Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2022 · 1 min read

✍️प्यारी बिटिया ✍️

मत कैद करो नन्ही सी जान को,
उसे खुले आसमान मे उड़ने तो दो,
वो कुछ नया कर दिखायगी,
उसे दुनिया से जुड़ने तो दो,
भोली है सीधी है पर सब जानती है वो,
अपने पंखों को अच्छे से पहचानती है वो,
मत सोचो काश कोई बेटा होता,
बिटिया तुम्हारी सबसे प्यारी है,
पुरुषों से बेहतर आज की नारी है,
ये सूचना जनहित में जारी है,
पढ़ाओ लिखाओ उसे आगे बढ़ाओ,
हर परिस्थिति से लड़ना सिखाओ,
किसी जानवर की उसे बुरी नज़र न लगे,
उसे ऐसी बहादुर शेरनी बनाओ,
आज तुम सहारा दोगे कल वो तुम्हारा सहारा बनेगी,
हर मझधार से बचायगी वो तुम्हारा किनारा बनेगी,
फिर खुद कहोगे ये हमारे घर की फुलवारी है,
दस बेटों पर भारी ये प्यारी बिटिया हमारी है।

✍️वैष्णवी गुप्ता
कौशांबी

Language: Hindi
9 Likes · 12 Comments · 504 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बुद्ध धम्म में चलें
बुद्ध धम्म में चलें
Buddha Prakash
मंजिल तक पहुँचने के लिए
मंजिल तक पहुँचने के लिए
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
हार स्वीकार कर
हार स्वीकार कर
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
कान में रखना
कान में रखना
Kanchan verma
!! होली के दिन !!
!! होली के दिन !!
Chunnu Lal Gupta
वाल्मीकि रामायण, किष्किन्धा काण्ड, द्वितीय सर्ग में राम द्वा
वाल्मीकि रामायण, किष्किन्धा काण्ड, द्वितीय सर्ग में राम द्वा
Rohit Kumar
गीत
गीत
Shiva Awasthi
कुसुमित जग की डार...
कुसुमित जग की डार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
याद
याद
Kanchan Khanna
सिर्फ टी डी एस काट के!
सिर्फ टी डी एस काट के!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
(हमसफरी की तफरी)
(हमसफरी की तफरी)
Sangeeta Beniwal
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*यह अराजकता हमें( गीत )*
*यह अराजकता हमें( गीत )*
Ravi Prakash
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
सुनील कुमार
जब  फ़ज़ाओं  में  कोई  ग़म  घोलता है
जब फ़ज़ाओं में कोई ग़म घोलता है
प्रदीप माहिर
दिल के हर
दिल के हर
Dr fauzia Naseem shad
अंग अंग में मारे रमाय गयो
अंग अंग में मारे रमाय गयो
Sonu sugandh
प्रकृति का अनुपम उपहार है जीवन
प्रकृति का अनुपम उपहार है जीवन
Er. Sanjay Shrivastava
"विचित्र संसार"
Dr. Kishan tandon kranti
बनारस की ढलती शाम,
बनारस की ढलती शाम,
Sahil Ahmad
निदामत का एक आँसू ......
निदामत का एक आँसू ......
shabina. Naaz
लोग खुश होते हैं तब
लोग खुश होते हैं तब
gurudeenverma198
मन के भाव
मन के भाव
Surya Barman
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्
जय लगन कुमार हैप्पी
💐प्रेम कौतुक-352💐
💐प्रेम कौतुक-352💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वक़्त का इतिहास
वक़्त का इतिहास
Shekhar Chandra Mitra
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आपकी यादें
आपकी यादें
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
नारी
नारी
Mamta Rani
तुम अपना भी  जरा ढंग देखो
तुम अपना भी जरा ढंग देखो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...