Vaishnavi Gupta (Vaishu) Tag: कविता 72 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Vaishnavi Gupta (Vaishu) 25 Aug 2022 · 1 min read बड़ी मुश्किल से खुद को संभाल रखे है, बड़ी मुश्किल से खुद को संभाल रखे है, हर तरफ अपनो ने ही धोकेबाज़ी के जाल रखे है, जहर सी होती जा रही थी ज़िंदगी, बहुत खोजबीन की तो पता... Hindi · कविता 9 12 320 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 25 Aug 2022 · 1 min read ✍️बचपन का ज़माना ✍️ हर ओर सिर्फ खुशियोँ का ठिकाना था, कितना प्यारा वो बचपन का ज़माना था, मस्त मौला हो झूमते गाते थे, जो दिल में आता वो कर जाते थे, ऐसी शरारतों... Hindi · कविता 7 6 330 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 24 Aug 2022 · 1 min read ✍️फिर बच्चे बन जाते ✍️ काश की हम फिर बच्चे बन जाते, निश्चिंत होकर आसमान मे पंख फैलाते, पापा के साथ फिर सैर पर जाते, माँ की गोद में सुकून की नींद पाते, काश की... Hindi · कविता 8 8 272 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 24 Aug 2022 · 1 min read ✍️प्यारी बिटिया ✍️ मत कैद करो नन्ही सी जान को, उसे खुले आसमान मे उड़ने तो दो, वो कुछ नया कर दिखायगी, उसे दुनिया से जुड़ने तो दो, भोली है सीधी है पर... Hindi · कविता 9 12 695 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 23 Aug 2022 · 1 min read ✍️कश्मकश भरी ज़िंदगी ✍️ कैसी कश्मकश भरी हो जाती है ज़िंदगी, जब कोई ऐसा शक़्स होता है, जिसे हम न प्यार कर पाते है न नफ़रत कर पाते है, न स्नेह दिखा पाते है... Hindi · कविता 9 10 306 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 23 Aug 2022 · 1 min read ✍️जीने का सहारा ✍️ ज़िंदगी को जीने का सहारा मिल गया, तू मिला खुदा का इशारा मिल गया, सारी ख्वाहिश पूरी हो गयी हो मानो, जो इस लहर को उसका किनारा मिल गया, अब... Hindi · कविता 7 7 470 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 22 Aug 2022 · 1 min read ✍️आज के युवा ✍️ कुछ हाथों से कलम चलाते है, कुछ हाथों से फोन चलाते है, कुछ के दिमाग में करिअर का मोटीवेशन होता है, कुछ करिअर का 'c' भी भूल जाते है, कुछ... Hindi · कविता 10 10 287 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 20 Aug 2022 · 1 min read ✍️काश की ऐसा हो पाता ✍️ काश की ऐसा हो पाता, कभी मैं उदास होती और तुम मेरे पास बैठकर मुझे समझाते, कभी मैं टूटकर रोती और तुम मुझे चुप कराते, कभी तुम बात करना चाहते... Hindi · कविता 8 6 365 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 19 Aug 2022 · 1 min read दूरियाँ हमारी आपसे बातें नही होती, छोटी- बड़ी मुलाकातें नही होती, कभी तो बढ़ जाती थी आपकी इक आहट से, आज वो धड़कने बेखबर सी हो गयी, कुछ इस कदर बढ़ी... Hindi · कविता · दास्ताँ 6 6 372 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 19 Aug 2022 · 1 min read ये आँखें इन आँखों में पूरी दुनिया समाई है, इन आँखों ने कितनी खुशियाँ बहाई है, जब भी मिली थोड़ी सी खुशी इन आँखों को, जब भी मिली थोड़ी सी राहत, हुआ... Hindi · कविता 5 6 275 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 18 Aug 2022 · 1 min read हम भटकते है उन रास्तों पर जिनकी मंज़िल हमारी नही, हम भटकते है उन रास्तों पर जिनकी मंज़िल हमारी नही, उन सितारों को हम चाहते है जिनकी रौनक हमारी नहीं, सब कुछ था पास मेरे पर खलती रही तेरी कमी,... Hindi · कविता 7 4 258 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 