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Tag: कविता
210 posts
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उजाला और धूप!
उजाला और धूप!
Jaikrishan Uniyal
जिद कहें या हठ बात तो एक ही है!
जिद कहें या हठ बात तो एक ही है!
Jaikrishan Uniyal
सर्वोच्च न्यायालय और वर्तमान परिवेश!!
सर्वोच्च न्यायालय और वर्तमान परिवेश!!
Jaikrishan Uniyal
आग्रह-पुर्वाग्रह-और दुराग्रह!!
आग्रह-पुर्वाग्रह-और दुराग्रह!!
Jaikrishan Uniyal
मनुष्य में पशुता और पशुओं में सहिष्णुता!!
मनुष्य में पशुता और पशुओं में सहिष्णुता!!
Jaikrishan Uniyal
खुशामद:=खुशी+आमद!!
खुशामद:=खुशी+आमद!!
Jaikrishan Uniyal
सरकार हमारी बनाओ, मुफ्त वैक्सीन लगाओ!!
सरकार हमारी बनाओ, मुफ्त वैक्सीन लगाओ!!
Jaikrishan Uniyal
आत्ममुग्धता से लेकर, अंधभक्ति तक!!
आत्ममुग्धता से लेकर, अंधभक्ति तक!!
Jaikrishan Uniyal
एंकर सुख!
एंकर सुख!
Jaikrishan Uniyal
मैं निर्भया हूं, निर्भय होकर वार करुंगी!!
मैं निर्भया हूं, निर्भय होकर वार करुंगी!!
Jaikrishan Uniyal
क्या अब मान लें, आप हैं यह सब मुमकिन है?
क्या अब मान लें, आप हैं यह सब मुमकिन है?
Jaikrishan Uniyal
बिलों के बिल में मजदूर-किसान!!
बिलों के बिल में मजदूर-किसान!!
Jaikrishan Uniyal
हम प्राइम टाइम देखने में लगे हैं!
हम प्राइम टाइम देखने में लगे हैं!
Jaikrishan Uniyal
पप्पू की बातें!!
पप्पू की बातें!!
Jaikrishan Uniyal
प्राथमिकता की विश्वसनीयता! प्रतिबद्धता एवं व्यवस्था का आत्मावलोकन!!!!
प्राथमिकता की विश्वसनीयता! प्रतिबद्धता एवं व्यवस्था का आत्मावलोकन!!!!
Jaikrishan Uniyal
कांग्रेस!!
कांग्रेस!! "भूत-बर्तमान-भविष्य"!!
Jaikrishan Uniyal
भगवान भरोसे!
भगवान भरोसे!
Jaikrishan Uniyal
ये वादा तो न किया था !!
ये वादा तो न किया था !!
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प्रशांत तुम ऐसे तो न थे!!
प्रशांत तुम ऐसे तो न थे!!
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एक मौत-और इतना शोर!
एक मौत-और इतना शोर!
Jaikrishan Uniyal
समय की गति, और सामाजिक परिवेश!!
समय की गति, और सामाजिक परिवेश!!
Jaikrishan Uniyal
ये अब मुझे, मरने भी नहीं देती!!
ये अब मुझे, मरने भी नहीं देती!!
Jaikrishan Uniyal
हे निरीह प्राणी तू चाहता क्या है?
हे निरीह प्राणी तू चाहता क्या है?
Jaikrishan Uniyal
रक्षा सूत्र से रक्षा बंधन तक, का पड़ाव!!
रक्षा सूत्र से रक्षा बंधन तक, का पड़ाव!!
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स हा रा !!
स हा रा !!
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मोदी-जिनपिंग वार्ता!! एक काल्पनिक आधार!?
मोदी-जिनपिंग वार्ता!! एक काल्पनिक आधार!?
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इंच भर!!
इंच भर!!
Jaikrishan Uniyal
.................. शोषण!!
.................. शोषण!!
Jaikrishan Uniyal
................................मंडियां!!
................................मंडियां!!
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..................... करवट!!
..................... करवट!!
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एनकाउंटर!!
एनकाउंटर!!
Jaikrishan Uniyal
अब आ भी जाओ तुम अवतारी!
अब आ भी जाओ तुम अवतारी!
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नित बढ़ रहें हैं जिनके दाम! डीजल पैट्रोल हैं इनके नाम!!
नित बढ़ रहें हैं जिनके दाम! डीजल पैट्रोल हैं इनके नाम!!
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कोरोना को भगाने के लिए, आत्मबल का संबल चाहिए!!
कोरोना को भगाने के लिए, आत्मबल का संबल चाहिए!!
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चीन के चक्कर में चल पड़ी चिक-चिक!
चीन के चक्कर में चल पड़ी चिक-चिक!
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मित्रों नेक सलाह पर ध्यान धरो!!
मित्रों नेक सलाह पर ध्यान धरो!!
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जिसे पलकों पर बिठाया ,वहीं काट खाने को आया!!
जिसे पलकों पर बिठाया ,वहीं काट खाने को आया!!
Jaikrishan Uniyal
मनरेगा का अर्थ शास्त्र!!
मनरेगा का अर्थ शास्त्र!!
Jaikrishan Uniyal
पड़ोसी की अहमियत!!
पड़ोसी की अहमियत!!
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कोरोना काल की हवाई यात्रा संस्मरण!!
कोरोना काल की हवाई यात्रा संस्मरण!!
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अपनी छत!
अपनी छत!
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जीवन जीना सबकी जरूरत है!!
जीवन जीना सबकी जरूरत है!!
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उडान
उडान
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न जांण कख पैट्यां छ?
न जांण कख पैट्यां छ?
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आत्महत्या की नौबत क्यों आए?
आत्महत्या की नौबत क्यों आए?
Jaikrishan Uniyal
धैर्य! नहीं दिखाया?
धैर्य! नहीं दिखाया?
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उथल-पुथल!!
उथल-पुथल!!
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बेबसी ही हर मुसीबत की जड़ है!!भाग एक।
बेबसी ही हर मुसीबत की जड़ है!!भाग एक।
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जो कहर बनकर आया है,! वह अवसर बनकर जाएगा?
जो कहर बनकर आया है,! वह अवसर बनकर जाएगा?
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हम स्वार्थ से वशीभूत हैं!
हम स्वार्थ से वशीभूत हैं!
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