जय श्री सैनी 'सायक' 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जय श्री सैनी 'सायक' 18 Jan 2022 · 1 min read ये कैसा मौसम आया ये कैसा मौसम आया , कैसी हवा चल रही दीये तो दीये सायक दिलों की लौ बुझ रही । नफरत के बीज पनप रहे सम्बन्धों की जड़ें हिल रहीं धर्म... Hindi · कविता 317 Share जय श्री सैनी 'सायक' 14 Jun 2021 · 1 min read तुम सदा खुश रहो जो तुम्हे ठीक लगे ,वही राह ठान लो । तुम सदा खुश रहो ,हमें खुश मान लो । दुनिया बहुत बड़ी ,है बहुत ही खूबसूरत वक्त के साथ कुछ किरदार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 385 Share जय श्री सैनी 'सायक' 23 Oct 2020 · 1 min read नारी शक्ति सर्व शक्ति हे नारी तू सर्व शक्ति है ,तुझपे टिका इस धरा का बोझ । क्या क्या तू सहती आई ,फिर खड़ी सहने को बिन संकोच । बीबी बेटी बहन पड़ोसन बहु... Hindi · कविता 2 653 Share जय श्री सैनी 'सायक' 30 Sep 2020 · 1 min read मौत पर तमासा जिंदगी की बिसात पर मौत का तमाशा हो रहा । दरबार मे हर अवाम न्याय का प्यासा हो रहा । हर राह पर खींचते नोचते तोड़ते मरोड़ते खुले बाज़ार में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 290 Share जय श्री सैनी 'सायक' 5 Sep 2020 · 1 min read शिक्षक आसान नही है, शिक्षक होना , आसान नही है ,शिक्षक होना । रूखे हालातों को पढ़कर करे उजाला खुद जलकर नया किरदार बनाने में पड़ता है खुद को खोना आसान... Hindi · कविता 3 379 Share जय श्री सैनी 'सायक' 3 Sep 2020 · 1 min read बाल पहेली बाल पहेली (1) एक जगह पर रहकर सब को रोशन करता हूँ , कोई नही मुझ तक पहुँचा मैं बहुत दूर रहता हूँ । (2) दिन - रात खुद चमक... Hindi · कविता · बाल कविता 4 4 435 Share जय श्री सैनी 'सायक' 15 May 2020 · 1 min read मजबूर मजदूर ये सड़को पे जो ,इस तरह जा रहे है । किस जुर्म की ये सजा पा रहे हैं । । यकीं था इन्हें हम सबल राज्य में हैं । निश्छल... Hindi · गीत 2 1 235 Share जय श्री सैनी 'सायक' 12 May 2020 · 1 min read हालातों का पीर हम अंजान थे इन हालातों के पीर से । चश्मा उतरते ही रूबरू हुए तस्वीर से । उड़े हम भी खुले आसमाँ में बहुत तेज, भूल ये भी गए बंधे... Hindi · मुक्तक 2 4 236 Share जय श्री सैनी 'सायक' 12 May 2020 · 2 min read हालातों का पीर भारत देश जहाँ बुलेट ट्रेन से होकर चाँद तक पहुँचने का सपना देखा जा रहा हो ,जहाँ दूरसंचार के चारो ओर फैले होने के बाद भी हम भूखे ,परेशान लोगो... Hindi · लेख 2 2 294 Share जय श्री सैनी 'सायक' 1 May 2020 · 1 min read मजदूर हूँ मैं ऊंची इमारत की जान हूँ , दो हाथ पैरों का इंसान हूँ । मेहनत मेरी इबादत मैं खुद ही भगवान हूँ । जो भी मानव निर्मित , उन सबकी मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 526 Share जय श्री सैनी 'सायक' 21 Apr 2020 · 1 min read रायबरेली में आज तूफान - जमाती तेरी एक गलती भारी पड़ी है , मेरे शहर में भी आफत खड़ी है । जहां फूल गुलशन के फिर से महकते , उन्हीं गलियों में फिर जंजीरें जड़ी हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 533 Share जय श्री सैनी 'सायक' 7 Apr 2020 · 2 min read शक्तिमान बचपन में जब पेन्सिल पकडकर गोला और सीधी तिरक्षी लाइनें सीखने का दौर था , तब शक्तिमान धारावाहिक को देखकर ये लगता था की