92 Share जगदीश शर्मा सहज 27 Jun 2023 · 1 min read योग सूरज के उगने से, पहले जो जाग जाते, बलवान तन पाते, करते वो योग हैं। योग को बताने वाले, दुनिया में लाने वाले, योगनिष्ठ ऋषि-मुनि, भारतीय लोग हैं।। योग एक... घनाक्षरी 115 Share जगदीश शर्मा सहज 24 Feb 2023 · 1 min read ग्रीष्मऋतु बागों की बहार गई , फूलों की विसात गई, कृषको की साख गई , जीव जंतु त्रस्त है ! नदी ताल सूख गए , कुएँ सारे रीत गए, पंछी भी... Hindi · घनाक्षरी 189 Share जगदीश शर्मा सहज 24 Feb 2023 · 1 min read जय महाशिव जय श्री राजराजेश्वर महादेव🙏 शिव के अनंत रूप, ज्योतिर्लिंग हैं अनूप। शिव रुद्र कालरूप, सृष्टि में अनंग हैं।। शिव से समस्त लोक, शिव की कृपा अमोघ। शिव के त्रिनेत्र, दूत,... Hindi · घनाक्षरी 134 Share जगदीश शर्मा सहज 24 Feb 2023 · 1 min read जलधर बरसे जनहरण घनाक्षरी (पहले ३० वर्ण लघु,अंत में दीर्घ होता है) उमड़-घुमड़ कर, गिरि, नभ-तल, पर। झर-झर, रुचिकर, जलधर बरसे।। गगन विकटतम, नग-सम,अनुपम। अप्रकट रवि-शशि, तम दिवि भर से ।। सरस... Hindi · घनाक्षरी 144 Share Page 1 Next