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कैसा चल रहा आज!देश का ये राज काज!!
कैसा चल रहा आज!देश का ये राज काज!!
Jaikrishan Uniyal
अजन्मा है वो,जन्मा है जो!
अजन्मा है वो,जन्मा है जो!
Jaikrishan Uniyal
असहज सवाल!
असहज सवाल!
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सपना ,
सपना ,
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पत्नी वन्दना
पत्नी वन्दना
Jaikrishan Uniyal
यह दोष किसका है‼यहाँ दोषी कौन नहीं❗
यह दोष किसका है‼यहाँ दोषी कौन नहीं❗
Jaikrishan Uniyal
अभिनन्दन. का. अभिनन्दन
अभिनन्दन. का. अभिनन्दन
Jaikrishan Uniyal
कन्नैया-कन्नैया तुम्हें आना पड़ेगा!वचन गीता वाला निभाना पड़ेगा
कन्नैया-कन्नैया तुम्हें आना पड़ेगा!वचन गीता वाला निभाना पड़ेगा
Jaikrishan Uniyal
जय जय गंगे मां-हर हर गंगे मां !
जय जय गंगे मां-हर हर गंगे मां !
Jaikrishan Uniyal
चलो,जंलाएं दिए!
चलो,जंलाएं दिए!
Jaikrishan Uniyal
लौक डाउन [ताला बंदी] मेरे सपने में आया !
लौक डाउन [ताला बंदी] मेरे सपने में आया !
Jaikrishan Uniyal
प्रसंग वश-समय चक्र-स्वाधीनता से अब तक! [प्रथम भाग!]
प्रसंग वश-समय चक्र-स्वाधीनता से अब तक! [प्रथम भाग!]
Jaikrishan Uniyal
मृत्यु लोक के हम हैं प्राणी!
मृत्यु लोक के हम हैं प्राणी!
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अद्भुत है पांचाली का जीवन!
अद्भुत है पांचाली का जीवन!
Jaikrishan Uniyal
धृतराष्ट्र का पुत्र मोह!
धृतराष्ट्र का पुत्र मोह!
Jaikrishan Uniyal
पांडवों का गृहस्थी जीवन!उत्सर्ग एवं पराभव।।
पांडवों का गृहस्थी जीवन!उत्सर्ग एवं पराभव।।
Jaikrishan Uniyal
राहत में आम आदमी कहां पर है?
राहत में आम आदमी कहां पर है?
Jaikrishan Uniyal
सीखना होगा !हमें इन सब से सीखना होगा!!
सीखना होगा !हमें इन सब से सीखना होगा!!
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बेबसी हार गयी !व्यवस्था मार गयी!!
बेबसी हार गयी !व्यवस्था मार गयी!!
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जो कहर बनकर आया है,! वह अवसर बनकर जाएगा?
जो कहर बनकर आया है,! वह अवसर बनकर जाएगा?
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धैर्य! नहीं दिखाया?
धैर्य! नहीं दिखाया?
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आत्महत्या की नौबत क्यों आए?
आत्महत्या की नौबत क्यों आए?
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कोरोना काल की हवाई यात्रा संस्मरण!!
कोरोना काल की हवाई यात्रा संस्मरण!!
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जिसे पलकों पर बिठाया ,वहीं काट खाने को आया!!
जिसे पलकों पर बिठाया ,वहीं काट खाने को आया!!
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चीन के चक्कर में चल पड़ी चिक-चिक!
चीन के चक्कर में चल पड़ी चिक-चिक!
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नित बढ़ रहें हैं जिनके दाम! डीजल पैट्रोल हैं इनके नाम!!
नित बढ़ रहें हैं जिनके दाम! डीजल पैट्रोल हैं इनके नाम!!
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................................मंडियां!!
................................मंडियां!!
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रक्षा सूत्र से रक्षा बंधन तक, का पड़ाव!!
रक्षा सूत्र से रक्षा बंधन तक, का पड़ाव!!
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समय की गति, और सामाजिक परिवेश!!
समय की गति, और सामाजिक परिवेश!!
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एक मौत-और इतना शोर!
एक मौत-और इतना शोर!
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कांग्रेस!!
कांग्रेस!! "भूत-बर्तमान-भविष्य"!!
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हम प्राइम टाइम देखने में लगे हैं!
हम प्राइम टाइम देखने में लगे हैं!
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क्या अब मान लें, आप हैं यह सब मुमकिन है?
क्या अब मान लें, आप हैं यह सब मुमकिन है?
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खुशामद:=खुशी+आमद!!
खुशामद:=खुशी+आमद!!
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आग्रह-पुर्वाग्रह-और दुराग्रह!!
आग्रह-पुर्वाग्रह-और दुराग्रह!!
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किसान और हुक्मरान का घमासान !!
किसान और हुक्मरान का घमासान !!
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नेताओं के इर्द-गिर्द घूमता और सिकुड़ता लोकतंत्र !!
नेताओं के इर्द-गिर्द घूमता और सिकुड़ता लोकतंत्र !!
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भक्त वत्सल भगवान-नादान इंसान!!
भक्त वत्सल भगवान-नादान इंसान!!
Jaikrishan Uniyal
दूरी का नया प्रतिमान!!(पैमाना)
दूरी का नया प्रतिमान!!(पैमाना)
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आंदोलन से वास्ता!
आंदोलन से वास्ता!
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लो लौट आया कोरोना !
लो लौट आया कोरोना !
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सच कहूं, डर तो लगता है!
सच कहूं, डर तो लगता है!
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ये भेदभाव क्यों हुआ!
ये भेदभाव क्यों हुआ!
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एक डोज सच का भी!
एक डोज सच का भी!
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निन्यानबे के फेर में!
निन्यानबे के फेर में!
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छलकते आंसू
छलकते आंसू
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गन्ना ना दे,भेली देंवे!
गन्ना ना दे,भेली देंवे!
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चिंता डायन!
चिंता डायन!
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धारणा बनाता उच्च मध्यम वर्ग!
धारणा बनाता उच्च मध्यम वर्ग!
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उलझन में मध्यम वर्ग!
उलझन में मध्यम वर्ग!
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