ये सब जादू से हो रहा... Hindi · लेख 2 570 Share जय श्री सैनी 'सायक' 7 Apr 2020 · 1 min read आफत ये आफत मेरे देश को फिर गुलाम कर गई । अन्नदाता खुद भूखे ,ज़िंदगानी कैद हो गई । - जय श्री सैनी 'सायक' Hindi · मुक्तक 565 Share जय श्री सैनी 'सायक' 5 Apr 2020 · 1 min read चिराग जलना चाहिए लाख झोंके आये हवा के साथ रहना चाहिए । वक्त की पुकार है ,आज चिराग जलना चाहिए ।। Hindi · मुक्तक 260 Share जय श्री सैनी 'सायक' 5 Apr 2020 · 1 min read हम साथ हैं साथी हम सब साथ हैं ,दियो आज देखाय । लक्ष्मण रेखा से अलग ,दियो चिराग जलाय । दियो चिराग जलाय ,बन मिशाल एकता की । फिर एक बार जले ,ज्योति... Hindi · कुण्डलिया 2 263 Share जय श्री सैनी 'सायक' 4 Apr 2020 · 1 min read बाल गीत 'बाल गीत' आओ बच्चो तुम्हें सुनाएँ, आज एक कहानी। आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ, आज एक कहानी। सारी पृथ्वी घूम रही है, जिसपे है इतना पानी। हम सब भी है घूम... Hindi · कविता · बाल कविता 515 Share जय श्री सैनी 'सायक' 4 Apr 2020 · 1 min read बाल गीत बाल गीत अंश बटा हर। विद्यालय अपना घर। विषम भिन्न में अंश बड़ा, सम भिन्न में हर। विद्यालय को ऐसे सजाओ, जैसे सजाते घर। दो बटा तीन पानी, एक बटा... Hindi · कविता · बाल कविता 460 Share जय श्री सैनी 'सायक' 4 Apr 2020 · 1 min read खो गई हो तुम डगर में खो गयी हो तुम डगर में ,मैं अकेला हो गया हूँ , क्या बताऊ बिन तुम्हारे , क्या से क्या मै हो गया हूँ , एक समय था भोर तुझसे... Hindi · गीत 230 Share जय श्री सैनी 'सायक' 4 Apr 2020 · 1 min read गांधी भारत की इस भूमि पर ,जन्मा एक फकीर । सत्य अहिंसा पर जिया , जब तक रहा शरीर । जब तक रहा शरीर , किया भारत की सेवा । गाता... Hindi · कुण्डलिया 1 253 Share जय श्री सैनी 'सायक' 4 Apr 2020 · 1 min read संघर्ष से संघर्ष संघर्ष से संघर्ष रुको नहीं तुम जरी रखो ,संघर्ष से संघर्ष करना , बहुत निकट आ खड़े हुए हो ,अब चंद पग ही है चलना , थोडा धुंधल कुहासा है... Hindi · कविता 2 504 Share जय श्री सैनी 'सायक' 4 Apr 2020 · 1 min read बचपन बचपन पागल पागल एक हो गये ,मिलकर कर दिए पागलपन , दिल की बात है सायक फिर याद आ गया वो बचपन , साईकिल की वो रेश ,घंटियों की टनटना... Hindi · कविता 2 436 Share जय श्री सैनी 'सायक' 4 Apr 2020 · 1 min read माँ माँ जो लाखो कष्टों को सहती और खुश रहती है सहने को , जो गीले तल पर खुद सोयी तुझे सूखे पे लिटाया सोने को , जो केवल तुझसे ही... Hindi · कविता 2 401 Share जय श्री सैनी 'सायक' 4 Apr 2020 · 1 min read कलयुग का प्रकोप कलयुग का प्रकोप कलयुग तेरा ये क्या प्रकोप , बढ़ गया पाप ,बढ़ गया क्रोध , ममता विहीन ,ममता के स्रोत , बच्चियां गर्भ से हो रही लोप , जो... Hindi · कविता 2 295 Share जय श्री सैनी 'सायक' 3 Apr 2020 · 1 min read कोरोना कोरोना के कहर से ,आफत में हर जान । अपनी गलती की सजा ,भुगत रहा इंसान ।। भुगत रहा इंसान ,कर जीवों का संहार । विवशता वश देखे ,कुदरत की... Hindi · कुण्डलिया 2 254 Share जय श्री सैनी 'सायक' 3 Apr 2020 · 1 min read मजबूर मजदूर दरबार मे जिनके अरमान , औरों से थोड़े थे । सजा पा रहे वो ज्यादा , जो गुनहगार थोड़े थे । हालातों ने कुछ इस तरह इनका साथ निभाया ।... Hindi · कविता 281 Share