14 Aug 2022 · 1 min read ✍️लक्ष्य ✍️ दिल के सोये हुए अरमानो को फिर से जगाना है, अपने उस लक्ष्य को हर हाल में पाना है, अपने बुलंद इरादों से कुछ कर दिखाना है, अपने उस लक्ष्य... Hindi · कविता 6 10 321 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 13 Aug 2022 · 1 min read ✍️रास्ता मंज़िल का✍️ अपनो को पराया और परायों को अपना मान लेते है, अक्सर भटक जाते है हम उन रास्तों से जो हमे मंज़िल तक ले जाते है, खुली आँखों से सपने देख... Hindi · कविता 9 10 275 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 11 Aug 2022 · 1 min read ✍️सफ़लता ✍️ सफ़लता की भी अजीब ज़िंदगानी है, सफ़लता की ये पुरानी कहानी है, सफ़लता मुश्किलों की एक दुनिया है, जहाँ कहीँ आग तो कहीं पानी है, जो डर गया सफ़लता के... Hindi · कविता 4 6 175 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 6 Aug 2022 · 2 min read ✍️ये रीतियाँ ✍️ समाज के हज़ार बंधनों ने यु जकड़ रखा है, बढ़ नहीं पा रहे कदम युं पकड़ रखा है, ये बंधन ये रिवाज़ बड़े ही अजीब है, जो सच्चे है दिल... Hindi · कविता 4 4 293 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 30 Jul 2022 · 1 min read ✍️वो कौन है ✍️ वो हसीं ख़्वाब है, वो अफ़्ताब है, क्या करे तारीफ़, क्या कहे, जान है हमारी वो लाजवाब है, मिले तो खुशकिस्मती न मिले तो दर्द है, किस्मत से नहीं दिल... Hindi · कविता 6 6 616 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 22 Jul 2022 · 1 min read किससे किस लहजे मे बात करनी है, किससे किस लहजे मे बात करनी है, हम बखूबी जानते है, अपनो मे कितने अपने है, अच्छे से पहचानते है। -वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi · कविता 3 4 342 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 26 Apr 2022 · 1 min read सिर्फ तुम्हारे हैं ना जाने कितने दिन तेरे बिना गुज़ारे हैं, हर लम्हा तेरी यादों के सहारे हैं, किसी गलतफहमी में मत रहना मेरी जान, तुमसे दूर होकर भी हम सिर्फ तुम्हारे हैं,... Hindi · कविता 6 10 216 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 25 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा मैंने रब से ख्वाहिश की, जिसे पूरा किया मेरे पापा ने, मैंने चलने की कोशिश की, मुझे रास्ता दिया मेरे पापा ने, मैंने उड़ने की कोशिश की, मुझे आसमाँ दिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 16 413 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 23 Apr 2022 · 1 min read सीख लिया है हारती हुई बाज़ी को जीत जाना सीख लिया हैं हमने, हारती हुई बाज़ी को जीत जाना सीख लिया हैं हमने, अब कोई कितना भी दिल दुखाए, हंसकर गम भुलाना सीख... Hindi · कविता 11 8 371 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 19 Apr 2022 · 1 min read जादूगर...... एक जादूगर की कहानी उसकी परी की ज़ुबानी, एक प्यारी सी परी थी एक जादूगर के पास, वह उसके लिया थी बेहद खास, रोज़ सुबह वह उसे जगाता, खुले आसमां... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 17 16 802 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 19 Apr 2022 · 1 min read कुछ कहना है.. पापा आपसे कुछ कहना है बात सुनेंगे क्या, कुछ वक़्त चाहिये आपका साथ चलेंगे क्या, बहुत कुछ कहना चाहती हुँ पर नहीं कह पाती क्यों क्युंकि डरती हुँ आपसे, बहुत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 23 18 902 Share Previous Page 2